आपको बता दें कि अरविन्द त्रिवेदी 82 वर्ष के थे, एक न्यूज के मुताबिक, अरविंद त्रिवेदी के भतीजे कौस्तुभ त्रिवेदी ने अपने चाचा के निधन की पुष्टि की, उन्होंने बताया कि वह पिछले कई साल से बीमार चल रहे थे, पिछले 3 साल से उनकी तबीयत बहुत ज्यादा खराब रहने लगी थी, उन्हें इस दौरान कई बार अस्पताल में भी भर्ती रहना पड़ा था, एक महीने पहले ही वो अस्पताल से घर लौटे थे, मंगलवार रात 9.30 बजे करीब उन्हें दिल का दौरा पड़ा, उन्होंने कांदिवली स्थित अपने घर में अंतिम सांस ली, अरविंद त्रिवेदी को रावण की भूमिका निभाने के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है, उन्होंने कई पॉपुलर गुजराती फिल्मों में काम किया है, उनका करियर गुजराती सिनेमा में 40 साल तक चला, उन्होंने ‘रामायण’ के अलावा टीवी के एक और पॉपुलर शो ‘विक्रम और बेताल’ में भी अपनी अदाकारी दिखाई थी, उन्होंने हिंदी और गुजराती सहित करीब 300 फिल्मों में भी काम किया, दिवंगत अभिनेता ने कई सामाजिक और पौराणिक फिल्मों में भी अभिनय किया था।
भारतीय सिनेमा में एक सफल करियर के अलावा, अरविंद त्रिवेदी 1991 से 1996 तक संसद सदस्य भी थे, उन्हें साबरकांठा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीत कर आए थे। सेंसर बोर्ड फॉर फिल्म सर्टिफिकेशन के अध्यक्ष पद से फिल्म निर्माता विजय आनंद के इस्तीफे के बाद अरविंद त्रिवेदी इसके कार्यकारी अध्यक्ष बने थे, पिछले साल लॉकडाउन के दौरान कल्ट टीवी शो ‘रामायण’ को फिर से दूरदर्शन पर प्रसारित किया गया था और इसे लोगों ने खूब पसंद किया था, दूरदर्शन द्वारा इस एपिक शो को फिर से शुरू करने के बाद से शो के सभी कलाकार फिर से चर्चा में आ गए और उनमें से कई ट्विटर से जुड़ गए, अपने पूर्व ‘रामायण’ के सह-कलाकारों अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया के ट्विटर पर आने के बाद अरविंद त्रिवेदी भी ट्विटर पर आए थे।