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Thursday, July 16, 2020

बॉर्डर पर बढ़ती टेंशन के बीच इजरायल से आया अच्छी खबर भारत को मिलेंगे हेरॉन ड्रोन, स्‍पाइक मिसाइलें

न्यूज एजेंसी एएनआई की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक सेनाओं की सर्विलांस क्षमता और उनके हथियारों में इजाफा होने वाला है। Israel से Heron Drone और Spike Anti Tank Guided Missile खरीदेगा भारत। Heron Drone को इजरायल की एरोस्‍पेस इंडस्‍ट्रीज (आईएआई) ने तैयार किया है। 
इस ड्रोन को उन हथियारों से फिट किया जा सकता है जो जमीन पर आसानी से टारगेट को तबाह कर सकते हैं। 
अगर इसे दिल्ली से लॉन्च किया जाये तो सिर्फ 30 मिनट के अंदर बॉर्डर पर दुश्मनों का पता लगा सकता है। सरकार की तरफ से मिली आपातकालीन आर्थिक शक्तियों का प्रयोग करके सेनाओं ने इजरायल से हेरॉन सर्विलांस ड्रोन और स्‍पाइक एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों को खरीदने का मन बना लिया है। हेरॉन ड्रोन पहले ही वायुसेना, नौसेना और सेना के पास है और इस समय सर्विलांस के लिए इसका प्रयोग बड़े पैमाने पर हो रहा है। लद्दाख सेक्‍टर में भी इसे जमकर प्रयोग किया जा रहा है। ऐसे में आने वाले दिनों में इस ड्रोन के और ज्‍यादा ऑर्डर्स दिए जा सकते हैं।हेरॉन ड्रोन वायुसेना की जरूरतों को पूरा करने में खरा उतर रहा है।
हेरॉन ड्रोन में क्या खास है। 
👉 30,000 फीट की ऊंचाई पर लगा सकता है दुश्‍मन का पता।
👉 इसके सेंसर इतने तेज हैं कि 30,000 फीट की ऊंचाई से भी यह दुश्मनों की जानकारी आसानी से मिल सकती है।
👉 इसकी प्रदर्शन की बात करे तो यह पहली बार इजरायल ने फरवरी 2015 में बंगलुरु के एरो-इंडिया शो में पहली बार हेरॉन का प्रदर्शन किया था।


फायर एंड फॉरगेट स्‍पाइक मिसाइल
स्पाइक इज़राइल की डिजाइन की हुई चौथी पीढ़ी की मिसाइल है। इस मिसाइल की ख़ास बात यह है कि यह गाइडेड मिसाइल है। माने आप मिसाइल दागिए और भूल जाइए। वो अपने-आप निशाने पर जाकर लग जाएगी। दूसरा, इस मिसाइल को आसानी से लादकर इधर से उधर लेकर जाया जा सकता है। इसकी ये दो खासियत आमने-सामने के मोर्चे में बहुत मददगार साबित होती हैं। इससे चलते हुए टैंक पर बिना चूक के निशाना लगाया जा सकता है।
👉 इजरायल की स्‍पाइक एंटी-गाइडेड मिसाइल चौथी पीढ़ी का सिस्‍टम है।
👉 इस मिसाइल को इजरायल की कंपनी राफेल एंडवांस्‍ड डिफेंस सिस्‍टम्‍स ने तैयार किया है।
👉 इस मिसाइल को जवान लॉन्‍च कर सकते हैं, किसी व्‍हीकल से भी इसे दुश्‍मन पर दागा जा सकता है।
👉 स्‍पाइक मिसाइल को हेलीकॉप्‍टर से भी दुश्‍मन पर लॉन्‍च किया जा सकता है।
👉 इस मिसाइल के कुछ वैरीएंट्स ऐसे हैं जो एक साथ कई टारगेट्स को तबाह कर सकते हैं।
👉 यह फायर एंड फॉरगेट मिसाइल है जो ऑटोमैटिक सेल्‍फ गाइडेंस और लॉन्‍च से पहले लॉक-ऑन जैसे फीचर्स से लैस है।

Tuesday, July 14, 2020

चिनुक हेलीकाप्टर कि डिलीवरी हुई पूरी, अमेरिकी एविएशन कम्पनी बोइंग ने दी जानकारी।

अमेरिकी एविएशन कंपनी बोइंग ने इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) को अटैक हेलीकॉप्‍टर चिनुक की तय संख्‍या की डिलीवरी कर दी है। कंपनी की तरफ से रिलीज जारी कर इस बात की जानकारी दी गई है। अब आईएएफ के पास15 चिनुक हैवीलिफ्ट हेलीकॉप्‍टर हैं। यह जानकारी ऐसे समय में आई है जब भारत चीन  लाइन ऑफ एक्‍चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर तनाव चल रहा है। चिनूक हेलीकॉप्टर की खास बात ऊंची उड़ानों के चलते यह हेलीकॉप्टर हिमालय जैसी जगहों पर किए जाने वाले ऑपरेशन के लिए बिल्कुल सही है। खास बात यह है कि इस हेलीकॉप्टर को किसी भी समय और किसी भी तरह के मौसम में उड़ाया जा सकता है।

वायुसेना की ताकत में पहली बार सोमवार 25 मार्च 2019 को इजाफा हुआ । अमेरिकी कंपनी बोइंग द्वारा बनाए गए चिनूक सीएच-47आइ हेलीकॉप्टर को भारतीय वायुसेना के बेड़े में 25 मार्च 2019 को चंडीगढ़ में शामिल किया 
चिनूक हेलीकॉप्टर से 11 टन और 45 ट्रूप का अधिकतम भार उठाया जा सकता है। इस हेलीकॉप्टर में फुली-इंटीग्रेटेड डिजिटल कॉकपिट मैनेजमेंट सिस्टम दिया गया है। इसके साथ ही कॉमन एविएशन आर्किटेक्चर और एडवांस्ड कार्गो-हैंडलिंग क्षमता भी दी गई है।

अमेरिका से 72,000 असॉल्ट राइफल खरीद रहा भारत, सीमा पर तैनात सैनिक करेंगे इस्तेमाल।

भारतीय सेना (Indian Army) अपने जवानों के लिए अमेरिका से 72,000 सिग सॉर असॉल्ट राइफल (SIG Sauer Assault Rifle) की खरीद को लेकर तेजी से आगे बढ़ रही है। सेना (इन्फैन्ट्री) के आधुनिकीकरण के लिए खरीदा जा रहा है। भारत चीन सीमा पर विवाद को देखते हुए यह खरीद की जा रही है।अधिकारियों ने रविवार को ये जानकारी देते हुए बताया कि यह खरीद ऐसे समय में की जा रही है, जब पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में भारतीय और चीनी सेना के बीच सीमा पर तनाव की स्थिति है।
सिग सॉर असॉल्ट राइफल (SIG Sauer Assault Rifle)
विशेषताएं
SIG516 में बाईं ओर एक सुरक्षा लीवर है, जिसका उपयोग शूटिंग के हाथ के अंगूठे द्वारा किया जाता है।  गैस ब्लॉक एक समायोज्य गैस नियामक को एकीकृत करता है।  फ्रंट गैस ब्लॉक को फ्लिप-अप दृष्टि पोस्ट के साथ सामने की दृष्टि को स्वीकार करने के लिए छापा जाता है।  SIG516 मॉडल M16A2 स्टाइल बर्ड-केज फ्लैश हैडर से लैस हैं। Marksman को छोड़कर सभी SIG516 मॉडल 16-इंच बैरल से सुसज्जित हैं जो एक मुक्त-फ्लोटिंग M1913 Picatinny रेल से सुसज्जित हैं, साथ ही SIG Sauer द्वारा निर्मित फ्लिप-अप आयरन जगहें (BUIS) भी हैं।5.56 × 45 मिमी नाटो SIG516 मॉडल AR-15 स्टाइल बॉक्स पत्रिकाओं को स्वीकार करते हैं।  इन पत्रिकाओं का निर्माण 5-, 10-, 20- और 30-राउंड वेरिएंट में किया जाता है।  SIG516 रूसी राइफल्स को एक अलग पत्रिका का उपयोग करना चाहिए, क्योंकि वे 7.62 × 39 मिमी में चैम्बर हैं।  SIG516 रूसी 7.62 × 39 मिमी AR-15 शैली राइफल के लिए डिज़ाइन की गई पत्रिकाओं का उपयोग करता है।  राइफल को हथौड़े से दागा जाता है और इसमें SIG516 मार्क्समैन में दो-चरण ट्रिगर तंत्र है, जबकि अन्य सभी में एक सैन्य विनिर्देश एकल-चरण ट्रिगर है।

Monday, July 13, 2020

भारत-चीन तनाव के बीच आयी अच्छी खबर अमेरिका ने पूरा किया अपना अटैक हेलीकॉप्‍टर अपाचे, की डिलीवरी।

अमेरिकी एविएशन कंपनी बोइंग ने इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) को अटैक हेलीकॉप्‍टर अपाचे तय संख्‍या की डिलीवरी कर दी है। कंपनी की तरफ से रिलीज जारी कर इस बात की जानकारी दी गई है। अब आईएएफ के पास 22 अपाचे अटैक हैं। यह जानकारी ऐसे समय में आई है जब पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ लाइन ऑफ एक्‍चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर तनाव जारी है।
अमेरिका का दो टर्बोशाफ्ट इंजन और चार ब्लेड वाला अटैक हेलीकॉप्टर है। यह हेलीकॉप्टर अपने आगे लगे सेंसर की मदद से रात में उङान भर सकता है। इसकी पहली उड़ान 30 सितंबर 1975 में हुई थी। यह दुनिया में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाला अटैक हेलीकॉप्टर है।
  • विशेषता
  • 👉चालकदल: 2 पायलट और सह पायलट,गनर कि बैैैैठ 
  • 👉लंबाई: 17.73 मीटर
  • 👉रोटर व्यास: 48 मीटर
  • 👉ऊंचाई: 3.87 मीटर
  • 👉डिस्क क्षेत्र: 168.11 मीटर²
  • 👉खाली वजन: 5,165 किलोग्राम
  • 👉उपयोगी भार: 8,000 किलोग्राम 
  • 👉अधिकतम उड़ान वजन: 10,433 किलोग्राम
  • 👉धड़ की लंबाई: 15.06 मीटर
  • 👉रोटर प्रणाली: 4 ब्लेड मुख्य रोटर, 4 ब्लेड पूंछ रोटर
  • 👉पावर प्लांट: 2× जनरल इलेक्ट्रिक टी700   जीई 701 टर्बोसॉफ्ट, 1,690 अश्वशक्ति () प्रत्येक से
  • प्रदर्शन
  • 👉इससे अधिक गति कभी नहीं: 365 किमी/घंटा
  • 👉अधिकतम गति: 293 किमी/घंटा
  • 👉क्रूज गति: 265 किमी/घंटा
  • 👉रेंज: 476 किमी/घंटा धनुष रडार मस्तूल के साथ
  • 👉हमले की त्रिज्या: 480 किमी 
  • 👉फेरी रेंज: 1,900 किमी 
  • 👉अधिकतम सेवा सीमा: 6,400 मीटर न्यूनतम लोड
  • 👉आरोहन दर: 12.7 मीटर/सेकंड 
  • 👉डिस्क लोडिंग: 47.9 किलोग्राम/मीटर² 
  • 👉थ्रस्ट/वजन: 0.31 किलोवाट/किलोग्राम
  • अस्र-शस्र
  • 👉गन्स: 1× 30 मिमी एम 230 चेंेन गन 200 गोल के साथ
  • 👉हार्ड प्वाइंट: ठूंठ पंखों पर चार तोरण स्टेशन
  • 👉रॉकेट्स: हाइड्रा 70 70 मिमी, सीआरवी7 70 मिमी, तथा एपीकेडब्लूएस 70 मिमी हवा से जमीन रॉकेट
  • 👉मिसाइलें: आमतौर पर  एजीएम-114  हेलफायर वेरिएंट; एआईएम-92 स्टिंगर 

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...