उत्तर प्रदेश: आजादी के 72 साल बाद गणतंत्र दिवस पर पहली बार देखने को मिलेगा भगवान श्रीराम मंदिर की भव्य झांकी का प्रतिरूप हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता था। गणतंत्र दिवस के मौके पर दूसरे देशों के राष्ट्रप्रमुख, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना वायरस की वजह से गणतंत्र दिवस के अवसर पर कोई भी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष मुख्य अतिथि नहीं होंगे। ऐसा साल 1966 के बाद पहली बार होगा जब गणतंत्र दिवस समारोह में विदेशी अतिथि नहीं हुआ।
इस साल गणतंत्र दिवस परेड के रूट को भी छोटा कर दिया गया है। पहले परेड की लंबाई 8.2 किलोमीटर होती थी, लेकिन अब परेड की लंबाई सिर्फ 3.3 किलोमीटर थी। यह परेड विजय चौक से लाल किले तक जाती थी, लेकिन इस बार विजय चौक से नेशनल स्टेडियम तक ही गई।
इस साल कोरोना वायरस की वजह से 15 साल से कम उम्र के बच्चे परेड में हिस्सा नहीं लिए। साथ ही इस बार दिव्यांग बच्चों को भी शामिल नहीं किया गया। इस बार गणतंत्र दिवस परेड में सिर्फ 96 लोग शामिल होंगे। इससे पहले परेड में 144 लोग होते थे।
कोई विदेशी मुख्य अतिथि नहीं।
इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर कोई भी विदेशी गणमान्य व्यक्ति मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल नहीं होगा। ऐसा 55 साल बाद हो रहा है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर कोई मुख्य अतिथि नहीं हुआ। इस साल कोरोना वायरस की वजह से विदेशी मुख्य अतिथि को नहीं बुलाया जा रहा है।
पहली महिला फाइटर पायलट बनेगी परेड का हिस्सा।
इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर लेफ्टिनेंट भावना कांत भी शामिल होंगी, जो परेड में शामिल होने वालीं पहली महिला फायटर पाइलट होंगी। इसके अलावा इस बार राफेल लड़ाकू विमान भी परेड का हिस्सा होगा।
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