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Friday, March 5, 2021

थाईलैंड: महिला की समुद्र किनारे टहलने के दौरान चमकी किस्मत, हाथ लगी करोड़ों की चीज।

थाईलैंड (Thailand): की एक महिला को समुद्र तट के पास से ऐसी अनोखी चीज मिली है जिससे उसकी किस्मत रातों रात बदल गई है। जी हां, ये घटना है नाखोन सी थम्मारत के तट (Coast Of Nakhon Si Thammarat) के पास की जहां 49 साल की सिरिपॉर्न नियामरिन (Siriporn Niamrin) टहलने गई थी और जब वहां से लौटी तो अपने साथ एक बेशकीमती चीज लेकर लौटी जिसकी कीमत को लेकर पहले वो भी अंजान थी।


इस अनोखी चीज से चमकी किस्मत।
खबरों के अनुसार, सिरिपॉर्न नियामरिन एक समुद्र तट पर टहलने गई थी जब उन्हें रेत में एक अजीब सी गांठ दिखाई दी। फिर उस महिला ने कथित तौर पर देखा कि गांठ में मछली जैसी गंध आ रही थी और यह सोचकर उसे अपने साथ वापस घर ले आई कि कई ये किसी चीज के काम ना आ जाए। द सन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना 23 फरवरी की है। आगे लिखा है कि जब सिरिपोर्न घर वापस आई तो उन्होंने अपने पड़ोसियों से उस अजीब सी वस्तु को पहचानने में मदद मांगी। फिर उन्हें बताया गया कि असल में वह गांठ ‘व्हेल मछली की उल्टी’ थी, जिसे ‘एम्बरग्रीस’ भी कहा जाता है। ये जानकर तो सिरिपॉर्न नियामरिन और आसपास मौजूद लोग हक्के-बक्के रह गए।

तो क्या निकली ये चीज?
एक न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, इस 12 इंच चौड़ी और 24 इंच लंबी गांठ वाले ‘एम्बरग्रीस’ की अनुमानित कीमत 1.86 लाख पाउंड यानी लगभग 1.8 करोड़ रुपये है। इसका उत्पादन शुक्राणु व्हेल की प्रणाली में किया जाता है और इसका इस्तेमाल परफ्यूम बनाने में होता है क्योंकि यह एक सुधारात्मक के रूप में काम करता है, जिससे खुशबू लंबे समय तक सहन करने में मदद मिलती है। खबरों के अनुसार, उस महिला ने ‘एम्बरग्रीस’ की प्रमाणिकता की जांच करने के लिए इसे लौ में रखा था जो पिघल गया लेकिन फिर इसके हिस्से ठंडे होने के बाद ये फिर से मजबूत हो गया। सिरिपॉर्न नियामरिन कथित तौर पर फिलहाल विशेषज्ञों के घर पहुंचने और ‘एम्बरग्रीस’ की प्रमाणिकता की जांच करने का इंतजार कर रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा- 'अगर मेरे पास सच में ‘एम्बरग्रीस’ है, तो मैं इसे बेचने के लिए अच्छे खरीददार का इंतजार करूंगी। मैं इतने बड़े टुकड़े को पाकर बहुत खुशकिस्मत हूं और मुझे उम्मीद है कि यह मुझे पैसा दिलाएगा। मैं फिलहाल इसे अपने घर में सुरक्षित रख रही हूं और मैंने स्थानीय परिषद से इसकी जांच करने के लिए कहा है।'

Thursday, March 4, 2021

Exclusive: दक्षिण अफ्रीका के चर्चित गुप्ता ब्रदर्स गुपचुप तरीके से खरीद रहे जेट एयरवेज? खुलासा

नई दिल्ली/मुंबई: जेट एयरवेज को खरीदने की बोली लगाने वाले मुरारी लाल जालान के पीछे साउथ अफ्रीका के गुप्ता ब्रदर्स हैं? वो गुप्ता ब्रदर्स जिनके खिलाफ साउथ अफ्रीका में भ्रष्टाचार, घूसखोरी के कई मामले चल रहे हैं और अमेरिका में उनके साथ किसी तरह की बिजनेस डील पर पाबंदी है।

मुरारी लाल जालान के भाई विशाल जालान की बेटी शिवांगी की शादी अतुल गुप्ता के बेटे शशांक सिंघल के साथ 2019 में हुई। Zee News के पास जानकारी है कि जालान और गुप्ता परिवार इस वक्त दुबई में हैं। साउथ अफ्रीका में लगे संगीन आरोपों के बाद गुप्ता ब्रदर्स ने 2018 में देश छोड़ दिया था और उसके बाद वो अलग-अलग जगहों पर ठिकाना तलाशते रहे, लेकिन अभी गुप्ता ब्रदर्स उज्बेकिस्तान के ताशकंद में हैं। मुरारी लाल जालान का परिवार पहले रांची और फिर कोलकाता होते हुए दुबई पहुंचा और अब लंबे समय से वहीं रहकर अलग-अलग देशों में कारोबार करता है।

जालान परिवार की एक कंपनी है एजियोइमेज और गुप्ता ब्रदर्स के बेहद करीबी रिश्तेदार आकाश गर्ग की कंपनी है AGEV इनवेस्टमेंट लिमिटेड। आकाश गर्ग की कंपनी दुबई में बतौर ऑफशोर कंपनी लिस्टेड है। एजियोइमेज और AGEV इनवेस्टमेंट लिमिटेड, ये दोनों कंपनी दुबई से ही अपना बिजनेस चलाती हैं। जनवरी 2018 में आकाश गर्ग ने पहले अपनी कंपनी AGEV इंवेस्टमेंट की तरफ से 50 लाख डॉलर का लोन मुरारी लाल जालान की कंपनी एजियोइमेज को देने का एग्रीमेंट किया। एग्रीमेंट के मुताबिक पूरी रकम का सालाना ब्याज चार फीसदी दिया जाना था। हालांकि अगले महीने ही मुरारी लाल जालान ने दूसरे लोन के रूप में 2 करोड़ दिरहम (करीब 54 लाख डॉलर) आकाश गर्ग की कंपनी को दिया। इसके लिए भी सालाना चार फीसदी ब्याज की शर्त रखी गई। लोन एग्रीमेंट के सभी दस्तावेजों पर आकाश गर्ग और मुरारी लाल जालान दोनों के दस्तखत भी हैं।

Tuesday, March 2, 2021

वकील ने जज साहिबा को आधी रात को किया बर्थडे Wish, 20 दिनों से है जेल में, HC पहुंचा मामला

रतलाम: मध्य प्रदेश के रतलाम का वकील कई दिनों से जेल में बंद है, क्योंकि उसने महिला जज को आधी रात जन्मदिन की बधाई दे दी थी। जज साहिबा ने वकील पर आईटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज करवा दिया है, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। वकील ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट प्रथम (JMFC) के कोर्ट से लेकर सेशन कोर्ट तक जमानत के लिए पहुंच चुका है, लेकिन कहीं से उसे कोई राहत नहीं मिली पाई है। जमानत का मामला अब मामला हाई कोर्ट पहुंच गया है।

न्यायाधीश के सरकारी मेल पर पोस्ट किया बधाई संदेश।
रतलाम डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पदस्थ महिला जज का जनवरी में जन्मदिन था। वकील विजय ने रात 1 बजकर 11 मिनट पर जज साहिबा के ऑफिशियल मेल पर हैप्पी बर्थडे का मैसेज सेंड कर दिया। वकील ने जज के फेसबुक अकाउंट से उनका एक फोटो डाउनलोड किया और उसे ग्रीटिंग कार्ड के रूप में उनको भेज दिया। वकील विजय द्वारा इस तरीके से बर्थडे विश करना महिला जज को नागवार गुजरा। उन्होंने वकील की  शिकायत रतलाम पुलिस थाने में कर दी।

अधिवक्ता संघ की सदस्यता से बर्खास्त हो चुका है विजय।
रतलाम कोर्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष दशरथ पाटीदार ने बताया कि वकील विजय जूनियर है और प्रैक्टिस कर रहा है। अभी वह पूरी तरह से वकील नहीं बना है। उसे अभी एक और एक्जाम देने के बाद स्टेट बार को सूचना देना होगी। इसके बाद उसे वकालत का लाइसेंस मिल पाएगा। वकीलों की प्रतिष्ठा गिराने वाली हरकतों के कारण अधिवक्ता संघ विजय को काफी समय पहले ही अपनी सदस्यता से बर्खास्त कर चुका है।

पुलिस ने आरोपी वकील कई धाराओं में केस दर्ज किया है।
शिकायत के बाद रतलाम पुलिस ने वकील विजय के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 469 और आईटी एक्ट की धारा 67 व 41 के तहत प्रकरण दर्ज कर 9 फरवरी को उसे गिरफ्तार कर लिया था। तब से वकील जेल में है। ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट प्रथम कोर्ट से जमानत नहीं मिलने पर उसने सेशन कोर्ट में याचिका दायर की थी, लेकिन यहां से भी आरोपी वकील को जमानत नहीं मिल सकी। अब उसने हाई कोर्ट की इंदौर बेंच में याचिका दायर की है। जमानत याचिका पर सुनवाई 3 मार्च को होगी।

Monday, March 1, 2021

Kumbh Logo: 5 डिजाइन में से एक को किया गया सिलेक्ट, जाने कैसे होगा कुंभ का लोगो।

हरिद्वार:  कोरोना महामारी के बीच उत्तराखंड में कुंभ की शुरुआत होने वाली हैै। कुंभ को लेकर उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) सरकार लंबे समय से तैयारी कर रही है। इस बीच कुंभ (Kumbh 2021) का लोगो जारी कर दिया गया है। रविवार यानी 28 फरवरी को जारी किए गए लोगो में सुंदर और स्वच्छ कुंभ के साथ सुरक्षित कुंभ को भी स्लोगन में स्थान दिया गया।

5 डिजाइन में से एक को किया गया सिलेक्ट।
लोगो की बात करें, तो उसमें गंगा की लहरों में स्वस्तिक चिन्ह बने कलश से अमृत की बूंदे छलकती दिख रही हैं। मेलाधिकारी दीपक रावत ने बताया कि कुंभ प्राधिकरण ने पहले आम लोगों से डिजाइन मांगे थे। लेकिन वे पसंद नहीं आए। इसके बाद डिजाइनर्स को लोगो बनाने का काम सौंपा गया। 4 से 5 लोगो बनवाए गए और उसे कमेटी के पास भेजा गया। लोगो को पास करने वाली कमेटी में सीएम रावत समेत अखाड़ा परिषद के संत शामिल थे।

सुरक्षा पर विशेष ध्यान।
एक ओर जहां कुंभ शुरू हो रहा है, वहीं दूसरी ओर देश के अन्य राज्यों में कोरोना वायरस के केस बढ़ रहे हैं। ऐसे में ना सिर्फ स्लोगन में सुरक्षा को एंट्री दी गई है, बल्कि कुंभ में भी लोगों की सुरक्षा का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। आने वाल लोगों का टेस्ट कराया जा रहा है। साथ में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की भी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा 4 महीने के कुंभ को घटा कर 28 दिन कर दिया गया है।

मात्र 44 दिन में जमा हुए 2100 करोड़, अब रामकाज के लिए चलाए जा रहे निधि समर्पण अभियान हुआ बंद।

अयोध्या: देश भर में राम मंदिर निर्माण के लिए चला निधि समर्पण अभियान 27 फरवरी को समाप्त हो गयाा। इस अभियान के जरिए लोगों ने दिल खोल कर दान किया। राम तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक समर्पण निधि अभियान के तहत अभी तक 2100 करोड़ से ज्यादा की राशि जमा हो चुकी हैै। हालांकि, बैंकों में चेक का अभी तक कोई आंकड़ा क्लियर नहीं है। ट्रस्ट के चार्टर्ड अकाउंटेंट सही आंकड़ों के लेखा-जोखा में लगे हुए हैंं। फिलहाल सही आंकड़ा आने में अभी वक्त हैै। हालांकि, जिन लोगों ने अभी तक दान नहीं किया है वो परेशान ना हों, क्योंकि अभियान खत्म होने के बाद भी आप राम मंदिर निर्माण में अपना सहयोग दे सकते हैं।

मायूस ना हों, अभी भी ऐसे कर सकते हैं दान।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्र के मुताबिक निधि समर्पण अभियान खत्म होने के बाद कूपन के जरिए कोई भी सहयोग राशि नहीं ली जाएगी। ना ही कोई कार्यकर्ता राम मंदिर निर्माण के लिए कूपन लेकर किसी के घर जाएगा। हालांकि, जो लोग इस अभियान के दौरान सहयोग नहीं दे पाए हैं, वो आगे भी दान दे सकते हैं। अनिल मिश्र ने बताया कि जो लोग राम मंदिर निर्माण में अपना सहयोग देना चाहेंगे, वो राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा जारी भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक के अकाउंट नंबर में राशि दान कर सकते हैं। बैंक खातों में दान की प्रक्रिया जारी रहेगी।

15 जनवरी से शुरू हुआ था अभियान।
आपको बता दें कि निधि समर्पण अभियान कार्यक्रम मकर संक्रांति यानी 15 जनवरी से राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद और उनके संगठनों के द्वारा शुरू हुआ था, जो 27 फरवरी को खत्म हो गया। इस अभियान के जरिए पूरे देश में कार्यकर्ता "डोर टू डोर" जाकर चेक और कूपन के माध्यम से समर्पण निधि प्राप्त किया। समर्पण निधि राशि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा के अकाउंट में जमा की गई। पूरे देश में इन बैंकों की शाखाओं में लोगों ने दिल खोल कर दान किया। जिसका नतीजा यह है कि अभी तक रामलला के अकाउंट में 21 सौ करोड़ रुपये से ज्यादा का दान आ चुका है।

Sunday, February 28, 2021

आतंकियों के समर्थन की सजा काट रहे Pakistan को FATF की Grey List में अभी और रहना होगा।

इस्लामाबाद: आतंकवादियों को पालने वाले पाकिस्तान (Pakistan) को अब और भी ज्यादा बुरे दिन देखने होंगे। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) के फैसले से पाकिस्तान की आर्थिक कमर टूटना तय है। FATF ने आतंकियों की फंडिंग (Terror Funding) पर लगाम लगाने में नाकाम रहने के लिए इमरान खान (Imran Khan) के ‘नए पाकिस्तान’ को फिर से ग्रे लिस्ट में रखा है। पाकिस्तान पहले से ही आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहा है, ऐसे में FATF का यह कदम उसे बर्बादी की कगार पर पहुंचा सकता है।


पूरा नहीं किया Home Work।
फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने आतंकियों की फंडिंग रोकने के लिए पाकिस्तान को होम वर्क दिया था, जिसे वह निर्धारित समयावधि में पूरा करने में असफल रहा। एक रिसर्च पेपर में बताया गया है कि पाकिस्तान को FATF की सख्ती की वजह से 38 अरब डॉलर का नुकसान पहले ही हो चुका है। मतलब साफ है कि दोबारा ग्रे लिस्ट में रहने से पाकिस्तान को इससे भी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा।

GDP को पहुंची गहरी चोट।
इस्लामाबाद आधारित थिंक टैंक तबादलाब (Islamabad Based Think Tank Tabadlab) ने कहा है कि 2008 से 2019 तक बार-बार पाकिस्तान को FATF की लिस्ट में रखे जाने से उसकी GDP को करीब 38 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। थिंकटैंक ने कहा कि ग्रे लिस्ट में होने की वजह से पाकिस्तान के एक्सपोर्ट और एफडीआई में कमी आई है, जिसका सीधा असर उसकी अर्थव्यवस्था पर पड़ा है।

तब सुधरी थी स्थिति।
हमारी सहयोगी वेबसाइट WION की रिपोर्ट के मुताबिक, रिसर्च पेपर में बताया गया है कि 2012 से 2015 के बीच FATF के प्रतिबंध से पाकिस्तान को करीब 13.43 अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा था। थिंक टैंक के अनुसार, इन प्रतिबंधों से अर्थव्यवस्था पर अल्पकालिक और मध्यकालिक असर पड़ता है। रिसर्च पेपर में यह भी बताया गया है कि जब पाकिस्तान ग्रे लिस्ट से बाहर रहा तो 2017-18 के बीच जीडीपी में तेजी आई थी।

क्या कहा है FATF ने?
दुनियाभर में टेरर फंडिंग पर नजर रखने वाली संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने हाल ही में एक बार फिर पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में बरकरार रखने की घोषणा की है। अपने फैसले की जानकारी देते हुए FATF ने कहा है कि पाकिस्तान आतंकियों की फंडिंग रोकने में नाकाम रहा है और उसकी कोशिशों में गंभीर खामियां दिखाई देती हैं। उसका सिस्टम इतना प्रभावी नहीं है कि टेरर फंडिंग को रोक सके, इसलिए पाकिस्तान को फिलहाल ग्रे लिस्ट में ही रहना होगा।

Saturday, February 27, 2021

मुंबई Arthur Road Jail के Barrack Number 12 में रखा जाएगा Nirav Modi, जानें खासियत।

मुंबई: पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है। गुरुवार को लंदन कोर्ट ने नीरव मोदी को भारत प्रत्यर्पित करने के लिए मंजूरी दे दी। नीरव मोदी को मुंबई की ऑर्थर रोड जेल के बैरक नंबर 12 में रखा जाएगा। जानिए ऑर्थर रोड जेल की बैरक नंबर 12 की क्या खासियत है और अब तक कौन से वीआईपी कैदी इस बैरक में बंद हो चुके हैं।


ऑर्थर रोड जेल में रखा जाएगा नीरव मोदी।
नीरव मोदी को भारत प्रत्यर्पित करने की मंजूरी देते वक्त लंदन कोर्ट के जज मुंबई की ऑर्थर रोड जेल (Arthur Road Jail) के बैरक नंबर 12 (Barrack Number 12) के इंतजाम से पूरी तरह संतुष्ट नजर आए. लंदन कोर्ट में जज के सामने बैरक नंबर 12 का वीडियो दिखाया गया।
बता दें कि मुंबई में मौजूद ऑर्थर रोड जेल (Arthur Road Jail) के बैरक नंबर 12 (Barrack Number 12) ग्राउंड प्लस वन बिल्डिंग है। ये ऑर्थर रोड जेल के बाकी हिस्से से अलग है। यहां जेल के बाकी हिस्से की तरह कैदियों की भीड़ नहीं होती है।

ऑर्थर रोड जेल के बैरक नंबर 12 में सुविधाएं।
जान लें कि ऑर्थर रोड जेल के बैरक नंबर 12 में दो सेल हैं। हर सेल में छह से ज्यादा कैदी नहीं रखे जाते हैं। बैरक में प्राकृतिक रोशनी और वेंटिलेशन की पूरी सुविधा है।
गौरतलब है कि बैरक नंबर 12 में वेस्टर्न स्टाइल के अटैच्ड बाथरूम की सुविधा है। इसके अलावा यहां पीने के साफ पानी और मेडिकल की सुविधा भी है। ऑर्थर रोड जेल के इस हिस्से में ओपन ड्रेनेज नहीं है।

बैरक नंबर 12 में बंद हो चुके हैं ये कैदी।
ऑर्थर रोड जेल के बैरक नंबर 12 में कैदी को गद्दा, तकिया और कंबल दिया जाता है। इसके अलावा कैदियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी हैं। बीएमसी के अधिकारी हफ्ते में एक बार आकर निरीक्षण करते हैं। जान लें कि स्टार इंडिया के पूर्व सीईओ पीटर मुखर्जी और एनसीपी नेता छगन भुजबल इस बैरक में रह चुके हैं। जाहिर है कि ऑर्थर रोड जेल के बैरक नंबर 12 में अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से पूरी सुविधा और सिक्योरिटी है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए लंदन के जज ने ऑर्थर रोड जेल के बैरक नंबर 12 को नीरव मोदी के लिए फिट माना है।

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...