पुणे में कंपनी ने किया ट्रायल।
Vi (वोडाफोन आइडिया) को 5G नेटवर्क ट्रायल के लिए ट्रेडिशनल 3.5 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बैंड के साथ-साथ टेलीकॉम डिपॉर्टमेंट (DoT) द्वारा 26 गीगाहर्ट्ज (GHz) जैसे हाई फ्रीक्वेंसी बैंड आवंटित किए गए हैं। पुणे शहर में Vi ने नई पीढ़ी के ट्रांसपोर्ट और रेडियो एक्सेस नेटवर्क, क्लाउड कोर के लैब सेट-अप में अपना 5G ट्रायल स्थापित किया है।
वोडाफोन ने हासिल की 3.7 GBPS की स्पीड।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस ट्रायल में वोडाफोन आइडिया ने mmWave (मिलीमीटर वेव) के स्पेक्ट्रम बैंड पर बहुत कम लैटेंसी के साथ 3.7 GBPS से अधिक की टॉप स्पीट हासिल की है।
टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने दी है मंजूरी।
टेलीकॉम डिपॉर्टमेंट ने 5G ट्रायल के लिए मई में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन और बाद में MTNL के आवेदनों को मंजूरी दी थी। इन टेलीकॉम ऑपरेटरों को टेलीकॉम गियर निर्माता एरिक्सन, नोकिया, सैमसंग और सी डॉट के साथ छह महीने के लिए ट्रायल की मंजूरी दी गई है। Reliance Jio ने जून में दावा किया था कि ट्रायल में उसने 1 GBPS की टॉप स्पीड हासिल की है। वहीं Airtel ने भी जुलाई में इतनी ही स्पीड हासिल करने का दावा किया था।
सभी प्राइवेट कंपनियां कर रही हैं 5G की तैयारी।
सभी प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियां इस समय देशभर में 4G सेवाएं दे रही हैं और 5G तकनीक को जल्द से जल्द अपनाने के लिए कमर कसी हुई हैं। वहीं सरकारी टेलीकॉम ऑपरेटर BSNL ने अभी तक पूरे भारत में 4G को रोल आउट नहीं किया है। Vodafone Idea के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर जगबीर सिंह ने कहा, "हम सरकार द्वारा आवंटित 5G स्पेक्ट्रम बैंड पर 5G ट्रायल के शुरुआती चरणों में स्पीड और लैटेंसी परिणामों से प्रसन्न हैं"। उन्होंने कहा कि भारत भर में एक मजबूत 4G नेटवर्क स्थापित करने, सबसे तेज 4G गति और 5G के लिए तैयार नेटवर्क देने के बाद, Vodafone Idea अब अगली पीढ़ी की 5G तकनीक का परीक्षण कर रहा है ताकि भविष्य में भारत में उद्यमों और उपभोक्ताओं के लिए सही मायने में डिजिटल अनुभव लाया जा सके।
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