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Wednesday, January 13, 2021

महज 251 रुपये में स्मार्टफोन (Smartphones) देने वाले मोहित गोयल आखिरकार पहुंचे सलाखों के पीछे।

Mohit Goel Freedom 251: महज 251 रुपये में स्मार्टफोन (Smartphones) देने वाले नोएडा के मोहित गोयल आखिरकार सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं। मोहित गोयल को पुलिस ने 200 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी में मामले में अंदर किया है. पुलिस का कहना है कि पहले मोबाइल फोन के नाम पर आम आदमी को चूना लगाने वाले मोहित ने इस बार सूखे मेवा यानी ड्राई फ्रूट के बिजनेस के नाम पर हजारों कारोबारियों को ही चूना लगाया है। बताते चलें कि साल 2016 में नोएडा एक स्टार्टअप 'रिंगिंग बेल' (Ringing Bell) ने महज 251 रुपये में स्मार्ट फोन देने का ऐलान किया था। इस 'रिंगिंग बेल' की घंटी बजाने वाले मोहित गोयल ही थे। किसी भी टेलीकॉम कंपनी के प्लान से भी कम में मोबाइल फोन मिलता देख लोग लाइन में लग गए और लाखों की तादाद में ऑनलाइन फोन बुक किए गए। आखिरकार वही हुआ जो होना था, किसी को भी फोन नहीं मिला और 'रिंगिंग बेल' की कहीं गुमनामी में जाकर खामोश हो गई। इस मामले में खूब हाय-हल्ला हुआ, और मोहित गोयल को धोखाधड़ी के मामले में जेल की सजा हुई। लेकिन कुछ दिनों बाद वह जेल से बाहर आ गया।

लेकिन मोहित गोयल को लोगों को ठगी का चस्का लग चुका था। मोटी कमाई के साथ उसे इस काम में मजा भी आने लगा। अब मोहित गोयल एक नए अवतार में सामने आए, एक कारोबारी, ड्राई फ्रूट के कारोबारी के रूप में।

ड्राई फ्रूट के धंधे के नाम पर लूट (Mohit Goel Scam)
मोहित ने दुबई ड्राई फ्रूट्स नाम से एक कंपनी बनाई और लोगों को जमकर लूटा। नोएडा पुलिस ने इस फर्जी कंपनी का भंडाफोड़ करते हुए 2 लोगों, मोहित गोयल और ओमप्रकाश जांगिड़ को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से 2 लक्जरी कार, 3 मोबाइल, 60 किलोग्राम ड्राई फ्रूट के सैंपल और तमाम सामान बरामद किया है। मोहित गोयल (Mohit Goel) को पुलिस ने सेक्टर 51 से गिरफ्तार किया है। इसके साथ 4 अन्य लोग भी गिरफ्तार किए गए हैं। ये लोग मोहित गोयल की कंपनी दुबई ड्राई फ्रूट्स एंड स्पाइसेस हब में काम करते थे। इनमें से तीन लोग विदेशी हैं, जो ग्राहकों पर रौब झाड़ने के काम के लिए रखे गए थे।

मोहित गोयल ने नोएडा के सेक्टर 62 में दफ्तर खोला हुआ था और ड्राई फ्रूट्स एक्सपोर्ट (Dry Fruits Export) करने के नाम पर व्यापारियों को ठगा करता था. उसके खिलाफ पंजाब, हरियाणा, यूपी, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, दिल्ली, कर्णाटक, आंध्र प्रदेश और अन्य राज्यों से 40 से ज्यादा शिकायतें मिल चुकी हैं
पुलिस ने खोला काला चिटठा। नोएडा पुलिस (Noida Police) ने अपनी रिपोर्ट में मोहित गोयल का पूरा काला चिट्ठा खोला है। पुलिस के मुताबिक, मोहित और उसके गैंग ने पूरे भारत में 1,000 से ज्यादा लोगों को ठगा है और अरबों रुपये का गबन किया है। मोहित गोयल ने एक लीगल टीम भी बनाई हुई थी। ठगी के शिकार लोग अगर इसके खिलाफ आवाज उठाते थे तो यह गैंग उसे हनीट्रेप में फंसा कर जेल भिजवा देता था।मोहित गोयल एंड कंपनी राजस्थान के 5 कारोबारियों को झूठे मामलों में जेल भिजवा चुका है। कई बार हो चुका है गिरफ्तार फ्रीडम 251 मामले में बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने मोहित गोयल के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इसके बाद मोहित गोयल जमीन के मामले को लेकर भी जेल गया था। राजस्थान में गैंगरेप के मामले में रंगदारी मांगने के लिए भी वह जेल की हवा खा चुका है। फ्रीडम 251 के अलावा 2999 में 4जी स्मार्टफोन के नाम पर भी ठगी करने की वजह से मोहित जेल जा चुका है।

Tuesday, January 12, 2021

दुनिया की सबसे घातक राइफल AK-521, एक मिनट में एक हजार गोलियां कर सकेगी फायर Russia ने बनाई।

नई दुनिया: दुनिया की सबसे घातक राइफल मानी जाने वाली AK-47 राइफल अब और खतरनाक बन गई है। रूस ने अब इस राइफल का अडवांस वर्जन AK-521 को विकसित कर लिया है। कहा जा रहा है कि यह अब तक बनी AK सीरीज की राइफलों में सबसे घातक होगी।

रसियन बियॉन्ड में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार AK-521 राइफल का मेंटिनेंस भी बेहद कम होगा। इसमें 7,62х39 और 5,56х45 की गोलियों का इस्तेमाल होगा। दुर्गम इलाकों में तैनात सैनिक भी इसका आसानी से इस्तेमाल कर पाएंगे। माना जा रहा है कि कलाशनिकोव कंसर्न (Kalashnikov Concern) कंपनी जल्द ही इस रायफल का एक्सपोर्ट वर्जन तैयार कर लेगी, जिसे बिक्री के लिए मित्र देशों के सामने पेश किया जाएगा।

रिपोर्ट के मुताबिक AK-500 सीरीज की सभी अन्य रायफलों की तरह इसमें भी अपर और लोवर रिसीवर लगा होगा। इस रायफल में ज्यादा भार सहन करने के लिए अधिकतर पार्ट्स को धातु का बनाया गया है। वहीं राइफल के हत्थे और मैगजीन के आगे होल्डिंग पॉइंट्स पर पॉलिमर का प्रयोग किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि AK-521 राइफल की रेंज 800 मीटर तक होगी। इसका मतलब ये होगा कि करीब 800 मीटर दूरी तक मौजूद दुश्मनों को यह राइफल ढे़र कर सकेगी।

हालांकि कंपनी ने अभी तक आधिकारिक रूप से राइफल की रेंज का खुलासा नहीं किया है। इस AK-521 राइफल में ऑप्टिक्स बाइंडिंग और बैरल के बीच में एक मजबूत धातु का इस्तेमाल किया गया है। जिससे ऑपरेशन या मेंटीनेंस के दौरान इसमें दरार आने की आशंका खत्म हो जाएगी। कलाशनिकोव कंसर्न (Kalashnikov Concern) की AK-47 राइफलों को दुनिया के दो दर्जन से ज्यादा देश अपनी सेना में इस्तेमाल करते हैं।

इसके अलावा आसान मेनटिनेंस की वजह से दुनिया भर के तमाम आतंकी संगठनों की भी ये राइफलें पहली पसंद है।

Monday, January 11, 2021

जटोली मंदिर के पत्थरों को थपथपाने पर आती है डमरू की आवाज, सोलन हिमाचल प्रदेश।

नई दुनिया: भारत में रहस्यमय मंदिरों (Mysterious Temples) की कोई कमी नहीं है। देश के हर कोने में किसी न किसी देवी-देवता का मंदिर आपको देखने को मिल जाएंगे। इनमें से कई मंदिर चमत्कारी और रहस्यमय भी हैंं। कई मंदिरों के पीछे का रहस्य आज भी उलझा हुआ है। आज हम आपको ऐसे ही एक मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जो एक रहस्यमय मंदिर है। ऐसी मान्यता है कि यहां पत्थरों को थपथपाने पर डमरू की तरह आवाज (Hear Damru Sound From Temple Rocks) आती है। ये भगवान शंकर का मंदिर है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यह एशिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर है। जो जटोली मंदिर के नाम से सोलन हिमाचल प्रदेश में प्रसिद्ध हैं।  

11 फुट ऊंचा एक विशाल सोने का कलश।
इस विशालकाय मंदिर में चारो तरफ देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं। मंदिर के अंदर एक स्फटिक मणि शिवलिंग विराजमान है। इसके अलावा यहां माता पार्वती की मूर्ति भी स्थापित की गई हैं। यहां  बड़ी विशेषता है कि इस मंदिर के ऊपरी छोर पर 11 फुट ऊंचा एक विशाल सोने का कलश भी स्थापित है।

स्वामी कृष्णानंद परमहंस ने रखी नींव।
इस मंदिर के पीछे की मान्यता है कि पौराणिक काल में भगवान शिव यहां आए थे और कुछ समय रहे थे।  इसके बाद 1950 के दशक में स्वामी कृष्णानंद परमहंस (Swami Krishna Nand Paramhans) नाम के एक बाबा यहां आए। इन्होंने अपने मार्गदर्शन में जटोली शिव मंदिर (Jatoli Shiv Mandir) का निर्माण कार्य शुरू करवाया। साल 1974 में उन्होंने इस मंदिर की नींव रखी थी। साल 1983 में परमहंस ने समाधि ले ली, लेकिन मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हुआ।

विदेशी श्रद्धालुओं ने दिया है दान।
इस विशाल जटोली शिव मंदिर को पूरी तरह से तैयार होने में करीब 39 साल का समय लगा। करोड़ों रुपये की लागत से बने इस मंदिर के निर्माण में देश-विदेश के श्रद्धालुओं ने दान दिया है। इस वजह से इसे बनने में तीन दशक से भी ज्यादा का समय लग गया।

Jatoli Temple, solan,Himanchal pradesh.
जटोली मंदिर सोलन हिमाचल प्रदेश

Sunday, January 10, 2021

सर्दियों में शकरकंद खाने के हैरान करने वाले ये फायदे।

सर्दियों में शकरकंद खाना बहुत से लोगों पसंद आता है। इसे स्वीट पोटैटो या गंजी के नाम से भी जाना जाता है। ये स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। कई लोग इसकी बराबरी आलू से करते हैं लेकिन पोषक तत्वों और स्वास्थ्य के लिहाज से इसके फायदे बहुत ज्यादा है। ज्यादातर लोग सर्दियों में इसे आग में भून कर खाना पसंद करते हैं। तो कई लोग इसे उबाल कर इसकी चाट खाते हैं। क्या आप जानते हैं इसके फायदे।

1. शकरकंद या स्वीट पोटैटो का सेवन सर्दियों में लाभदायक होता है. सर्दियों में कंद-मूल अधिक फायदेमंद रहते हैं, क्योंकि ये शरीर को गर्म रखते हैंं। शकरकंद की गहरे रंग की प्रजाति में कैरोटिनॉयड जैसे, बीटा-कैरोटीन और विटामिन ए अधिक मात्रा में पाया जाता है। 100 ग्राम शकरकंद में 400 फीसदी से अधिक विटामिन ए पाया जाता है।

2. शकरकंद में आयरन, फोलेट, कॉपर, मैगनीशियम, विटामिन्‍स आदि होते हैं, जिससे इम्‍यून सिस्‍टम मजबूत बनता है। इसको खाने से त्‍वचा में चमक आती है और चेहरे पर जल्‍दी झुर्रियां नहीं पड़ती। इसमें मौजूद विटामिन सी त्‍वचा में कोलाजिन का निर्माण करता है जिससे आप सदाबाहर जवां और खूबसूरत रहते हैंं।

3. शकरकंद डायट्री फाइबर और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है। शकरकन्‍द खाने में मीठा होता है। इसके सेवन से खून बढ़ता है, शरीर मोटा होता है साथ ही यह कामशक्ति को भी बढ़ाता है। नारंगी रंग के शकरकंद में विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है। शकरकंद में कैरोटीनॉयड नामक तत्व पाया जाता है जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। वहीं इसमें मौजूद विटामिन बी6 डायबिटिक हार्ट डिजीज में भी फायदेमंद होता है।

4. यह उच्च मात्रा वाला स्टार्च फूड है, जिसके 100 ग्राम में 90 कैलोरीज होती हैंं। शकरकंद खाने में मीठा होता है. इसके सेवन से मोटापा, मधुमेह, हृदय रोगों और सम्पूर्ण तौर पर मृत्युकारक जोखिम कम होते हैंं। यह आरोग्यवर्धक तथा ऊर्जा वर्धक होता है, पर वजन को कम करने में मददगार होता है।

5. अगर आपको का ब्‍लड शुगर लेवल कुछ भी खाने से तुरंत ही बढ जाता है तो, शकरकंद खाना ज्‍यादा अच्‍छा होता है। इसे खाने से ब्‍लड शुगर हमेशा नियन्‍त्रित रहता है और इंसुलिन को बढने नहीं देता।

6. शकरकंद में कैलोरी और स्टार्च की सामान्य मात्रा होती है। वहीं, सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा इसमें न के बराबर रहती है। इसमें फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट्स, विटामिन और लवण भरपूर पाए जाते हैंं।

7. शकरकंद में भरपूर मात्रा में विटामिन बी6 पाया जाता है, जो शरीर में होमोसिस्टीन नाम के अमीनो एसिड के स्तर को कम करने में सहायक होता है। अगर इस अमीनो एसिड की मात्रा बढ़ने पर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।

8. शकरकंद विटामिन डी का एक बहुत अच्छा सोर्स है। यह विटामिन दांतों, हड्ड‍ियों, त्वचा और नसों की ग्रोथ और मजबूती के लिए आवश्यक होता है। शकरकंद विटामिन ए का बहुत अच्छा माध्यम है। इसके सेवन से शरीर की 90 प्रतिशत तक विटामिन ए की पूर्ति हो जाती है।

9. शकरकंद में भरपूर मात्रा में आयरन होता है। आयरन की कमी से हमारे शरीर में एनर्जी नहीं रहती, रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है और ब्लड सेल्स का निर्माण भी ठीक से नहीं होता। शकरकंद आयरन की कमी को दूर करने में मददगार रहता है।

10. शकरकंद पोटैशियम का एक बहुत अच्छा माध्यम है। यह नर्वस सिस्टम की सक्रियता को सही बनाए रखने के लिए आवश्यक है। साथ ही किडनी को भी स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

PM नरेंद्र मोदी, की उलब्धियां आसमान छूती हुई दुनिया में बने नंबर-1 डोनाल्ड ट्रंप के Twitter पर बैन होते ही फॉलोअर्स की रेस में सबसे आगे।

नई दुनिया: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) का ट्विटर अकाउंट सस्पेंशन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) दुनिया में ट्विटर पर सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले सक्रिय राजनेता बन गए हैं।


पीएम मोदी ने बनाया नया रिकॉर्ड।
कुछ दिन पहले तक ये खिताब डोनाल्ड ट्रंप के नाम था, और पीएम मोदी ट्विटर (Twitter) पर सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले सक्रिय नेताओं की लिस्ट में दूसरे नंबर पर थे। लेकिन अमेरिकी संसद में अपने समर्थकों को हिंसा के लिए भड़काने के आरोप में ट्विटर द्वारा ट्रंप पर की गई कार्रवाई के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ट्विटर पर सबसे ज्‍यादा फॉलो किए जाने वाले सक्रिय राजनेता हो गए हैं।

ट्विटर पर हैं 6 करोड़ 47 लाख फॉलोअर्स।
बताते चलें कि ट्विटर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 88.7 मिलियन यानी करीब 8 करोड़ 87 लाख फॉलोअर्स थे। जबकि भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी के 64.7 मिलियन यानी करीब 6 करोड़ 47 लाख फॉलोअर्स हैं।

हालांकि पीएम नरेंद्र मोदी और ट्रंप से ज्यादा पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के ट्विटर पर फॉलोअर्स हैं। बराक ओबामा के ट्विटर पर 127.9 मिलियन यानी करीब 12 करोड़ 79 लाख फॉलोअर्स हैं। लेकिन ओबामा फिलहाल न किसी पद पर हैं और न ही सक्रिय राजनेता हैं। इसलिए पीएम मोदी इस लिस्ट में सबसे आगे हो गए हैं।

सरकार ने वन नेशन वन राशन कार्ड अभियान के तहत नया Ration कार्ड पेश किया है।

सरकार ने वन नेशन वन राशन कार्ड (One Nation One Ration Card) अभियान के तहत नया Ration कार्ड पेश किया है। One Nation One Ration Card योजना के पूरे देश में लागू होने के बाद कोई भी कार्डधारक राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून (NFSA) के तहत किसी भी राज्य की राशन की दुकान से अपना सामान ले सकेगा।


घर बैठ कर सकते हैं आवेदन
अब तक Ration कार्ड नहीं बना है तो घर बैठे ऑनलाइन (Apply online for ration card) ही बनवा सकते हैं। इसके लिए सभी राज्यों की ओर से वेबसाइट शुरू कर दी गई है। आप जिस भी राज्य के मूल निवासी हैं, उसकी वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। बता दें इस समय देश में दो कैटेगिरी के राशन कार्ड होते हैं। एक BPL कैटेगिरी और दूसरा बिना बीपीएल कैटेगिरी का। आय के हिसाब से आप यह चुन सकते हैं कि कौन सा राशन कार्ड के लिए आपको आवेदन करना है।

How to Apply for Ration Card
आपको सबसे पहले राज्य की ऑफिशियल साइट पर जाना होगा। राशन कार्ड बनवाने के लिए ID Proof के तौर पर Aadhaar कार्ड, Voter आईडी, Passport दिया जा सकता है। अगर ये कार्ड नहीं है तो सरकार के द्वारा जारी किया गया कोई आई कार्ड, हेल्थ कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस दिया जा सकता है।

आपको राशन कार्ड का आवेदन करने के साथ ही 5 से 45 रुपए फीस देनी होगी। एप्लीकेशन सबमिट होने के बाद इसे फील्ड वेरिफिकेशन के लिए भेजा जाता है। अधिकारी फॉर्म में भरी जानकारियों की जांच कर पुष्टि करता है। यह जांच आवेदन करने के 30 दिन के अंदर पूरी हो जाती है। जांच सही पाए जाने पर 30 दिन में राशन कार्ड जारी हो जाता है। इसके अलावा आवेदनकर्ता चाहे तो राशन कार्ड के लिए कॉमन सर्विस सेंटर में भी अप्लाई कर सकते है।

कोर्ट के आदेश के बाद सख्त हुई योगी सरकार! अधिकारियों को डिमोट कर बनाया चपरासी और चौकीदार।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और सख्त कदम उठाते हुए बड़ा फैसला लिया है। भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए प्रदेश के सूचना विभाग में 4 अपर जिला सूचना अधिकारियों का डिमोशन किया गया है। इन चारों अधिकारियों को चपरासी, चौकीदार और सिनेमा ऑपरेटर कम प्रचार सहायक के पद पर डिमोट किया गया है. जानकारी के मुताबिक, नवंबर 2014 में इन सभी अधिकारियों को नियम विरुद्ध ढंग से प्रमोट किया गया था।

पहले भी सरकार ले चुकी है यह फैसला।
हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार डिमोट किए गए अधिकारियों को उनके मूल पद पर वापस भेज दिया गया है। बता दें, योगी सरकार ने यह सख्ती पहली बार नहीं की है। कुछ समय पहले भी एक एसडीएम को तहसीलदार बनाया जा चुका है। जानकारी के मुताबिक, क्षेत्रीय प्रचार संगठन के तहत चारों कर्मचारी सूचना कार्यालय में तैनात थे, जब इनका नियमों के विरुद्ध प्रमोशन किया गया। पदोन्नति के बाद यह कर्मचारी अपर जिला सूचना अधिकारी बना दिए गए।

मूल पद संभाल कर मुख्यालय को रिपोर्ट देने के निर्देश।
निदेशक सूचना शिशिर की ओर से जारी किए गए आदेश के मुताबिक, बरेली अपर जिला सूचना अधिकारी नरसिंह को डिमोट कर चपरासी, मथुरा अपर जिला सूचना अधिकारी विनोद कुमार शर्मा को पदावनत कर सिनेमा ऑपरेटर कम प्रचार सहायक, भदोही (संत रविदासनगर) अपर जिला सूचना अधिकारी अनिल कुमार सिंह का डिमोशन कर सिनेमा ऑपरेटर कम प्रचार सहायक और फिरोजाबाद अपर जिला सूचना अधिकारी दयाशंकर को चौकीदार के पद पर वापस भेज दिया गया।

बीते 6 जनवरी को जारी यह आदेश तत्काल रूप से लागू किया गया है. साथ ही, चारों कर्मचारियों को आदेश दिया गया है कि अपने मूल पद पर रिपोर्ट कर कार्यभार संभालें और उसकी रिपोर्ट तुरंत मुख्यालय को दें।

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...