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Friday, February 26, 2021

Bathing Tips: बाथरूम में न‌िर्वस्‍त्र होकर नहाते हैं तो अभी छोड़ दें ये आदत, हो सकता है बड़ा नुकसान!

नई दिल्ली: सर्दी हो या गर्मी नहाने का अपना ही मजा है। कुछ लोग बाथरूम में नहाते समय यह सोच कर पूरे कपड़े उतार (Side Effects Of Naked Bathing) देते हैं कि वो एक बंद कमरे में हैं और उन्हें कोई नहीं देख रहा है। ज्यादातर हाई प्रोफाइ घरों में चाहे महिला हो या पुरुष, बाथ टब में नहाने का आनंद लेने के लिए पूरे कपड़े हटाकर निर्वस्त्र होकर नहाते हैं। लेकिन अगर आप भी ऐसा करते हैं तो आप अपना बहुत बड़ा नुकसान कर सकते हैं। विज्ञान और आध्यात्म दोनों ही आपको ऐसा करने की इजाजत नहीं देता है।

न‌िर्वस्‍त्र होकर बिल्कुल न नहाएं 
आपको सबसे पहले ये जान लेना चाहिए कि पूरे कपड़े उतार (Don't Take Naked Bath) कर नहाने वाले के चेहरे की चमक खत्म हो जाती है। शास्त्र में भी निर्वस्त्र हो कर स्नान करना गलत माना गया है। इसके अलावा विज्ञान भी नग्न होकर नहाने के लिए माना करता है। और अगर आप कहीं बाहर हैं फिर तो आपको नहाने के समय विशेष ध्यान देना चाहिए। अगर आप अपने बाथरूम में हो या फिर कहीं और आपके शरीर पर एक वस्त्र होना ही चाहिए। जानिए क्या है इसके पीछे वजह।

क्या कहता है विज्ञान 
जब आप नहाने के लिए बाथ टब में जाते हैं तब मौसम और आपके शरीर का तापमान के हिसाब से पानी का तापमान अलग रहता है। शरीर पर पानी पड़ने से हमारे शरीर में अनुकूलन होता है। और कई बार हमारी बॉडी इसे अचानक एक्सेपट नहीं करती है। ऐसे में यदि आपके तन पर कपड़ा है तो वो पानी और शरीर के तापमान में समन्वय बनाता है। ऐसे में किसी अनहोनी की आशंका नहीं होती है। इसलिए जब भी नहाने जाएं तन पर एक पतला कपड़ा जरूर रखें।
तकनीक की दृष्टि से 
इसके अलावा अगर आप अपने घर के बाहर किसी दूसरी जगह पर हैं तो बेहद समझदारी से नहाएं। तमाम बार (Bar) होटलों (Hotels) और दूसरों का बाथरूम यूज करने में सबसे बड़ा डर यह रहता है कि कहीं बाथरूम में खूफिया कैमरा न हो। कई बड़े- बड़े बार लोगों के बाथरूम में खूफिया कैमरे से उनकी गंदी वीडियों बनाए जाने के गंभीर मामले में प्रकाश में आ चुकें हैं। इसलिए अगर आप घर से बाहर हैं तो नहाने के का विशेष ध्यान रखें।
अध्यात्म की दृष्टि से 
पद्मपुराण और श्रीमद्भाग्वत में इसका उल्लेख है जब गोपियां निर्वस्त्र हो कर नदी में स्नान करने गईं तो श्रीकृष्ण (Shri Krishn) उनके कपड़े चुरा कर पेड़ पर टांग देते हैं और जब वो बिना कपड़े के बाहर नहीं आ पाती हैं। श्री कृष्‍ण कन्याओं से पूछते हैं जब न‌िर्वस्‍त्र होकर जल में गई थी तब शर्म नहीं आयी थी? गोपियों ने कहा, तब यहां कोई नहीं था। तब श्री कृष्‍ण ने कहा था कि यहां आसमान में उड़ते पक्ष‌ियों और जमीन पर चलने वाले जीवों ने तुम्हें न‌िर्वस्‍त्र देखा। जल में मौजूद जीवों ने तुम्हें न‌िर्वस्‍त्र देखा और तो और जल में नग्न होकर प्रवेश करने से जल रूप में मौजूद वरुण देव ने तुम्हें नग्न देखा और यह उनका अपमान है और तुम इसके ल‌िए पाप के भागी हो। इसलिए शास्त्रों में भी निर्वस्त्र होकर नहाने के लिए मनाही है।

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