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सूरत: सनातन परंपरा की धरती भारत में ऐसे कई रहस्य हैं, जिसके बारे में बहुत कम लोगों को पता है। ऐसी ही एक जगह है सूरत शहर का बरछा इलाका, जहां ...
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अद्भुद चमत्कार हनुमान जी का जब एक बंदर के रूप में हनुमानगढ़ी में रखें गए बम से भक्तों को बचाया। इस घटना को जिओ सिनेमा पर उपलब्ध इंस्पेक्टर अ...
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1910 में आज ही के दिन हुआ था नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और भारत रत्न मदर टेरेसा का जन्म। मदर टेरेसा जिन्हें रोमन कैथोलिक चर्च द्वारा कलकत्त...
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दुनिया में अगर कोई व्यक्ति बोले की यह असंभव है तो वह व्यक्ति गलत है। दुनिया में सबसे लंबी कार (world's longest car) आ गई है, और अब उसने ...
Sunday, August 2, 2020
रक्षाबंधन पर्व का धार्मिक और पौराणिक महत्व।
Saturday, August 1, 2020
"स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर ही रहूँगा" लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक कि जयंती।
01 अगस्त आज ही के दिन महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन की शुरुआत की थी। क्या थे कारण!
- सभी वयस्कों को काँग्रेस का सदस्य बनाना
- तीन सौ सदस्यों की अखिल भारतीय काँग्रेस समिति का गठन
- भाषायी आधार पर प्रांतीय काँग्रेस समितियों का पुनर्गठन
- स्वदेशी मुख्यतः हाथ की कताई-बुनाई को प्रोत्साहन
- यथासंभव हिन्दी का प्रयोग आदि
इस्लाम धर्म में बकरीद (Eid-ul-Adha) का त्योहार जिसका मतलब है कुर्बानी की ईद, क्यों मनाई जाती है।
Tuesday, July 28, 2020
फ्रांस से चला भारत का तूफान एयर-टू-एयर रिफ्यूलिंग करते दिखा "राफेल"
भारत को मिलने वाले राफेल फाइटर जेट्स ने सोमवार को भारत के लिए उड़ान भरी थी और बुधवार को सभी पांचों विमान हरियाणा के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पहुंचेंगे। वही भारत आते समय विमानों में एयर-टू-एयर रिफ्यूलिंग के तहत, हवा में ही ईंधन भरा गया। बता दें, राफेल एयरक्राफ्ट फ्रांस से भारत तक करीब 7 हजार किलोमीटर की दूरी तय कर अा रहा हैं।

इस दौरान इसमे एयर-टू-एयर ईंधन भरा गया। इन पांचों राफेल फाइटर प्लेन को 7 भारतीय पायलट उड़ाकर अंबाला एयरबेस ला रहे हैं। भारत ने सितंबर 2016 में फ्रांस के साथ लगभग 58,000 करोड़ रुपये की लागत से 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए अंतर-सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।यह विमान कई शक्तिशाली हथियारों को ले जाने में सक्षम है। इसमें यूरोपीय मिसाइल निर्माता एमबीडीए का मेटॉर मिसाइल शामिल है।

राफेल फाइटर जेट की विशेषताएं-
मीडियम मल्टी-रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (MMRCA) होने के नाते, राफेल जेट अपनी गति, हथियार धारण क्षमता और हमले की क्षमता के लिए जाना जाता है। राफेल दो एसएनईसीएमए एम 88 इंजन द्वारा संचालित है। जो इसे 1,912 किमी प्रति घंटे की उच्च गति और 3,700 किमी से अधिक की सीमा प्राप्त करने में मदद करता है। इसमें मार्टिन-बेकर मार्क 16F ‘जीरो-जीरो’ इजेक्शन सीट भी है जो शून्य गति और ऊंचाई पर परिचालन करने में सक्षम है।
हमला करने की क्षमता
2223 किमी की शीर्ष गति होने के कारण, यह लेजर-निर्देशित बमों से सुसज्जित है जिसका वजन 900 किलोग्राम है। इसकी आंतरिक तोप से प्रति मिनट 2500 राउंड फायर किए जा सकते हैं। इसके अलावा, दृश्य सीमा मिसाइल, हैमर एयर-टू-ग्राउंड मिसाइल, उल्का और स्कैल्प मिसाइलों से परे MICA की उपस्थिति, भारतीय वायु सेना को भारतीय वायु अंतरिक्ष पार किये बिना 600 किमी दूर दुश्मन के ठिकानों पर हमला करने की क्षमता देती है। साथ ही राफेल जेट को 60-70 किमी की रेंज वाले HAMMER मिसाइल से लैस किया जाएगा। यह भारत को पूर्वी लद्दाख जैसे पहाड़ी स्थानों सहित अन्य सभी इलाकों में बंकरों, कठोर आश्रयों और अन्य ठिकानों को नष्ट करने की क्षमता देता है।
4.5 जनरेशन विमान एईएसए रडार, स्पैक्ट्रा इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम और आईआरएसटी सिस्टम से लैस, राफेल को 4.5 जनरेशन विमान के रूप में वर्गीकृत किया गया है। यह अमूल्य है क्योंकि भारतीय वायुसेना के पास वर्तमान में केवल तीसरी और चौथी पीढ़ी के फाइटर जेट हैं। वर्तमान में, भारत के पास सुखोई सु -30 एमकेआई, मिग 29, मिराज -2000 और स्वदेश निर्मित तेजस जैसे फाइटर जेट हैं। हालांकि, इसका सबसे बड़ा फायदा परमाणु हथियार पहुंचाने की इसकी क्षमता है।
22.6 किग्रा शुद्ध चादी के ईट से रखी जाएगी राममंदिर कि निव।
Monday, July 27, 2020
जल्द अा रहा है भारत के पास 5 राफेल लड़ाकू विमान।
अधिकतम स्पीड 2,130 किमी/घंटा और 3700 किमी. तक मारक क्षमता
24,500 किलो उठाकर ले जाने में सक्षम और 60 घंटे अतिरिक्त उड़ान की गारंटी
यह दो इंजन वाला लड़ाकू विमान है, जो भारतीय वायुसेना की पहली पसंद है. हर तरह के मिशन में भेजा जा सकता।
स्कैल्प मिसाइल की रेंज 300 किमी, हथियारों के स्टोरेज के लिए 6 महीने की गारंटी
अत्याधुनिक हथियारों से लैस होगा राफेल, प्लेन के साथ मेटेअर मिसाइल भी है
मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!
नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे से कहता है मित्र "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...
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