यहां उन्होंने थलसेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों से बातचीत की। पीएम मोदी ने गलवान में शहीद हुए जवानों की वीरता को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही उन्होंने इशारों इशारों में चीन को जवाब दिया। पीएम मोदी ने विस्तारवादी नीति का जिक्र करके हुए कहा कि विस्तारवादी ताकतें दुनिया के लिए खतरा है। अब विस्तारवाद का युग समाप्त हो चुका है, अब विकासवाद का युग है।
उन्होंने आगे जवानों से कहा-"आपने जो वीरता हाल ही में दिखाई उससे विश्व में भारत की ताकत को लेकर एक संदेश गया है। आपके और आपके मजबूत संकल्प के कारण 'आत्मनिर्भर भारत' बनने का हमारा संकल्प और मजबूत हुआ है। आपकी इच्छाशक्ति हिमालय की तरह मजबूत और अटल है, देश को आप पर गर्व है।"
"हमने हमेशा मानवता की सुरक्षा के लिए काम किया है। आप सभी भारत की इस परंपरा को स्थापित करने वाले अगुआ हो। हम सशस्त्र बलों की जरूरतों पर पूरा ध्यान दे रहे हैं। वीरता शांति की एक पूर्वशर्त है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन का नाम लिए बिना सब कुछ कह दिया। उन्होंने कहा कि हम कृष्ण के दोनों रूपों को पूजते हैं। बांसुरी वाले कृष्ण की दूसरा सुदर्शन चक्र वाले कृष्ण की। दुश्मन जिस भाषा में समझना चाहता है हमारी सेना उस भाषा में समझाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने आगे यह भी कहा कि अब विस्तार वाद नहीं चलेगा अब युग है विकासवाद की।
No comments:
Post a Comment
If you have any doubts, please let me know.