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Sunday, January 10, 2021

Netaji Subhash Chandra Bose की 125वीं जयंती मनाने के लिए बड़ी तैयारी बनी 85 सदस्यीय कमेटी।

नई दुनिया: नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Netaji Subhash Chandra Bose) की 23 जनवरी को 125वीं जयंती है। इस बार नेताजी की जयंती को बड़े स्तर पर मनाने की तैयारी केन्द्र सरकार ने शुरू कर दी है।


पीएम मोदी की अध्यक्षता में हाई लेवल कमेटी का गठन।
केन्द्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में एक हाई लेवल कमेटी (High Level Committee) का गठन किया है। यह कमेटी दिल्ली, कोलकाता और देश- विदेश में नेताजी की जयंती मनाने की रूपरेखा तैयार करेगी। नेताजी (Netaji Subhash Chandra Bose) की जयंती पर कई कार्यक्रम किए जाएंगे। दिल्ली के लाल किले के नेताजी म्यूजियम से लेकर कोलकाता में विक्टोरिया मेमोरियल तक कई कार्यक्रम किए जाएंगे। सूत्र बता रहे हैं कि अंडमान निकोबार में भी नेताजी की जयंती पर बड़ा कार्यक्रम किया जाएगा।

कमेटी में कुल 85 लोगों को मिला स्थान।
नेताजी की 125वीं जयंती (Netaji Subhash Chandra Bose 125th Birth Anniversary) मनाने के लिए पीएम मोदी की अध्यक्षता में अलग अलग फ़ील्ड और सभी राजनीतिक दलों से कुल 85 सदस्य इस कमेटी में रखे गए हैं. गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल समेत केन्द्र सरकार के कई मंत्री और सांसद भी शामिल हैं. इसमें नेताजी के परिवार और उन पर रिसर्च करने वाले कई महत्वपूर्ण लोग भी शामिल हैं।

डॉ मनमोहन समेत कई विपक्षी नेता भी शामिल
खास बात यह है कि हाईलेवल कमेटी में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, अधीर रंजन चौधरी, पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी शामिल है. मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड, मणिपुर, मेघालय के मुख्यमंत्री भी इस कमेटी में शामिल किए गए हैं.

नेताजी के परिवार भी कमेटी में शामिल किए गए।
अन्य बड़ी हस्तियों की बात करें तो क्रिकेटर सौरव गांगुली, अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती, अभिनेत्री काजोल, फिल्म निर्माता कौशिक गांगुली, फुटबॉलर सुब्रत भट्टाचार्य और शिक्षाविद जेएस राजपूत भी इस कमेटी (High Level Committee) के सदस्य बनाए गए हैं. नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार से उनकी बेटी अनीता बोस, भतीजे अरेंधु बोस, चंद्रकुमार बोस और रेणुका को कमेटी में रखा गया है।

पीएम ने फिर जताया, देश की धरोहर हैं नेताजी।
पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले इस बार नेताजी की जयंती (Netaji Subhash Chandra Bose 125th Birth Anniversary) काफी महत्वपूर्ण बताई जा रही है. बंगाली अस्मिता से जोड़ते हुए इस बार चुनाव से पहले TMC और बीजेपी दोनों ही अपने अपने ढंग से जयंती मनाने की तैयारी कर रही हैं. लेकिन केन्द्र सरकार की इस हाई लेवल कमेटी में सभी दलों के सदस्यों को जगह देकर पीएम मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि नेताजी देश की धरोहर हैं।

Saturday, January 9, 2021

सर्दियों में जरूर खाए मूंगफली, जानिए इसके चमत्कारी फायदे।

मूंगफली सर्दियों का सबसे लोकप्रिय टाइम पास है। मूंगफली सबसे सस्ता ड्राई फ्रूट है। ये आसानी से मिल भी जाता है। इसे सस्ता बादाम भी कहा जाता है। और ठंड में ये सिर्फ खाने में ही टेस्टी नहीं लगता बल्कि ये सेहत के लिए लाभदायक होता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है जो शारीरिक वृद्धि के लिए बहुत जरूरी है। मूंगफली में पर्याप्त मात्रा में आयरन, कैल्शियम और जिंक पाया जाता है। इसके अलावा इसे खाने से ताकत मिलती है। ये विटामिन ई और विटामिन बी 6 से भरपूर है। इसके अलावा मूंगफली शरीर को गर्माहट भी देता है। आज हम आपको मूंगफली के फायदे बताएंगे।

1. मूंगफली में मौजूद तत्व पेट से जुड़ी कई समस्याओं में राहत देने का काम करते हैं। इसके नियमित सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है।

2. मूंगफली खाने से शरीर को ताकत मिलती है। इसके अलावा ये पाचन क्रिया को भी बेहतर रखने में मददगार है।

3. गर्भवती महिलाओं के लिए मूंगफली खाना बहुत फायदेमंद होता है। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास बेहतर तरीके से होता है।

4. ओमेगा 6 से भरपूर मूंगफली त्वचा को भी कोमल और नम बनाए रखता है। कई लोग मूंगफली के पेस्ट का इस्तेमाल फेसपैक के तौर पर भी करते हैं।

5. मूंगफली खाने से दिल से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है।

6. मूंगफली के नियमित सेवन से खून की कमी नहीं होने पाती है।

7. बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकने के लिए भी मूंगफली का सेवन किया जाता है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट बढ़ती उम्र के लक्षणों जैसे बारीक रेखाएं और झुर्रियों को बनने से रोकते हैंं।

8. इसमें कैल्शियम और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा होती है। ऐसे में इसके सेवन से हड्डियां मजबूत बनती हैंं।

प्रतापगढ़ में डॉल्फिन को पीट-पीटकर मार डाला, तीन गिरफ्तार।

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ का एक वीडियो काफी ज्यादा वायरल हो रहा है। बता दें, ये वीडियो डॉल्फिन की हत्या का है। जिसमें कई युवा डॉल्फिन को कुल्हाड़ी, लाठी, डंडों से मार रहे हैं। ये वीडियो करीब एक हफ्ते पुराना बताया जा रहा है। ये घटना नवाबगंज कोतवाली के कोथरिया की है।


डॉल्फिन भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित है और इसकी प्रजाति विलुप्ति के कगार पर है। बीते 31 दिसंबर को डॉल्फिन की हत्या की सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम ने शव बरामद किया था और रेंजर की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
वन विभाग ने शव का पोस्टमार्टम करवाया था। सात जनवरी को तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, हत्या में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है। हत्या करते हुए लगभग दर्जन भर लोग वीडियो में साफ नजर आ रहे है जिसमें एक व्यक्ति कुल्हाड़ी से हमला कर रहा है अन्य लोगों के हाथों में लकड़ियां है।
वीडिये में कुछ लोग डॉल्फिन को बचाने का प्रयास कर रहे है तो कुछ लोग मछली के भंडारे की बात कर रहे है। भारत की नदियों में मीठे पानी की दो तरह की डॉल्फिन पाई जाती हैं गंगा डॉल्फिन और सिंधु डॉल्फिन, इनकी संख्या लगातार शिकार के चलते घटती जा रही थी जिसे देखते हुए सरकार ने इसे संरक्षित जलीय जीव घोषित करते हुए शिकार पर प्रतिबंध लगा दिया इतना ही इसे राष्ट्रीय जलीय जीव साल 2009 में घोषित किया गया था। वर्तमान में देश में इस प्रजाति की संख्या घटकर 2000 से कम रह गई है। मीठे पानी की डॉल्फिन भारत के अलावा नेपाल, बंगलादेश और पाकिस्तान में भी पाई जाती है। सवाल ये उठता है कि इस नहर में कैसे आई डॉल्फिन इसकी संभावना यह है कि बहराइच के कर्तनिया डेम से ये नहर में पहुंची होगी क्योंकि शारदा नदी की ही सहायक नहर है जो सिंचाई के साथ ही एनटीपीसी ऊंचाहार को पानी की आपूर्ति करती है।

Friday, January 8, 2021

अनिल अम्बानी का राहुल गाँधी पर प्रहार लगाया कई आरोप।

एक दो कोड़ी का आदमी जिन के खानदान ने हमेशा देश को लूटा है वह हर चुनावी सभा में मुझे बदनाम करता है,
मैं आज उस से कुछ सवाल करता हूँ, उम्मीद है मीडिया उस से पुछेगी।

1. मैं ओर मेरा परिवार भारत देश को हर साल करीब 50000/- करोड़ का टेक्स देते हैं । लाखों लोगों को रोजगार, लाखों परिवार को गुजारा करने के लिये तनख्वाह देते हैं। गांधी परिवार इस देश को कितने रुपये का योगदान देता है?
मैंने सुना है पुरा परिवार टेक्स चोरी करने के केस में कोर्ट से जमानत पर छूटा हुआ है और देश के अरबों रुपये लूट कर आपकी माँ दुनिया का चौथी सबसे अमीर महिला बन गयी है, क्या बिजनेस है आपके परिवार का, ज़रा देश की जनता को बता दीजिये, कहाँ से आया इतना पैसा आपकी माँ के पास, ज़रा ये बताइये?

2. हम बैंको से लोन पिछले 40 वर्षों से लेते आये हैं और करोड़ों रुपये का ब्याज भी देते हैं, और हमारे जैसे हर उद्योगपति, व्यापारी और बिजनेसमेन लोन लेते हैं और गारंटी भी देते हैं। तभी बैंक गरीबों को FD पर ब्याज देते हैं। तुम बताओ तुम्हारे जैसे नेताओं और तुम्हारे जीजा जी ने बैंको से मुफ्त (बिना ब्याज) लोन क्यूँ ले रखा है? क्या बिजनेस है? किस देश में बिजनेस चलता है?
कितनी मलकियत किस किस देश में ले रखी है?
3. तुम्हारे जीजा जी ने 15 साल पहले 1 लाख रुपये से कौन सा बिजनेस शुरू किया था, वो कैसे 10 साल में 10,000 करोड़ की सम्पत्ति का मालिक बन गया, कहाँ से आया उसके पास इतना पैसा और इतनी ज़मीनें?लन्दन में 2 बंगले और 6 फ्लैट लेने का पैसा आपके जीजा जी के पास कहाँ से आया?

मेरे प्यारे देशवासियों!
मुझे जब से पता चला ये परिवार विदेशी एजेंट है ये पार्टी देशद्रोहीयों का समर्थन करती है मैंने काँग्रेस को जबर्दस्ती का चंदा देना बंद कर दिया है, तब से ये मेरे पीछे पड़े हैं, मुझे बदनाम कर रहे हैं। वर्ना आप बताइये मुझे 5000 करोड़ की दिल्ली की एयरपोर्ट मेट्रो और मुझे मुम्बई मेट्रो का 3900 करोड़ का ठेका मनमोहन सरकार में मिला तब सरकारी कंपनी को क्यूँ नहीं दिया था? दिल्ली में (पहले DESU) DVB का बिजली सप्लाई का ठेका जो 1200 करोड़ का था वो NTPC ( सरकारी कंपनी ) की जगह मुझे सोनिया गांधी के कहने पर शीला दीक्षित ने दिया था। 2004 से 2014 के बीच UP के 3, ओडिसा, तमिलनाडु, कर्नाटक, पंजाब के कुल 8 नेशनल हाईवे और प्रोजेक्ट (25350 करोड़) मेरी कंपनी रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर को काँग्रेस सरकार ने क्यूँ दिया? जबकि कई सरकारी कम्पनियाँ है जो ये काम कर सकती थीं?
अनिल अंबानी!

काले चने में है भरपूर विटामिन, जानें इसके ये फायदे।

भारत में ज्यादातर लोग काले चने खाना पसंद करते हैं। चने के छोले, चने का चाट या कई लोग इसको सलाद के रूप में खाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि ये छोटे काले चने विटामिनों का खजाना है। इसमें भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम और दूसरे मिनरल्स होते हैं। हालांकि चने का इस्तेमाल हर तरह से फायदेमंद है लेकिन अंकुरित काला चना खाना सबसे अधिक फायदेमंद होता है। इसे डाइट में शामिल करना आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। आइए जानते हैं कि इसे खाने के क्या-क्या फायदे हैं -

1. चना फाइबर से भरपूर होता है। इस लिहाज से ये पाचन क्रिया के लिए विशेष फायदेमंद होता है। रातभर भिंगोकर रखे गए चने को खाने से कब्ज की समस्या में फायदा होता है। साथ ही जिस पानी में चने को भिगोया गया हो उस पानी को फेंकने के बजाय पीने से भी फायदा होगा।

2. चना खाने से ऊर्जा मि‍लती है। अगर आप चने को गुड़ के साथ लेते हैं तो ये और अधिक फायदा करेगा।

3. डायबिटीज के मरीजों के लिए भी चने का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता है।

4. अगर आप एनिमिक हैं तो चने को अपनी आदत में शुमार कर लें। एनिमिया के मरीजों के लिए ये बहुत ही फायदेमंद होता है।

5. इसके साथ ही चने के पानी से चेहरा धोने से चेहरे पर चमक आती है।

इस्लाम से डरकर महारानी क्लियोपेट्रा ने स्तन पर सांप से डसवाया था।

मिस्र की साम्राज्ञी क्लियोपेट्रा ने जो मौत चुनी उससे दुनिया स्तब्ध थी आखिर क्यों एक औरत नग्न अवस्था में अपने स्तन पर सांप से डसवाएगी, लेकिन वो जानती थी कि जिसने मिस्र पर हमला किया है वे इस्लामिक फ़ौज के लोग हैं, स्तन पर डँस मरवाने से पूरे शरीर में जहर फैल जाएगा, तो कोई इंफेक्शन के डर उसकी मृत देह के साथ बर्बरता नहीं कर पाएगा।

इस्लाम से डरकर महारानी क्लियोपेट्रा ने स्तन पर सांप से डसवाया था!
मिस्र की साम्राज्ञी क्लियोपेट्रा ने जो मौत चुनी उससे दुनिया स्तब्ध थी आखिर क्यों एक औरत नग्न अवस्था में अपने स्तन पर सांप से डसवाएगी, लेकिन वो जानती थी कि जिसने मिस्र पर हमला किया है वे इस्लामिक फ़ौज के लोग हैं, स्तन पर डँस मरवाने से पूरे शरीर में जहर फैल जाएगा, तो कोई इंफेक्शन के डर उसकी मृत देह के साथ बर्बरता नहीं कर पाएगा।
पाकिस्तान में जब किसी सुंदर लड़की की मौत होती है तो उसके परिजन महीनों उसकी कब्र की पहरेदारी करते हैं क्योंकि सुंदर लड़की की कब्र को भी खोदकर हवसखोर मुर्दा लड़की के शरीर के साथ भी बलात्कार करते है।

नेक्रोफिलिया
नेक्रोफिलिया एक मानसिक बीमारी है जिसमें व्यक्ति शव यानी लाश यानी डेड बॉडी के साथ बलात्कार करता है अगर मनोवैज्ञानिकों की मानें तो सामान्य रूप से यह बीमारी हर 10 लाख व्यक्तियों में से एक को होती है।लेकिन इस्लाम में हर दसवां व्यक्ति नेक्रोफिलिया का शिकार है, यानी जिंदा तो जिंदा अगर लड़की की लाश भी मिल गई या खुद भी उसकी हत्या करनी पड़ी है तो भी बलात्कार जरूर करेंगे मिस्र की साम्राज्ञी क्लियोपेट्रा ने जो मौत चुनी उससे दुनिया स्तब्ध थी आखिर क्यों एक औरत नग्न अवस्था में अपने स्तन पर सांप से डसवाएगी, लेकिन वो जानती थी कि जिसने मिस्र पर हमला किया है वे इस्लामिक फ़ौज के लोग हैं। स्तन पर डँस मरवाने से पूरे शरीर में जहर फैल जाएगा, तो कोई इंफेक्शन के डर उसकी मृत देह के साथ बर्बरता नहीं कर पाएगा, साथ ही स्तन को मुँह में लेकर कुचल नहीं पाएगा, वहशियों का क्या वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। फिर भी आपको बता दूं कि इतिहासकार कहते हैं कि उसके शव के साथ तीन हज़ार बार बलात्कार किया गया था। महारानी पद्मावती ने भी लड़कर मरने के बजाय जौहर चुना। अभी जब पिछले दिनों फ़िल्म आई तो कितने लोगों ने कहा कि वो तो योद्धा थी, लड़कर क्यों नहीं मरी। जौहर क्यों चुना? तो इसका स्प्ष्ट कारण था ख़िलजी और वैसे ही इस्लामिक दरिंदो की फ़ौज थी। महारानी जानती थी की अगर लड़ते हुए उसने और उसकी साथी औरतों ने जान दी तो उसके शरीर के साथ क्या होगा, बल्कि दुनिया इस असलियत को जानती है सिर्फ हमारे बच्चों से इसे छुपाया गया है, नेक्रोफिलिया, बस बहन बेटियों को इतना ही सन्देश देना चाहता हूं कि देखो मेरी बहनों, जो पूरे विश्व में अपनी दरिंदगी और हवस के लिए प्रसिद्ध हैं, जो शव को भी बिना बलात्कार नहीं छोड़ते, अगर तुम लोग इस चक्कर में आ गई कि सब एक जैसे नहीं होते तो याद कर लेना क्लियोपेट्रा और महारानी पदमावती जैसी हजारों वीरांगनाओं जो जोहर की आग में समा गई। बस इतना सन्देश आज मैं मां बहन बेटियों को देना चाहता हूँ। आप भी अपने बच्चों को आगाह करके बचा सकते हैं। बच्चे समझने को तैयार हैं। बस हम तैयार नहीं हैं सही शब्दों में समझाने के लिए। ये इतने घिनोने है जाने क्यू अभी तक जिन्दा है। ये तो औरत को सिर्फ जिस्म समझते है। लानत है ऐसे धर्म पर। इसकी सच्चाई सभी सनातनी जान ले तो शायद ही सनातन जैसे धर्म को छोड़कर कोई इसको स्वीकारेगा। ऐसी घटना हिंदुस्तान में भी होती है,कोई कब्रिस्तान पर नजर नही रखता है ना क्योंकि वहाँ बाउंडरी वाल की हुई है, यकीन ना हो तो कब्रिस्तान में जाकर देख लो ये लोग औरत की हड्डियो के साथ भी बलात्कार करते है।

दक्षिण भारत के कॉमेडियन ब्रह्मानंदम पेंसिल से भगवान वेंकटेश की पेंटिंग बनाई लगे 45 दिन।

दक्षिण भारत का वह कॉमेडियन , जिसे गिनीज बुक से भी मिल चुका है सम्मान दक्षिण भारत के लोकप्रिय कॉमेडियन ब्रह्मानंदम ने बनाई भगवान वेंकटेश्वर की पेंटिंग अपने हाथो से बनाई है। शायद ही कोई ऐसा होगा जो दक्षिण भारत के कॉमेडियन ब्रह्मानंदम को न जानता हो। मुख्य रूप से तेलुगु फिल्मों में अभिनय करने वाले ब्रह्मानंदम को गिनीज बुक ने वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित कर रखा है। वे अकेले ऐसे जीवित अभिनेता हैं जिनकी फिल्मों की संख्या 1000 पार कर चुकी है। लेकिन , क्या आपको पता है कि फिल्मों में मजाकिया किरदारों को निभाने वाले ब्रह्मानंदम हिन्दू देवी - देवताओं की पेंटिंग बनाने में दक्ष हैं।

इसकी बानगी अल्लू अर्जुन के ट्वीट में देखने को मिली। नव वर्ष के मौके पर शुक्रवार (जनवरी 1,2021) को लोकप्रिय तेलुगु अभिनेता अल्लू अर्जुन ने एक ट्वीट किया , जिसमें उन्होंने दो तस्वीरें शेयर की । एक में भगवान वेंकटेश्वर का फ्रेम किया हुआ चित्र है , जबकि दूसरे में चित्र को कैलेंडर में लगाया गया है । उन्होंने लिखा " हमारे प्यारे साथी से मुझे अब तक का सबसे बहुमूल्य उपहार मिला । ब्रह्मानंदम जी ने इसे 45 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद तैयार किया है। धन्यवाद।

 उन्होंने ये भी जानकारी दी कि इस पूरी पेंटिंग को बनाने के लिए पेंसिल का इस्तेमाल किया गया। इसे हाथों से बनाया गया , बिना किसी मशीन के इस्तेमाल के। इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने खंगाल कर ब्रह्मानंदम द्वारा बनाई गई कुछ और पेंटिंग भी निकाली। एक चित्र में ब्रह्मानंदम केवल धोती पहने हुए पेंटिंग बना रहे हैं। गणेश चतुर्थी के पहले भी उन्होंने भगवान गणेश की प्रतिमा अपने हाथों से बनाई थी। बता दें कि सीनियर होने के बावजूद ब्रह्मानंदम और अल्लू अर्जुन एक - दूसरे के अच्छे मित्र हैं। लोग इन दोनों की ऑन स्क्रीन जोड़ी को भी पसंद करते हैं।

कई लोगों ने दोनों की इसीलिए भी तारीफ की , क्योंकि हिन्दू धर्म में श्रद्धा के मामले में ये इमोशंस छिपाते नहीं।  हाल ही में दक्षिण भारत ( तमिल ) के लोकप्रिय अभिनेता और रजनीकांत के जमाई धनुष ने सोशल मीडिया के जरिए अपने प्रशंसकों को हॉलीवुड फिल्म ' द ग्रे मैन ( The Gray Man ) ' का हिस्सा बनने की बात बताई। इस फिल्म में काम करने के लिए अपने उत्साह का जिक्र करते हुए उन्होंने स्नेह और समर्थन के लिए प्रशंसकों का आभार जताया । अभिनेता ने अपने ट्वीट का अंत भगवान शिव को संबोधित करते हुए लिखा। " ॐ नमः शिवाय "

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...