बसें तुरंत लौटाने को कहा Asked to return the buses immediately।
परिवहन विभाग (Transport Department) के मुताबिक शहर के अलग अलग हिस्सों में तैनाती के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बल के कर्मचारियों की आवाजाही के लिए लो-फ्लोर डीटीसी बसों (low-floor DTC buses) का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है। परिवहन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि संबंधित विभागों को बसों को जल्द छोड़ने के लिए कहा गया है। विभाग के मुताबिक दिल्ली सरकार (Delhi government) द्वारा ली गई डीटीसी से ली गई रिपोर्टों से पता चला है कि दिल्ली के डिपो में 20 प्रतिशत से अधिक बसें स्पेशल किराये पर चल रही हैं। इतना ही नहीं, 26 जनवरी को हुई हिंसा के दौरान कई बसें को नुकसान भी पहुंचा है। फिलहाल DTC के पास कुल 3,700 से अधिक डीटीसी बसें हैं।
स्पेशल किराए पर चल रहीं हैं बसें Buses are running on special fare।
सरकारी अधिकारी ने हा कि 'स्पेशल किराये' पर चल रहीं डीटीसी की बसों को तत्काल प्रभाव से वापस लेने का फैसला किया गया है। अधिकारियों द्वारा यह भी निर्णय लिया गया है कि अब विशेष किराया के तहत डीटीसी की बसों को लेने के लिए दिल्ली पुलिस या किसी सुरक्षा एजेंसी (security agency) को सरकार की मंजूरी लेनी होगी। दिल्ली सरकार के इस फैसले के पीछे कईं वजहें हैं। एक तो दिल्ली सरकार को डिपो में बसों की कमी (shortage of buses) की लगातार शिकायतें मिल रही हैं और दूसरा 26 जनवरी की घटना में बसों को नुकसान पहुंचा है। इतना ही नहीं, दिल्ली पुलिस (Delhi Police) और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा बसों का इस्तेमाल बैरिकेडिंग के लिया किया जा रहा है, जिससे बसों के नुकसान होने की संभावना अधिक है।
दिल्ली पुलिस की बढ़ेगी मुश्किल Delhi Police।
दिल्ली सरकार के इस फैसले से दिल्ली पुलिस की मुश्किल बढ़ सकती है। दिल्ली की सीमाओं पर भारी संख्या में पुलिस और पैरामिलिट्री बलों की तैनाती की गई है, जहां किसान केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का पिछले दो महीने से विरोध कर रहे हैं। बता दें कि पुलिस तैनाती के अलावा, दिल्ली की सीमाओं की कील, तार और बैरिकेडिंग से किलेबंदी कर दी गई है। DTC की बसें जरूरत के मुताबिक मौके पर सुरक्षा बल पहुंचाने में काफी मददगार साबित हो रहीं थीं।
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