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Wednesday, September 22, 2021

ऑफिस और मॉल के टॉयलेट गेट नीचे और ऊपर से कटे क्यों होते हैं? आइए हम आपको बताते हैं।

नई दुनिया: हम में से सभी अक्सर मॉल, सिनेमा हॉल और ऑफिस के टॉयलेट का इस्तेमाल करते हैं और इन सभी जगहों पर साफ-सफाई का काफी ख्याल रखा जाता है। आप सभी ने देखा भी होगा कि इन टॉयलेट के गेट नीचे से कटे हुए होते हैं। लेकिन क्या कभी आपने इसकी वजह जानने की कोशिश की, कहने को तो यह प्राइवेसी से जुड़ा मसला भी है लेकिन आखिर नीचे से गेट को छोटा रखने के पीछे की वजह आज हम आपको बताने जा रहे हैं।

गेट को नीचे से छोटा रखने का कोई वैज्ञानिक आधार भले ही न हो लेकिन इसके पीछे के तर्क बहुत मजबूत हैं। माना जाता है कि गेट को नीचे से छोटा रखने के कई सारे फायदे हैं जिनके बारे में आपको विस्तार से बताते हैं।

क्लीन रखने के लिए जरूरी।
हाइजीन के लिहाज से हम सभी साफ-सुथरे टॉयलेट का इस्तेमाल करना चाहता हैं। इसलिए उसकी क्लीनिंग काफी जरूरी है और अगर टॉयलेट के दरवाजे जमीन से एकदम सटे होंगे तो सफाई करने में दिक्कतें आएंगी। इसके अलावा पानी और नमी की वजह से गेट को लगातार नुकसान भी होगा। अब अगर गेट नीचे से छोटे हैं तो सफाई आसान हो जाती है और पानी रुकने की दिक्कत भी दूर हो जाती है।

मुश्किल वक्त में मददगार।
किसी बीमार शख्स को अगर टॉयलेट के इस्तेमाल के दौरान कुछ हो जाए तो उसका बचाव करने के लिए छोटी गेट उपयोगी साबित हो सकते हैं। एक तो नीचे से लगातार हवा का फ्लो रहता है तो दम घुटने या किसी और तरह की दिक्कत से बचा जा सकता है। इसके अलावा आपात स्थित में गेट को नीचे से काटकर ये किसी तरह अंदर घुसने की गुंजाइश भी रहती है।

कोई नहीं करेगा तंग।
अक्सर देखा गया है कि लोग टॉयलेट के इस्तेमाल के वक्त किसी तरह का डिस्टर्बेंस नहीं चाहते और जब आप पब्लिक टॉयलेट यूज करते हैं तो इसकी आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में टॉयलेट में दूर से झांकने पर आपको अंदर बैठे हुआ शख्स आसानी से दिख जाएगा और आप गेट खटखटाने से बचेंगे।

स्मोकिंग रोकने में कारगर।
पब्लिक टॉयलेट में बैठकर अक्सर लोग बीड़ी, सिगरेट, गुटखे का इस्तेमाल करते हैं। अगर गेट पूरी तरह से बंद है तो इसका अंदाजा लगाना जरा मुश्किल हो जाता है। लेकिन गेट अगर नीचे से छोटे हैं तो धुआं तुरंत बाहर आएगा, जिसके डर से कोई भी पब्लिक टॉयलेट में धूम्रपान से बचता है।

बाहर से रहता है संपर्क।
इस तरह के टॉयलेट में आप बगैर गेट खोले छोटे-मोटे सामान जैसे टॉयलेट पेपर, मोबाइल फोन, अखबार का आदान-प्रदान कर सकते हैं। इसके अलावा कभी टॉयलेट पेपर ही खत्म हो गया तो वह बाहर से मांग सकते हैं। आपको कोई जरूरी कॉल अटेंड करनी है और फोन बाहर ही छोड़ आएं हैं तो इसके जरिए उसे अंदर पास किया जा सकता है।

Tuesday, September 21, 2021

ट्रेन में होते है 11 तरह के हॉर्न, हर एक को बजाने के पीछे क्या है, ख़ास कारण।

जब आप ट्रेन में सफर करते हैं, तो आपने सुना होगा कि ट्रेन से बार-बार हॉर्न की आवाज आती है। कभी लगातार तो कभी रुक रुक कर। साथ ही कई बार स्टेशन पर खड़ी ट्रेन में भी हॉर्न बजाए जाते हैं। कभी आपने सोचा है आखिर क्यों होता है? अगर नहीं, तो हम आपको बताने जा रहे हैं कि ट्रेन के इन अलग अलग हॉर्न का क्या अर्थ (मतलब) होता है। आइए जानते हैं, इन अलग अलग हॉर्न का क्या-क्या अर्थ (मतलब) होता है...

1. एक छोटा हॉर्न- अगर आपको कभी एक बार छोटे हॉर्न की आवाज सुनाई दे तो इसका मतलब है कि ट्रेन यार्ड में धुलाई और सफाई के लिए जाने को तैयार है जहां से अपनी अगली यात्रा पर रवाना होगी।

2. दो छोटे हॉर्न- इसका मतलब होता है कि ट्रेन यात्रा के लिए तैयार है। मोटरमैन इसके जरिए गार्ड को संकेत देता है कि वह ट्रेन को यात्रा शुरू करने के लिए रेलवे सिग्नल दे।

3. तीन छोटे हॉर्न– यह आपातकाल स्थिति में बजाया जाता है और इसका मतलब है कि मोटरमैन का इंजन से कंट्रोल खत्म हो गया है और गार्ड वैक्यूम ब्रेक को तुरंत खींचे। बता दें कि यह बहुत कम इस्तेमाल में लिया जाता है।

4. चार छोटे हॉर्न- यह ट्रेन में तकनीकी खराबी का संकेतक है और इसका मतलब ट्रेन आगे नहीं जाएगी।

 5. एक लंबा और एक छोटा हॉर्न- इसका मतलब होता है कि मोटरमैन इंजन को शुरू करने से पहले गार्ड को ब्रेक पाइप सिस्टम सेट करने के लिए सिग्नल दे रहा है।

6. दो लंबे और दो छोटे हॉर्न- इस हॉर्न से मोटरमैन गार्ड को इंजन का कंट्रोल लेने के लिए संकेत देता है।

7. लगातार बजने वाला हॉर्न- अगर आपके सामने ये हॉर्न बजे तो आप समझ जाएं कि अभी यह ट्रेन स्टेशन पर नहीं रुकेगी।

8. दो बार रुककर हॉर्न- ये हॉर्न रेलवे क्रॉसिंग के पास बजाया जाता है ताकि वहां खड़े लोगों को संकेत मिले और वे रेलवे लाइन से दूर हट जाए।

9. दो लंबे और एक छोटा हॉर्न- इसका मतलब होता है कि ट्रेन ट्रैक बदल रही है।

10. दो छोटे और एक लंबा हॉर्न- इसका मतलब होता है कि किसी यात्रि ने चेन खींची है, या गार्ड ने वैक्यूम ब्रेक खींचा है।

11. छह बार छोटे हॉर्न- इसका मतलब होता है कि ट्रेन किसी मुसीबत में फंस गई है। बता दें, भारतीय रेल विश्व का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। जो उम्मीदवार रेलवे में नौकरी पाना चाहते हैं उन्हें रेलवे से जुड़ी हर बात के बारे में पता होना चाहिए। क्योंकि प्रतियोगी परीक्षाओं में रेलवे से जुड़े ये सवाल पूछ लिए जाते हैं।

"मैं भी तो उत्तर प्रदेश के वारणासी का सांसद हुं, मुझे क्यूं नहीं बुलाया, अध्यक्ष जी" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं इसी क्रम में नई दिल्ली के भाजपा मुख्यालय में उत्तर प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने यूपी के सभी सांसदों की एक मिटिंग रखी हुई थी। और प्रदेश में उनके द्वारा अब तक किए गए सभी कार्यो का ब्यौरा लिया, सभी सांसदों से एक-एक कर किए गए अपने सभी कार्यों का ब्यौरा दे ही रहे थे।

यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कानों पर पड़ी, उन्होंने तुरंत अपने अधिकारियों से कुछ फाइलें मंगवाई ओर उसे लेकर चल पड़े जहां स्वतंत्र देव सिंह सांसदों से कामो का ब्योरा ले रहे थे, मोदी जी को वहां देख कर सभी लोग आश्चर्य चकित हो गए।

मोदी जी फाइल खुद लेकर स्वतंत्र देव सिंह जी को देते हुए कहा, "अध्यक्ष जी मैं भी तो उत्तर प्रदेश के वाराणसी का सांसद हुं। आप मुझे क्यूं नहीं बुलाए अपने कामों की रिपोर्ट कार्ड देने। यह रहा मेरे अब तक का किए गए कार्यो का रिपोर्ट कार्ड, मुझे समय की कमी है, नहीं तो में यहां खुद उपस्थित रह कर आपको एक एक कार्यों का ब्यौरा देता। यदि इस रिपोर्ट कार्ड में आपको कहीं कमी मिलती है तो मुझे अवगत कराएं। मैं इस पर सुधार करने के लिए प्रयास करुंगा"।

इतना कह कर मोदी जी भाजपा कार्यालय से अपने ऑफिस की ओर रवाना हो गए। यही बात तो अलग करती है मोदी जी को दूसरे पार्टियों के नेताओं से।

गरीबों के मसीहा के नाम से मशहूर सोनू सूद महज 5500 रुपए लेकर मुंबई आए थे,आज हैं करोड़ों की सम्पति के मालिक।

न्यूज अबतक: बॉलिवुड के मशहूर अभिनेता सोनू सूद अक्सर सोशल मीडिया पर छाए रहते है कोरोना काल में जिस तरह उन्होंने गरीबो की मदद की है वो वाकई काबिले तारीफ है सोनू सूद 45 हज़ार से ज्यादा लोगो के लिए खाना मुहैया करवाने से लेकर अपने होटल को मुफ्त में मेडिकल स्टाफ के लिए क्वारइंनटाइन सेंटर के लिए भी उपलब्ध करा चुके है। लेकिन सबका प्रश्न यही है कि सोनू सूद सबका खर्च कैसे उठा रहे है। सोनू सूद कम संपत्ति के मालिक नही है। सोनू सूद होटल की एक चैन के मालिक है और साथ ही वो साउथ और बॉलीवुड फिल्मों के अलावा ऐड से भी अच्छा खासा पैसा कमा लेते है। आज उनके पास कोई काम की कमी नही है।

सोनू सूद (Sonu Sood) पिछले कुछ दिन से मीडिया में बने हुए है। वजह है उनके घर, दफ्तर और अन्य जगहों पर आयकर विभाग (Income Tax) की टीम सर्वे कर रही है। सभी लोग यह सोच रहे है की आखिर आयकर विभाग उनके घर पर तीन दिन से क्या कर रहा है। वह क्या देखन चाहते है। एक रिपोर्ट के मुताबिक यह सर्वे अभी तक लगभग 6 स्थानों पर हुआ है। लेकिन क्या आपको पता है कि सोनू सूद लोगों की मदद करने के लिए पैसे कहां से लाते थे। सोनू सूद की पत्नी क्या करती है? सोनू सूद की पत्नी कभी मीडिया में सामने क्यों नहीं आती? आइए आपको पूरी खबर विस्तार से बताते हैं।

सोनू सूद फिल्मों में काम करने के लिए लेते हैं करोड़ों रुपए।
आपको बता दें कि अभिनेता सोनू सूद साउथ की फिल्मों के साथ साथ बॉलीवुड की फिल्मों में भी नजर आते रहते हैं। वहीं अगर फिल्मों के अलावा आय का जरिया देखा जाए तो सोनू सूद कई रियलिटी शो में बतौर जज देखे जाते हैं। सोनू सूद कई विज्ञापन में भी नजर आते रहते हैं। एक विज्ञापन में काम करने के लिए करोड़ों रुपए लेते हैं सोनू सूद। लेकिन क्या आपको पता है कि सोनू सूद कि पत्नी भी एक सफल इंडिपेंडेंट वूमेन है। सोनू सूद के पास जो भी पैसा है, उसमें कुछ पैसा उनकी पत्नी का है।

खुद का है प्रोडक्शन हाउस।
सोनू सूद एक सफल अभिनेता हैं। तो वहीं दूसरी ओर उनकी पत्नी एक सफल फिल्म प्रोड्यूसर है। सोनू सूद भी फिल्म मेकिंग में अपनी पत्नी की मदद करते हैं। सोनू सूद का एक अपना खुद का प्रोडक्शन हाउस है। प्रोडक्शन हाउस का नाम उन्होंने अपने पिता जी के नाम पर रखा है। “शक्ति सागर प्रोडक्शन्स” के बैनर तले कई सफल फिल्में हमारे बीच आ चुकी है। अगर मीडिया रिपोर्ट्स की बाद करें तो सोनू सूद की पत्नी सोनाली सूद MBA पास है।

सोनू सूद की पत्नी है फिल्म प्रोड्यूसर।
सोनू सूद की पत्नी भले ही मीडिया से कोसो दूर रहती हो लेकिन वह सोनू सूद की वजह से मीडिया में नजर आती ही रहती है। सोनू सूद की पत्नी काफी पढ़ी लिखी है। उन्होंने बतौर प्रोड्यूसर भी कई सक्सेसफुल प्रोजेक्ट्स पर काम कर चुकी हैं। सोनू सूद और उनकी पत्नी सोनाली सूद के 2 बेटे हैं। बेटे का नाम ईशांत और आयान है। उनके बेटे भी सोनू की तरह ही फिटनेस फ्रीक हैं। सोनू अपने बेटों के साथ सोशल मीडिया पर तस्वीरें भी साझा करते रहते हैं।

इतनी संपत्ति के मालिक हैं सोनू सूद।
सोनू सूद करोड़ों रुपए की संपत्ति के मालिक है। अगर मीडिया द्वारा जारी रिपोर्ट कि बात करें तो सोनू सूद सबसे अधिक पैसे लेने वालों में से एक है। सोनू सूद मात्र 21 साल की उम्र में ही करोड़पति बन गए थे। उनकी नेट वर्थ करीब 130.339 करोड़ रुपए यानी 17 मिलियन अमेरिकी डॉलर है। उनकी नेट वर्थ में ब्रैंड इंडोर्समेंट भी शामिल है। जमीन की खरीद बेच भी करते हैं।

इंडियन आइडल’ जीतने से पहले पवनदीप राजन 19 साल में जीता था पहला शो, 25 साल में बन गए करोड़पति।

हेल्लो दोस्तों मनोरंजन की दुनिया में कई ऐसे कलाकार है, जिन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय के दम पर लोगों के दिलों में एक अलग ही पहचान बना ली है। वहीं अगर बात की जाये छोटे पर्दे के मशहूर सिंगिंग रियलिटी शो इंडियन आइडल की तो इस प्रोग्राम की लोकप्रियता लगतार बढ़ती जा रही है। बता दें कि इंडियन आइडल 12 के विनर रहे पवनदीप राजन पिछले कुछ समय से काफी सुर्खियों में है।

‘इंडियन आइडल’ की ट्राफी जीतने से पहले पवनदीप राजन साल 2015 में एक अन्य प्रमुख सिंगिंग रियलिटी शो ‘द वॉइस इंडिया’ के भी विजेता बन चुके हैं। इस शो में उन्होंने ट्रॉफी के साथ 50 लाख रुपए का इनाम जीता था। इसके साथ ही उन्हें एक ऑल्टो K10 कार भी मिली थी। इसी क्रम में आज हम जानेगें कि पवनदीप राजन कितने करोड़ की सम्पति के मालिक है?
दरअसल पवनदीप आज तक के इंडियन आइडल के इतिहास के सबसे जायदा कमाई और कामयाबी पाने वाले कंटेस्टेंट रहे है, बता दे के इंडियन आइडल 2021 के सीजन में अनुरीता और पवनदीप की जोड़ी बहुत ही हिट रही है।

आपको बता दें कि पवनदीप के इंडियन आइडल जीतते ही उन्हें 25 लाख नकद और एक चमचमाती कार मिली और उन्हें इंडियन आइडल के विभिन्न विभिन्न स्पोंसर से बहुत सारे गिफ्ट्स आइटम भी मिले। जानकारी के लिये बताते चलें कि पवनदीप उत्तराखंड के चम्पावत जिले के रहने वाले है उनके पिता भी एक म्यूजिशियन है बता दे की पवनदीप इंडियन आइडल से पहले द वौइस् के भी विजेता रह चुके है।

आपकी जानकारी के लिये बता दें कि पवनदीप इंडियन आइडल में आने से पहले स्टेज शो किया करते है जिसके लिए वो कम से कम 50 हज़ार रूपए लेते ही है और तथा किसी भी म्यूजिक एल्बम के लिए उनका चार्ज कम से कम 5 लाख रूपए है, पवनदीप का चम्पावत में बहुत ही सुन्दर घर है पवनदीप के पास एक आल्टो K10 कार है एक महिंद्रा xuv 500 भी और पवनदीप स्पोर्ट्स बाइक के बहुत ही बडे दीवाने है इन्होने 10 लाख की एक सुजुकी हयाभुसा भी रखी हैं जो की एक रेसिंग बाइक है। इस जानकारी के संबंध में आप लोगों की क्या प्रतिक्रियायें है? हमारे पेज से जुड़े और अपने दोस्तो को भी इस पेज से जुड़ने के लिये भी प्रेरित करें।

Monday, September 20, 2021

5G की रेस में वोडाफोन आइडिया भी सामिल, ट्रायल में दर्ज की रिकॉर्ड 3.7 GBPS की स्पीड।

Vodafone Idea 5G Trail: टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) ने रविवार को 5G ट्रायल के दौरान 3.7 गीगाबिट प्रति सेकेंड (GBPS) की उच्चतम स्पीड दर्ज करने का दावा किया। यह अभी तक भारत में किसी भी टेलीकॉम ऑपरेटर द्वारा उच्चतम स्पीड है। कंपनी ने गांधीनगर और पुणे में मिड-बैंड स्पेक्ट्रम में 1.5 GBPS डाउनलोड स्पीड दर्ज करने का भी दावा किया है।


पुणे में कंपनी ने किया ट्रायल।
Vi (वोडाफोन आइडिया) को 5G नेटवर्क ट्रायल के लिए ट्रेडिशनल 3.5 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बैंड के साथ-साथ टेलीकॉम डिपॉर्टमेंट (DoT) द्वारा 26 गीगाहर्ट्ज (GHz) जैसे हाई फ्रीक्वेंसी बैंड आवंटित किए गए हैं। पुणे शहर में Vi ने नई पीढ़ी के ट्रांसपोर्ट और रेडियो एक्सेस नेटवर्क, क्लाउड कोर के लैब सेट-अप में अपना 5G ट्रायल स्थापित किया है।

वोडाफोन ने हासिल की 3.7 GBPS की स्पीड।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस ट्रायल में वोडाफोन आइडिया ने mmWave (मिलीमीटर वेव) के स्पेक्ट्रम बैंड पर बहुत कम लैटेंसी के साथ 3.7 GBPS से अधिक की टॉप स्पीट हासिल की है।

टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने दी है मंजूरी।
टेलीकॉम डिपॉर्टमेंट ने 5G ट्रायल के लिए मई में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन और बाद में MTNL के आवेदनों को मंजूरी दी थी। इन टेलीकॉम ऑपरेटरों को टेलीकॉम गियर निर्माता एरिक्सन, नोकिया, सैमसंग और सी डॉट के साथ छह महीने के लिए ट्रायल की मंजूरी दी गई है। Reliance Jio ने जून में दावा किया था कि ट्रायल में उसने 1 GBPS की टॉप स्पीड हासिल की है। वहीं Airtel ने भी जुलाई में इतनी ही स्पीड हासिल करने का दावा किया था।

सभी प्राइवेट कंपनियां कर रही हैं 5G की तैयारी।
सभी प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियां इस समय देशभर में 4G सेवाएं दे रही हैं और 5G तकनीक को जल्द से जल्द अपनाने के लिए कमर कसी हुई हैं। वहीं सरकारी टेलीकॉम ऑपरेटर BSNL ने अभी तक पूरे भारत में 4G को रोल आउट नहीं किया है। Vodafone Idea के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर जगबीर सिंह ने कहा, "हम सरकार द्वारा आवंटित 5G स्पेक्ट्रम बैंड पर 5G ट्रायल के शुरुआती चरणों में स्पीड और लैटेंसी परिणामों से प्रसन्न हैं"। उन्होंने कहा कि भारत भर में एक मजबूत 4G नेटवर्क स्थापित करने, सबसे तेज 4G गति और 5G के लिए तैयार नेटवर्क देने के बाद, Vodafone Idea अब अगली पीढ़ी की 5G तकनीक का परीक्षण कर रहा है ताकि भविष्य में भारत में उद्यमों और उपभोक्ताओं के लिए सही मायने में डिजिटल अनुभव लाया जा सके।

आज से पितृ पक्ष शुरू, 15 दिनों तक भूलकर भी न करें इनमें से कोई भी काम

नई दुनिया: भाद्रपद महीने की पूर्णिमा यानी कि आज 20 सितंबर 2021 से पितृ पक्ष (Pitru Paksha 2021) शुरू हो रहे हैं। हिंदू धर्म में पितृ पक्ष को बहुत अहम माना गया है। 15 दिनों के इस समय में लोग अपने पूर्वजों (Ancestors) को याद करक उनकी आत्‍मा की शांति के लिए पिंडदान, तर्पण, श्राद्ध कर्म करते हैं। ताकि पूर्वजों का आशीर्वाद पाकर जिंदगी में सफलता, सुख-समृद्धि पा सकें। वहीं पूर्वजों की नाराजगी कई मुसीबतों का कारण बनती है। धर्म पुराणों में पितृ पक्ष को लेकर कुछ नियम (Pitru Paksha Rules) बताए गए हैं। जिनका पालन जरूर करना चाहिए।

पितृ पक्ष में न करें ये काम।
मान्‍यता है कि पितृ पक्ष के 15 दिनों में पूर्वज अपने परिजनों के पास रहने के लिए धरती पर आते हैं इसलिए व्‍यक्ति को ऐसे काम करने चाहिए जिससे पितृ प्रसन्‍न रहें।
1. गलती से भी सूर्यास्‍त के बाद श्राद्ध (Shradh 2021) न करें। ऐसा करना अशुभ होता है।

2. इस दौरान बुरी आदतों, नशे, तामसिक भोजन से दूर रहें। पितृ पक्ष में कभी भी शराब-नॉनवेज, लहसुन-प्‍याज का सेवन नहीं करना चाहिए। ना ही लौकी, खीरा, सरसों का साग और जीरा खाना चाहिए।

3. इस दौरान अपने पूर्वजों के प्रति सम्‍मान दिखाते हुए सादा जीवन जिएं. कोई भी शुभ काम न करें।

4. जो व्‍यक्ति पिंडदान, तर्पण आदि कर रहा है उसे बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए। साथ ही ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।

5. पितृ पक्ष में किसी पशु-पक्षी को न सताएं। ऐसा करना संकटों को बुलावा देना है। बल्कि इस दौरान घर आए पशु-पक्षी को भोजन दें। मान्‍यता है कि पूर्वज पशु-पक्षी के रूप में अपने परिजनों से मिलने आते हैं।

6. इस दौरान ब्राह्राणों को पत्तल में भोजन कराएं और खुद भी पत्तल में भोजन करें।

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...