ग्लोबल इनवेस्टर वॉरेन बफे (Warren buffett), राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala), आरके दमानी (RK Damani) जैसे शेयर मार्केट के टॉप निवेशकों ने भी ये ही टिप्स अपनाए हैं। इन फार्मूलों की वजह से इन दिग्गजों की रकम अपनी शुरुआती रकम के मुकाबले कई गुना हो चुकी है। राकेश झुनझुनवाला और आरके दमानी भारत के टॉप अमीर निवेशकों में हैं। वहीं, वॉरेन बफे दुनिया के टॉप अमीरों में शामिल हैं।
वक्त का इंतजार न करें।
वॉरेन बफे के मुताबिक मार्केट में निवेश के लिए हर वक्त सही होता है। अगर किसी कंपनी के स्टॉक (Best Stock to invest) वाजिब कीमत में हैं तो निवेश शुरू कर दें। भले ही उस समय मार्केट में दबाव देखने को मिल रहा हो। आम निवेशक सही समय के इंतजार में मार्केट में निवेश नहीं कर पाते। वहीं जब समय बीत जाता है तो वो मार्केट की चाल को देखकर ऊंचे स्तरों पर पहुंचे स्टॉक्स में निवेश कर देते हैं और घाटा उठा लेते हैं।
दूसरों को देखकर पैसा न लगाएं।
वॉरने बफेट के मुताबिक, अगर आप सिर्फ इस वजह से किसी स्टॉक में पैसा लगा रहे हैं, क्योंकि दूसरे भी उसमें पैसा लगा रहे हैं, तो आप नुकसान उठा सकते हैं। स्टॉक मार्केट में सफल होने का मंत्र (Stock Market investment mantra) है कि आप लोगों को फॉलो न करें, लोग आपको फॉलो करें। जब दूसरे लालच में आ रहे हों तो सतर्क हो जाएं। वहीं, जब दूसरे सतर्क रुख अपनाने की कोशिश कर रहे हों तो कमाने के बारे में सोचने लगें।
कीमत पर न जाएं, वैल्यू देखें।
किसी शेयर में पैसा लगाने के पहले यह न देखें कि इस शेयर कीमत ज्यादा है तो यह बेहतर होगा। कई बार 50 से 100 रुपए के बीच की कीमत वाला शेयर ज्यादा मूल्यवान हो सकता है, अगर उस कंपनी का प्रदर्शन बेहतर है। स्टॉक मार्केट के बड़े निवेशक राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala portfolio) का मानना है कि किसी भी शेयर में पैसा लगाने के पहले उस कंपनी का प्रदर्शन देख लें। कंपनी का प्रदर्शन बेहतर है तो मार्केट के उतार-चढ़ाव से दिक्कत नहीं होगी।
डिविडेंड देने वाली कंपनियों पर करें भरोसा।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि निवेश करने के पहले ये देख लें कि कौन सी कंपनियां रेगुलर डिविडेंड दे रही हैं। अगर कोई कंपनी रेगुलर बेसिस पर डिविडेंड दे रही है तो इसका मतलब है कि उस कंपनी के पास कैश की कोई कमी नहीं है। कैश सरप्लस वाली कंपनियों का प्रदर्शन भी बेहतर रहता है। ऐसे में इन कंपनियों के शेयर के साथ आपका पैसा ज्यादा तेजी से बढ़ने का चांस रहता है।
कम कर्ज वाली कंपनियों का चुनाव करें।
निवेश करने के पहले ये भी देख लें कि किस कंपनी पर कर्ज कम है। कर्ज कम होने से कंपनियों पर कैश को लेकर दबाव नहीं रहता है। TCS और इंफोसिस जैसी कंपनियां इसका उदाहरण हैं।
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