एक चरण में कराना चाहिए था चुनाव।
ममता बनर्जी ने विवेक दुबे को चुनाव पर्यवेक्षक बनाए जाने पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेल रही है। उन्होंने कहा कि बंगाल में एक ही चरण में चुनाव होना चाहिए था। उन्होंने 23 दिनों के चुनावी कार्यक्रम पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या ये 23 दिन बीजेपी को खेल खेलने के लिए दिए गए हैं?
चुनाव आयोग के अनुसार पश्चिम बंगाल में 8 चरण में विधानसभा चुनाव होंगे।
पहला चरण - 27 मार्च
दूसरा चरण - 1 अप्रैल
तीसरा चरण - 6 अप्रैल
चौथा चरण - 10 अप्रैल
पाँचवाँ चरण - 17 अप्रैल
छठा चरण - 22 अप्रैल
सातवाँ चरण - 26 अप्रैल
आठवाँ चरण - 29 अप्रैल
वोटों की गिनती 2 मई को होगी।
जिस पर विपक्षी पार्टियों के प्रतिक्रिया आने सुरु हो गए है।
कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसन ने कहा कि इस चुनाव के लिए हम तैयार हैं और बीजेपी कहीं नहीं आएगी। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस पश्चिम बंगाल चुनाव में डट कर मुकाबला करेगी। हम चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। वहीं, बीजेपी नेता कैलास विजयवर्गीय ने कहा कि चुनाव आयोग शांति के साथ मतदान प्रक्रिया को पूरा कराए। ताकि लोग निर्भीक होकर अपने मत का इस्तेमाल कर सकें।
पश्चिम बंगाल में 294 सीटें।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में विधान सभा (West Bengal Assembly Election) की कुल 294 सीटें हैं और ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार का कार्यकाल 30 मई को खत्म हो रहा है। पश्चिम बंगाल के अलावा असम, केरल, तमिलनाडु और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में इस साल चुनाव होने वाले हैं।
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