विधानसभा में कल बजट पेश करने के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घोषणाओं की झड़ी लगा दी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से पेश किए गए बजट को उपचुनावों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। बजट की खास बात ये भी रही कि बजट पेश करने के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गांधी परिवार पर भी फोकस रहा। बजट में मुख्यमंत्री ने गांधी परिवार के नाम पर भी आधा दर्जन घोषणाएं की। इसके अलावा जिन चार सीटों पर उपचुनाव होने हैं, वहां के दिवंगत विधायकों के नामों से कॉलेज खोलने की घोषणा की। दरअसल, विधानसभा में कल मुख्यमंत्री ने गांधी परिवार के नाम से जिन आधा दर्जन घोषणाएं की हैं, उनमें इंदिरा गांधी क्रेडिट कार्ड योजना, महात्मा गांधी संस्थान और गांधी दर्शन म्यूजियम बनाए जाने की घोषणा, आयुष्मान भारत- महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना, महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेज स्थापित करने की घोषणा और जयपुर (Jaipur) में 200 करोड़ की लागत से राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी स्थापित करने की घोषणा की है। इसके साथ ही प्रदेश में राजीव गांधी युवा कोर का गठन भी होगा, जिनमें 500 राजीव गांधी युवा मित्रों का चयन किया जाएगा। बच्चों में नशे की प्रवृत्ति रोकने के लिए नेहरू बाल संरक्षण कोष की स्थापना और महिलाओं की समस्याओं के समाधान के लिए जिला मुख्यालयों पर इंदिरा महिला शक्ति केंद्रों की स्थापना भी की जाएगी। वहीं सत्ता में आते ही कांग्रेस ने अटल सेवा केंद्रों का नाम बदलकर राजीव गांधी सेवा केंद्र कर दिया था। साथ ही अन्नपूर्णा रसोई के स्थान पर इंदिरा रसोई योजना और मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना का नाम भी अब बदलकर राजीव गांधी जल स्वावलंबन योजना कर दिया गया।
सीएम अशोक गहलोत ने कई अफवाहों पर लगा दी रोक।
सीएम की गांधी परिवार के नाम पर यह घोषणा ऐसे समय में हुई है, जब कांग्रेस के भीतर ही गांधी परिवार के खिलाफ आवाजें उठने लगी हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी इन घोषणाओं के जरिए यह बता दिया है कि आज भी दिल्ली से लेकर राज्यों तक कांग्रेस के भीतर गांधी परिवार ही सर्वे सर्वा है। निश्चित तौर पर सीएम की इन बजट घोषणाओं का संदेश कांग्रेस के भीतर वरिष्ठ नेताओं तक पहुंचाने की भी कवायद है।