क्या है योग ...!
योग संस्कृत के धातु ‘युज’ से निकला है, जिसका मतलब है व्यक्तिगत चेतना या फिर आत्मा का सार्वभौमिक चेतना या रूह से मिलन. योग, भारतीय ज्ञान की पांच हजार वर्ष पुरानी शैली है. ऐसे में कई लोग योग को केवल शारीरिक व्यायाम ही मानते हैं, जहाँ लोग शरीर को मोडते, मरोड़ते, खींचते हैं और श्वास लेने के कठिन तरीके अपनाते हैं. ये असल में केवल इंसान के मन और आत्मा की अनंत क्षमता का खुलासा करने वाले इस गहन विज्ञान के सबसे सतही पहलू हैं, योग का अर्थ इन सब से कहीं बड़ा है. जीवन शैली का पूर्ण सारयोग विज्ञान में आत्मसात किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पे उपराष्ट्रपति का संदेश
इस कोरोना महामारी के बीच अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियां पूरी हो चुकी है भारत के उपराष्ट्रपति का कहना हैै कि कोरोना सेेेे लड़ना है तो है हमें योग का महत्व देना होगा योग ऐसा साधन है जो मनुष्य के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाताा है। और मनुष्य को स्वस्थ रहनेे में मदद करता है आइए इस योग दिवस पर एकजुट होकर संकल्प्प करें की हम अपने को स्वस्थ रखने के लिए 1 दिन के कुछ समय योग के लिए निकालें।
प्रधानमंत्री का संदेश
ऐसे तो प्रधानमंत्री जी को योग करते हुए अक्सर देखा जा चुका है, इस अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री ने एकजुटता का संदेश दिया।
अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है। यह दिन वर्ष का सबसे लम्बा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घ जीवन प्रदान करता है। पहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसकी पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी।
"योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है; मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है; विचार, संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है। यह व्यायाम के बारे में नहीं है, लेकिन अपने भीतर एकता की भावना, दुनिया और प्रकृति की खोज के विषय में है। हमारी बदलती जीवन- शैली में यह चेतना बनकर, हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है। तो आयें एक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को गोद लेने की दिशा में काम करते हैं।"
पूरी दुनिया में कोरोना के चलते हाहाकार मचा हुआ है. भारत में भी कोरोना के चलते दिन प्रतिदिन हालत खराब होते जा रहे हैं। ऐसे समय में प्रधानमंत्री
मोदी आकाशवाणी रेडियो के ज़रिये देशवासियों को याद दिलातें हैं कि देश कोरोना को हल पल पटखनी दे रहा है, इसलिए योग इस जग में खास एहमियत रखता है।