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Thursday, February 11, 2021

799 रुपये का रिचार्ज कर फंस गया दीप सिद्धू, जानें क्राइम ब्रांच ने कैसे कसा शिकंजा।

नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर लाल क़िले पर हुई हिंसा (Red Fort Violence) के आरोपी पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू (Deep Sidhu) के खिलाफ क्राइम ब्रांच को कई सबूत मिले हैं। पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, क्राइम ब्रांच को दीप के खिलाफ वीडियोज और फोटोज एविडेंस के अलावा कई टेक्निकल एविडेंस भी मिले हैं, जिनसे साबित होता है कि वो 26 जनवरी को लाल क़िले पर हुई हिंसा में शामिल था। दरअसल दीप सिद्धू 26 और 27 जनवरी तक दो मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल कर रहा था। खासतौर पर 26 जनवरी की CDR के जरिए दिल्ली पुलिस हिंसा में उसकी मौजुदगी साबित करेगी।


इन नंबरों का दीप ने किया इस्तेमाल।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पर 26 जनवरी को दीप सिद्धू के 93213***** इस मोबाइल नंबर की लोकेशन 3 बजकर 10 मिनट पर राज घाट और लाल क़िले के बीच थी। इस दौरान दीप सिद्धू लाल किले में मौजूद था। लाल क़िले में हिंसा होने के बाद दीप सिद्धू सिंघु बॉर्डर गया जहां 4 बजकर 23 मिनट पर हरियाणा के कुंडली में उसकी लोकेशन मिली। सिंघु बॉर्डर कुंडली इलाके में ही आता है। इसके बाद रात 10 बजे दीप की लोकेशन हरियाणा के शाहबाद-कुरुक्षेत्र इलाके में मिली और उसके बाद उसका ये मोबाइल नंबर बंद हो गया था।

नेटफ्लिक्स ने दीप को पकड़वाया।
27 जनवरी को दीप का मोबाइल नंबर 98700**** एक्टिव हुआ। इस नंबर से उसने 799 रुपये का नेटफ्लिक्स रिचार्ज करवाया। इस नंबर की लोकेशन पंजाब के पटियाला में मिली और यहीं पर ये नंबर बंद हो गया। लेकिन नेटफ्लिक्स रिचार्ज करवाते ही दीप ने दिल्ली पुलिस को पहला क्लू दे दिया था। इसके बाद स्पेशल सेल की कई टीमें वहां भेज दी गई थीं।

कई नंबरों का इस्तेमाल करता रहा दीप सिद्धू।
इसके बाद लाल क़िला हिंसा का आरोपी दीप सिद्धू कई और नंबरों का इस्तेमाल करता रहा। दिल्ली पुलिस उसे ट्रैक करती रही और आखिरकार उसे हरियाणा के करनाल से गिरफ्तार कर लिया गया।

दीप के बैंक अकाउंट भी खंगालेगी पुलिस।
दिल्ली पुलिस अब दीप सिद्धू का बैंक अकाउंट भी खंगाल रही है और इस बात की जांच कर रही है कि क्या दीप को कहीं से फंडिंग हुई थी? और अगर हुई तो आखिर किसने उसे फंडिंग की। क्राइम ब्रांच हिंसा में हुई फॉरेन फंडिंग की भी जांच कर रही है।

Rakesh Tikait की संपत्ति का खुलासा, देश के 4 राज्यों के 13 शहरों में है संपत्ति; जानें कहां-कहां फैला कारोबार

नई दुनिया: किसान आंदोलन का सबसे 
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेट टिकैत (Rakesh Tikait) खुद को किसानों का नेता कहते हैंं। उन किसानों के हक की लड़ाई लड़ने का दावा करते हैं, जिनकी जिंदगी कर्ज के बोझ तले दबी होती है और कई तो इसी बोझ में दबकर खुदकुशी कर लेते हैं। किसानों (Farmers) की औसत कमाई जानते हैं कितनी है? एक महीने में सिर्फ 6400 रुपये। अब सवाल उठता है खुद को किसान नेता कहने का दावा करने वाले राकेश टिकैत की कमाई कितनी है?

चौंकाने वाले हैं आंकड़ें।
ज्यादातर किसान 6 महीने फसल उगाते हैं और 6 महीने बेरोजगार रहते हैं। जो अपने खून से खेत सींचते हैं और दूसरों के लिए अन्न उगाते हैं. कृषि प्रधान भारत में हमारे किसानों की गरीबी किसी से छिपी नहीं है। आंकड़ों के मुताबिक भारत में 100 में से 52 किसान ऐसे हैं, जिनपर औसतन 1 लाख 40 हजार रुपए का कर्ज है। साल 2019 में 10 हजार किसानों ने आत्महत्या की। 76 प्रतिशत किसान ऐसे हैं, जो अब खेती छोड़ना चाहते हैं। गांवों में सिर्फ 1 प्रतिशत युवा ही ऐसे हैं, जो किसान बनना चाहते हैं।

राकेश टिकैत को लेकर ये हैं 4 बड़े सवाल।
सवाल नं. 1- सड़क पर बैठकर खाना खाने वाले किसान नेता राकेश टिकैत के पास कितनी संपत्ति है?
सवाल नं. 2- एक आंसू से आंदोलन में नई जान फूंकने वाले राकेश टिकैत का कारोबार कितना बड़ा है?
सवाल नं. 3- कृषि कानून पर मोदी सरकार की नाक में दम करने वाले किसान नेता राकेश टिकैत के पास कितने शोरूम और कितने पेट्रोल पंप हैं?
सवाल नं. 4- 2 महीने से सड़क पर दिन-रात बिताने वाले किसान नेता राकेश टिकैत के बच्चे कहां रहते हैं और क्या करते हैं? 

देश के 4 राज्यों और 13 शहरों में टिकैत की संपत्ति।
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) की 4 राज्यों में संपत्ति है और वो राज्य हैं उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली और महाराष्ट्र.  एक आंकड़े और अनुमान के मुताबिक राकेश टिकैत की देश के 13 शहरों में संपत्ति है, जिनमें मुजफ्फरनगर, ललितपुर, झांसी, लखीमपुर खीरी, बिजनौर, बदायूं, दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, देहरादून, रूड़की, हरिद्वार और मुंबई शामिल हैं। एक अनुमान के मुताबिक राकेश टिकैत की संपत्ति करीब 80 करोड़ रुपये की है।

प्रदर्शन के दौरान भी फल-फूल रहा टिकैत का कारोबार।
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) करीब 2 महीने से दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर धरना-प्रदर्शन को लीड कर रहे हैं, लेकिन इस दौरान भी उनका कारोबार फल-फूल रहा है. उनकी करोड़ों की संपत्ति और बढ़ती जा रही है. बता दें कि हमारा ये कहना नहीं है कि राकेश टिकैत की संपत्ति अवैध है. वो उनकी मेहनत से बनाई गई संपत्ति हो सकती है, लेकिन क्या किसान आंदोलन का सच यही है कि जो अमीर हैं वो प्रदर्शन कर रहे हैं और जो गरीब किसान हैं वो खेतों में अपना और देश का पेट पालने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं?

किन-किन क्षेत्र में राकेश टिकैत का कारोबार
1. ज़मीन
2. पेट्रोल पंप
3. शोरूम
4. ईंट-भट्टे
5. अन्य कारोबार

किसान से ज्यादा नेता हैं राकेश टिकैत।
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) दिल्ली पुलिस (Delhi Police) में कांस्टेबल थे और किसान नेता कहे जाते हैं, लेकिन खेत तो सिर्फ टिकैत के साम्राज्य का एक भाग है। दूसरे भाग में बहुत सारे कारोबार हैं। ये वो कारोबार हैं, जिसके लिए किसान नहीं, बल्कि नेता बनना पड़ता है। 51 साल के राकेश टिकैत की शादी साल 1985 में सुनीता देवी से हुई थी और उनके तीन बच्चे हैं। एक बेटा जिसका नाम चरण सिंह है और दो बेटियां सीमा टिकैत और ज्योति टिकैत है।

ऑस्ट्रेलिया में रहती है राकेश टिकैत की बेटी।
राकेश टिकैत की दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है। राकेश टिकैत की छोटी बेटी ज्योति टिकैत ऑस्ट्रेलिया में रहती है। ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में 8 फरवरी को कृषि बिल के विरोध में बैठे प्रदर्शनकारियों के समर्थन में रैली आयोजित की गई थी, जिसमे खुद टिकैत की बेटी मौजूद थी और ऑस्ट्रेलिया के लोगों से किसान आंदोलन के समर्थन करने के लिए बोल रही थी।

गैरकानूनी रूप से पाल रखा है हिरण।
जहां एक तरफ राकेश टिकैत खुद को किसान के हक के लिए लड़ने वाला बता रहे हैं तो दूसरी ओर उसकी आड़ में राकेश टिकैत ने गैरकानूनी रूप से हिरण पाल रखा है। बता दें कि भारत मे हिरन सहित किसी भी जंगली जानवर को पकड़कर बंद करना दंडनीय अपराध है। इसके दोषी को सात साल की सजा या 25 हजार रुपये का जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।

Saudi Arabia: रिहा हुईं Loujain al Hathloul, 1001 दिन तक Jail में जबरन Kiss और Rape के लिए किया गया मजबूर।

बता दें कि बुधवार को सऊदी अरब की प्रमुख महिला सामाजिक कार्यकर्ता लोजैन-अल-हथलाउल (Loujain al Hathloul) को रिहा कर दिया गया। आरोपों के मुताबिक, लोजैन-अल-हथलाउल का जेल में 3 साल तक रेप किया गया और कई लोगों ने उनका यौन शोषण (Sexual Harassment) किया। इससे पहले ह्यूमन राइट्स वकील बैरोनेस हेलेना कैनेडी ने पत्र लिखकर कहा था कि सऊदी अरब की जेल में लोजैन-अल-हथलाउल के साथ कई बार रेप किया गया।

लोजैन-अल-हथलाउल (Loujain al Hathloul) को जांचकर्ताओं को किस करने के लिए मजबूर किया गया। पूछताछ के दौरान लोजैन-अल-हथलाउल के साथ रेप किया गया।

बैरोनेस हेलेना कैनेडी के आरोपों के अनुसार, लोजैन-अल-हथलाउल (Loujain al Hathloul) को पूछताछ के दौरान अश्लील फिल्में दिखाई गईं, रेप की धमकी दी गई, छत से रस्सी बांधकर लटकाया गया, बुरी तरह से पीटा गया और कई बार इलेक्ट्रिक शॉक दिए गए। लोजैन-अल-हथलाउल को जेल में तरह-तरह की यातनाएं दी गईं।

जान लें कि लोजैन-अल-हथलाउल (Loujain al Hathloul) ही वह सामाजिक कार्यकर्ता हैं जिन्होंने सऊदी अरब में महिलाओं को कार ड्राइव करने का अधिकार दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी। सऊदी अरब में लोजैन-अल-हथलाउल को साल 2018 में गिरफ्तार कर लिया गया था और कोर्ट ने उन्हें 6 साल की सजा सुनाई थी।

गौरतलब है कि लोजैन-अल-हथलाउल (Loujain al Hathloul) कई बार सऊदी अरब किंगडम की आलोचना कर चुकी हैं। उन्होंने पूछा कि सऊदी अरब में पुरुष रिश्तेदार के साथ के बगैर महिलाएं अकेले यात्रा क्यों नहीं कर सकती हैं? लोजैन-अल-हथलाउल ने पहली बार साल 2014 में सऊदी अरब के महिला विरोधी कानूनों के खिलाफ आवाज उठाई थी। इसके बाद लोजैन-अल-हथलाउल ने संयुक्त अरब अमीरात में कार ड्राइव की और उसका वीडियो लाइव स्ट्रीम किया।

Donald Trump को Ban करते ही हो गया चमत्कार, ट्विटर कंपनी के मुंह से निकला OMG.

नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद सोशल मीडिया ऐप Twitter द्वारा डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को बैन कर दिया गया था। दुनिया के सबसे ताकतवर देश के पूर्व राष्ट्रपति को बैन करने के कई रिस्क थे। Twitter को ट्रंप फॉलोअर्स के विरोध का डर थाा। साथ ही यूजर्स कम होने का खतरा भी मंडरा रहा थाा। लेकिन कंपनी का ये फैसला Twitter के लिए वरदान साबित हुआ हैै। आइए बताते हैं कैसे...


ट्रंप को बैन करने से कंपनी को हो गया फायदा।
जनवरी में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को Twitter पर बैन करते ही चमत्कार हो गया। Twitter में यूजर्स की संख्या बढ़ गई है। टेक साइट The Verge के मुताबिक यूजर्स के बीच इंट्रैक्शन भी बढ़ा है। Twitter के सीईओ जैक डोरसे (Jack Dorsey) का कहना है कि किसी एक मुद्दे या व्यक्ति के बिना भी ये प्लेटफॉर्म बड़ा हो गया है।
सिर्फ जनवरी में टूटा पिछले चार साल का रिकॉर्ड।
जानकारी के मुताबिक जनवरी में ट्रंप को बैन करने के बाद Twitter के यूजर्स में ऐतिहासिक इजाफा हुआ है। हालांकि कंपनी ने कोई आंकड़े उपलब्ध नहीं कराए हैं। लेकिन बताया जा रहा है कि सिर्फ जनवरी में जितने यूजर्स बढ़े हैं वो पिछले चार साल के औसत ग्रोथ से ज्यादा है।
2020 में थे 192 मिलियन डेली यूजर्स।
कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कोरोनाकाल में भी Twitter के यूजर्स बढ़े हैं। शॉर्ट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म में लोगों ने बातचीत और चर्चा करना जारी रखा। 2020 में Twitter के पास लगभग 192 मिलियन (19.20 करोड़) डेली एक्टिव यूजर्स रहे।
जानकारों का कहना है कि पूर्व राष्ट्रपति को Twitter पर बैन करने से कंपनी को बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ने वाला। हालांकि 2020 में Twitter में एक्टिव यूजर्स बढ़े हैं, लेकिन 2021 में इस प्लेटफॉर्म की रफ्तार धीमी ही रहने वाली है। कंपनी को उम्मीद है कि इस साल ये प्लेटफॉर्म 20 प्रतिशत की दर से ग्रो कर सकती है।

ब्रिटेन में करीब 200 अकेडमिशियन और शोधार्थियों पर जेल जाना होगा। हथियार बनाने की तकनीक चीन को मुहैया करवाने का आरोप।

लंदन: ब्रिटेन (Britain) में करीब 200 अकेडमिशियन (Academician) और शोधार्थियों पर जेल जाने की तलवार लटक रही है। आरोप है कि उन लोगों ने व्यापक जनसंहार के हथियार बनाने की तकनीक (Sensitive Information) चीन (China) को मुहैया करवा दी।


ब्रिटेन के 20 यूनिवर्सिटियों से संबंध रखते हैं अकेडमिशियन।
ब्रिटिश अखबार द टाइम्स के अनुसार संकट में फंसे ये अकेडमिशियन ब्रिटेन (Britain) की 20 यूनिवर्सिटियों से संबंध रखते हैं. आरोप है कि उन्होंने देश के निर्यात नियंत्रण आदेश 2008 का उल्लंघन किया है. इस कानून में देश की गुप्त और संवेदनशील बौद्धिक संपदा को किसी शत्रु देश को मुहैया कराने पर कठोर सजा का प्रावधान है. आरोप साबित होने पर 10 साल तक की सजा हो सकती है. 
शिक्षाविदों ने ब्रिटेन की तकनीक चीनियों से साझा की।
द टाइम्स के मुताबिक इन शिक्षाविदों (Academician) और शोधार्थियों ने लड़ाकू विमान, मिसाइलों से लेकर साइबर वारफेयर की तकनीक भी चीन (China) से साझा की. सूत्रों के मुताबिक ब्रिटेन की जांच एजेंसियों ने इन 200 लोगों को नोटिस जारी किए हैं. सूत्रों का कहना है कि हाल ही में दर्जनों शिक्षाविदों को कोर्ट में देखा गया है. 
हाइपरसोनिक मिसाइलों के भारी धन खर्च कर रहा चीन।
बता दें कि चीन (China) हाइपरसोनिक मिसाइलों के विकास के लिए भारी धनराशि खर्च कर रहा है. कामयाब होने पर ऐसी मिसाइल ध्वनि से 20 गुणा ज्यादा तेजी के साथ दुश्मन पर अटैक कर सकेंगी.  इसके लिए वह लगातार विभिन्न देशों की तकनीक चुराने की कोशिश कर रहा है. इसके लिए वह अपने लोगों को स्टूडेंट्स के रूप में पश्चिम देशों में भेजता है, जो वहां शोधार्थी के रूप में काम करते हुए महत्वपूर्ण जानकारियां चुराकर अपने देश भेज देते हैं.

मौनी अमावस्या के दिन जरूर पढ़े पौराणिक कथा।

कांचीपुरी में एक ब्राह्मण रहता था। उसका नाम देवस्वामी तथा उसकी पत्नी का नाम धनवती था। उनके सात पुत्र तथा एक पुत्री थी. पुत्री का नाम गुणवती था। ब्राह्मण ने सातों पुत्रों को विवाह करके बेटी के लिए वर खोजने अपने सबसे बड़े पुत्र को भेजा। उसी दौरान किसी पंडित ने पुत्री की जन्मकुंडली देखी और बताया - सप्तपदी होते-होते यह कन्या विधवा हो जाएगी। तब उस ब्राह्मण ने पंडित से पूछा- पुत्री के इस वैधव्य दोष का निवारण कैसे होगा? पंडित ने कहा- सोमा का पूजन करने से वैधव्य दोष दूर होगा। फिर सोमा का परिचय देते हुए उसने बताया - वह एक धोबिन है। उसका निवास स्थान सिंहल द्वीप है। उसे जैसे-तैसे प्रसन्न करो और गुणवती के विवाह से पूर्व उसे यहां बुला लो।


तब देवस्वामी का सबसे छोटा लड़का बहन को अपने साथ लेकर सिहंल द्वीप जाने के लिए सागर तट पर चला गया। सागर पार करने की चिंता में दोनों एक वृक्ष की छाया में बैठ गए। उस पेड़ पर एक घोंसले में गिद्ध का परिवार रहता था। उस समय घोंसले में सिर्फ गिद्ध के बच्चे थे। गिद्ध के बच्चे भाई-बहन के क्रिया-कलापों को देख रहे थे। सायंकाल के समय उन बच्चों (गिद्ध के बच्चों) की मां आई तो उन्होंने भोजन नहीं किया। वह अपनी मां से बोले- नीचे दो प्राणी सुबह से भूखे-प्यासे बैठे हैं। जब तक वे कुछ नहीं खा लेते, तब तक हम भी कुछ नहीं खाएंगे। तब दया और ममता के वशीभूत गिद्ध माता उनके पास आई और बोली - मैंने आपकी इच्छाओं को जान लिया है। इस वन में जो भी फल-फूल कंद-मूल मिलेगा, मैं ले आती हूं। आप भोजन कर लीजिए। मैं प्रात:काल आपको सागर पार करा कर सिंहल द्वीप की सीमा के पास पहुंचा दूंगी। और वे दोनों भाई-बहन माता की सहायता से सोमा के यहां जा पहुंचे। वे नित्य प्रात: उठकर सोमा का घर झाड़ कर लीप देते थे।

एक दिन सोमा ने अपनी बहुओं से पूछा - हमारे घर कौन बुहारता है, कौन लीपता-पोतता है? सबने कहा -हमारे सिवाय और कौन बाहर से इस काम को करने आएगा? किंतु सोमा को उनकी बातों पर विश्वास नहीं हुआ। एक दिन उसने रहस्य जानना चाहा। वह सारी रात जागी और सबकुछ प्रत्यक्ष देखकर जान गई। सोमा का उन बहन-भाई से वार्तालाप हुआ। भाई ने सोमा को बहन संबंधी सारी बात बता दी। सोमा ने उनकी श्रम-साधना तथा सेवा से प्रसन्न होकर उचित समय पर उनके घर पहुंचने का वचन देकर कन्या के वैधव्य दोष निवारण का आश्वासन दे दिया। मगर भाई ने उससे अपने साथ चलने का आग्रह किया। आग्रह करने पर सोमा उनके साथ चल दी। चलते समय सोमा ने बहुओं से कहा - मेरी अनुपस्थिति में यदि किसी का देहांत हो जाए तो उसके शरीर को नष्ट मत करना।

मेरा इंतजार करना और फिर सोमा बहन-भाई के साथ कांचीपुरी पहुंच गई। दूसरे दिन गुणवती के विवाह का कार्यक्रम तय हो गया। सप्तपदी होते ही उसका पति मर गया। सोमा ने तुरंत अपने संचित पुण्यों का फल गुणवती को प्रदान कर दिया। तुरंत ही उसका पति जीवित हो उठा। सोमा उन्हें आशीर्वाद देकर अपने घर चली गई। उधर गुणवती को पुण्य-फल देने से सोमा के पुत्र, जामाता तथा पति की मृत्यु हो गई। सोमा ने पुण्य फल संचित करने के लिए मार्ग में अश्वत्थ (पीपल) वृक्ष की छाया में विष्णुजी का पूजन करके 108 परिक्रमाएं की। इसके पूर्ण होने पर उसके परिवार के मृतक जन जीवित हो उठे। बिना फल की इच्छा किया सेवा करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है।

Tuesday, February 9, 2021

दिल्ली सीएम Arvind Kejriwal की बेटी हर्षिता के साथ हुई ऑनलाइन ठगी, OLX पर डाला था पोस्ट।

नई दुनिया: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की बेटी हर्षिता केजरीवाल (Harshita Kejriwal) ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हो गई हैं। साइबर क्रिमिनल ने उन्हें ऑनलाइन सोफा खरीदने का झांसा देकर 34 हजार रुपये की ठगी (Cheating Case) की है।

OLX पर सोफा खरीदने के चलते हुई ठगी।
बताया जा रहा है कि हर्षिता ने साइबर क्राइम का अड्डा बन चुकी OLX साइट पर घर का सोफा बेचने के लिए एक ऐड पोस्ट किया था। जिसके बाद साइबर क्रिमिनल ने ग्राहक बनकर हर्षिता से बातचीत शुरू की और ऑनलाइन पैसे ट्रांस्फर करने के बहाने बैंक अकाउंट की डिटेल्स मांग ली। इसके बाद आरोपी ने हर्षिता से कहा कि ये रकम उसके लिए बहुत बड़ी है। इसलिए पहले वो चेक करने के लिए दो रुपये ट्रांस्फर करेगा। और पैसा सही अकाउंट में ट्रांस्फर होने पर फिर पूरी रकम भेज देगा।

इस तरह ठग ने जीता हर्षिता का भरोसा
हर्षिता ने इसके लिए हामी भर दी। जिसके बाद ठग ने हर्षिता के अकाउंट में पहले दो रुपये ट्रांस्फर किए। और मैसेज पर पूछा कि क्या आपको पैसे मिले? हर्षिता ने हां कहा. अब हर्षिता को उस पर भरोसा हो चुका था। इसके बाद आरोपी ने बैलेंस अमाउंट ट्रांस्फर करने के लिए एक क्यूआर कोड हर्षिता को भेजा और फिर उसे स्कैन करने के लिए कहा। लेकिन हर्षिता ने जैसे ही क्यूआर कोड स्कैन किया उसके अकाउंट में पैसे आने के बजाय कट गए और किसी दूसरे अकाउंट में चले गए।

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...