Popular Posts

Thursday, July 16, 2020

बॉर्डर पर बढ़ती टेंशन के बीच इजरायल से आया अच्छी खबर भारत को मिलेंगे हेरॉन ड्रोन, स्‍पाइक मिसाइलें

न्यूज एजेंसी एएनआई की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक सेनाओं की सर्विलांस क्षमता और उनके हथियारों में इजाफा होने वाला है। Israel से Heron Drone और Spike Anti Tank Guided Missile खरीदेगा भारत। Heron Drone को इजरायल की एरोस्‍पेस इंडस्‍ट्रीज (आईएआई) ने तैयार किया है। 
इस ड्रोन को उन हथियारों से फिट किया जा सकता है जो जमीन पर आसानी से टारगेट को तबाह कर सकते हैं। 
अगर इसे दिल्ली से लॉन्च किया जाये तो सिर्फ 30 मिनट के अंदर बॉर्डर पर दुश्मनों का पता लगा सकता है। सरकार की तरफ से मिली आपातकालीन आर्थिक शक्तियों का प्रयोग करके सेनाओं ने इजरायल से हेरॉन सर्विलांस ड्रोन और स्‍पाइक एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों को खरीदने का मन बना लिया है। हेरॉन ड्रोन पहले ही वायुसेना, नौसेना और सेना के पास है और इस समय सर्विलांस के लिए इसका प्रयोग बड़े पैमाने पर हो रहा है। लद्दाख सेक्‍टर में भी इसे जमकर प्रयोग किया जा रहा है। ऐसे में आने वाले दिनों में इस ड्रोन के और ज्‍यादा ऑर्डर्स दिए जा सकते हैं।हेरॉन ड्रोन वायुसेना की जरूरतों को पूरा करने में खरा उतर रहा है।
हेरॉन ड्रोन में क्या खास है। 
👉 30,000 फीट की ऊंचाई पर लगा सकता है दुश्‍मन का पता।
👉 इसके सेंसर इतने तेज हैं कि 30,000 फीट की ऊंचाई से भी यह दुश्मनों की जानकारी आसानी से मिल सकती है।
👉 इसकी प्रदर्शन की बात करे तो यह पहली बार इजरायल ने फरवरी 2015 में बंगलुरु के एरो-इंडिया शो में पहली बार हेरॉन का प्रदर्शन किया था।


फायर एंड फॉरगेट स्‍पाइक मिसाइल
स्पाइक इज़राइल की डिजाइन की हुई चौथी पीढ़ी की मिसाइल है। इस मिसाइल की ख़ास बात यह है कि यह गाइडेड मिसाइल है। माने आप मिसाइल दागिए और भूल जाइए। वो अपने-आप निशाने पर जाकर लग जाएगी। दूसरा, इस मिसाइल को आसानी से लादकर इधर से उधर लेकर जाया जा सकता है। इसकी ये दो खासियत आमने-सामने के मोर्चे में बहुत मददगार साबित होती हैं। इससे चलते हुए टैंक पर बिना चूक के निशाना लगाया जा सकता है।
👉 इजरायल की स्‍पाइक एंटी-गाइडेड मिसाइल चौथी पीढ़ी का सिस्‍टम है।
👉 इस मिसाइल को इजरायल की कंपनी राफेल एंडवांस्‍ड डिफेंस सिस्‍टम्‍स ने तैयार किया है।
👉 इस मिसाइल को जवान लॉन्‍च कर सकते हैं, किसी व्‍हीकल से भी इसे दुश्‍मन पर दागा जा सकता है।
👉 स्‍पाइक मिसाइल को हेलीकॉप्‍टर से भी दुश्‍मन पर लॉन्‍च किया जा सकता है।
👉 इस मिसाइल के कुछ वैरीएंट्स ऐसे हैं जो एक साथ कई टारगेट्स को तबाह कर सकते हैं।
👉 यह फायर एंड फॉरगेट मिसाइल है जो ऑटोमैटिक सेल्‍फ गाइडेंस और लॉन्‍च से पहले लॉक-ऑन जैसे फीचर्स से लैस है।

Tuesday, July 14, 2020

चिनुक हेलीकाप्टर कि डिलीवरी हुई पूरी, अमेरिकी एविएशन कम्पनी बोइंग ने दी जानकारी।

अमेरिकी एविएशन कंपनी बोइंग ने इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) को अटैक हेलीकॉप्‍टर चिनुक की तय संख्‍या की डिलीवरी कर दी है। कंपनी की तरफ से रिलीज जारी कर इस बात की जानकारी दी गई है। अब आईएएफ के पास15 चिनुक हैवीलिफ्ट हेलीकॉप्‍टर हैं। यह जानकारी ऐसे समय में आई है जब भारत चीन  लाइन ऑफ एक्‍चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर तनाव चल रहा है। चिनूक हेलीकॉप्टर की खास बात ऊंची उड़ानों के चलते यह हेलीकॉप्टर हिमालय जैसी जगहों पर किए जाने वाले ऑपरेशन के लिए बिल्कुल सही है। खास बात यह है कि इस हेलीकॉप्टर को किसी भी समय और किसी भी तरह के मौसम में उड़ाया जा सकता है।

वायुसेना की ताकत में पहली बार सोमवार 25 मार्च 2019 को इजाफा हुआ । अमेरिकी कंपनी बोइंग द्वारा बनाए गए चिनूक सीएच-47आइ हेलीकॉप्टर को भारतीय वायुसेना के बेड़े में 25 मार्च 2019 को चंडीगढ़ में शामिल किया 
चिनूक हेलीकॉप्टर से 11 टन और 45 ट्रूप का अधिकतम भार उठाया जा सकता है। इस हेलीकॉप्टर में फुली-इंटीग्रेटेड डिजिटल कॉकपिट मैनेजमेंट सिस्टम दिया गया है। इसके साथ ही कॉमन एविएशन आर्किटेक्चर और एडवांस्ड कार्गो-हैंडलिंग क्षमता भी दी गई है।

अमेरिका से 72,000 असॉल्ट राइफल खरीद रहा भारत, सीमा पर तैनात सैनिक करेंगे इस्तेमाल।

भारतीय सेना (Indian Army) अपने जवानों के लिए अमेरिका से 72,000 सिग सॉर असॉल्ट राइफल (SIG Sauer Assault Rifle) की खरीद को लेकर तेजी से आगे बढ़ रही है। सेना (इन्फैन्ट्री) के आधुनिकीकरण के लिए खरीदा जा रहा है। भारत चीन सीमा पर विवाद को देखते हुए यह खरीद की जा रही है।अधिकारियों ने रविवार को ये जानकारी देते हुए बताया कि यह खरीद ऐसे समय में की जा रही है, जब पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में भारतीय और चीनी सेना के बीच सीमा पर तनाव की स्थिति है।
सिग सॉर असॉल्ट राइफल (SIG Sauer Assault Rifle)
विशेषताएं
SIG516 में बाईं ओर एक सुरक्षा लीवर है, जिसका उपयोग शूटिंग के हाथ के अंगूठे द्वारा किया जाता है।  गैस ब्लॉक एक समायोज्य गैस नियामक को एकीकृत करता है।  फ्रंट गैस ब्लॉक को फ्लिप-अप दृष्टि पोस्ट के साथ सामने की दृष्टि को स्वीकार करने के लिए छापा जाता है।  SIG516 मॉडल M16A2 स्टाइल बर्ड-केज फ्लैश हैडर से लैस हैं। Marksman को छोड़कर सभी SIG516 मॉडल 16-इंच बैरल से सुसज्जित हैं जो एक मुक्त-फ्लोटिंग M1913 Picatinny रेल से सुसज्जित हैं, साथ ही SIG Sauer द्वारा निर्मित फ्लिप-अप आयरन जगहें (BUIS) भी हैं।5.56 × 45 मिमी नाटो SIG516 मॉडल AR-15 स्टाइल बॉक्स पत्रिकाओं को स्वीकार करते हैं।  इन पत्रिकाओं का निर्माण 5-, 10-, 20- और 30-राउंड वेरिएंट में किया जाता है।  SIG516 रूसी राइफल्स को एक अलग पत्रिका का उपयोग करना चाहिए, क्योंकि वे 7.62 × 39 मिमी में चैम्बर हैं।  SIG516 रूसी 7.62 × 39 मिमी AR-15 शैली राइफल के लिए डिज़ाइन की गई पत्रिकाओं का उपयोग करता है।  राइफल को हथौड़े से दागा जाता है और इसमें SIG516 मार्क्समैन में दो-चरण ट्रिगर तंत्र है, जबकि अन्य सभी में एक सैन्य विनिर्देश एकल-चरण ट्रिगर है।

Monday, July 13, 2020

भारत-चीन तनाव के बीच आयी अच्छी खबर अमेरिका ने पूरा किया अपना अटैक हेलीकॉप्‍टर अपाचे, की डिलीवरी।

अमेरिकी एविएशन कंपनी बोइंग ने इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) को अटैक हेलीकॉप्‍टर अपाचे तय संख्‍या की डिलीवरी कर दी है। कंपनी की तरफ से रिलीज जारी कर इस बात की जानकारी दी गई है। अब आईएएफ के पास 22 अपाचे अटैक हैं। यह जानकारी ऐसे समय में आई है जब पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ लाइन ऑफ एक्‍चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर तनाव जारी है।
अमेरिका का दो टर्बोशाफ्ट इंजन और चार ब्लेड वाला अटैक हेलीकॉप्टर है। यह हेलीकॉप्टर अपने आगे लगे सेंसर की मदद से रात में उङान भर सकता है। इसकी पहली उड़ान 30 सितंबर 1975 में हुई थी। यह दुनिया में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाला अटैक हेलीकॉप्टर है।
  • विशेषता
  • 👉चालकदल: 2 पायलट और सह पायलट,गनर कि बैैैैठ 
  • 👉लंबाई: 17.73 मीटर
  • 👉रोटर व्यास: 48 मीटर
  • 👉ऊंचाई: 3.87 मीटर
  • 👉डिस्क क्षेत्र: 168.11 मीटर²
  • 👉खाली वजन: 5,165 किलोग्राम
  • 👉उपयोगी भार: 8,000 किलोग्राम 
  • 👉अधिकतम उड़ान वजन: 10,433 किलोग्राम
  • 👉धड़ की लंबाई: 15.06 मीटर
  • 👉रोटर प्रणाली: 4 ब्लेड मुख्य रोटर, 4 ब्लेड पूंछ रोटर
  • 👉पावर प्लांट: 2× जनरल इलेक्ट्रिक टी700   जीई 701 टर्बोसॉफ्ट, 1,690 अश्वशक्ति () प्रत्येक से
  • प्रदर्शन
  • 👉इससे अधिक गति कभी नहीं: 365 किमी/घंटा
  • 👉अधिकतम गति: 293 किमी/घंटा
  • 👉क्रूज गति: 265 किमी/घंटा
  • 👉रेंज: 476 किमी/घंटा धनुष रडार मस्तूल के साथ
  • 👉हमले की त्रिज्या: 480 किमी 
  • 👉फेरी रेंज: 1,900 किमी 
  • 👉अधिकतम सेवा सीमा: 6,400 मीटर न्यूनतम लोड
  • 👉आरोहन दर: 12.7 मीटर/सेकंड 
  • 👉डिस्क लोडिंग: 47.9 किलोग्राम/मीटर² 
  • 👉थ्रस्ट/वजन: 0.31 किलोवाट/किलोग्राम
  • अस्र-शस्र
  • 👉गन्स: 1× 30 मिमी एम 230 चेंेन गन 200 गोल के साथ
  • 👉हार्ड प्वाइंट: ठूंठ पंखों पर चार तोरण स्टेशन
  • 👉रॉकेट्स: हाइड्रा 70 70 मिमी, सीआरवी7 70 मिमी, तथा एपीकेडब्लूएस 70 मिमी हवा से जमीन रॉकेट
  • 👉मिसाइलें: आमतौर पर  एजीएम-114  हेलफायर वेरिएंट; एआईएम-92 स्टिंगर 

Sunday, July 12, 2020

गुजरात कांग्रेस का उत्तराधिकारी मिला हार्दिक पटेल को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया।

ऐसे राजनितिक गलियारों में चर्चाएं तमाम होती है। किसी की कुर्सी जाती हैं तो किसी की कुर्सी आती हैं जैसा कि पहले से होता आ रहा है। आज भी ठीक वैसा ही हुआ गुजरात कांग्रेस ने गुजरात में पाटीदार आरक्षण आंदोलन से चर्चित हुए युवा नेता हार्दिक पटेल को शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हार्दिक पटेल की तत्काल प्रभाव से नियुक्ति को स्वीकृति प्रदान की। 
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को पार्टी के लोकसभा सदस्यों के साथ डिजिटल बैठक की जिसमें देश की वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति एवं कोरोना महामारी के हालात पर चर्चा की गई। हालांकि इस दौरान कई सांसदों ने यह मांग की कि राहुल गांधी को फिर से पार्टी की कमान संभालनी चाहिए। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में के. सुरेश, अब्दुल खालिक, गौरव गोगोई और कुछ अन्य सांसदों ने राहुल गांधी से आग्रह किया कि वह फिर से पार्टी की कमान संभालें।
दिग्विजय के मुताबिक, कांग्रेस नेतृत्व को संगठन के निर्माण की चुनौती हाथ में लेनी चाहिए। यहीं पर हमें राहुल और प्रियंका के बहुआयामी नेतृत्व की जरूरत है। मुझे भरोसा है कि दोनों में यह दम और साहस है कि वे ‘मोदी-शाह जोड़ी’ का मुकाबला कर सकें।

Saturday, July 11, 2020

World Population Day 11 July. बढ़ती जनसंख्या देश के लिए बड़ी मुसीबत।

दुनिया की लगभग 18 प्रतिशत जनसंख्या भारत में निवास करती है, जबकि दुनिया की केवल 2.4 फीसद जमीन, चार फी़सद पीने का पानी और 3.3 फीसद वन ही भारत में उपलब्ध हैं। इसलिए भारत में जनसंख्या-संसाधन अनुपात असंतुलित है, जो एक बहुत ही चिंता का विषय है। यह विषय तब और गंभीर हो जाता है, जब जनसंख्या लगातार बढ़ रही हो और संसाधन लगातार कम होते जा रहे हों। बेरोजगारी से लेकर गरीबी तक, अनाज की उपलब्धता से लेकर शिक्षा तक और स्वास्थ्य सुविधाओं से लेकर यातायात व्यवस्था के भार से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों के तमाम आंकड़ों से यह आसानी से समझा जा सकता है कि आबादी की चुनौती कितनी बड़ी और गंभीर है।
विश्व जनसंख्या दिवस हर वर्ष 11 जुलाई को मनाया जाने वाला कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य जनसंख्या  सम्बंधित समस्याओं पर वैश्विक चेतना जागृत करना है। यह आयोजन 1989 में संयुक्तत राष्ट्र विकास कार्यक्रम की गवर्निंग काउंसिल द्वारा स्थापित किया गया था । यह 11 जुलाई 1987 को पांच बिलियन दिवस में सार्वजनिक हित से प्रेरित था, जिसकी अनुमानित तारीख जिस पर दुनिया की आबादी पांच अरब लोगों तक पहुंच गई थी। विश्व जनसंख्या दिवस का उद्देश्य विभिन्न जनसंख्या मुद्दों पर लोगों की जागरूकता बढ़ाना है जैसे कि परिवार नियोजन, लिंग समानता , गरीबी , मातृ स्वास्थ्य और मानव अधिकारों का महत्व। विश्व की आबादी आज साढ़े सात अरब को पार कर चुकी है, लेकिन 11 जुलाई 1987 को जब यह आंकड़ा पांच अरब हुआ तो लोगों के बीच जनसंख्या संबंधी मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के लिए विश्व जनसंख्या दिवस की नींव रखी गई।
 इसमें कोई संदेह नहीं कि आज बढ़ती जनसंख्या पूरे विश्व के लिए सबसे बड़ा खतरा है, लेकिन भारत की दृष्टि से यदि इस खतरे की बात करें तो यह बहुत गंभीर एवं चिंतनीय है। इस खतरे को भांपते हुए चीन जैसे देश दशकों पहले इसका समाधान जनसंख्या नियंत्रण कानून के रूप में निकालकर लाए जो आज विश्व की दूसरे नंबर की अर्थव्यवस्था के रूप में हम सभी के सामने है।
वर्तमान में भारत विश्व का दूसरा सर्वाधिक जनसंख्या वाला (लगभग 137 करोड) देश है। विश्व में चीन पहले स्थान पर है। आजादी के बाद 34 करोड़ से बढ़कर हम लगभग 137 करोड हो गए हैं। प्रतिवर्ष एक करोड़ साठ लाख लोग बढ़ रहे हैं। अगर इसी तरह बढ़ती रही जनसंख्या तो देश में भुखमरी और तरह-तरह की बीमारियां आर्थिक संकट आदि आने तय है। विश्व जनसंख्या दिवस पर सरकार को कोई सकारात्मक कदम उठाने चाहिए जिससे जनसंख्या को रोका जा सके और आने वाले समय में भुखमरी से मरने वालों की जान बचाई जा सके।

'जय जवान, जय किसान' का नारा देने वाले लाल बहादुर शास्त्री का योगदान।

लाल बहादुर शास्त्री एक दुर्लभ भारतीय राजनेता 
दो घंटे युद्ध और चलता, तो भारत की सेना ने लाहोर तक कब्जा कर लिया होता। लेकिन तभी पाकिस्तान को लगा कि जिस रफ्तार से भारत की सेना आगे बढ़ रही हमारा तो पूरा अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा।
(भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 का युद्ध
भारत पाक युद्ध का भाग
तिथि - अगस्त – सितम्बर 23, 1965
स्थान -भारतीय उपमहाद्वीप
परिणाम-संयुक्त राष्ट्र के घोषनापत्र के द्वारा युद्धविराम)

तभी पाकिस्तान ने अमेरिका से कहा कि वो किसी तरह से युद्ध रुकवा दे। अमेरिका जानता था कि शास्त्री जी इतनी जल्दी नहीं मानने वाले थे। क्यूँ कि वो पहले भी दो -तीन बार भारत को धमका चुका था। धमका कैसे चुका था?
अमेरिका से गेहूं आता था भारत के लिए PL 48 स्कीम के अंडर। PL मतलब Public Law 48। जैसे भारत मे सविधान मे धराए होती है, ऐसे अमेरिका मे PL होता है।तो बिलकुल लाल रंग का सड़ा हुआ गेंहू अमेरिका से भारत मे आता था। और ये समझोता पंडित नेहरू ने किया था। जिस गेंहू को अमेरिका मे जानवर भी नहीं खाते थे उसे भारत के लोगो के लिए आयात करवाया जाता था। आपके घर मे कोई बुजुर्ग हो आप उनसे पूछ सकते हैं। कितना घटिया गेहूं होता था वो। तो अमेरिका ने भारत को धमकी दी कि हम भारत को गेहूं देना बंद कर देंगे। तो शास्त्री जी ने कहा हाँ कर दो। 
फिर कुछ दिन बाद अमेरिका का ब्यान आया कि अगर भारत को हमने गेंहू देना बंद कर दिया। तो भारत के लोग भूखे मर जाएँगे। शास्त्री जी ने कहा हम बिना गेंहू के भूखे मारे या बहुत अधिक खा के मरे। तुम्हें क्या तकलीफ है? हमे भूखे मारना पसंद होगा बेशर्ते तुम्हारे देश का सड़ा हुआ गेंहू खाके। एक तो हम पैसे भी पूरे दे ऊपर से सड़ा हुआ गेहूं खाये। नहीं चाहीये तुम्हारा गेंहू। फिर शास्त्री ने दिल्ली मे एक रामलीला मैदान मे लाखो लोगो से निवेदन किया कि एक तरफ पाकिस्तान से युद्ध चल रहा है। ऐसे हालातो मे देश को पैसे कि बहुत जरूरत पड़ती है। सब लोग अपने फालतू खर्चे बंद करे। ताकि वो Domestic Saving से देश के काम आए। या आप सीधे सेना के लिए दान दे। और हर व्यति सप्ताह से एक दिन सोमवार का वर्त जरूर रखे। तो शास्त्री जी के कहने पर देश के लाखो लोगो ने सोमवार को व्रत रखना शुरू कर दिया।
हुआ ये कि हमारे देश मे ही गेहु बढ्ने लगा। और शास्त्री जी भी खुद सोमवार का व्रत रखा और आगे भी रखते थे। शास्त्री जी ने जो लोगो से कहा पहले उसका पालन खुद किया। उनके घर मे बाई आती थी। जो साफ सफाई और कपड़े धोती थी।तो शास्त्री जी उसको हटा दिया और बोला। देश हित के लिए मैं इतना खर्चा नहीं कर सकता। मैं खुद ही घर कि सारी सफाई करूंगा। क्योंकि पत्नी ललिता देवी बीमार रहा करती थी। और शास्त्री जी अपने कपड़े भी खुद धोते थे। उनके पास सिर्फ दो जोड़ी धोती कुरता ही थी। उनके घर मे एक ट्यूटर भी आया करता था जो उनके बच्चो को अँग्रेजी पढ़ाया करता
था। तो शास्त्री जी ने उसे भी हटा दिया। तो उसने शास्त्री जी ने कहा कि आपका बच्चा अँग्रेजी मे फेल हो जाएगा। तब शास्त्री जी ने कहा होने दो। देश के हजारो बच्चे अँग्रेजी मे ही फेल होते है तो इसे भी होने दो। अगर अंग्रेज़ हिन्दी मे फेल हो सकते है तो भारतीय अँग्रेजी मे फेल हो सकते हैं। ये तो स्व्भविक है क्योंकि अपनी भाषा ही नहीं है ये।
 एक दिन शास्त्री जी की पत्नी ने कहा कि आपकी धोती फट गई है। आप नई धोती ले आईये। शास्त्री जी ने कहा बेहतर होगा, कि सूई धागा लेकर तुम इसको सिल दो। मैं नई धोती लाने की कल्पना भी नहीं कर सकता। मैंने सब कुछ छोड़ दिया है पगार लेना भी बंद कर दिया है। और जितना हो सके कम से कम खर्चे मे घर का खर्च चलाओ। अंत मे शास्त्री जी युद्ध के बाद समझोता करने ताशकंद गए। और फिर जिंदा कभी वापिस नहीं लौट पाये। पूरे देश को बताया गया की उनकी मृत्यु हो गई। जब कि उनकी हत्या कि गई थी।
भारत मे शास्त्री जी जैसा सिर्फ एक मात्र प्रधानमंत्री हुआ। जिसने अपना पूरा जीवन आम आदमी की तरह व्यतीत किया। और पूरी ईमानदारी से देश के लिए अपना फर्ज अदा किया। जिसने जय जवान और जय किसान का नारा दिया। क्योंकि उनका मानना था देश के लिए अनाज पैदा करने वाला किसान और सीमा कि रक्षा करने वाला जवान दोनों देश ले लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। स्वदेशी की राह पर उन्होने देश को आगे बढ़ाया। विदेशी कंपनियो को देश मे घुसने नहीं दिया।अमेरिका का सड़ा गेंहू बंद करवाया। ऐसा प्रधानमंत्री भारत को शायद ही कभी मिले ! अंत मे जब उनकी Paas Book चेक की गई तो सिर्फ 365 रुपए 35 पैसे थे उनके बैंक एकाउंट मे। शायद आज कल्पना भी नहीं किया जा सकता हैं की ऐसा नेता भारत मे कभी हुआ था ना होगा।

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...