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Sunday, February 21, 2021

Kareena Kapoor Khan फिर बनी मां, न्यूबॉर्न बेबी संग ये तस्वीर हुई वायरल।

नई दिल्ली: जिस घड़ी का सबको इंतजार था वो आ ही गई। करीना कपूर खान (Kareena Kapoor) और सैफ अली खान (Saif Ali Khan) के दूसरी बार किलकारी गूंज गई है। करीना कपूर ने एक बार फिर बेटे को जन्म दिया हैै। अब तैमूर अली खान (Taimur Ali Khan) बड़े भाई बन चुके हैं। लेकिन करीना के मां बनते ही ट्विटर पर उनका नाम ट्रेंड हो रहा है। लोग Kareena Kapoor के साथ एक तस्वीर शेयर कर रहे हैं जिसमें करीना के साथ एक न्यूबोर्न बेबी और सैफ नजर आ रहे हैं।

ट्विटर पर कई लोगों ने इस तस्वीर को 'इट्स अ बॉय' लिखकर शेयर किया है। कुछ लोग इसे करीना की ताजा तस्वीर बता रहे हैं और यह तस्वीर अब काफी तेजी से वायरल हो रही है। सोशल मीडिया पर इसे खूब शेयर व पसंद किया जा रहा है। देखिए ये पोस्ट...

आपको बता दें कि यह तस्वीर करीना की ताजा तस्वीर नहीं बल्कि उस समय की है जब तैमूर अली खान पैदा हुए थे। यह तस्वीर उस दौरान भी काफी वायरल हुई थी। वहीं इसके साथ ही लोग तैमूर को लेकर भी सोशल मीडिया पर काफी तरह-तरह के MEME शेयर कर रहे हैं। जिसमें वह बड़ा भाई बनने की खुशी मनाते दिख रहे हैं।

सोशल मीडिया पर दी खुशखबरी।
सोशल मीडिया के माध्यम से इस खबर की जानकारी मिली है। सोशल मीडिया पर करीना कपूर खान (Kareena Kapoor) और सैफ अली खान (SaiF Ali Khan) को बधाईयां मिल रही हैं।
15 फरवरी बताई गई थी डिलीवरी डेट।
आपको बता दें कि पहले करीना कपूर (Kareena Kapoor) की डिलीवरी डेट 15 फरवरी बताई गई थी। हालांकि 15 फरवरी को एक्ट्रेस की डिलीवरी नहीं हुई। सैफ और रणधीर के अलावा करीना (Kareena Kapoor) की ननद सबा (Saba Ali Khan) ने भी इसी बात की हिंट दिया था कि करीना (Kareena Kapoor) की डिलीवरी 15 के आसपास हो सकती है, लेकिन फिल अब देर ही सही खुशखबरी आ गई है। परिवार में हर शखस काफी खुश है।
प्रेगनेंसी के दौरान निपटाए सारे काम।
करीना (Kareena Kapoor Delivery) की डिलीवरी से पहले सैफ अली खान अपने काम खत्म करने में जुट गए थे ताकि वे अपने पैटर्निटी लीव को भरपूर एंजॉय कर सकें। करीना कपूर (Kareena Kapoor Pregnancy) ने भी अपनी प्रेग्नेंसी के दौरान अपने सारे काम निपटाए लिए, ताकि वह अपने मदरहुड को रिलैक्स होकर जी सकें।

मुंबई: विवेक ओबेरॉय को बिना हेलमेट बाइक चलाना पड़ा भारी, भरना पड़ा चालान।

मुंबई: ट्रैफिक पुलिस ने बिना हेलमेट पहने बाइक चलाने का वीडियो शेयर किए जाने के बाद फिल्म एक्टर विवेक ओबरॉय का चालान काट दिया है। बताा देंं, पुलिस ने 500 रुपये का चालान किया है। अभिनेता का चालान जारी करने वाले सांताक्रूज ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी ने कहा कि ओबरॉय ने मास्क भी नहीं पहना हुआ था जोकि कोविड-19 महामारी के दौरान अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि अभिनेता ने रविवार को ये वीडियो अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया था। जिसके बाद उनका चालान किया गया है।

आपको बता दें, वैलेंटाइन डे के मौके पर विवेक ओबरॉय ने अपनी नई गाड़ी की डिलीवरी ली थी। जिसको लेकर वो काफी उत्साहित नजर आ रहे थे। बता दें, उनकी टीम इस मौके पर उनका वीडियो बना रहे थे। वहीं गाड़ी की डिलीवरी के बाद एक्टर अपनी पत्नी के साथ बाइक राइड पर निकल पड़े। 

बता दें, हाल ही में बॉलीवुड के विवेक ओबेरॉय ने जरूरतमंद बच्चों के लिए एक खास अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का मकसद है जरूरतमंद होनहार छात्रों की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप प्रदान करना। इस स्कॉलरशिप अभियान के तहत विवेक ओबरॉय जरूरतमंद बच्चों के बीच में 16 करोड़ रुपये देंगे। जिससे गरीब किसानों के बेटों को भी बेहतर शिक्षा के लिए स्कॉलरशिप मिलेगी। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को जेईई और नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में मदद करना है।

विवेक ओबरॉय ने कहा कि 'गांव से आने वाला बच्चा न सिर्फ अपने परिवार को लेकर चलता है, बल्कि वह अपने साथ पूरे गांव को लेकर चलता है। हमारे आस-पास बहुत सारे मेधावी और प्रतिभाशाली युवा छात्र हैं, लेकिन वे उच्च शिक्षा और कोचिंग की फीस नहीं दे पा रहे हैं या आर्थिक स्थिति अच्छी न होने की वजह से अपने मन पंसद कॉलेज में एडमिशन नहीं ले पाते हैं।'

श्री रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए आपका सहयोग कितना अहम है, आप खुद ही पढ़ लीजिए।

श्री रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए आप अगर अभी दान नहीं देते हैं तो आप कितनी बड़ी भूल कर रहे हैं।
सोचिए जरा ...

1. यह उस मंदिर के लिए किया गया दान है जिसके लिए 78 बार युद्ध हो चुके हैं। लाखों हिन्दुओं ने बलिदान दिया है।

2. 27 फरवरी के बाद अगर आप दो चार करोड़ भी दान करना चाहेंगे तो चाहकर भी दान नहीं कर पाएंगे क्योंकि यह अंतिम तिथि है और संघ की यही कार्य प्रणाली और अनुशासन है।

3. इसकी 10 रुपए की रसीद को आप फ्रेम में मढ़वा कर अपने पूजा घर में रख सकते हैंं।

4. दो चार पीढ़ियों के बाद आपके घर के लोग गर्व से कहेंगे हमारे परदादा ने भी श्रीराम मंदिर के लिए दान दिया था.. इसकी रसीद हमारे घर में आज भी है

5. अगर आपके नाती पोते किसी के घर जाएंगे।उनके ड्राइंग रूम में इन पर्चियों की फोटो फ्रेम टंगी होगी तो आपकी आने वाली पीढ़ियाँ यह तो नहीं कहेंगी कि हमारे परदादा ने 492 वर्ष बाद बनने वाले मंदिर के लिए कुछ नहीं दिया था। उनको भी कुछ करना तो जरूर चाहिए था।

6. कल संसार भर से लोग उस अद्वितीय मंदिर को देखने आएंगेे। वहाँ दान पात्र में 10 रुपए भी डालेंगे, लेकिन मंदिर बनाने के लिए देना और मंदिर बनने के बाद दान देना।दोनो बातें अलग-अलग है।

7. जब आप अयोध्या जी जाएंगे तो आपको उस अद्वितीय मंदिर को देखकर अपने उस निर्णय पर कितना गर्व होगा जब आपने 10 रुपए की रसीद कटवाई थी।

8. संघ अगर चाहता तो दो चार दिनों में देश विदेश से हजारों करोड़ रुपए इस मंदिर के लिए जमा कर लेता। लेकिन ऐसा न करके इसने हर हिन्दू को एक अमूल्य अवसर दिया है कि वे भी अपना अंशदान कर सकेंं।

9. समर्पण निधि की पर्चियाँ आपके क्षेत्र में काटने अगर कोई नहीं पहुंचा तो कौन काट रहा है। ये रसीद बुक किसके पास हैंं। ये आपको स्वयं पता भी करना पड़े तो अवश्य कीजिए। ये संघ के स्वयंसेवकों विहिप के पदाधिकारियों के पास अवश्य मिलेंगी।

10. ये अमूल्य रसीदें हैं, इनको ढूंढिए नहीं तो इस ऐतिहासिक अवसर को गंवाने के बाद कल आपको कितना पछतावा होगा।

अपना कीमती सहयोग दे, और अपने पूर्वजों के ऊपर गर्व करे कि उनके बलिदान और समर्पण की देन हैं कि आप इस ऐतिहासिक पल के गवाह बने है।

10 हजार में शुरू करें ये 5 बड़े बिजनेस, हर महीने होगी अच्‍छी कमाई।

Covid-19 Pandemic के कारण दुनिया में बहुत से लोगों का काम-धंधा छिन गया है। पूरे देश में कई तरह के धंधे चौपट हो गए। लेकिन आप चाहें तो अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इसमें सरकार आपकी मदद करेगी। आत्मनिर्भर भारत (Aatmanirbhar Bharat Mission) मिशन के तहत सरकार Loan मुहैया करा रही है। इसके जरिए मोदी सरकार (Modi Government) बंद हुए धंधे या कारोबार को फिर से खड़ा करने का मौका दे रही है। लेकिन पहले यह पता होना चाहिए कि कौन सा बिजनेस आप शुरू सकते हैं। आज हम बात करेंगे ऐसे 5 ऑनलाइन काम की, जिसे घर से ही शुरू किया जा सकता है और वह भी कम लागत में।


1:‍- ब्लॉग से कमाई।
अगर आप में Writer बनने का गुण हैं तो आप ब्लॉगिंग डिजिटल युग में ब्लॉगिंग से भी पैसे कमा सकते हैं। लिखने की स्किल है तो उठाइए Laptop और शुरुआत करिए। अगर आप बड़े स्तर पर ब्लॉगिंग शुरू करते हैं तो खुद की वेबसाइट भी बनवा सकते हैं। इसके प्रमोशन।

2:-Youtube channel
Youtube चैनल से आज बड़े क्‍या बच्‍चे तक करोड़ों रुपए की कमाई कर रहे हैं। ऐसा ही एक बच्‍चा है- रेयान जिसकी कमाई (Ryan Kaji Income) सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। उसकी कमाई करोड़ों रुपयों में है. Forbes List में Youtube के जरिए इस बच्‍चे ने सबसे ज्यादा कमाई की है। इस लिस्ट में 200 करोड़ की कमाई इस 9 साल के बच्चे रेयान ने की है। रेयान यू-ट्यूब पर अपने वीडियो अपलोड करता है और करोड़ों रुपये कमाता है। Youtube पर वीडियो बनाकर अच्छे-खासे पैसे कमाए जा सकते हैं। बस आप क्रिएटिव होने चाहिए। भारत में हजारों ऐसे चैनल हैं, जो घर बैठे अच्छा पैसा कमा रहे हैं।

3:-Online Classes
अगर आप अच्‍छे स्‍कॉलर हैं तो ऑनलाइन कोर्स (Start Your Online Classes) शुरू कर सकते हैं। बैंक, SSC से लेकर सिविल सर्विस की तैयारी ऑनलाइन भी हो रही है। कई सारे प्लेटफॉर्म ऐसे हैं जो सिर्फ ऑनलाइन कोर्स से कई करोड़ का टर्नओवर बना रहे हैं। इसे शुरू करने में भी खास लागत नहीं आएगी।

4:-Ghost writing
अगर आप में लिखने या ट्रांसलेशन की क्षमता है तो आप घोस्ट राइटिंग (Ghost writing) कर सकते हैं। ये ऐसे राइटर हैं जिन्हें कुछ लिखने के लिए काम दिया जाता है, लेकिन उन्हें काम करने का नाम नहीं मिलता। यह फ्रीलांस राइटिंग (Freelance Writer) के जैसे ही है। इसमें भी अच्छे पैसे मिलते हैं।
5:-Advertisement बनाना
एडवरटाइज़िंग कैंपेन डेवलपर यह पूरी तरह से ऑनलाइन बिजनेस है। इसके लिए आपको ट्रेनिंग की जरूरत होगी और फिर एक वेबसाइट बनाकर अपना काम शुरू किया जा सकता है। Google करने पर आपको कई ऐसी वेबसाइट मिल जाएंगी जो इसे सिखाने का कोर्स कराती हैं। ये कोर्स 21 दिन से लेकर 3 महीने तक के होते हैं। इसके बाद आप Digital Promotion से जुड़ सकते हैं।
PM Swanidhi scheme से ले सकते हैं Loan
अगर आपको Loan चाहिए तो मोदी सरकार (Modi Government) ने लॉकडाउन (Lockdown) में प्रभावित vendors को राहत देने के लिए 1 जून से पीएम स्वनिधि योजना लागू की थी। इस योजना का पूरा नाम ‘प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि’ (पीएम स्वनिधि योजना-PM Swanidhi scheme) है। इस योजना के तहत रेहड़ी-पटरी और दूसरा कारोबार करने वालों को 10,000 रुपये तक लोन मुहैया होता है। रेहड़ी-पटरी वाले लोन की रकम को वह 1 साल में मासिक किस्त के रूप में लौटा सकते हैं। यह अनसिक्‍योर्ड लोन है। सड़क किनारे, ठेले या रेहड़ी-पटरी पर दुकान चलाने वाले लोग इस योजना के तहत लोन ले सकते हैं। लोन की किस्तों को समय से चुकाने या समय से पहले चुकाने पर लाभार्थी को 7 फीसदी सालाना ब्याज में सब्सिडी दी जाएगी। इस ब्याज सब्सिडी को उनके खाते में छमाही आधार पर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से जमा करा दिया जाएगा। इसके लिए Mudra Loan भी ले सकते हैं।

नाटा मल्लिक, एक ऐसा जल्लाद था जो फांसी की रस्सियों के ताबीज़ बना कर बेचता था।

लखनऊ: निर्भया के चार दोषियों को फांसी देने वाले पवन जल्लाद एक बार फिर चर्चा में आ गए। वजह है अमरोहा की शबनम। जी हां, प्रेम में अंधी होकर अपने ही परिवार के सात लोगों की बेरहमी से हत्या करने वाली शबनम को कभी भी फांसी हो सकती है। उसे सूली पर चढ़ाने की जिम्मेदारी मेरठ के पवन जल्लाद को दी गई है। वैसे तो भारत में फांसी की सजा ब्रिटिश काल के पहले से है। हालांकि, 'रेयरेस्ट ऑफ द रेयर केस' में फांसी की सजा दी जाती है। भले ही फांसी की सजा कोर्ट में बैठे जज देते हैं लेकिन अंजाम तक एक जल्लाद ही पहुंचाता है।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक भारत में इस समय केवल दो ही पंजीकृत जल्लाद परिवार हैं, जो सालों से ये काम करते आ रहे हैं। पहला उत्तर प्रदेश का पवन कुमार और दूसरा पश्चिम बंगाल का बाबू अहमद। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे जल्लाद की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसके नाम पर 25 लोगों को फांसी देने का रिकॉर्ड दर्ज है। वह फांसी देने के बाद इस्तेमाल की गई रस्सी से लॉकेट बनाने के लिए भी मशहूर था। हम बात कर रहे हैं जल्लाद नाटा मल्लिक की। हालांकि, साल 2008 में उसकी मौत हो चुकी है।

फांसी पर चढ़ाना था पुश्तैनी काम।
2000 के दशक तक नाटा मल्लिक पश्चिम बंगाल राज्य का मशहूर जल्लाद हुआ करता था। वह मूलत: कोलकाता का रहने वाला था। उसके लिए फांसी देना एक पुश्तैनी पेशा था। ब्रिटिश राज में नाटा के पिता ने 500 से भी ज्यादा लोगों को फांसी पर लटकाया था, जिसमें अधिकतर बंगाली क्रांतिकारी शामिल थे। वहीं, नाटा के पिता के पहले दादा ने भी कई लोगों को फांसी पर चढ़ाया था।

इतनी मिलती थी सैलेरी।
वेस्ट बंगाल सरकार सैलेरी के तौर पर नाटा मल्लिक को 10 हजार रुपये देती थी। इसके अलावा उसे हर फांसी पर भी 5000 रुपये से लेकर 10000 रुपये मिला करते थे। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस जल्लाद ने फांसी देने वाली रस्सियों के जरिए भी बहुत कमाई की।

फंदे की रस्सी के लिए घर के बाहर लगता था लोगों का तांता।
14 अगस्त 2004 को नाटा मल्लिक ने अपनी 25वीं और आखिरी फांसी धनंजय चटर्जी को अलीपुर जेल में दी थी। आपको बता दें कि जिस रस्सी से अपराधी को फांसी पर लटाकाया जाता था, उसका एक छोटा टुकड़ा पाने के लिए नाटा मल्लिक के घर के बाहर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती थी। सुनने में भले ही यह अटपटा लग रहा होगा लेकिन यह बिल्कुल सच है।

रस्सी के ताबीज़ बनाकर बेचता था नाटा मल्लिक
दरअसल, अपराधी को फांसी देने के बाद नाटा उस रस्सी को घर ले आता था। फिर उस रस्सी के टुकड़े को ताबीज़ में भर कर बेचा करता था। हैरान करने वाली ये है कि खरीददारों में केवल गरीब और अनपढ़ लोग ही नहीं बल्कि पढ़े-लिखे और अमीर लोग भी आया करते थे। ऐसे ही लॉकेट बेचते हुए नाटा मल्लिक ने हजारों रुपये कमाये। इसकी वजह लोगों का विश्वास या अंधविश्वास कह सकते हैं। दरअसल, लोगों का मानना था फांसी के फंदे की रस्सी से दमा जैसी कई असाध्य बीमारियां ठीक हो जाती हैं। बस यही कारण था कि लोग उस रस्सी के ताबीज़ के लिए नाटा जल्लाद से खरीदते थे। आपको बता दें कि उसने अपने घर के बाहर एक तौलिए से फांसी की गांठ बनाकर भी टांग रखा था।

फांसी की रस्सी में होते हैं औषधिय गुण।
नाटा मल्लिक का मानना था कि फांसी के पहले इन रस्सियों पर साबुन, केला और घी लगाने के कारण इनमें औषधीय गुण आ जाते हैं। उसका दावा था कि उनके पास जितने भी मरीज आए वो सब ताबीज़ पहनने के बाद एकदम स्वस्थ हो गए। आपको बता दें ऐसा करने वाले वह पहले जल्लाद नहीं था उसके दादा भी इन रस्सियों के ताबीज़ बना कर बेचा करते थे।

Saturday, February 20, 2021

अपर्णा यादव ने श्रीराम मंदिर को दिया दान, और लोगो से आगे आकर जितना संभव हो, मंदिर के लिए उतना दान देने को अपील किया।

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की बहू अपर्णा बिष्ट यादव (Aparna Bisht Yadav) ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर (Shriram Temple) के निर्माण के लिए 11 लाख 11 हजार रुपये का चंदा दिया है। दान के बाद अपर्णा ने कहा कि मैंने ये स्वेच्छा से किया है। मैं अपने परिवार की जिम्मेदारी नहीं ले सकती।

'अतीत कभी भी भविष्य के बराबर नहीं होता'
अपर्णा बिष्ट यादव (Aparna Bisht Yadav) ने कहा कि अतीत कभी भी भविष्य के बराबर नहीं होता है। उन्होंने कहा, 'नेताजी के समय क्या हुआ, इस पर मैं टिप्पणी नहीं करना चाहती। बीता समय कभी भी भविष्य की बराबरी नहीं कर सकता। हम वर्तमान और भविष्य हैं। मैंने अपनी इच्छा से दान दिया है। मैं अपने परिवार द्वारा लिए फैसलों की जिम्मेदारी नहीं ले सकती। मेरा मानना है कि हमारी आने वाली पीढ़ियों को रामभक्त होना चाहिए’।

'हमारे पूर्वजों ने राम जन्मभूमि की लड़ाई लड़ी'
अपर्णा (Aparna Bisht Yadav) ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने राम जन्मभूमि के लिए लड़ाई लड़ी। यह भी कहा कि भगवान राम हमारे देश का चरित्र निर्धारित करते हैं। हर भारतीय को जिम्मेदारी है कि वह खुद से आगे आकर जितना संभव हो, मंदिर के लिए उतना दान दे। बता दें कि अवध प्रांत के प्रचारक कौशल और कार्यवाह प्रशांत भाटिया शुक्रवार को मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव के आवास पर पहुंचे थे। अपर्णा यादव ने प्रांत प्रचारक कौशल को राम मंदिर (Shriram Temple) निर्माण के लिए 11 लाख 11 हजार रुपये दान दिए।

इससे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने राम मंदिर (Shriram Temple) के लिए चंदा जुटाने वालों को चंदाजीवी कहा था। अपर्णा बिष्ट यादव (Aparna Bisht Yadav) के श्रीराम मंदिर को दान दिए जाने पर अखिलेश यादव ने कहा कि अवसर ढूंढने वालों ने आपदा में मौका ढूंढ लिया है। बता दें कि अपर्णा बिष्ट यादव अखिलेश यादव के सौतेले भाई प्रतीक यादव की पत्नी हैं। प्रतीक यादव मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के बेटे हैं। मुलायम सिंह यादव ने यूपी का मुख्यमंत्री रहने के दौरान 1990 में अयोध्या पहुंचे कारसेवकों पर गोली चलवाई थी, जिसमें कई लोग मारे गए थे। 

Peru: लड़की के लॉकडाउन नियम तोड़ने पर पुलिसवाले ने Kiss करके छोड़ा, Video वायरल होने के बाद पुलिसवाला सस्पेंड

पेरू की राजधानी लीमा में एक लड़की ने कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन किया, जिसके बाद पुलिसकर्मी ने जुर्माना लगाने के बजाय किस करके उसे छोड़ दिया। पुलिसकर्मी की यह हरकत पास लगे सीसीटीवी में कैद हो गई, जिसे एक टीवी चैनल ने शेयर किया है।

वीडियो में दिख रहा है कि पुलिसकर्मी लड़की की जानकारी अपने नोटपेड पर लिखता नजर आता है, लेकिन इस बीच लड़की कथित तौर पर उसे जुर्माना लेने की बजाय किस करने के लिए मनाती दिखी।

डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार, मामला सामने आने के बाद पुलिसकर्मी को बर्खास्त कर दिया गया है। पेरू की राजधानी लीमा के अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मिराफ्लोरेस जिला के सुरक्षा प्रभारी ने बताया, 'मामला संज्ञान में आने के बाद हमारे मेयर लुइस मोलिना ने तुरंत उस अधिकारी को बर्खास्त करने का फैसला किया। वह अज्ञात लड़की सोशल डिस्टेंसिंग जैसे कोविड नियमों का उल्लंघन कर रही थी और पुलिसकर्मी ने उसे ऐसा करने की इजाजत दिया। इतना ही नहीं, उसने अपना मास्क उतारकर उसे किस भी किया।

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...