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Sunday, January 31, 2021

जानें कैसे डबल होता है आपका पैसा, कौन सा फार्मूला करता है काम।

Money Making Tips हर कोई धनवान बनना चाहता है। अपने पैसे को डबल करने की चाह किसे नहीं होती है। और बाजार में भी तमाम स्कीम्स हैं जो दावा करती है कि इतने दिनों में आपका पैसा डबल हो जाएगा। आखिर यह सवाल कभी ना कभी तो आता होगा कि आखिरकार पैसा डबल कैसे होता है। ऐसा कौन सा फार्मूला है जिसे अपना कर अपने फाइनेंशियल सपनों को पूरा किया जा सकता है। पैसा डबल करे के पीछे काम करता है चक्रवृद्धि ब्याज (Compound Interest)। अगर आप इस चक्रवृद्धि ब्याज के फार्मूले को समझ लेते हैं तो आप भी अपने पैसे को दोगुना कर सकते हैं।


कितने साल में दोगुना होता है पैसा (Double your investment)
वैसे तो बैंकों की ब्याज दर बहुत कम है, फिर भी अगर समझदारी से काम लिया जाए तो बैंक की स्पीड से पहले आप अपना पैसा दोगुना कर सकते हैं। आपको लगातार बचत करते रहना है. आपका पैसा 7 साल में दोगुना हो जाएगा और आपके निवेश को बढ़ाने के काम करेगा चक्रवृद्धि ब्याज। चक्रवृद्धि का फायदा लॉन्ग टर्म (Long term) निवेश में देखने को मिलता है।

कैसे काम करता है चक्रवृद्धि (How compound interest works)
मान लीजिए आप 1000 रुपये कहीं जमा करते हैं और उस पर सालाना 10 प्रतिशत का ब्याज मिलता है। एक साल बाद आपके पास 1100 रुपये होंगे। अगले वर्ष चक्रवृद्धि के कारण आपको 1100 रुपये पर 10 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा और आपके पैसे बढ़कर 1210 रुपये हो जाएंगे। फिर अगले वर्ष 1210 रुपए पर 10 प्रतिशत ब्याज प्राप्त होगा और यह सिलसिला साल दर साल चलता रहेगा। समय के साथ आपका पैसा आपको बढ़ता दिखाई देगा।

कब होगा आपका पैसा दोगुना (double money)
आपकी बचत के पैसे दोगुने कब होंगे इसकी गणना का एक आम नियम काफी प्रचलित है और ये है रूल 72। फाइनेंस के क्षेत्र में इसका खूब इस्तेमाल होता है। रूल 72 के जरिए आप यह जान सकते हैं कि आपके निवेश के पैसे कितने समय में दोगुने हो जाएंगे। आइए इसका फॉर्मूला जानते हैं।
उदाहरण से समझें
अगर आप 1000 रुपए का निवेश करते हैं जिस पर सालाना 10 प्रतिशत का चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है तो रूल 72 के अनुसार इस निवेश को दोगुना होने में 72/10=7.2 साल लगेंगे। अगर आप इससे बड़ी राशि का निवेश करते हैं तो वह राशि 7 साल बाद बढ़कर 2 गुनी हो जाएगी।

जल्द करें निवेश की शुरूआत (investment plans)
बड़ी बचत के लिए हमें जल्दी शुरुआत करनी होगी। अगर आप 25 साल की उम्र से 5,000 रुपये का निवेश शुरू करते हैं। और इस पर सालाना 10 प्रतिशत का रिटर्न मिलता है तो 60 साल की उम्र में आपके पास एक करोड़ रुपए से अधिक का फंड होगा।

एसआईपी के जरिए करें निवेश (systematic investment plan)
म्यूचुअल फंड में लंबी अवधि के निवेश पर 10 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न मिल जाता है। इसलिए समझदारी इसी में है कि हर महीने एक तय अमाउंट की एसआईपी शुरू कर लें। एसआईपी भले ही कम पैसे ही हो, लेकिन आने वाले समय में यह आपके लिए एक अच्छी रकम इकट्ठा कर देगी।

Saturday, January 30, 2021

सर्दियों की सुबह करें इन चीजों का सेवन, पूरी सर्दी रहेंगे स्वस्थ्य।

सर्दियों के मौसम में हमेशा खाने - पीने का माहौल बना होता है। लेकिन इसी सीजन बीमारियां भी शरीर पर हावी होती हैं, क्योंकि हमसब हैल्दी फूड के साथ- साथ तली भुनी चीजों का भी सेवन कर लेते हैं। जिस कारण कई परेशानियां शुरू हो जाती है। इसलिए अगर सुबह-सुबह खाली पेट कुछ चीजों का सेवन करें तो हम पूरी सर्दी स्वस्थ्य रहेंगे।

गुनगुना पानी और शहद:- ठंड के मौसम में अपने दिन की शुरुआत गुनगुने पानी और शहद से करें। शहद मिनरल्स, विटामिन, फ्लेवोनोइड्स और एंजाइम से भरपूर होता है। ये चीजें आंत को साफ रखती हैं। गुनगुने पानी में शहद मिलाकर पीने से सारे विषाक्त पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाते हैं। इसके अलावा ये वजन घटाने में भी बहुत कारगर माना जाता है।

भीगे हुए बादाम:- बादाम में मैंगनीज, विटामिन E, प्रोटीन, फाइबर, ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड पाया जाता है। बादाम को हमेशा रात में भिगोकर सुबह खाना चाहिए। बादाम के छिलके में टैनिन होता है जो शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण को रोकता है। बादाम भिगोने के बाद इनके छिलके आसानी से निकल जाते हैं. बादाम पोषण देने के साथ ही शरीर को गर्म भी रखता है।

मेवा:- नाश्ता करने से पहले एक मुट्ठी मेवा (Dried fruit) खाने से पेट सही रहता है। ये न केवल पाचन में सुधार करता है बल्कि पेट के पीएच स्तर को सामान्य करने में भी मदद करता है। आप अपनी डेली डाइट में किशमिश, बादाम और पिस्ता शामिल करें। ध्यान रखें कि इन्हें अधिक मात्रा में ना खाएं वरना बॉडी पर रैशेज हो सकते हैं।

पपीता:- आंत को स्वस्थ रखने के साथ ही पपीता पेट की कई दिक्कतों को दूर करता है। खाली पेट खाने के लिए पपीता को सुपरफूड माना जाता है। पपीता हर मौसम में और हर जगह पाया जाता है। इसे आप आसानी से अपने ब्रेकफास्ट में खा सकते हैं। ये कोलेस्ट्रॉल कम करता है, दिल की बीमारियों को दूर करता है और वजन भी घटाता है।

भीगे हुए अखरोट:- बादाम की तरह अखरोट भी भिगोकर खाना ज्यादा फायदेमंद होता है। अपने दिन की शुरूआत रात में भीगे अखरोट खाकर करेंं। सूखे की बजाय भीगे हुए अखरोट में पोषक तत्व ज्यादा होता हैै। 2-5 अखरोट रात में भिगोएं और सुबह उठकर खाली पेट इसे खाएं।

ICC ने जारी किया अपना Test Rankings. Virat Kohli चौथे नंबर पर बरकरार, Rishabh Pant की रैंकिग में कोई सुधार नहीं।

नई दुनिया: आईसीसी (ICC) ने अपनी रैंकिंग जारी कर दी है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक विराट कोहली (Virat Kohli) टेस्ट क्रिकेट में चौथे नंबर पर हैं। वहीं चेतेश्वर पुजारा को एक स्थान का फायदा मिला है और वो छठे नंबर पर पहुंच गए हैं। कोहली (862 प्वॉइंट) और पुजारा (760 प्वॉइंट) के अलावा टेस्ट उप कप्तान अजिंक्य रहाणे भी 8 वें नंबर के साथ टॉप 10 में जगह बनाने वाले भारतीय बल्लेबाजों में शामिल है।

टीम इंडिया के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) और स्टार ओपनर रोहित शर्मा (Rohit Sharma) क्रमश: 13 वें और 18 वें स्थान पर बरकरार हैं। न्यूजीलैंड के बल्लेबाज केन विलियमसन (919 प्वॉइंट) बल्लेबाजी रैंकिंग में टॉप पर कायम हैं जबकि उनके बाद स्टीव स्मिथ (891 प्वॉइंट) और मार्नस लाबुशेन (878 प्वॉइंट) की ऑस्ट्रेलिया की जोड़ी का नंबर आता है।

इंग्लैंड के कप्तान जो रूट (Joe Root) 823 अंक के साथ 5 वें स्थान पर बरकरार हैं। गेंदबाजों की बात करें तो सीनियर स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (760 प्वॉइंट) और स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (757 प्वॉइंट) क्रमश: 8 वें और 9 वें स्थान पर बरकरार हैं। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस 908 प्वॉइंट के साथ टॉप पर कायम हैं।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड (839 प्वॉइंट) और न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज नील वेगनर (835 प्वॉइंट) क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। रविंद्र जडेजा (419 प्वॉइंट) और आर अश्विन (281 प्वॉइंट) ऑलराउंडर्स की लिस्ट में क्रमश: तीसरे और छठे स्थान पर बरकरार हैं। इंग्लैंड के बेन स्टोक्स (427 अंक) आलराउंडर्स की लिस्ट में टॉप पर हैं।

उस मंदिर का नाम क्या है जो दिन में लगातार दो बार गायब हो जाता है। IAS Interview Questions.

नई दुनिया: सिविल सेवा में चयनित होने से पहले आईएएस इंटरव्यू ( IAS Interview ) पास करना जरूरी होता हैै। इसके सवाल हमेशा चर्चा में रहते हैंं। यूपीएससी (UPSC) प्री और मेन्स का पहाड़ पार करके इंटरव्यू की दहलीज तक पहुंचे अभ्यर्थियों से कुछ भी पूछा जा सकता है। इसे पास करने में अच्छे-अच्छों का हाल भी बेहाल हो जाता है। इसलिए भारतीय प्रशासनिक सेवा के इंटरव्यू की तैयारी भी काफी अच्छी तरह से करनी चाहिए।


IQ लेवल की गहन पड़ताल
सिविल सेवा के साक्षात्कार में पास होने का कोई शॉर्टकट नहीं हैं। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) इंटरव्यू की तैयारी भी काफी अच्छे तरीके से करनी चाहिए। UPSC की शुरूआती परीक्षा के बाद कैंडिडेट्स मेन्स की तैयारी में जुटते हैं। जिसमें कामयाबी के बाद ही इंटरव्यू का मौका मिलता है।

जानिए ट्रिकी सवालों के जवाब 
सिविल सर्विस एग्जाम (Civil Services Exam 2020) पर्सनैलिटी टेस्ट (Personality Test) में प्रतिभागी के सामान्य ज्ञान के अलावा दिमागी जांच ज्यादा की जाती है। ऐसे में सिविल की तैयारी करने वाले छात्रों को समझना चाहिए कि आखिर कैसे मामूली से दिखने वाले सवाल का जवाब इतना आसान नहीं होता। इसलिए हम आज कुछ ट्रिकी सवाल और उनके जवाब बता रहे हैं।

सवाल 1: वह क्या है जो आग में नही जलता और पानी में नहीं डूबता ?
जवाब:    बर्फ.
सवाल 2: कौन सा जानवर है जो एक बार सोने के बाद दोबारा नही जागता?
जवाब:    चींटी एक ऐसी जीव है जो एक बार सो जाए तो जगती ही नहींं।
सवाल 3:  उस जानवर का नाम बताइए जो 30 फीट तक छलांग मार सकता है?
जवाब:      कंगारू।
सवाल 4: टेलीफोन के डायलिंग पैड के सभी अंकों का गुणा करने पर क्या अंक प्राप्त होगा ?
जवाब:     शून्य।
सवाल 5: औरत का ऐसा कौन सा रूप है जिसे सभी देखते है लेकिन उसका पति कभी नहीं देख सकता ?
जवाब:      विधवा का रूप।
सवाल 6:   मान लीजिए z के आठ लड़के है और उनकी एक-एक बहन हैं, तो z के कुल कितने बच्चे हैं ?
जवाब:     Z के कुल 9 बच्‍चे हैं।
सवाल 7: उस मंदिर का नाम क्या है जो दिन में लागातार दो बार गायब हो जाता हैं ?
जवाब:    श्री स्तंभेश्वर महादेव मंदिर।
सवाल 8: अगर 1 रू.में 40 चिड़िया, 3 रू. का कबूतर, 5 रू. का 1 मुर्गा तो बताइए 100 रू. में 100 पक्षी कैसे आएंगे? समझाइए।
जवाब:     2 रु. में 80 चिड़िया, 3 रु. में 1 कबूतर और 95 रु. में 19 मुर्गे खरीदकर 2+3+95= 100 में सौ पक्षी आ जाएंगे.
सवाल 9: क्या सीलिंग फैन को 5 नंबर के बजाय 1 नंबर पर चलाया जाए तो बिजली का बिल कम आएगा? 
जवाब:    अगर पंखे का रेगुलेटर पुराना है तो 1 नंबर पर चलाने पर भी बिल पांच नंबर के बराबर ही आएगा। आप 1 पर चलाये या 5 पर बिजली खर्च में ज्यादा फर्क नहीं होने वाला हैै। पुराने रेगुलेटर एक तरह से प्रतिरोध ही है।
सवाल 10: कौन सा डर इंसान को सुंदर बना जाता हैं ?
जवाब:      पाउडर।

इन बातों पर भी विशेष ध्यान दें
जब भी आप इंटरव्यू देने जाएं तो बॉडी लैंग्वेज को सहज रखें। आई कॉन्टैक्ट ठीक से होना चाहिए। आपके कपड़े ऐसे हों जिससे अधिकारी जैसा लुक आए। इंटरव्यू रूम में दाखिल होने के बाद सभी मेंबर्स को अच्छे से ग्रीट करें। अपने आत्म विश्वास को कभी कम न होने दें। अगर आप इन बातों पर भी ध्यान देंगे तो आपके सेलेक्शन के चांस बढ़ जाएंगे।

सरस्वती पूजा की शुभ मुहूर्त, एवम् पूजा विधि।

पौराणिक महत्व हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल की पंचमी तिथि के दिन बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस साल यह त्योहार 16 फरवरी के दिन पड़ रहा है। इस दिन से ऋतुराज बसंत की शुरुआत हो जाती है। बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस ज्ञान की देवी मां सरस्वती का प्राकट्य हुआ था। बसंत पंचमी का पौराणिक महत्व ऐसी मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन, देवी सती और भगवान कामदेव की षोडशोपचार पूजा करने से हर व्यक्ति को शुभ समाचार एवं फल की प्राप्ति होती है। इसलिए बसंत पंचमी के दिन, षोडशोपचार पूजा करना विशेष रूप से वैवाहिक जीवन के लिए सुखदायक माना गया है।

शुभ मुहूर्त बसंत पंचमी:- तिथि प्रारंभ - 16 फरवरी को सुबह 03 बजकर 36 मिनट से बसंत पंचमी तिथि समाप्त - 17 फरवरी को सुबह 5 बजकर 46 मिनट तक है।


पूजा विधि- सरस्वती पूजा के दिन सुबह उठकर शरीर पर उबटन लगाकर स्नान करें और पीले वस्त्र पहनें। अग्र भाग में गणेश जी और पीछे वसंत स्थापित करें। नए धान्य से जौ, गेहूं आदि की बाली की पुंज को भरे कलश में डंठल सहित रखकर अबीर और पीले फूलों से वसंत बनाएं। तांबे के पात्र से दूर्वा से घर या मंदिर में चारों तरफ जल छिड़कें और मंत्र पढ़ेंंंं। 

प्रकर्तत्याः वसंतोज्ज्वलभूषणा नृत्यमाना शुभा देवी समस्ताभरणैर्युता, वीणा वादनशीला च यदकर्पूरचार्चिता। प्रणे देवीसरस्वती वाजोभिर्वजिनीवती श्रीनामणित्रयवतु। 
पूर्वा या उत्तर की ओर मुंह किए बैठकर मां को पीले पुष्पों की माला पहनाकर पूजन करें। गणेश, सूर्य, विष्णु, रति-कामदेव, शिव और सरस्वती की पूजा का विधान भी है। बसंत पंचमी पर सरस्वती पूजा का महत्वहिंदू परंपरा के अनुसार माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को, बसंत पंचमी पर्व मनाया जाता हैै। पौराणिक कथाओं के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन ब्रह्मा जी ने मां सरस्वती का सृजन किया था।

इसलिए यही वजह है कि इस दिन सभी सनातन अनुयायी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मां सरस्वती की पूजा करने से, शुभ फल तो मिलते ही हैं, साथ ही उस व्यक्ति को मां सरस्वती की असीम कृपा भी प्राप्त होती है। बसंत पंचमी को लेकर एक और भी पौराणिक महत्व सुनने को मिलता है जिसके अनुसार इस दिन यदि कोई भी व्यक्ति सच्चे दिल से धन और वैभव की देवी मां लक्ष्मी और भगवान श्री विष्णु की पूजा करता है तो, उसे हर प्रकार की आर्थिक तंगी से निजात मिल जाता है। हालांकि देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की ये पूजा भी मुख्य रूप से, पंचोपचार एवं षोडशोपचार विधि से ही होनी अनिवार्य होती है।

Friday, January 29, 2021

सर्दियों में जरूर खाएं छुहारे, होंगे बहुत फायदे।

सर्दियों में शरीर में गर्मी बने रहे इसके लिए हम सभी बहुत सी चीजे खाते हैं। उसमें से एक ड्राईफ्रूट्स हैं। लेकिन ड्राईफ्रूट्स में अगर आप सिर्फ छुहारा का ही सेवन करते हैं तो आप ठंड और ठंड में होने वाली बीमारियों से बच सकते हैं. छुहारा खजूर का सूखा रूप है। पौष्टिकता से भरपूर छुहारा गर्म तासीर का होता है इसलिए इसका उपयोगिता सर्दियों में ज्यादा होता है। छुहारे में काफी मात्रा में कैलिशियम, फाइबर, जिंक, मैग्नीशियम और आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा इसमें इसमें विटामिन A, C, E, K, B2, B6, नियासिन और थियामिन सहित कई विटामिन पाये जाते हैं। इसको दूध के साथ लेने से इसकी गुणवक्त्ता और बढ़ जाती है। 

1-छुहारा महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद हैं। सर्दी के दिनों में कई महिलाओं को मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं, इसके लिए छुहारे फायदेमंद है। छुहारे खाने से मासिक धर्म खुलकर आता है और कमर दर्द में भी लाभ होता है।

2-आज कल बालों की समस्या बहुत बढ़ गई है। अगर आप इसे रोकना चाहिते हैं तो छुहारे का सेवन शुरू कर दें। इसमें मौजूद पैंटोफेनीक एसिड बालों को स्वस्थ बनाए रखने में काफी मददगार साबित होता है। यह बालों के लिए एक सुपर फूड का काम करता है।

3-बहुत से लोग बड़ी उम्र तक बिस्तर पर पेशाब करते हैं। या फिर बुढ़ापे जिन्हें पेशाब बार-बार आता हो, तो उन्हें दिन में दो छुहारे खाने से लाभ होगा। छुहारे वाला दूध भी लाभकारी है। यदि बच्चा बिस्तर पर पेशाब करता हो तो उसे भी रात को छुहारे वाला दूध पिलाएं। यह शक्ति पहुंचाते हैं।

4-सुबह-शाम तीन छुहारे खाकर बाद में गर्म पानी पीने से कब्ज दूर होती है। खजूर का अचार भोजन के साथ खाया जाए तो अजीर्ण रोग नहीं होता तथा मुंह का स्वाद भी ठीक रहता है। खजूर का अचार बनाने की विधि थोड़ी कठिन है, इसलिए बना-बनाया अचार ही ले लेना चाहिए।

5-छुहारे का सेवन करने से मांसपेशियों की ताकत बढ़ जाती है। छुहारा दिल को भी मज़बूत करने में काफी अच्छा माना जाता है।

6-छुआरे के गुदे को दूध के साथ उबाल लें, ठंडा होने पर इसे मिक्सर में डालकर पीसें तो आपको भूख ना लगने की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।

कैसे हुआ राजा सुरथ एवं समाधि वैश्य को देवी-दर्शन।

प्राचीन समय की बात हैं। स्वारोचिष मन्वन्तर में सुरथ नामके एक परम धार्मिक राजा थे।वे परम उदार थे तथा प्रजा का पुत्रवत पालन करते थे। दुर्योगवश उनके मंत्री शत्रुओं से मिल गये और शत्रुओं ने उन्हें पराजित करके उनका राज्य छीन लिया। निराश होकर राजा सुरथ वन में चले गये। एक दिन भूख-प्यास से व्याकुल अवस्था में परम तपस्वी सुमेधा मुनि के आश्रम में पहुँचे। मुनि के पूछने पर उन्होंने अपनी सम्पूर्ण कथा बतायी। दयालु मुनि ने उनका यथोचित सत्कार किया और उन्हें आश्रम में आश्रय प्रदान किया।

एक दिन महाराज सुरथ एक वृक्ष के नीचे बैठकर अपने खोये हुए राज्य एवं परिवार के विषय में चिन्तन कर रहे थे। इतने में वहां एक वैश्य पहुंचा। उसका नाम समाधि था। उसके पुत्रो ने उसकी सम्पत्ति छीन ली थी और उसे घर से निकाल दिया था। परस्पर समान दुःख से दुःखी होने के कारण थोड़ी ही देर में राजा और वैश्य में प्रगाढ़ मैत्री हो गयी। फिर दोनों अपने शोक- निवारण का उपाय पूछने के लिये सुमेधा मुनि के पास गये और अपने कल्याण का उपाय पूछा।

सुमेधा मुनि ने कहा- वत्स! कल्याण चाहने वाले पुरुषों को चाहिये कि मन, वचन और कर्म से भगवती महामाया की आराधना करें। भगवती की कृपा से सुख, ज्ञान और मोक्ष सब कुछ सहज ही सुलभ हो जाता है। भगवती की प्रसन्नता के लिये व्रत, भगवती का पूजन, निवारण - मंत्र का जप तथा हवन करना चाहिये। नवरात्र-व्रत सम्पूर्ण व्रतों में श्रेष्ठ हैं। भगवती की कृपा से तुम्हारी विघ्न-बाधाएँ दूर हो जायेगी।

इस प्रकार सुमेधा मुनि से उपदेश प्राप्त करके राजा सुरथ और वैश्य एक श्रेष्ठ नदी के तट पर गये, वहां उन्होंने एक निर्जन स्थान पर बैठकर भगवती के मंत्र का जप और ध्यान करना प्रारम्भ कर दिया। तपस्या करते हुए एक वर्ष का समय पूरा हो गया। दूसरे वर्ष उन लोगों ने सूखे पत्ते खाकर तपस्या की। तीसरे वर्ष की तपस्या में उन्होने सूखे पत्तों का भी त्याग कर दिया। कठिन तप से प्रसन्न होकर महामाया भगवती ने उन्हें साक्षात दर्शन दिया और कहा- तुम दोनों की तपस्या से मैं संतुष्ट हो गयी हूँ हे भक्तो! वर माँगो।

देवी की बात सुनकर उन्होंने भगवती से अपने शत्रुओं के विनाश के साथ निष्कंलक राज्य की याचना की। भगवती ने कहा-राजन! अब तुम घर लौट जाओ। तुम्हारे शत्रु तुम्हारा राज्य छोड़कर लौट जायेगे। दस हजार वर्षो तक अखिल भूमण्डल का राज्य करने के बाद अगले जन्म में तुम सूर्य के यहाँ जन्म लेकर मनु के पद को प्राप्त करोगे।

भगवती ने तथास्तु कहकर वैश्य को भी तृप्त कर दिया। इस प्रकार सुरथ भगवती के कृपा प्रसाद से समुद्रपर्यन्त समस्त पृथ्वी का राज्य भोगने लगे और समाधि वैश्य ज्ञान प्राप्त करके मुक्ति पथ के पथिक बने। भगवती के पावन कृपा के इस प्रसंग को पढ़ने और मनन करने से ज्ञान, मोक्ष, यक्ष, सुख- सभी उपलब्ध हो जाते हैं इसमें कुछ भी संशय नही है।

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...