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Thursday, October 14, 2021

अमेरिकी SUV आ रही है भारत! सिंगल चार्ज में तय की 1,200 किलोमीटर दूरी चलने का रिकॉर्ड।

यूएस-आधारित इलेक्ट्रिक मोबिलिटी कंपनी Triton EV ने भारतीय इलेक्ट्रिक मार्केट में नए खिलाड़ी के रूप में कदम रखा हैं। मंगलवार को, कंपनी ने हैदराबाद में अपनी इलेक्ट्रिक एसयूवी (Electric SUV) Triton Model H को शोकेस किया। ट्राइटन ईवी की भारत में यह पहली एसयूवी न केवल देखने में विशाल और दमदार है, बल्कि इसकी रेंज भी जबरदस्त है। कंपनी का दावा है कि Model H सिंगल चार्ज में 1,200 किलोमीटर की रेंज देने में सक्षम है। आइए बताते है इस कार के बारे में अधिक।

लुक में Model H आपको अमेरिकी एसयूवी होने का अहसास कराएगी। इसमें विशाल फ्रंट ग्रिल देखने को मिलती है और यह साइज़ में भी विशाल है। इसकी लंबाई 5,690 mm, ऊंचाई 2,057 mm और चौड़ाई 1,880 mm है। इसका व्हीलबेस भी लगभग 3,302 mm है। निश्चित तौर पर यह रोड पर किसी मिनी ट्रक से कम नहीं लगेगी। यह आठ सीटर (8-Seater electric SUV) है और उसके बाद भी इसमें 5,663 लीटर का स्टोरेज स्पेस मिलता है।

Model H में 200kWh का बैटरी पैक मिलता है और जैसा कि हमने बताया, कंपनी का दावा है कि यह बैटरी पैक सिंगल चार्ज में लगभग 1,200 km की रेंज निकालने में सक्षम है। हाइपरचार्जर के विकल्प के साथ यह बैटरी पैक मात्र दो घंटे में फुल चार्ज हो सकता है। कंपनी के मुताबिक, यह इलेक्ट्रिक कार 0-60 मील प्रति घंटा (लगभग 0-97 kmph) की रफ्तार मात्र 2.9 सेकंड में पकड़ सकती है।

जानकारी के लिए बता दें कि Triton अगले कुछ महीनों में भारत में 30 करोड़ डॉलर (लगभग 226 करोड़ रुपये) का निवेश करने की योजना बना रही है। कंपनी ने यह भी बताया कि उसे भारत से पहले ही 2.4 बिलियन डॉलर (लगभग 18,000 करोड़ रुपये) की खरीद के ऑर्डर मिल चुके हैं। कंपनी जल्द तेलंगाना के ज़ाहिराबाद इलाके में अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने की योजना बना रही है।

1. य़ूएस-आधारित मोबिलिटी कंपनी Triton ने भारत में दिखाई इलेक्ट्रिक कार।
2. Triton Model H सिंगल चार्ज में चलेगी 1,200 किलोमीटर
3. 0-60 मील प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ेगी मात्र 2.9 सेकंड में

Sunday, February 21, 2021

10 हजार में शुरू करें ये 5 बड़े बिजनेस, हर महीने होगी अच्‍छी कमाई।

Covid-19 Pandemic के कारण दुनिया में बहुत से लोगों का काम-धंधा छिन गया है। पूरे देश में कई तरह के धंधे चौपट हो गए। लेकिन आप चाहें तो अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इसमें सरकार आपकी मदद करेगी। आत्मनिर्भर भारत (Aatmanirbhar Bharat Mission) मिशन के तहत सरकार Loan मुहैया करा रही है। इसके जरिए मोदी सरकार (Modi Government) बंद हुए धंधे या कारोबार को फिर से खड़ा करने का मौका दे रही है। लेकिन पहले यह पता होना चाहिए कि कौन सा बिजनेस आप शुरू सकते हैं। आज हम बात करेंगे ऐसे 5 ऑनलाइन काम की, जिसे घर से ही शुरू किया जा सकता है और वह भी कम लागत में।


1:‍- ब्लॉग से कमाई।
अगर आप में Writer बनने का गुण हैं तो आप ब्लॉगिंग डिजिटल युग में ब्लॉगिंग से भी पैसे कमा सकते हैं। लिखने की स्किल है तो उठाइए Laptop और शुरुआत करिए। अगर आप बड़े स्तर पर ब्लॉगिंग शुरू करते हैं तो खुद की वेबसाइट भी बनवा सकते हैं। इसके प्रमोशन।

2:-Youtube channel
Youtube चैनल से आज बड़े क्‍या बच्‍चे तक करोड़ों रुपए की कमाई कर रहे हैं। ऐसा ही एक बच्‍चा है- रेयान जिसकी कमाई (Ryan Kaji Income) सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। उसकी कमाई करोड़ों रुपयों में है. Forbes List में Youtube के जरिए इस बच्‍चे ने सबसे ज्यादा कमाई की है। इस लिस्ट में 200 करोड़ की कमाई इस 9 साल के बच्चे रेयान ने की है। रेयान यू-ट्यूब पर अपने वीडियो अपलोड करता है और करोड़ों रुपये कमाता है। Youtube पर वीडियो बनाकर अच्छे-खासे पैसे कमाए जा सकते हैं। बस आप क्रिएटिव होने चाहिए। भारत में हजारों ऐसे चैनल हैं, जो घर बैठे अच्छा पैसा कमा रहे हैं।

3:-Online Classes
अगर आप अच्‍छे स्‍कॉलर हैं तो ऑनलाइन कोर्स (Start Your Online Classes) शुरू कर सकते हैं। बैंक, SSC से लेकर सिविल सर्विस की तैयारी ऑनलाइन भी हो रही है। कई सारे प्लेटफॉर्म ऐसे हैं जो सिर्फ ऑनलाइन कोर्स से कई करोड़ का टर्नओवर बना रहे हैं। इसे शुरू करने में भी खास लागत नहीं आएगी।

4:-Ghost writing
अगर आप में लिखने या ट्रांसलेशन की क्षमता है तो आप घोस्ट राइटिंग (Ghost writing) कर सकते हैं। ये ऐसे राइटर हैं जिन्हें कुछ लिखने के लिए काम दिया जाता है, लेकिन उन्हें काम करने का नाम नहीं मिलता। यह फ्रीलांस राइटिंग (Freelance Writer) के जैसे ही है। इसमें भी अच्छे पैसे मिलते हैं।
5:-Advertisement बनाना
एडवरटाइज़िंग कैंपेन डेवलपर यह पूरी तरह से ऑनलाइन बिजनेस है। इसके लिए आपको ट्रेनिंग की जरूरत होगी और फिर एक वेबसाइट बनाकर अपना काम शुरू किया जा सकता है। Google करने पर आपको कई ऐसी वेबसाइट मिल जाएंगी जो इसे सिखाने का कोर्स कराती हैं। ये कोर्स 21 दिन से लेकर 3 महीने तक के होते हैं। इसके बाद आप Digital Promotion से जुड़ सकते हैं।
PM Swanidhi scheme से ले सकते हैं Loan
अगर आपको Loan चाहिए तो मोदी सरकार (Modi Government) ने लॉकडाउन (Lockdown) में प्रभावित vendors को राहत देने के लिए 1 जून से पीएम स्वनिधि योजना लागू की थी। इस योजना का पूरा नाम ‘प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि’ (पीएम स्वनिधि योजना-PM Swanidhi scheme) है। इस योजना के तहत रेहड़ी-पटरी और दूसरा कारोबार करने वालों को 10,000 रुपये तक लोन मुहैया होता है। रेहड़ी-पटरी वाले लोन की रकम को वह 1 साल में मासिक किस्त के रूप में लौटा सकते हैं। यह अनसिक्‍योर्ड लोन है। सड़क किनारे, ठेले या रेहड़ी-पटरी पर दुकान चलाने वाले लोग इस योजना के तहत लोन ले सकते हैं। लोन की किस्तों को समय से चुकाने या समय से पहले चुकाने पर लाभार्थी को 7 फीसदी सालाना ब्याज में सब्सिडी दी जाएगी। इस ब्याज सब्सिडी को उनके खाते में छमाही आधार पर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से जमा करा दिया जाएगा। इसके लिए Mudra Loan भी ले सकते हैं।

Saturday, February 6, 2021

अगर आप भी शेयर बाजार में भाग्य आजमाना चाहते हैं तो करे राकेश झुनझुनवाला को फॉलो।

नई दुनिया: छोटी रकम के निवेश से भी अमीर बना जा सकता है। बस आपको मार्केट के कुछ बेसिक नियमों पर ध्‍यान देना होगा। ये वो नियम हैं, जिन्हें कई बड़े निवेशकों ने शेयर बाजार में अपनाया है और आज अमीरों की लिस्ट (Richest man list) में शामिल हैं। शेयर बाजार से अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो आपको इन 5 गोल्डन टिप्स (Goldent Tips) को ध्यान रखना होगा। कमाई के ये टिप्स आपकी छोटी रकम को करोड़ों में बदल सकते हैं।

ग्‍लोबल इनवेस्‍टर वॉरेन बफे (Warren buffett), राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala), आरके दमानी (RK Damani) जैसे शेयर मार्केट के टॉप निवेशकों ने भी ये ही टिप्स अपनाए हैं। इन फार्मूलों की वजह से इन दिग्गजों की रकम अपनी शुरुआती रकम के मुकाबले कई गुना हो चुकी है। राकेश झुनझुनवाला और आरके दमानी भारत के टॉप अमीर निवेशकों में हैं। वहीं, वॉरेन बफे दुनिया के टॉप अमीरों में शामिल हैं।

वक्त का इंतजार न करें।
वॉरेन बफे के मुताबिक मार्केट में निवेश के लिए हर वक्त सही होता है। अगर किसी कंपनी के स्टॉक (Best Stock to invest) वाजिब कीमत में हैं तो निवेश शुरू कर दें। भले ही उस समय मार्केट में दबाव देखने को मिल रहा हो। आम निवेशक सही समय के इंतजार में मार्केट में निवेश नहीं कर पाते। वहीं जब समय बीत जाता है तो वो मार्केट की चाल को देखकर ऊंचे स्तरों पर पहुंचे स्टॉक्स में निवेश कर देते हैं और घाटा उठा लेते हैं।

दूसरों को देखकर पैसा न लगाएं।
वॉरने बफेट के मुताबिक, अगर आप सिर्फ इस वजह से किसी स्टॉक में पैसा लगा रहे हैं, क्योंकि दूसरे भी उसमें पैसा लगा रहे हैं, तो आप नुकसान उठा सकते हैं। स्टॉक मार्केट में सफल होने का मंत्र (Stock Market investment mantra) है कि आप लोगों को फॉलो न करें, लोग आपको फॉलो करें। जब दूसरे लालच में आ रहे हों तो सतर्क हो जाएं। वहीं, जब दूसरे सतर्क रुख अपनाने की कोशिश कर रहे हों तो कमाने के बारे में सोचने लगें।

कीमत पर न जाएं, वैल्यू देखें।
किसी शेयर में पैसा लगाने के पहले यह न देखें कि इस शेयर कीमत ज्यादा है तो यह बेहतर होगा। कई बार 50 से 100 रुपए के बीच की कीमत वाला शेयर ज्यादा मूल्यवान हो सकता है, अगर उस कंपनी का प्रदर्शन बेहतर है। स्टॉक मार्केट के बड़े निवेशक राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala portfolio) का मानना है कि किसी भी शेयर में पैसा लगाने के पहले उस कंपनी का प्रदर्शन देख लें। कंपनी का प्रदर्शन बेहतर है तो मार्केट के उतार-चढ़ाव से दिक्कत नहीं होगी।

डिविडेंड देने वाली कंपनियों पर करें भरोसा।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि निवेश करने के पहले ये देख लें कि कौन सी कंपनियां रेगुलर डिविडेंड दे रही हैं। अगर कोई कंपनी रेगुलर बेसिस पर डिविडेंड दे रही है तो इसका मतलब है कि उस कंपनी के पास कैश की कोई कमी नहीं है। कैश सरप्लस वाली कंपनियों का प्रदर्शन भी बेहतर रहता है। ऐसे में इन कंपनियों के शेयर के साथ आपका पैसा ज्यादा तेजी से बढ़ने का चांस रहता है।

कम कर्ज वाली कंपनियों का चुनाव करें।
निवेश करने के पहले ये भी देख लें कि किस कंपनी पर कर्ज कम है। कर्ज कम होने से कंपनियों पर कैश को लेकर दबाव नहीं रहता है। TCS और इंफोसिस जैसी कंपनियां इसका उदाहरण हैं।

Sunday, January 31, 2021

जानें कैसे डबल होता है आपका पैसा, कौन सा फार्मूला करता है काम।

Money Making Tips हर कोई धनवान बनना चाहता है। अपने पैसे को डबल करने की चाह किसे नहीं होती है। और बाजार में भी तमाम स्कीम्स हैं जो दावा करती है कि इतने दिनों में आपका पैसा डबल हो जाएगा। आखिर यह सवाल कभी ना कभी तो आता होगा कि आखिरकार पैसा डबल कैसे होता है। ऐसा कौन सा फार्मूला है जिसे अपना कर अपने फाइनेंशियल सपनों को पूरा किया जा सकता है। पैसा डबल करे के पीछे काम करता है चक्रवृद्धि ब्याज (Compound Interest)। अगर आप इस चक्रवृद्धि ब्याज के फार्मूले को समझ लेते हैं तो आप भी अपने पैसे को दोगुना कर सकते हैं।


कितने साल में दोगुना होता है पैसा (Double your investment)
वैसे तो बैंकों की ब्याज दर बहुत कम है, फिर भी अगर समझदारी से काम लिया जाए तो बैंक की स्पीड से पहले आप अपना पैसा दोगुना कर सकते हैं। आपको लगातार बचत करते रहना है. आपका पैसा 7 साल में दोगुना हो जाएगा और आपके निवेश को बढ़ाने के काम करेगा चक्रवृद्धि ब्याज। चक्रवृद्धि का फायदा लॉन्ग टर्म (Long term) निवेश में देखने को मिलता है।

कैसे काम करता है चक्रवृद्धि (How compound interest works)
मान लीजिए आप 1000 रुपये कहीं जमा करते हैं और उस पर सालाना 10 प्रतिशत का ब्याज मिलता है। एक साल बाद आपके पास 1100 रुपये होंगे। अगले वर्ष चक्रवृद्धि के कारण आपको 1100 रुपये पर 10 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा और आपके पैसे बढ़कर 1210 रुपये हो जाएंगे। फिर अगले वर्ष 1210 रुपए पर 10 प्रतिशत ब्याज प्राप्त होगा और यह सिलसिला साल दर साल चलता रहेगा। समय के साथ आपका पैसा आपको बढ़ता दिखाई देगा।

कब होगा आपका पैसा दोगुना (double money)
आपकी बचत के पैसे दोगुने कब होंगे इसकी गणना का एक आम नियम काफी प्रचलित है और ये है रूल 72। फाइनेंस के क्षेत्र में इसका खूब इस्तेमाल होता है। रूल 72 के जरिए आप यह जान सकते हैं कि आपके निवेश के पैसे कितने समय में दोगुने हो जाएंगे। आइए इसका फॉर्मूला जानते हैं।
उदाहरण से समझें
अगर आप 1000 रुपए का निवेश करते हैं जिस पर सालाना 10 प्रतिशत का चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है तो रूल 72 के अनुसार इस निवेश को दोगुना होने में 72/10=7.2 साल लगेंगे। अगर आप इससे बड़ी राशि का निवेश करते हैं तो वह राशि 7 साल बाद बढ़कर 2 गुनी हो जाएगी।

जल्द करें निवेश की शुरूआत (investment plans)
बड़ी बचत के लिए हमें जल्दी शुरुआत करनी होगी। अगर आप 25 साल की उम्र से 5,000 रुपये का निवेश शुरू करते हैं। और इस पर सालाना 10 प्रतिशत का रिटर्न मिलता है तो 60 साल की उम्र में आपके पास एक करोड़ रुपए से अधिक का फंड होगा।

एसआईपी के जरिए करें निवेश (systematic investment plan)
म्यूचुअल फंड में लंबी अवधि के निवेश पर 10 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न मिल जाता है। इसलिए समझदारी इसी में है कि हर महीने एक तय अमाउंट की एसआईपी शुरू कर लें। एसआईपी भले ही कम पैसे ही हो, लेकिन आने वाले समय में यह आपके लिए एक अच्छी रकम इकट्ठा कर देगी।

Friday, August 7, 2020

2 लाख रुपये लगाकर खड़ा किया बंधन बैंक, 20 पर्सेंट शेयर बेच कमाए 10,600 करोड़।

बंधन बैंक के संस्थापक चंद्र शेखर घोष ने अपनी हिस्सेदारी बेचकर 10,600 करोड़ रुपये की रकम हासिल की है। आरबीआई की ओर से दिए गए दिशानिर्देशों के तहत बैंक के सीईओ घोष ने यह हिस्सेदारी बेची है। बैंक में अब उनकी 60.95% की बजाय 40% हिस्सेदारी होगी। आरबीआई के नियमों के मुताबिक किसी भी वित्तीय संस्थान में किसी एक व्यक्ति की 40 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी नहीं हो सकती। घोष की ओर से ऐसा न करने के चलते बीते साल आरबीआई ने बंधन बैंक की शाखाओं के विस्तार पर रोक लगा दी थी। बांग्लादेश के एक गरीब परिवार में जन्मे घोष का सफर फर्श से अर्श पर पहुंचने की कहानी है।

कभी साइकल पर चलने वाले घोष कैसे इस मुकाम तक पहुंचे…
चंद्रशेखर घोष का जन्म ग्रेटर त्रिपुरा में 1960 में हुआ था। छह भाई-बहनों में सबसे बड़े घोष के परिवार में कुल 15 सदस्य थे और पिता मिठाई की एक छोटी सी दुकान चलाते थे। परिवार में सबसे बड़े बेटे होने के चलते घोष ने पिता को आर्थिक तौर पर सहारा देने के लिए दूध बेचना शुरू किया था और बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर भी कुछ रुपये कमा लेते थे। हालांकि इस संघर्ष के बीच भी उनकी पढ़ाई जारी रही और स्टैटिस्टिक्स में ढाका यूनिवर्सिटी से उन्होंने एमए किया था। इसके बाद 1985 में वे ढाका स्थित एक BRAC से जुड़े जो बांग्लादेश के गांवों में गरीब महिलाओं को मदद करने वाला इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन था।
कहते हैं कि यहीं से चंद्रशेखर घोष को बंधन बैंक जैसा कुछ शुरू करने की प्रेरणा मिली। बेहद गरीबी में गुजर कर रहीं महिलाओं को अकसर अपने पतियों की प्रताड़ना भी झेलनी पड़ती थी। घोष को महसूस हुआ कि यदि इन महिलाओं के हाथों में कुछ आर्थिक शक्ति हो तो वे अपने और परिवार के जीवन को तब्दील कर सकती हैं। विलेज वेलफेयर सोसायटी के साथ काम कर चुके घोष ने अपने अनुभव को आगे बढ़ाते हुए महिलाओं के लिए माइक्रोफाइनेंस की संस्था शुरू की। इसके बाद 2001 में उन्होंने महज 2 लाख रुपये से बंधन-कोननगर संस्था की शुरुआत की। यह रकम भी रिश्तेदारों से कर्ज के तौर पर ली गई थी। इसके जरिए वह गरीब महिलाओं को कम दर पर लोन दिया करते थे।
चंद्रशेखर घोष कहते हैं कि जुड़ाव को दर्शाने के लिए उन्होंने ‘बंधन’ शब्द को चुना और फिर इसी नाम से बैंक की स्थापना की। अपने शुरुआती दिनों के बारे में बताते हुए वह कहते हैं, ‘मैं पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के छोटे-छोटे गांवों में यात्राएं करता था और महिलाओं को लोन लेने के लिए समझाता था ताकि वे अपने बच्चों को पढ़ा सकें। शुरुआत में महिलाएं संदेह की नजर से देखती थीं।’ इसके बाद 2009 में उन्होंने बंधन को नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी के तौर पर स्थापित किया और 2014 में बैंकिंग का लाइसेंस हासिल किया।

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...