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Thursday, January 28, 2021

Katrina Kaif ने पोस्ट की Vicky Kaushal के साथ प्यार भरी Photo, फैन्स बोले कुछ तो बात है।

नई दुनिया: कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) और विक्की कौशल (Vicky Kaushal) के बीच कुछ तो हो रहा हैै। कैटरीना कैफ और विक्की कौशल बेहद करीब आ गए हैंं। कई बार दोनों को साथ में घूमते हुए स्पॉट भी किया जाता हैै। अब कटरीना की फोटो भी कुछ ऐसा ही कह रही है, लेकिन कैटरीना कैफ और विक्की कौशल ने अभी तक इस बाद को कबूल नहीं किया है।


कटरीना ने पोस्ट की फोटो।
सामने आई कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) और विक्की कौशल (Vicky Kaushal) की फोटो भी कुछ इशारे कर रही है। इस फोटो को देखकर यही लग रहा है कि दोनों काफी करीब आ गए हैं। सोशल मीडिया पर फैन्स अब इन दोनों की ही बातें कर रहे हैं। दरअसल, कटरीना कैफ ने एक इंस्टाग्राम स्टोरी डाली। उन्होंने अपनी फोटो पोस्ट की थी। वे किसी के गले लगी नजर आ रही हैं। फोटो में उनका चेहरा थोड़ा छुपा हुआ है। इस फोटो में उन्होंने बटरफ्लाई फिल्टर भी लगाया है।

एक जैसी टी-शर्ट!
अब कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) और विक्की कौशल (Vicky Kaushal) के फैन्स का कहना है कि उस फोटो में कोई और नहीं बल्कि विक्की कौशल हैं। लोगों का कहना है कि कैटरीना कैफ उन्हें हग कर रही हैं। इसके साथ ही लोगों ने विक्की कौशल की एक और फोटो खोज निकाली है, जिसमें वही टी-शर्ट पहने नजर आ रहे हैं, जो कटरीना की फोटो में नजर आ रहे शख्स ने पहनी है। विक्की कौशल (Vicky Kaushal) और कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) की फोटो वाले शख्स की टी-शर्ट का रंग मसटर्ड येलो है। साथ ही दोनों में एक और चीज कॉमन है। चेस्ट पर दोनों ही टी-शर्ट में पॉकेट है। अब फैन्स दोनों फोटो को साथ में पोस्ट कर रहे हैं और यही अंदाजा लगा रहे हैं कि कटरीना की फोटो में विक्की कौशल ही हैं।

इससे पहले भी एक फोटो हुए थी वायरल।
इससे पहले भी एक बार कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) की इंस्टा स्टोरी में लोगों ने विक्की कौशल (Vicky Kaushal) को देखा था। विक्की कौशल (Vicky Kaushal) और कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) दोनों ही अलीबाग में नया साल मनाने गए थे। दोनों एक ही जगह रुके थे। इसलिए तब भी फैन्स ने यही अंदाजा लगाया था कि कटरीना और विक्की साथ-साथ हैं। इस मामले पर न कटरीना और न ही विक्की ने अब तक कोई सफाई दी है। ये तो ये दोनों ही जानते होंगे कि आखिर ये एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं या नहीं।

Chinese Apps पर परमानेंट बैन से बौखलाया ड्रैगन, अपनी कंपनियों से कहा, ‘भारत सरकार से मुआवजे की मांग करें’।

बीजिंग: सीमा विवाद (Border Dispute) के बाद भारत (India) द्वारा चीनी कंपनियों के खिलाफ की गई कार्रवाई से ड्रैगन की आर्थिक कमर टूट गई है। सरकार ने शुरुआत में TikTok सहित 59 चीनी ऐप (Chinese Apps) को बैन किया था। चीन को उम्मीद थी कि कुछ समय बाद मोदी सरकार बैन हटा लेगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. अब सरकार ने इन सभी ऐप्स पर स्थायी प्रतिबंध लगा दिया है। यानी इन ऐप्स की अब भारत में वापसी नहीं होगी, जाहिर है यह चीन की कम्युनिस्ट सरकार के लिए बहुत बड़ा झटका है।


इसलिए लगाया Permanent Ban
भारत से मिले इस ‘झटके’ से चीन (China) बुरी तरह बौखला गया है और उसकी यह बौखलाहट ग्लोबल टाइम्स (Global Times) के संपादकीय में साफ तौर पर नजर आती है। अखबार ने चीनी कंपनियों को भड़काने की कोशिश करते हुए कहा है कि उन्हें भारत सरकार से मुआवजे की मांग करनी चाहिए। बता दें कि भारत ने चीनी कंपनियों से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के बाद उन पर परमानेंट बैन लगाया है। सरकार के इस कदम से बीजिंग को लाखों-करोड़ों रुपये के नुकसान हुआ है।
Border Tension का गुस्सा।
चीनी कंपनियों से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने को ग्लोबल टाइम्स ने भारत का बहाना बताया है। अखबार ने लिखा है कि भारत सरकार ने सीमा विवाद पर अपना गुस्सा उतारने और घरेलू कंपनियों एवं भारतीय उत्पादों को बाजार प्रदान करने के लिए यह कदम उठाया है। ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में यह आरोप भी लगाया है कि विदेशी कंपनियों के उत्पादों पर बैन लगाने की भारत की पुरानी आदत है। अमेरिकी, जापानी और साउथ कोरियन कंपनियां पूर्व में भारत की इस चाल का अनुभव कर चुकी हैं।
Indian कंपनियों को सच पता है।
अपने संपादकीय में ग्लोबल टाइम्स ने आगे कहा है, ‘जो भारतीय कंपनियां इस 'डकैती' से लाभान्वित हुई हैं, वह जानती हैं कि वे एक ऐसे कारोबारी माहौल में हैं, जहां किसी भी समय राजनीतिक लाभ के लिए इंट्रेस्ट बैलेंस को पलटा जा सकता है। भारत अभी भी बर्बर युग में है, वह पिछड़ा देश है’। अखबार ने कहा कि संरक्षणवाद एक दोधारी तलवार है, जिससे अन्य देशों की कंपनियों के साथ-साथ भारतीय कंपनियों के भी चोटिल होने की अधिक संभावना है। भारत चीन पर प्रतिबंध लगाना चाहता है। यह प्रतिबंधों के बारे में उसकी निरक्षरता को दर्शाता है।
ग्लोबल टाइम्स के अनुसार Chinese कंपनियों को लड़ना चाहिए।
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि हम चाहते हैं कि चीनी कंपनियों को कानून का सहारा लेकर अपने अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए और भारत सरकार से नुकसान की भरपाई की मांग करनी चाहिए। चीनी कंपनियों ने भारतीय समाज में अपना योगदान दिया है, लेकिन अब राजनीतिक कारणों से उन्हें देश से बाहर निकाल दिया गया है। यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार गतिविधियों में विशिष्ट समूहों के खिलाफ अभूतपूर्व कार्रवाई है। चीनी कंपनियों को इसे स्वीकार नहीं करना चाहिए, उन्हें वापस लड़ने की जरूरत है।

बुद्धि और प्रथम पूज्य देवता गणेशभगवान को सभी देवताओं में सर्वप्रथम पूजा किया जाता है।

बुद्धि के देवता गणेशभगवान गणेश को प्रथम पूज्य और बुद्धि का देवता माना जाता है और बुधवार को उनकी आराधना विशेष लाभकारी मानी जाती है। श्रीगणेश की पूजा सभी देवताओं से पहले होने के पीछे भी एक मान्यता यह है कि जब एक परेशानी को लेकर सभी देवता भगवान शिव के पास पहुंचे तो वहां उनके दोनों पुत्र गणेश और कार्तिकेय भी मौजूद थे। भगवान शिव ने उनसे पूछा कि इनकी समस्या का हल कौन करेगा? इस सवाल पर दोनों भाई तैयार हो गए। समस्या के समाधान के लिए भोलेनाथ ने गणेश और कार्तिकेय के सामने एक प्रतियोगिता रखी और कहा कि जो भी पृथ्वी की परिक्रमा कर पहले लौटेगा वही देवताओं की मदद करेगा और उसकी पूजा ही सबसे पहले होगी।

भोलेनाथ की आज्ञा मिलते ही कार्तिकेय अपनी सवारी मोर पर बैठकर धरती की परिक्रमा करने चले गए लेकिन गणेश वहीं खड़े सोच में डुब गए। अचानक ही उन्हें एक उपाय सूझा और उन्होंने अपने माता-पिता के सात चक्कर लगाकर अपनी जगह पर खड़े हो गए। पृथ्वी का चक्कर लगाने के बाद कार्तिकेय ने वापस आने के बाद देवताओं की मदद की बात कही। भोलेनाथ ने गणेश से पूछा कि तुम पृथ्वी का परिक्रमा करने क्यों नहीं गए? गणेशजी ने फौरन जवाब देते हुए कहा कि माता-पिता के चरणों में ही सारा संसार है इस वजह से मैंने उन्हीं की परिक्रमा कर ली। गणेश के इस जवाब से भगवान शिव काफी प्रसन्न हुए और उन्हें देवताओं में प्रथम पूज्य होने का आशीर्वाद दिया।

भगवान गणेश को बुद्धि का कारक भी माना जाता है और बुध को इसका स्वामी माना जाता है। इस वजह से बुधवार को गणेशजी की पूजा की परंपरा शुरू हुई है। भगवान गणेश को हाथी के सिर की वजह से गजानन भी कहा जाता है। दरअसल इसके पीछे ऐसी मान्यता है कि एक बार माता पार्वती स्नान करने गईं तो उन्होंने घर के दरवाजे पर गणेश को खड़ा कर दिया और कहा कि उनके नहाने तक किसी को अंदर न आने दें। भगवान शिव के वहां पहुंचने पर गणेश ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया।

इसपर क्रोधित होकर भगवान शिव ने नंदी को गणेश से युद्ध करने को कहा, गणेश द्वारा नंदी को युद्ध में परास्त करने के बाद शिव ने गुस्से में गणेश का सिर काट दिया। माता पार्वती के वापस आने पर जब उन्हें पता चला कि गणेश उनके ही पुत्र थे तो उन्होंने हाथी का सिर जोड़कर उन्हें नया जीवन प्रदान किया। इसके बाद से गणेश को गजानन के नाम से जाना जाने लगा।

Wednesday, January 27, 2021

लाल किले का शन तिरंगा झंडा को उतार कर अपना झंडा फहराने वाला बहुरूपिया कौन।

लाल किले पर निशान साहिब का झंडा आपने इतनी आसानी से लहरा दिया क्योंकि ये जो शासक है वह आपको अपना मानता है। नही तो अगर वो चाहता तो आपको चार कदम भी न हिलने देता। अगर आप समझते हो कि आप मोदी को एक्सपोज़ किये हो तो भूल है।


उसने आपको एक्सपोज़ कर दिया।
उसने उस साजिश की पोल खोल दी कि कैसे हर नेशनल डे तक किसी भी आंदोलन को खींचा जाता है और उसे शाहीन बाग जैसी घृणित आंदोलन की शक्ल दी जाती है। आप हार गए मोदी जीत गया। जिसे आप तानाशाह साबित करने पर तुले थे उसने आपकी अराजगता को पूरी दुनिया के सामने दिखा दिया, कि आप एक paid आंदोलन में शामिल थे जिसकी आयु 26 जनवरी तक थी और दुनिया के सामने यह संदेश देना चाहते थे कि मोदी तानाशाह है।

लेकिन मोदी ने आपके क्रियाकलाप का भीषण विरोध न करके आपको जल बिन मछली बना दिया। और यह संदेश दिया कि वह तानाशाह नही बल्कि आप अराजक हो। जिस तरह से तलवारें लहराई गयी, जिस तरह से ईंट पत्थर फेंके गए, ट्रैक्टर से पुलिस वालों को कुचलने की कोशिश की गई। इन सब चीजों को जनता देख रही है।
आप मोदी विरोधी मुठ्ठी भर हो लेकिन मोदी के समर्थको की मुठ्ठियां फिर किसी चुनाव में खुलेंगी और उसे ही अपना सिर मौर बनाएगी। जो कि आपके गाल पर एक गहरा तमाचा होगा। वैसे मैं हमेशा से कहते आया हूँ कि भारत को संजय गांधी जैसा नेता चाहिये।

जिसके अनुसार सीधा कुचल डालो। भाग्यशाली हो आप आंदोलनकारी लोग मोदी कार्यकाल में हो जो आपकी उदंडता को भी सर माथे लगाया करता है। खैर मुझे डर है कि कहीं जिहादी इस आंदोलन में घुसकर और ज्यादा उत्पात न मचा दें, क्योंकि विपक्ष को और पाकिस्तान को जो खून खराबा चाहिए था वह अभी तक नही मिला।
इनकी सोच थी कि सरकार इनका खूब विरोध करे और सैकड़ो लोगों की लाशें गिरें जिससे आज तक मोदी द्वारा किये गए सारे अच्छे कार्यों को भूला दिया जाय और वर्षो तक इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाया जाय।
लेकिन सरकार ने इनकी इस मंशा पर भी पानी फेर दिया।

मोदी जी हमे आप पर गर्व है.....
शास्त्र कहता है राजा समस्त प्रजा के लिए पिता समान होता है। और आपने इनकी उदंडता को माफ कर के अपने कर्तव्य का निर्वहन करके दिखा दिया। लेकिन अगर जिहादी इसमे घुसकर उत्पात मचाये तो उन्हें भीषणतम दंड देना भी राजा का कर्तव्य होता है। और इस देश की जनता आशा करती है कि मोदी जी आप अपने इस कर्तव्य का भी अच्छे से निवर्हन करेंगे। मोदी समर्थक जो नाराज़ है उन्हें बस यही कहूंगा की धैर्य पूर्वक एक बार विचार कीजिये कि आपके नेता के धैर्य ने कौन कौन सी अनहोनी को टाल दिया। कृपया लाल किले पर झंडा फहराए जाने को नाक का सवाल न बनाये। यह कृष्ण युग है इसमे शिशुपाल को 99 तक माफ किया जाता है, यहां कालयवन को स्वयं न मारकर राजा मुचुकुन्द की दृष्टि से मरवाया जाता है।
यहां कालयवन paid आंदोलन कारी है और राजा मुचुकुंद देश की जनता है। अब जनता अपनी आँख खोले और धराशायी कर दे कालयवन को..!

महंगी हुई माननीयों की थाली, पार्लियामेंट की कैंटीन के नए रेट जारी।

Parliament canteen food price: आप अबतक सुनते आए हैं कि संसद की कैन्टीन (Parliament Canteen) में माननीय बेहद सस्ती कीमत पर व्यंजनों का लुत्फ लेते हैं. लेकिन अब यह बदलने जा रहा है।संसद की कैन्टीन की रेट (Parliament canteen rate) अब तीन गुना महंगी हो गई है। 29 जनवरी से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है. इसके पहले संसद भवन स्थित कैन्टीन 27 जनवरी से शुरू हो जाएगी।

पहली बार ITDC संचालित करेगा कैन्टीन
लोकसभा सचिवालय ने कैन्टीन का मेन्यू जारी करते हुए बताया कि संसद कैन्टीन में मिलने वाली सब्सिडी पूरी तरह खत्म कर दी गई है। इसबार कैन्टीन में बहुत से बदलाव देखने को मिलेंगे। संसद की कैंटीन में सब्सिडी खत्म होने के बाद पहली बार ITDC इसे संचालित करेगा। इससे 8 करोड़ रुपये की बचत होगी।

ओम बिरला ने की थी अनाउंसमेंट (Om Birla did the announcement)
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Lok sabha speaker Om Birla) ने घोषणा की थी बजट सत्र से कैंटीन में सब्सिडी को खत्म किया जा रहा है। इससे संसद की कैंटीन में खाना महंगा हो जाएगा। कैंटीन में मिलने वाली सब्सिडी सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हुई थी। कैन्टीन में सब्सिडी खत्म करने के लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सुझाव दिया था। सभी पार्टियों ने इस मसले पर सहमति जताई थी।

पार्लियामेंट की कैंटीन के नए रेट
सब्सिडी पूरी तरह से खत्म (Subsidy completely over) संसद की कैंटीन में सब्सिडी को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है। लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने पिछले मंगलवार को ये जानकारी दी थी। अब कैन्टीन में खाना महंगा हो जाएगा। सब्सिडी के तहत देश के सांसदों के संसद की कैंटीन में खाना काफी कम दाम पर मिलता था। गौरतलब है कि सब्सिडी खत्म करने की मांग को काफी दिनों से उठाया जा रहा था। तर्क दिया जा रहा था कि टैक्सपेयर के पैसों पर सांसद सस्ता खाना खाते हैं।

किसान दं’गे पर देर रात बडे ऐ’क्शन की तैयारी? किसानों को छो’ड भागे किसान नेता।

कृषि का’नूनों के खि’लाफ गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड को लेकर मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। किसान प्रदर्शनकारियों के बैरिकेडिंग तोड़ने, पु’लिस से झ’ड़प और तय रूट से अलग रास्तों पर ट्रैक्टर ले जाने की खबरें दिन भर सुर्खि’यों में रहीं। अब खबर है कि किसान प्रदर्शन में उपद्र’व को केंद्रीय गृह मं’त्रालय ने न सिर्फ संज्ञान में लिया है बल्कि इसके खि’लाफ स’ख्त ए’क्शन लेने की भी तैयारी में है। ट्रैक्टर परेड में हंगामें की स्थिति बनने के बाद केंद्रीय गृह सचिव ने गृह मंत्री अमित शाह को दिल्ली की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि देर रात केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से मा’मले में बड़ा ऐक्शन लिया जा सकता है। कई किसान नेता रडार पर हैं। सिंघू बॉर्डर पर भी ट्रैक्टर परेड के बाद प्रमुख किसान नेता दिखाई नहीं दे रहे हैं। वहीं दिल्ली पु’लिस ने किसानों के प्रदर्शन को उग्र और हिं’सक बताया है। उन्होंने कहा कि प्रद’र्शनका’रियों से झड़प में पु’लिस के 83 जवान घा’यल हुए हैं।

राजधानी में अतिरिक्त बल तै’नात
मा’मले को गं’भीरता से लेते हुए केंद्र सर’कार ने एहतियातन राजधानी में अतिरिक्त पै’रामि’लिट्री फो’र्स तै’नात करने का फै’सला किया है। बताया गया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शांति कायम करने तथा लॉ ऐंड ऑर्डर को दु’रुस्त रखने के लिए अतिरिक्त केंद्रीय बलों की तैनाती की जाएगी। वहीं दिल्ली से सटे हरियाणा राज्य के कई जिलों में प्रदेश सरकार ने इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर रोक की मियाद बढ़ा दी है। सरकार ने निर्देश जारी किया है कि सोनीपत, पलवल और झज्जर जिलों में बुधवार शाम 5 बजे तक इंटरनेट और एस’एमएस सेवाओं पर रोक रहेगी, ताकि अ’फवाहों को फै’लने से रोका जा सके।
इंटरनेट सेवा बंद
खबर के मुताबिक, हरियाणा के तीन जिलों के अलावा उन सभी बॉर्डर एरियाज में जहां पर प्रदर्शन चल रहा है, रात 12 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक, सिंघु, गाजीपुर, टीकरी, मुकरबा चौक, नांगलोई और आसपास के इलाकों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। कोई URL खोलने पर यह मैसेज आ रहा है क‍ि ‘सरकार के निर्देशानुसार, आपके क्षेत्र में इंटरनेट सेवा अगली सूचना आने तक बंद कर दी गई हैं।’ मोबाइल इंटरनेट सेवा चल रही है।
ट्रैक्टर रैली में हंगामा
बता दें कि मंगलवार को किसानों ने ट्रै’क्टर प’रेड का आह्वान किया था। इसके लिए दिल्ली पु’लिस से मीटिंग के बाद रैली के लिए रूट भी तय किए गए थे लेकिन मंगलवार को किसानों की रैली शुरू होते ही हं’गामे जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। दोपहर में भारी संख्या में प्र’दर्शनका’री ट्रैक्टरों के साथ लाल किले पर पहुंच गए। इसके बाद वे लाल किले के भी’तर घुस गए और किले की प्राचीर से पीले रंग का झंडा लहरा दिया। वहीं राजधानी में आईटीओ में प्रदर्शनकारी किसानों ने ट्रैक्टरों से बैरिकेड तोड़ दिया। हं’गामा बढ़ने पर पु’लिस ने यहां किसानों पर ला’ठीचा’र्ज कर दिया।

Tuesday, January 26, 2021

आजादी के 72 साल बाद गणतंत्र दिवस पर पहली बार देखने को मिला भगवान श्रीराम मंदिर की भव्य झांकी।

उत्तर प्रदेश: आजादी के 72 साल बाद गणतंत्र दिवस पर पहली बार देखने को मिलेगा भगवान श्रीराम मंदिर की भव्य झांकी का प्रतिरूप हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता था। गणतंत्र दिवस के मौके पर दूसरे देशों के राष्ट्रप्रमुख, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना वायरस की वजह से गणतंत्र दिवस के अवसर पर कोई भी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष मुख्य अतिथि नहीं होंगे। ऐसा साल 1966 के बाद पहली बार होगा जब गणतंत्र दिवस समारोह में विदेशी अतिथि नहीं हुआ।

इस साल गणतंत्र दिवस परेड के रूट को भी छोटा कर दिया गया है। पहले परेड की लंबाई 8.2 किलोमीटर होती थी, लेकिन अब परेड की लंबाई सिर्फ 3.3 किलोमीटर थी। यह परेड विजय चौक से लाल किले तक जाती थी, लेकिन इस बार विजय चौक से नेशनल स्टेडियम तक ही गई।

छोटे बच्चे नहीं हुए शामिल।
इस साल कोरोना वायरस की वजह से 15 साल से कम उम्र के बच्चे परेड में हिस्सा नहीं लिए। साथ ही इस बार दिव्यांग बच्चों को भी शामिल नहीं किया गया। इस बार गणतंत्र दिवस परेड में सिर्फ 96 लोग शामिल होंगे। इससे पहले परेड में 144 लोग होते थे।

कोई विदेशी मुख्य अतिथि नहीं।
इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर कोई भी विदेशी गणमान्य व्यक्ति मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल नहीं होगा। ऐसा 55 साल बाद हो रहा है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर कोई मुख्य अतिथि नहीं हुआ। इस साल कोरोना वायरस की वजह से विदेशी मुख्य अतिथि को नहीं बुलाया जा रहा है।
पहली महिला फाइटर पायलट बनेगी परेड का हिस्सा।
इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर लेफ्टिनेंट भावना कांत भी शामिल होंगी, जो परेड में शामिल होने वालीं पहली महिला फायटर पाइलट होंगी। इसके अलावा इस बार राफेल लड़ाकू विमान भी परेड का हिस्सा होगा।

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...