कोरोना वायरस के बढ़ते संकट को देखते हुए मेला प्रशासन ने रामनवमी के पावन अवसर पर होने वाले स्नान की पूरी तैयारी कर ली हैं। प्रशासन ने पूरे मेला क्षेत्र को 23 सेक्टर में बांट दिया है। हर सेक्टर के लिए मजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए गए हैं। रामनवमी का स्नान कुंभ मेले के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। देखा जाए तो कोविड के खतरे के कारण श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम हो गई है। प्रशासन के अनुसार स्नान के लिए आने वाले हर एक श्रद्धालु को आरटी पीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य है।
वहीं, आने वाले सभी यात्रियों को कोरोना के नियमों का पालन करना भी अनिवार्य होगा। उप मेला अधिकारी अंशुल सिंह ने बताया कि, रामनवमी पर्व को लेकर मेला प्रशासन की सभी तैयारी पुण्य कर ली गई हैं, हालांकि दिल्ली और देश के बड़े शहरों में हुए लॉक डाउन के बाद श्रद्धालुओं की संख्या कम हो सकती है, लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए रामनवमी स्नान पर सख्ती बरती जाएगी।
आपको बता दें कि, हरिद्वार कुंभ में शाही स्नान के लिये आए तमाम अखाड़ों के साधु-संत कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इसके अलावा, महामंडलेश्वर की मौत के बाद अखाड़ों में भी भय है। पीएम की अपील के बाद जूना अखाड़े ने सबसे पहले कुंभ की समाप्ति का एलान किया।
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