हर साल कि तरह इस साल धार्मिक स्थानों के दर्शन करना उतना आसान नहीं है। इस साल धार्मिक स्थानों पर जाने के लिए बहुत से सावधानियां बरतनी होगी।कोरोना महामारी (COVID-19)के चलते वैसे तो सभी धार्मिक आयोजनों पर रोक लगी हुई है, लेकिन अमरनाथ यात्रा को मंजूरी दी जा रही है। सरकार बहुत कम संख्या में श्रृद्धालुओं को बाबा अमरनाथ (Baba Amarnath) के दर्शन को मंजूरी दे रही है. अभी इस बारे में मंथन चल रहा है. अमरनाथ यात्रा को लेकर अंतिम निर्णय अगले सप्ताह लिया जा रहा है, की कितने श्रद्धालु को एक बार में दर्शन करने दी जा रही है
जम्मू-कश्मीर में स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर और वैष्णोदेवी मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन देने की अनुमति के बारे में एक हाई लेवल कमेटी में विचार-विमर्श किया गया। इस कमेटी में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह समेत गृह मंत्रालय और जम्मू कश्मीर प्रशासन के आला अधिकारियों ने भाग लिया. चर्चा है कि अमरनाथ यात्रा 21 जुलाई को शुरू हो सकती है। यात्रा को लेकर अंतिम फैसला लिया जाना बाकी है।
बैठक में इस बात पर चर्चा की गई कि इस बार अमरनाथ यात्रा में कोविड-19 के हालात की वजह से एक दिन में 500 से अधिक श्रद्धालुओं को जाने की इजाजत नहीं होगी। पहलगाम मार्ग पर बर्फ होने की वजह से यह रास्ता अभी तक साफ नहीं हो सका है। इसलिए इस साल केवल बालटाल मार्ग से यात्रा हो सकती है।वैष्णोदेवी मंदिर में श्रद्धालुओं के जाने पर 31 जुलाई तक रोक लगाई हुई है। बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि वैष्णोदेवी मंदिर को पहले लोकल लोगों के लिए खोला जाएगा। उसके बाद हालात की समीक्षा की जाएगी फिर दूसरे राज्यों के लोगों को मंदिर जाने की अनुमति दी जाएगी।
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