Popular Posts

Tuesday, May 18, 2021

क्या आप जानते है, काशी खण्डोक्त मंदिर में दर्शन पूजन करने से केदारनाथ (ज्योतिर्लिंग) के दर्शन का फल मिलता है।

काशी में ऐसी मान्यता है कि यहां खण्डोक्त मंदिर में दर्शन पूजन करने से उत्तराखंड केदारनाथ (ज्योतिर्लिंग) के दर्शन का फल मिलता है। काशी के द्वादश शिवलिंगों में विश्वनाथ लिंग के बाद यह प्रधान लिंग माना जाता है ।

खिचड़ी से बना यह शिव लिंग दो भागों में बटा हुआ है।
1. गौरी रूप।
2. केदारनाथ।।

जब खुद खिचड़ी खाने आये केदारनाथ।

हजारों वर्ष पहले एक मांधाता नाम के ऋषि काशी वास् करने आये थे , वह अपने तप की शक्ति द्वारा रोज़ केदारधाम जा कर केदारनाथ को अपने द्वारा बनाया हुआ खिचड़ी भोग लगाते थे तभी खुद भी खाते थे। समय के साथ साथ वृद्ध अवस्था के कारण वह अचेत होकर गिर पड़े और भोग लगाने के लिए केदार धाम न जा सके।

तभी जब उनकी आँख खुली तोह सामने उन्होंने शिव जी का साक्षात दर्शन किया और शिव जी ने खिचड़ी का भोग लगाया और वही लिंग रूप में माता गौरी के साथ विराज गए और मान्धाता ऋषि को यही रोजाना खिचड़ी का भोग लगाने को कहा ।

स्कन्द पुराण के काशी खण्ड में ऐसा वर्णन है कि यहां केदार धाम दर्शन करने का ही फल मिलता है।

No comments:

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know.

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...