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Monday, February 28, 2022

महाशिवरात्रि पर महामृत्युंजय मंत्र का करें जाप, जीवन से दूर होंगे कष्ट।

महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और देवी पार्वती के मिलन उत्सव को बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शिवरात्रि के दिन ही भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इस दिन भगवान शिव की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना की जाती है और साथ ही व्रत उपवास करने का विधान भी है। 

इस बार महाशिवरात्रि का त्यौहार 1 मार्च 2022  (मंगलवार) को मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन व्रत रखने से जातकों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस दिन भगवान शंकर को बेल पत्र, धतूरा, बेर अर्पित किए जाते हैं। इस दिन कई प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान, जैसे रूद्राभिषेक और महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया जाता है। माना जाता है कि महामृत्युंजय मंत्र के जाप से कई कष्टों का निवारण होता है।

ओम् त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।

इस मंत्र का उच्चारण करने से व्यक्ति के जीवन के सारे दुख, दरिद्रता दूर हो जाते हैं। कहते हैं कि इस मंत्र के जाप से मृत्यु का संकट तक टल जाता है। दैहिक व्याधियों में यह मंत्र प्रभावी होने के साथ-साथ, अन्य भौतिक और दैविक संताप में भी अत्यंत असरदार है। कहते हैं कि शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का नकारात्मक प्रभाव, महामृत्यंजय मंत्र के जाप से दूर हो जाता है। विशेष अनुष्ठान में इसका जाप सवा लाख बार किया जाता है। उसका दसांश हवन कराया जाता है। इसमें 11 साधकों का सहयोग लिया जाता है।

अकेले भी इसे पूरा किया जा सकता है। लेकिन इसके लिए नित्य प्रति एक निश्चित संख्या में जप करना अनिवार्य होता है। इस जप और हवन से इच्छित परिणाम की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि सामान्य नित्य पूजा में इस मंत्र को शामिल करने से आपदाएं, व्यक्ति से दूर रहती हैं। ऐसा कहा जाता है कि महामृत्युंजय मंत्र का जाप स्वास्थ्य लाभ के लिए लाभदायक होता है। साथ ही यह भी मान्यता है कि सुबह पूजा के समय अगर इस मंत्र का जाप किया जाए, तो कई प्रकार के कष्टों का निवारण होता है। शिव जी की आराधना महामृत्युंजय मंत्र के बिना अपूर्ण है। महाशिवरात्रि पर महामृत्युंजय मंत्र के परायण का विशेष लाभ प्राप्त होता है। आइए जानते हैं महामृत्युंजय मंत्र का पुरश्चरण कैसे किया जाता है-

महामृत्यंजय मंत्र का पुरश्चरण पांच प्रकार का होता है जाप हवन तर्पण मार्जन ब्राह्मण भोज।
पुरश्चरण में जप संख्या, निर्धारित मंत्र के अक्षरों की संख्या पर निर्भर करती है। इसमें “ॐ” और “नम:” को नहीं गिना जाता है। जप संख्या निश्चित होने के उपरान्त, जप का दशांश हवन,  हवन का दशांश तर्पण, तर्पण का दशांश मार्जन और मार्जन का दशांश ब्राह्मण भोज कराने से ही पुरश्चरण पूर्ण होता है।
-परायण हेतु निम्न महामृत्युंजय मत्र का यथाशक्ति जाप करें

“ॐ हौं जूं स: ॐ भूर्भुव: स्व: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिम्पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धानात्मृत्योर्मुक्षीयमामृतात् भूर्भुव: स्व: ॐ स: जूं हौं ॐ।”

Saturday, February 5, 2022

अरबपतियों की लिस्ट में बड़ा उलटफेर, जेफ बेजोस तीसरे नंबर पर खिसके, मार्क जकरबर्ग से आगे निकल सकते हैं मुकेश अंबानी

देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी दुनिया के टॉप 10 अमीरों की लिस्ट में जगह बनाने के करीब पहुंच गए हैं। हालांकि गुरुवार को कंपनी के शेयरों में गिरावट आई जिससे अंबानी की नेटवर्थ में 98.4 करोड़ डॉलर गिर गई। Bloomberg Billionaires Index के मुताबिक अंबानी 89.2 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ अमीरों की लिस्ट में 11वें नंबर पर हैं। लेकिन जल्दी ही वह टॉप 10 में जगह बना सकते हैं।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक (Facebook) की पेरेंट कंपनी मेटा (Meta) के शेयरों में गुरुवार को भारी गिरावट आई। इससे कंपनी के सीईओ मार्क जकरबर्ग (Mark Zuckerberg) की नेटवर्थ 31 अरब डॉलर कम हो गई। Bloomberg Billionaires Index के मुताबिक उनकी नेटवर्थ अब 89.6 अरब डॉलर रह गई है जबकि अंबानी की नेटवर्थ 89.2 अरब डॉलर है। दोनों की नेटवर्थ में केवल 40 करोड़ डॉलर का अंतर रह गया है। इस साल अंबानी की नेटवर्थ में 77.6 करोड़ डॉलर की गिरावट आई है जबकि जकरबर्ग ने 35.9 अरब डॉलर गंवाए हैं।

अडानी भी करीब पहुंचे।
इस बीच अडानी ग्रुप (Adani Group) के चेयरमैन और एशिया के दूसरे सबसे बड़े रईस गौतम अडानी (Gautam Adani) भी अडानी के बेहद करीब पहुंच गए हैं। फिलहाल वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में अंबानी से एक स्थान पीछे 12वें स्थान पर हैं। उनकी नेटवर्थ 87.4 अरब डॉलर है। अंबानी और अडानी की नेटवर्थ में केवल 1.8 अरब डॉलर का अंतर रह गया है। इस साल उनकी नेटवर्थ में सबसे अधिक 10.9 अरब डॉलर की तेजी आई है।

बेजोस तीसरे नंबर पर फिसले।
इस बीच ऐमजॉन के फाउंडर जेफ बेजोस (Jeff Bezos) अमीरों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर खिसक गए हैं। गुरुवार को उनकी नेटवर्थ में 11.9 अरब डॉलर की गिरावट आई और वह 164 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ तीसरे नंबर पर खिसक गए। फ्रांसीसी बिजनसमैन और दुनिया की सबसे बड़ी लग्जरी गुड्स कंपनी LVMH Moët Hennessy के चेयरमैन ऑफ चीफ एग्जीक्यूटिव बर्नार्ड आरनॉल्ट (167 अरब डॉलर) की नेटवर्थ के साथ दूसरे स्थान पर आ गए हैं।

कौन है टॉप पर।
टेस्ला (Tesla) के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) की नेटवर्थ में गुरुवार को 3.44 अरब डॉलर की गिरावट आई। मस्क 231 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ दुनिया के अमीरों की लिस्ट में टॉप पर बने हुए हैं। माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स (129 अरब डॉलर) चौथे नंबर पर बने हुए हैं। अमेरिकी कम्प्यूटर साइंटिस्ट और इंटरनेट उद्यमी लैरी पेज 127 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ पांचवें, गूगल के को-फाउंडर सर्गेई ब्रिन (122 अरब डॉलर) छठे, जाने माने निवेशक वॉरेन बफे (100 अरब डॉलर) सातवें, अमेरिकी बिजनसमैन स्टीव बाल्मर (108 अरब डॉलर) आठवें और लैरी एलिसन (112 अरब डॉलर) की नौवें स्थान पर हैं।

सलमान के खिलाफ गवाही देने वाले इस चश्मदीद को मिली ऐसी मौत की जान कर रुह काप जाए।

बुधवार को लोग बड़ी बेसब्री से उन व्यक्तियों के लिये इंसाफ़ की प्रक्रिया पर नजर गड़ाये बैठे रहे, जिन पर वर्ष 2002 में बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान की गाड़ी चढ़ गयी थी। तेरह साल के बाद ही सही पर पीड़ितों को न्याय की उम्मीद थी। जाने वाले वापस नहीं आ सकते और हमेशा साथ रहने वाली भूख और बेबसी को मिटाने के लिये अन्न की जरूरत होती है जो केवल पैसों से आ सकती है। शायद इसलिये उन पर सलमान के ज़ेल जाने या नहीं जाने से कोई अंतर नहीं पड़ने वाला था। मुमकिन है कि इसी कारण उनके लिये मुआवज़ा सलमान को सज़ा होने या नहीं होने से ज्यादा मायने रखता हो।
हालांकि, बुधवार को फुटपाथ पर सोये लोगों पर कार चढ़ा देने के मामले में सत्र न्यायालय के न्यायाधीश ने सलमान को पाँच साल की सज़ा सुनायी, लेकिन तेरह सालों से कागज़ों पर लिखी जाने वाली सज़ा के आदेश का प्रभाव बदलने में मात्र तीन घंटे लगे। सलमान को उच्च न्यायालय से ज़मानत मिल गयी। लेकिन मशहूर, धनी और पहुँच वाले सलमान जैसे अभिनेता को पाँच साल की सज़ा दिलवाने में मुम्बई पुलिस के इस हवलदार की भूमिका महत्तवपूर्ण रही। 28 सितम्बर, 2002 को सलमान के अंगरक्षक के तौर पर तैनात रविंद्र पाटिल के अदालत में दिये बयानों के आधार पर ही उन्हें पाँच साल की सज़ा हुई।

रविंद्र ने अपने बयान में 27 सितम्बर, 2002 की रात और अगले दिन की सुबह की घटना का सिलसिलेवार ब्यौरा अदालत में पेश किया था। घटना के वक़्त उनकी ड्यूटी सलमान के साथ थी। शराब के नशे में फुटपाथ पर सोये लोगों पर गाड़ी चढ़ाने के बाद वो अपने साथ बैठे एक दोस्त कमाल खान के साथ घटनास्थल से जान बचाने के लिये भाग चुके थे।

इस केस में पाटिल वह गवाह था जिसने सबसे पहले एफआईआर दर्ज़ करायी थी। लेकिन उसके बाद की ज़िंदगी उसके लिये आसान नहीं थी। उसके ऊपर अपनी गवाही को बदलने या उससे मुँह मोड़ने का भारी दबाव था। घटना से पहले इन्होंने सलमान को गाड़ी धीमा चलाने की बात कही जिसे शराब के नशे में धुत्त अभिनेता ने अनसुना कर दिया। पुलिस विभाग और सलमान के वकीलों से मिल रहे भारी दबावों और परेशानियों से बचने के लिये ट्रायल के दौरान उसे गुमनाम रहना पड़ा था।
चार लगातार सेशन में वह अदालत में पेश नहीं हुए जिस पर उनके खिलाफ अरेस्ट वॉरंट जारी हुआ। मार्च 2006 में उन्हें गिरफ्तार किया गया और 2007 तक वह जेल में रहे। इसी दौरान उन्हें टीबी हुआ। पुलिस विभाग और परिवार से अलग होने के बाद 2007 में ही उनकी मौत हो गई। मरने से पहले अपने बयान में उन्होंने कहा,"मैं अपने बयान पर अंत तक कायम हूँ लेकिन मेरा विभाग मेरे साथ नहीं खड़ा रहा। मैं अपनी नौकरी वापस चाहता हूँ। मैं जीना चाहता हूँ। मैं एक बार पुलिस कमिश्नर से मिलना चाहता हूँ"।

पंजीकरण संख्या एमएच 01 डीए 32 वाली उनकी गाड़ी टोयोटा लैंड क्रूज़र के नीचे चार लोग फँसे थे। पीड़ितों में एक ऐसा भी था जिसकी मौत हो गयी. रविंद्र पाटिल ने ही मामले की जानकारी बांद्रा पुलिस थाने को दी। इस मामले में उनकी गवाही को अहम आधार मानते हुए सत्र न्यायालय ने सलमान खान को पाँच साल की सज़ा सुनायी। हालांकि, टीबी के मरीज़ पाटिल का वर्ष 2007 में निधन हो गया, लेकिन उनकी दी गयी गवाही सलमान के लिये सज़ा का कारण और उनकी कर्तव्यपरायणता पुलिसवालों के लिये मिसाल बन गयी।

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...