एक दो कोड़ी का आदमी जिन के खानदान ने हमेशा देश को लूटा है वह हर चुनावी सभा में मुझे बदनाम करता है,
मैं आज उस से कुछ सवाल करता हूँ, उम्मीद है मीडिया उस से पुछेगी।
1. मैं ओर मेरा परिवार भारत देश को हर साल करीब 50000/- करोड़ का टेक्स देते हैं । लाखों लोगों को रोजगार, लाखों परिवार को गुजारा करने के लिये तनख्वाह देते हैं। गांधी परिवार इस देश को कितने रुपये का योगदान देता है?
मैंने सुना है पुरा परिवार टेक्स चोरी करने के केस में कोर्ट से जमानत पर छूटा हुआ है और देश के अरबों रुपये लूट कर आपकी माँ दुनिया का चौथी सबसे अमीर महिला बन गयी है, क्या बिजनेस है आपके परिवार का, ज़रा देश की जनता को बता दीजिये, कहाँ से आया इतना पैसा आपकी माँ के पास, ज़रा ये बताइये?
2. हम बैंको से लोन पिछले 40 वर्षों से लेते आये हैं और करोड़ों रुपये का ब्याज भी देते हैं, और हमारे जैसे हर उद्योगपति, व्यापारी और बिजनेसमेन लोन लेते हैं और गारंटी भी देते हैं। तभी बैंक गरीबों को FD पर ब्याज देते हैं। तुम बताओ तुम्हारे जैसे नेताओं और तुम्हारे जीजा जी ने बैंको से मुफ्त (बिना ब्याज) लोन क्यूँ ले रखा है? क्या बिजनेस है? किस देश में बिजनेस चलता है?
कितनी मलकियत किस किस देश में ले रखी है?
3. तुम्हारे जीजा जी ने 15 साल पहले 1 लाख रुपये से कौन सा बिजनेस शुरू किया था, वो कैसे 10 साल में 10,000 करोड़ की सम्पत्ति का मालिक बन गया, कहाँ से आया उसके पास इतना पैसा और इतनी ज़मीनें?लन्दन में 2 बंगले और 6 फ्लैट लेने का पैसा आपके जीजा जी के पास कहाँ से आया?
मेरे प्यारे देशवासियों!
मुझे जब से पता चला ये परिवार विदेशी एजेंट है ये पार्टी देशद्रोहीयों का समर्थन करती है मैंने काँग्रेस को जबर्दस्ती का चंदा देना बंद कर दिया है, तब से ये मेरे पीछे पड़े हैं, मुझे बदनाम कर रहे हैं। वर्ना आप बताइये मुझे 5000 करोड़ की दिल्ली की एयरपोर्ट मेट्रो और मुझे मुम्बई मेट्रो का 3900 करोड़ का ठेका मनमोहन सरकार में मिला तब सरकारी कंपनी को क्यूँ नहीं दिया था? दिल्ली में (पहले DESU) DVB का बिजली सप्लाई का ठेका जो 1200 करोड़ का था वो NTPC ( सरकारी कंपनी ) की जगह मुझे सोनिया गांधी के कहने पर शीला दीक्षित ने दिया था। 2004 से 2014 के बीच UP के 3, ओडिसा, तमिलनाडु, कर्नाटक, पंजाब के कुल 8 नेशनल हाईवे और प्रोजेक्ट (25350 करोड़) मेरी कंपनी रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर को काँग्रेस सरकार ने क्यूँ दिया? जबकि कई सरकारी कम्पनियाँ है जो ये काम कर सकती थीं?
अनिल अंबानी!