Popular Posts

Thursday, December 31, 2020

JF-17 थंडर ब्लॉक II लड़ाकू विमान पाकिस्तान चीन की मदद से किया विकसित एयर फोर्स में किया शामिल।

 पाकिस्तान एयर फोर्स (PAF) ने औपचारिक रूप से JF-17 थंडर ब्लॉक II डबल सीटर लड़ाकू विमान को अपने बेड़े में शामिल कर लिया है। साथ ही इसी विमान के ब्लॉक III का उत्पादन भी शुरू करने का ऐलान कर दिया। PAF का कहना है कि यह कदम देश की एयर डिफेंस रक्षा में एक महत्वपूर्ण प्रगति है। फिलहाल, इन विमानों को प्रशिक्षण के लिए उपयोग किया जाएगा।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, बुधवार को 14 JF-17 थंडर ब्लॉक II लड़ाकू विमानों को औपचारिक रूप से PAF के बेड़े में शामिल कराने के लिए राजधानी इस्लामाबाद के पास कामरा में एक समारोह आयोजित किया गया। ये विमान पाकिस्तान और चीन द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किये गए हैं। इस समारोह में मुख्य रूप से पाकिस्तान के एयर चीफ मार्शल मुजाहिद अनवर खान और पाकिस्तान में चीन के राजदूत नोंग रोंग शामिल हुए।

इस दौरान एयर चीफ मार्शल अनवर ने रिकॉर्ड समय में उत्पादन लक्ष्य के सफलतापूर्वक पूरा होने पर पाकिस्तान के पीएसी (Pakistan Aeronautical Complex) और चीन के CATIC को बधाई दी। साथ ही PAF के बेड़े में डबल सीटर लड़ाकू विमान JF-17 थंडर को शामिल करने को महत्वपूर्ण कदम बताया। बकौल अनवर ये आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

आपको बता दें कि इन लड़ाकू विमानों का उत्पादन करने का मकसद इंडियन एयर फोर्स के साथ प्रतिस्पर्धा करना है, क्योंकि पाकिस्तान की तुलना में भारत के पास अधिक लड़ाकू विमान हैं। हाल के महीनों में, भारत ने फ्रांस के रक्षा निर्माता डसॉल्ट एविएशन से कुल 36 विमानों की खरीद के लिए डील की, जिसमें उसे कई राफेल लड़ाकू जेट मिल चुके हैं।
ऐसे में पाकिस्तानी वायुसेना प्रमुख और चीनी राजदूत ने JF-17 के ब्लॉक III, मल्टीरोल लड़ाकू विमान का उत्पादन का शुरू करने का ऐलान किया। जिसे दोनों देश राफेल जेट के बराबर मान रहें हैं। बता दें कि सिंगल-इंजन मल्टी-रोल जेट संयुक्त रूप से पाकिस्तान और चीन द्वारा विकसित किए गए हैं। इनमें से हर एक जेट 3,630 किलोग्राम (8,000 पाउंड) हथियार ले जा सकता है, साथ ही 2,200 किलोमीटर प्रति घंटे (1,370 मील प्रति घंटे) की गति तक पहुंच सकता है।

Tuesday, December 29, 2020

अखरोट के चमत्कारी फायदे।

अखरोट जहां खाने में बहुत स्वादिष्ट लगता है, वहीं दिमाग के लिए भी यह बहुत फायदेमंद होता है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है। साथ ही इसमें आवश्यक पोषक तत्वों और सूक्ष्म पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं। वे बी विटामिन, फाइबर, मैग्नीशियम, और एंटीऑक्सिडेंट जैसे विटामिन ई से भरपूर होते हैं। स्टडी की माने तो भीगे अखरोट खाने से डायबिटीज काफी हद तक कंट्रोल हो जाती है। दरअसल, अखरोट को टाइप -2 डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। सर्दियों में अखरोट का सेवन जरूर करना चाहिए ताकि बीपी कंट्रोल रहे और दिल दोनों स्वस्थ्य रहे। तो चिलए जानते अखरोट के फायदे।

1:- अखरोट हृदय को भी तंदरुस्त एवं निरोग रखने में लाभदायक है। यह हृदय के कार्य को संचालित व नियमित करता है और उसमें सुधार भी लाता है। अखरोट में ओमेगा.3 फैटी एसिड अधिक मात्रा में पाया जाता है, जिसकी वजह से यह कार्डियोवैस्कुलर प्रणाली के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
2:- अखरोट के सेवन से शरीर का वजन घटाने में सहायता मिलती है। जो लोग अपना वजन घटाना चाहते हैं उन्‍हे नियमित रूप से अखरोट का सेवन करना चाहिए। दरअसल, इसमे फाईबर अधिक मात्रा मे होता है जो आपकी भूख को कम करके आपको ज्यादा खाने से रोक कर आपको स्वस्थ बॉडी वेट पाने में मदद करते हैं।
3:- अखरोट आपके दिमाग को तेज करने के साथ-साथ मानसिक तनाव कम करता है। साथ ही बार बार मूड खराब होना और असमय चिंता जैसी समस्याओं को दूर करता है। मानसिक रुप से स्वस्थ और तंदुरुस्त रहना चाहते हैं और दिमाग को तेज बनाना चाहते है तो अखरोट का सेवन करें।

4:- अखरोट का सेवन हड्डि‍यों के लिए भी कम फायदेमंद नहीं है। यह कैल्शि‍यम का पुन: अवशोषण करने में सहायक है जो हड्ड‍ियों की मजबूती के लिए बेहद आवश्यक पोषक तत्व है।
5:- त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए अखरोट का तेल बेहतरीन उपाय है। संबंधि‍त स्थान पर इसे लगाने से त्वचा संबंधी समस्याओं से निजात पाई जा सकती है। इसके अलावा मुंह में छाले, गले की समस्या या खुजली होने पर भी यह फायदेमंद है।
6:- अखरोट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट न केवल आपकी त्वचा को बेहतरीन बनाता है बल्कि आंखों और बालों के लिए भी फायदेमंद है। इसमें कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट पाएं जाते हैं जो आपको जवां बनाए रखने के साथ ही सेहत से जुड़े फायदे देते हैं।
7:- अखरोट का सेवन, पेट के कैंसर की जटिलताओं में लाभकारी होता है। इसके सेवन से होने वाली पीड़ा में कमी आती है और कमजोरी भी नहीं आती है।
8:- अखरोट के सेवन से तनाव का स्‍तर घट जाता है। इसके सेवन से ब्‍लड़ प्रेशर नियंत्रित रहता है और शरीर को पर्याप्‍त ऊर्जा मिलती रहती है।

Forbes का 50 महमारी के दौरान अरबपति बने लोग इसमें 4 भारतीयों के नाम शामिल हैं।

नई दुनिया : कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के कारण जहां बहुत लोगों ने अपनी नौकरी तक गवां दी, वहीं कुछ लोगों की संपत्ति में भारी इजाफा हुआ है।फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर के 50 डॉक्टर, वैज्ञानिक और स्वास्थ्य क्षेत्र के उद्यमी, महामारी के दौरान नए अरबपति (New Billionaire) बने हैं। इनमें से सबसे ज्यादा 28 वैज्ञानिक चीन के हैं। जबकि 4 अरबपति भारत के निवासी हैं। आइए जानते हैं इनमें से प्रमुख लोगों के बारे में।
प्रेमचंद गोधा
प्रेमचंद गोधा भारतीय दवा कंपनी Ipca Labs के चेयरमैन हैं. इनकी नेट वर्थ 10,000 करोड़ रुपये है। दरअसल, कोरोना वायरस के कारण Hydroxychloroquine दवा की मांग तेजी से बढ़ी थी। इसी कारण कंपनी की संपत्ति में तेजी से इजाफा हुआ।

राजेंद्र अग्रवाल
राजेंद्र अग्रवाल, बनवारीलाल बावरी और गिरधारीलाल बावरी तीनों भाई हैं। इन्होंने 1986 में राजस्थान के जयपुर शहर में एक दवा कंपनी Macleods Pharmaceuticals की स्थापना की थी। ये कंपनी टीबी, अस्थमा, डायबीटिज सहित अन्य बीमारियों की दवा बनाती है। कोरोना काल में इन दवाईयों का इस्तेमाल बढ़ने से कंपनी की नेट वर्थ 9,559 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।

Moderna के CEO के साथ इनका नाम भी शामिल
चीन के नए अरबपतियों में सबसे प्रमुख बायोएनटेक के को-फाउंडर ऊर साहिन और मॉडर्ना के सीईओ स्टीफन बन्सेल हैं। बायोएनटेक ने फाइजर (Pfyzer) कंपनी के साथ मिलकर कोरोना वैक्सीन तैयार की। फाइजर और मॉडर्ना (Moderna) दोनों ही कंपनी की वैक्सीन सफल घोषित हो चुकी है। फाइजर के साथ पार्टनरशिप के बाद बायोएनटेक के शेयर के दाम 160 फीसदी बढ़ चुके हैं। जबकि मॉडर्ना के सीईओ स्टीफन बन्सेल की संपत्ति 30,147 करोड़ रुपये की हो चुकी है।

कनाडा की सबसे अमीर महिला बनीं युआन
चीन की एक दूसरी कंपनी शेनझेन कंगटाई बायोलॉजिकल प्रोडक्ट्स में भी करीब 24 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाली युआन लिपिंग की संपत्ति में भी भारी इजाफा हुआ है। जून में पति से तलाक के बाद युआन की कुल संपत्ति 30,147 करोड़ रुपये की हो गई। इसकी वजह से युआन कनाडा की सबसे अमीर महिला भी बन गईं। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

हू कुन भी अरबपतियों की लिस्ट में शामिल
चीन के कॉन्टेक मेडिकल सिस्टम्स के अध्यक्ष हू कुन भी इस साल अरबपति बने। उनकी संपत्ति 28,677 करोड़ रुपये की हो गई। यह कंपनी हॉस्पिटल के लिए उपकरण बनाती है।

Vastu Tips जो बदल देंगे आपका जीवन, सुख- समृद्धि की होगी बरसात New Year 2021.

नई दुनिया : साल 2020 हमें अलविदा कह रहा है। साल 2020 में कोरोना वायरस (Coronavirus) ने पूरी दुनिया को खौफ में डाल दिया था जिसका असर आज भी पूरे संसार में है। ऐसे में आने वाले साल से सभी को बेहद उम्मीद है। नया साल 2021 (New Year 2021) का सभी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हर कोई चाहता है कि नया साल उनके जीवन में खुशियों और समृद्धि की सौगात लेकर आए। ऐसे में आज हम आपके लिए लेकर आए हैं वास्तु के कुछ टिप्स (Vastu Tips) जो आपके जीवन में धन, मान-सम्मान में वृद्धि और स्वास्थ्य लाभ लाएगा। ये आसान टिप्स अपनाकर आप अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।


सोने की आदत बदलिए।
1. उत्तर दिशा (North Direction) में सिर रखकर सोने से मैग्नेटिक इफेक्ट (Magnetic Effect) अवरुद्ध होकर बिगड़ जाएगा जिस कारण आपको नींद ठीक से नहीं आएगी। वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा में सिर करके सोने से नींद की समस्या होती है। इसके कारण आपको सिरदर्द हो सकता है।
2. वास्तु के अनुसार स्वस्थ जीवन (Healthy Life) एवं लंबी के लिए हमेशा अपना सिर दक्षिण में एवं पैर उत्तर दिशा की और करके सोना चाहिए। इस दिशा की ओर सिर करके सोने से व्यक्ति को धन, खुशी, समृद्धि एवं यश की प्राप्ति होती है।
3. पूर्व दिशा में सिर करके सोने से स्मृति, एकाग्रता एवं  स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है और मनुष्य का आध्यात्मिकता (Spirituality) के प्रति झुकाव बढ़ता है। वास्तु के अनुसार छात्रों को खासकर स्मृति और एकाग्रता बढ़ाने के लिए पूर्व दिशा में सिर करके सोना चाहिए।
3. वास्तु कहता है कि पश्चिम दिशा में सिर करके सोना भी ठीक है क्योंकि यह दिशा प्रसिद्धि, प्रतिष्ठा और समृद्धि को बढ़ाती है।

सेहत से भरा भोजन करें।
1. वास्तु के अनुसार भोजन करने का उत्तम स्थान पश्चिम दिशा में है। घर की पश्चिम दिशा में बना डाइनिंग हॉल बेहद शुभ होता है। इस दिशा में भोजन करने से मां अन्नपूर्णा प्रसन्न रहती हैं।
2. घर में उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा भोजन करने के लिए दूसरा विकल्प है।
3. ध्यान रहे, दक्षिण-पश्चिम दिशा में डाइनिंग रूम बिल्कुल नहीं होना चाहिए, इस दिशा में भोजन करने से शरीर में बीमारियां होती रहती है।
3. ये भी ध्यान दें कि भोजन कक्ष के सामने घर का मुख्य द्वार या शौचालय न हो नहीं तो आपसी कलह व मानसिक कष्ट बना रह सकता है।
4. वास्तु के मुताबिक पूर्व की ओर मुंह करके भोजन करने से दीर्घायु होने की संभावना बढ़ जाती है। पश्चिम की ओर मुंह कर के खाने से संपन्नता और समृद्धि आती है।
5. दक्षिण और उत्तर की ओर मुख करके भोजन बिल्कुल न करें। ये सेहत की दृष्टि से वास्तु सम्मत नहीं है।

पूजा की भी अपनी दिशा।
1. वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में पूजा की भी दिशा निश्चित है। घर या ऑफिस में पूजा का स्थान ईशान कोण में ही रखें। इससे परिवार में सुख- समृद्धि की वृद्धि होती है।
2. उत्तर दिशा धन प्राप्ति के लिए और पूर्व दिशा की ओर मुख करके की गई पूजा ज्ञान प्राप्ति के लिए बेहद चमत्कारिक लाभ देती है।
3. पूजन कक्ष में शुभ और सात्विक रंग जैसे हल्का हरा,पीला,जामुनी या क्रीम रंग का प्रयोग करें।
4. वास्तु में शंख का बहुत महत्व है इसलिए पूजा घर में शंख जरूर रहना चाहिए।
5. दक्षिण-पश्चिम की दिशा में पूजा कक्ष बिल्कुल न बनाएं।

Sunday, December 27, 2020

DRDO ने बनाई JPVC कार्बाइन, एक मिनट में दाग सकती है 700 गोलियां।

देश के सशस्त्र बलों को तेजी से आधुनिक बनाने में जुटे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने ऐसी एक खतरनाक राइफल तैयार कर ली है। जो एक मिनट में 700 गोलियां दाग सकती है। DRDO ने इस राइफल का नाम जॉइंट वेंचर प्रोटेक्टिव कार्बाइन यानी JPVC दिया है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक DRDO ने हाईटेक कार्बाइन (Carbine) विकसित कर ली है। यह कार्बाइन सेना के परीक्षणों में भी सफल पाई गई है। ट्रायल का अंतिम चरण पूरा होने के बाद अब कार्बाइन तीनों सेनाओं व अन्य अर्धसैनिक बलों में इंडक्शन के लिए तैयार है।

अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह लेटेस्ट कार्बाइन (Carbine) सेना में इस्तेमाल हो रही 9 एमएम कार्बाइन की जगह लेगी। इसके साथ ही इसे अब CRPF, BSF, ITBP, SSB, CISF और राज्य पुलिस बलों के बेड़े में भी शामिल किया जाएगा। DRDO सूत्रों के मुताबिक इस हथियार का तकनीकी नाम जॉइंट वेंचर प्रोटेक्टिव कार्बाइन यानी JPVC है।

यह एक गैस चालित सेमी ऑटोमेटिक हथियार है। DRDO की पुणे लैब Armament Research and Development Establishment में इसका डिजाइन तैयार किया गया है। यह कार्बाइन (Carbine) कम रेंज की लड़ाई के लिए खास हथियार है। ये इतनी हल्की है कि जवान एक हाथ से भी आराम से इससे फायरिंग कर सकते हैं। लड़ाई के दौरान इसे कैरी करने में भी सैनिकों को कोई दिक्कत नहीं होगी।

DRDO के मुताबिक ये कार्बाइन (Carbine) दायें-बायें किसी को नुकसान पहुंचाए बिना सीधे टारगेट पर हमला कर सकती है। एक बार ट्रिगर दबा देने पर इसमें से एक मिनट में 700 गोलियां फायर हो जाती हैं।

यह गति इतनी तेज है कि यदि इसे किसी पौधे पर फायर किया जाए तो उसके सारे पत्तों तक को साफ किया जा सकता है। इस कार्बाइन की गोलियां पुणे की हथियार फैक्ट्री में तैयार की जाएंगी। 

Saturday, December 26, 2020

नौ ग्रहों में शनिदेव विशेष।

महाराष्ट्र में एक छोटा सा गांव है शिंगणापुर, जहां आज भी किसी भी घर में दरवाजे नहीं है। घरों में दरवाजे न होने के बावजूद यहां चोरी की घटनाएं नहीं होती हैं, क्योंकि यहां ऐसा माना जाता है कि जो भी व्यक्ति यहां चोरी करेगा उसे स्वयं शनि देव जी सजा देंगे। इस स्थान पर शनि की विशेष कृपा है।

शास्त्रों के अनुसार शिंगणापुर में ही शनिदेव का जन्म हुआ था। शिंगणापुर में शनि देव की एक विशाल प्रतिमा है।

इस मूर्ति का रंग काला है। इसकी लंबाई लगभग 5 फीट 9 इंच है और चौड़ाई करीब 1 फीट 6 इंच। शनि के जन्म के संबंध में शास्त्रों में बताया गया है कि शनिदेव सूर्यदेव के पुत्र हैं। सूर्य की पत्नी छाया ने पुत्र प्राप्ति की इच्छा से शिवजी को प्रसन्न करने के लिए कठोर तपस्या की। तपस्या की कठोरता और धूप-गर्मी के कारण छाया के गर्भ में पल रहे शिशु का रंग काला पड़ गया। तपस्या के प्रभाव से ही छाया के गर्भ से शनिदेव का जन्म शिंगणापुर में हुआ।

इस दिन ज्येष्ठ मास की अमावस्या थी। शनिदेव के जन्म के बाद जब सूर्य अपनी छाया और पुत्र से मिलने पहुंचे तो उन्होंने देखा कि पुत्र का रंग काला है। काले शिशु को देखकर सूर्य ने पत्नी छाया से संदेह प्रकट किया कि इतना काला शिशु उनका नहीं हो सकता है। सूर्य की कठोरता देखकर शनि के मन में माता के लिए श्रद्धा बढ़ गई और पिता सूर्य के लिए क्रोध बढऩे लगा, तभी से शनि सूर्य के प्रति शत्रुभाव रखते हैं। शनि ने सूर्य से भी अधिक तेजस्वी और पराक्रमी बनने की इच्छा से शिवजी को प्रसन्न करने के लिए तपस्या की।

शनि की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर शिवजी ने उन्हें वरदान मांगने के लिए कहा। तब शनि ने शिवजी से कहा कि उनके पिता सूर्य से उन्हें तथा उनकी माता को हमेशा अपमानित होना पड़ा है। अत: आप मुझे सूर्यदेव से भी अधिक शक्तियां और ऊंचा पद प्रदान करें। शिवजी ने शनि की विनती मानकर उन्हें न्यायाधीश का पद प्रदान किया और सूर्य से भी अधिक तेजस्वी और शक्तिशाली होने का वरदान दिया। तभी से शनि का स्थान सभी नौ ग्रहों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण हो गया।

सर्दियों में अमरूद खाने के अद्भुत फायदे।

अमरूद एक ऐसा फल जिसे सब पसंद करते हैं। काले नमक के साथ इसका स्वाद और बढ़ जाता है। सर्दियों में अमरूद की चटनी और मुरब्बों का तो क्या कहना। अमरूद स्वादिष्ट होने के साथ-साथ बहुत फायदेमंद भी होता है. अक्सर सर्दियों में गैस की परेशानी या फिर पेट से जुड़ी परेशानी ज्यादा शुरू हो जाती हैं। ऐसे में अगर रोजना एक अमरूद सेवन किया जाए तो इस परेशानी से छुटकारा मिल जाएगा। अमरूद में भरपूर मात्रा में विटामिन सी, कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम और आयरन होता है। जो सर्दियों में बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। आइए जानते है अमरूद के ये फायदे।

1- अमरूद में विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है. जिसकी वजह से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. और सर्दियों में होने वाले इंफेक्शन से बचाती है। 
2- अमरूद में मौजूद पोटैशिमय शरीर के रक्तचाप को सामान्य बनाए रखता है। जो दिल के साथ -साथ मांसपेशियों स्वस्थ्य रखता है और साथ ही कई बीमारियों से भी बचाता है।

3- एक अमरूद में कई बीमारियों से लड़ने की क्षमता है। इसमें पानी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। जो हमारी त्वचा में नमी बनाती है। अमरूद में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है। डायबिटिज के रोगियों के लिए यह बहुत लाभकारी होता है।
4- अमरूद का नियमित सेवन करने से सर्दी जुकाम जैसी सामान्य बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है। अमरूद में मौजूद विटामिन ए और ई आंखों, बालों और त्‍वचा को पोषण देता है।

5- अमरूद में पाया जाने वाला लाइकोपीन नामक पोषक तत्व शरीर को कैंसर और ट्यूमर के खतरे से बचाने में मददगार होते हैं। अमरूद में बीटा कैरोटीन होता है जो शरीर को त्‍वचा संबंधी बीमारियों से बचाता है।
6- अमरूद को इसके बीजों के साथ खाना बहुत लाभदायक होता है, जिसके कारण पेट साफ रहता है। अमरूद मेटाबॉलिज्‍म को सही रखता है जिससे शरीर में कोलेस्‍ट्रॉल का स्‍तर नियंत्रित रहता है।

7- अमरूद खाने में स्वादिष्ट तो होता ही है। यह वजन घटाने में भी मददगार है. इसमें कैलोरी बहुत कम होती है और फाइबर ज्यादा होता है। एक अमरूद में 112 कैलोरी होती है जिससे बहुत देर तक भूख नहीं लगती. इसका नियमित सेवन करने से वजन कम होता है और पाचन शक्ति बढ़ती है। 
8- अगर आपके मुंह से दुर्गंध आती है तो अमरूद की कोमल पत्त‍ियों को चबाना आपके लिए फायदेमंद रहेगा। इसकी पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल क्षमता होती है जिसको चबाने से दांतों का दर्द भी कम हो जाता है।

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...