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Thursday, December 3, 2020

किसने दिया था महादेव को श्राप, जिसके कारण उन्हें काटना पड़ा अपने पुत्र का मस्तक।

देवों के देव महादेव अनादि, आदि, मध्य और अनंत है। शिव है प्रथम और शिव ही है अंतिम। जो शिव के प्रति शरणागत नहीं है वह प्राणी दुख के गहरे गर्त में डूबता जाता है ऐसा पुराण कहते हैं। क्या आपको पता है भगवान शिव को भी श्राप मिला है। और ये वह श्राप है जिसके कारण उन्हें अपने ही पुत्र मस्तक काटना पड़ा। चलिए जानते आखिर क्यों काटना पड़ा शिव को भगवान गणेश का मस्तक।
एक समय में माली और सुमाली दो राक्षस थे जो शिव को समर्पित थे। सूर्य देव उन राक्षसों को उनके पापों के लिए मारने वाले थे। राक्षसों ने शिव से प्रार्थना की और शिव ने उनकी रक्षा के लिए हस्तक्षेप किया।

उन्होंने सूर्य को अपने त्रिशूल से मार दिया और इससे सारी दुनिया अंधेरे में डूब गयी। त्रिशूल की चोट से सूर्य की चेतना नष्ट हो गई और वह तुरंत रथ से नीचे गिर पड़े। जब कश्यपजी ने देखा कि उनका पुत्र मरणासन्न अवस्था में हैं, तो वे उसे छाती से लगाकर फूट-फूटकर विलाप करने लगे।

सारे देवताओं में हाहाकार मच गया। सभी भयभीत होकर रोने लगे। तब ब्रह्मा के पौत्र तपस्वी कश्यप जी ने शिवजी को शाप दिया, वे बोले जैसा आज तुम्हारे प्रहार के कारण मेरे पुत्र का हाल हो रहा है। ठीक वैसे ही तुम्हारे पुत्र पर भी होगा।

तुम स्वयं अपने ही पुत्र का मस्तक काट दोगे। इसी श्राप के कारण ऐसे संयोग बने कि महादेव को गणेश जी का सर काटना पड़ा।

Wednesday, December 2, 2020

कोरोना देश में पिछले 24 घंटे में मिले 31118 नए मरीज और 482 मौतें, अब तक 94.62 लाख केस

कोरोना अपडेट : देश में पिछले 24 घंटे में मिले 31118 नए मरीज और 482 मौतें, अब तक 94.62 लाख केस
देश में कोरोना वायरस का कहर अभी भी जारी है। बीते 24 घंटे में 41 हजार 985 मरीज ठीक हो गए और 482 की मौत हो गई। अब तक 94 लाख 62 हजार 810 लोग संक्रमित हो चुके हैं। सोमवार को 31 हजार 118 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई। कोरोना से अब तक 88 लाख 89 हजार 585 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 1 लाख 37 हजार 621 मरीजों की मौत हो गई. अभी 4 लाख 35 हजार 603 मरीज ऐसे हैं, जिनका इलाज चल रहा है।

मृत्यु दर और एक्टिव केस रेट में लगातार दर्ज की जा रही है गिरावट
बता दें कि देश में पॉजिटिविटी रेट सात फीसदी है। महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में कोरोना वायरस के एक्टिव केस, मृत्यु दर और रिकवरी रेट का प्रतिशत सबसे ज्यादा है। राहत की बात है कि मृत्यु दर और एक्टिव केस रेट में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। इसके साथ ही भारत में रिकवरी रेट भी लगातार बढ़ रहा है।

देश में एक्टिव केस 5 फीसदी से भी कम
26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक्टिव केस 20,000 से कम हैं और 9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक्टिव केस 20,000 से ज्यादा हैं। फिलहाल देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.46 फीसदी है, जबकि रिकवरी रेट 93.68 फीसदी है। एक्टिव केस 5 फीसदी से भी कम है। सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं।

Monday, November 30, 2020

कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है गुरु नानक जयंती।

कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को गुरु नानक जयंती मनाई जाती है। गुरुनानक जयंती इस साल 30 नवंबर को मनाई जा रही है। गुरु नानक देव सिख धर्म के संस्थापक और सिखों के पहले गुरु माने जाते हैं। कहा जाता है कि बचपन से ही गुरु नानक देव का आध्यात्मिकता की तरफ काफी रुझान था और वह सत्संग और चिंतन में लगे रहते थे।

गुरु नानक की शिक्षाएं।
गुरु नानक देव की शिक्षाएं आज भी सही रास्ते में चलने वाले लोगों का मार्ग दर्शन कर रही हैं। इनके अनुयायी इन्हें नानक और नानक देव, बाबा नानक और नानक शाह जी जैसे नामों से संबोधित करते हैं। कई चमत्कारिक घटनाओं की वजह से ये 7-8 साल की उम्र में ही काफी प्रसिद्ध हो गए थे। आइए गुरु नानक जयंती से पहले जानते हैं उनकी 10 बड़ी शिक्षाओं के बारे में।

गुरु नानक देव की 10 शिक्षाएं
1- परम-पिता परमेश्वर एक है।
2- हमेशा एक ईश्वर की साधना में मन लगाओ।
3- दुनिया की हर जगह और हर प्राणी में ईश्वर मौजूद हैं।
4- ईश्वर की भक्ति में लीन लोगों को किसी का डर नहीं सताता।
5- ईमानदारी और मेहनत से पेट भरना चाहिए।

6- बुरा कार्य करने के बारे में न सोचें और न ही किसी को सताएं।
7- हमेशा खुश रहना चाहिए, ईश्वर से सदा अपने लिए क्षमा याचना करें।
8- मेहनत और ईमानदारी की कमाई में से जरूरत मंद की सहायता करें।
9- सभी को समान नज़रिए से देखें, स्त्री-पुरुष समान हैं।
10 - भोजन शरीर को जीवित रखने के लिए आवश्यक है। परंतु लोभ-लालच के लिए संग्रह करने की आदत बुरी है।

Sunday, November 29, 2020

भारतीय मूल की Seema Nanda को अमेरिकी राष्ट्रपति Joe Biden की टीम में मिली है जगह।

भारतीय-अमेरिकी वकील सीमा नंदा (Seema Nanda) को अमेरिका (USA) के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) की प्रेसिडेंशियल ट्रांजिशन टीम (Presidential Transition Team) में जगह मिल गई है। सीमा नंदा (Seema Nanda) राष्ट्रपति जो बाइडेन के ट्रांजिशन में मदद करेंगी। जो बाइडेन (Joe Biden) अमेरिका (USA) के राष्ट्रपति चुनाव में 46वें राष्ट्रपति के रूप में चुने गए हैं। जानिए सीमा नंदा (Seema Nanda) से जुड़ीं खास बातें।



1. सीमा नंदा (Seema Nanda) ने साल 2013 में श्रम विभाग में डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ का पद भार संभाला था। सीमा नंदा (Seema Nanda) ने सेक्रेटरी टॉम पेरेज की एक वरिष्ठ सलाहकार के रूप में भी काम किया।

2. सीमा नंदा (Seema Nanda) ने श्रम विभाग में कई मुद्दों पर काम किया, इसमें कर्मचारी जुड़ाव, वेतन और घंटे, उचित वेतन, वर्कफोर्स डेवलपमेंट, इमिग्रेशन जैसे मुद्दे शामिल हैं।

3. सीमा नंदा (Seema Nanda) ने अमेरिका (USA) की ब्राउन यूनिवर्सिटी के बोस्टन कॉलेज लॉ स्कूल से स्नातक की पढ़ाई की।

4. सीमा नंदा (Seema Nanda) मैसाचुसेट्स बार एसोसिएशन की सदस्य हैं, जो अमेरिका (USA) के मैसाचुसेट्स में एक स्वैच्छिक और गैर-लाभकारी बार एसोसिएशन है।

5. सीमा नंदा (Seema Nanda) ने अमेरिकी न्याय विभाग के नागरिक अधिकार प्रभाग में इमिग्रेशन-संबंधित अनुचित रोजगार प्रथाओं के लिए ऑफिस ऑफ स्पेशल काउंसिल (OSC) के प्रमुख के रूप में काम किया।

6. ऑफिस ऑफ स्पेशल काउंसिल (OSC) में काम करने से पहले, सीमा नंदा ने नेशनल लेबर रिलेशंस बोर्ड के डिवीजन ऑफ एडवाइस में एक वकील और सुपरवाइजरी अटॉर्नी के रूप में काम किया।

7. सीमा नंदा (Seema Nanda) पहली भारतीय-अमेरिकी थीं जो साल 2018 में डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी (DNC) की सीईओ बनीं।

8. साल 2020 में अमेरिका (USA) में राष्ट्रपति चुनाव के पहले सीमा नंदा (Seema Nanda) ने डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी (DNC) की सीईओ के पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि उन्होंने ये पद छोड़ने से पहले कोई कारण नहीं बताया था।

9. सीमा नंदा (Seema Nanda) ने डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी (DNC) की सीईओ के पद से इस्तीफा देते समय ट्वीट करके कहा था, 'दो साल बाद, मैं डीएनसी के सीईओ के पद को छोड़ रही हूं। हमने जो बुनियादी ढांचा तैयार किया, हमने जो टीम बनाई वो अब आगे काम नहीं करेगी। मैं अपने लोकतंत्र के लिए लड़ाई जारी रखने और हर जगह डेमोक्रेट्स को जिताने के लिए तत्पर हूं।

10. सीमा नंदा (Seema Nanda) कई गैर-लाभकारी संस्थाओं के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की एक प्रतिष्ठित सदस्य हैं।

मुस्लिम हिरोइनों ने फिल्मों में सफलता पाने के लिए अपना नाम ही बदल लिया।

ऐसे तो हर कोई अपनी मंजिल को पाने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाता है। आज हम बात कर रहे है, हिंदी सिनेमा जगत के कुछ मुस्लिम अभिनेत्रियों के बारे में जो अपने फिल्मी कैरियर बनाने के लिए अपने वास्तविक नाम को बदल कर हिंदू नाम से पहचान बनाई। और सत प्रतिसत सफल भी रही हैं। कुछ प्रमुख नाम निम्न है।

रानी चटर्जी
भोजपुरी सिनेमा की टॉप एक्ट्रेस रानी चटर्जी का असली नाम मिर्जा शेख हैं। फिल्मों में एंट्री के समय रानी का नाम मिर्जा शेख से रानी कर दिया गया। इसी तरह एक बार किसी पत्रकार ने रानी के नाम के आगे चटर्जी लगा दिया और उन्हें बंगाली बताया गया तो रानी ने भी अपना सरनेम रानी चटर्जी लिखना शुरू कर दिया।
आलिया भट्ट 
आलिया भट्ट बॉलीवुड में मौजूदा समय की टॉप एक्ट्रेस हैं। लेकिन क्या आपको पता है आलिया एक मुस्लिम परिवार से हैं।

मधुबाला
60 की दशक की टॉप एक्ट्रेस मधुबाला अपनी खूबसूरती और अदाकारी से लाखों दिलों पर राज करती थी। लेकिन मधुबाला का असली नाम मुमताज बेगम था।
मधुबाला और दिलीप कुमार की लव स्टोरी हर किसी की जुबान पर है।

रीना रॉय 
70 और 80 के दशक की बेहतरीन एक्ट्रेस रीना रॉय भी एक मुस्लिम परिवास से ताल्लुक रखती हैं। लेेकिन फिल्मों में कदम रखतेे समय रीना रॉय अपना नाम सायरा अली से बदलकर रीना रॉय रख लिया था।


तब्बू
तबु का असली नाम तब्बसुम फातिमा हाशमी है। तब्बू ने फिल्मों के लिए अपना नाम बदल लिया।

मान्यता
संजय दत्त की पत्नी मान्यता का असली नाम दिलनवाज शेख है। मान्यता हिंदू रीति रिवाजों को भी फॉलो करती हैं।

आखिर टीना डाबी का अतहर के साथ तलाक की नौबत क्यों आयी।

मैं सोच रहा था कि आखिर टीना डाबी (भीमटी) का अतहर (शान्तिदूत) के साथ तलाक की नौबत क्यों आई 
फिर मुझे कहीं एक तस्वीर नजर आई जिसमें टीना और अतहर ताजमहल के सामने उस अभिशप्त बेंच पर बैठकर फोटो खींचे हैं।

मनहूस अभिशप्त बेंच 
अब आप इतिहास जानिए कि इस अभिशप्त बेंच पर जितने प्रसिद्ध कपल बैठ कर फोटो खींच आए और इस अभिशप्त बेंच ने सिर्फ एक महीने में अपना असर दिखा दिया।
01 व्लादिमीर पुतिन - सन 2000 में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पत्नी ल्यूडमिला के साथ ताजमहल देखने पहुंचे थे। कुछ समय बाद दोनों का तलाक हो गया।

02 प्रिंसेस डायना - 1992 में ब्रिटिश राजकुमारी डायना भी ताजमहल देखने पहुंची थीं। दस महीने बाद ही डायना और चार्ल्स का तलाक हो गया।

03 टॉम क्रूज - 2011 में टॉम क्रूज फिल्म ‘मिशन इम्पॉसिबल: घोस्ट प्रोटोकॉल’ के वर्ल्ड प्रीमियर से पहले भारत पहुंचे थे और ताजमहल के सामने फोटो भी खिंचवाई थी। यहाँँ से लौटने के बाद 2012 में टॉम क्रूज का उनकी पत्नी कैटी होम्स से तलाक हो गया था।

04 रसेल ब्रांड-  कैटी पेरी: 2009 (दिसंबर) में हॉलीबुड एक्टर रसेल ब्रांड ताजमहल देखने पहुंचे थे। उनके साथ उनकी गर्लफ्रेंड कैटी पेरी भी आई थीं। यहां से लौटने के बाद दोनों ने शादी भी की, मगर 14 महीनों बाद ही दोनों का तलाक हो गया।

05 बोरिस बेकर- 2012 में दुनिया के महान टेनिस प्लेयर बोरिस बेकर पत्नी लिली के साथ ताजमहल देखने पहुंचे थे। बाद में इन दोनों का भी तलाक हो गया।

06 जैकलीन कैनेडी- 1962 में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की पत्नी जैकलीन कैनेडी अमेरिका की फर्स्ट लेडी रहते हुए भारत-पाकिस्तान की गुडविल ट्रिप पर आई थीं। इस दौरान वे ताजमहल देखने भी पहुंची थीं। यहां से लौटने के बाद 1963 में राष्ट्रपति जॉन एफ.कैनेडी की हत्या हो गई और जैकलीन अकेली रह गई थीं।

07 डोनाल्ड ट्रंप और मेलानिया- इस साल की शुरूआत में भारत आये डोनाल्ड ट्रंप और मेलानिया ट्रंप भी ताजमहल देखने गये थे। सुना है जनवरी में दोनों का तलाक होने वाला है।
कृपया सोच समझ कर कदम उठाए इतिहास गवाह हैं।
जनहित में जारी।

रतन टाटा के जीवन की तीन घटनाएं जो उन्हे और महान बनती हैं।

आज देश के अनमोल रत्न रतन जी टाटा पर पूरे देश को गर्व है। उसके जीवन की कुछ रोचक घटनाएं जो उनके प्रति देश के युवाओं के दिल में प्रेम और सम्मान और बढ़ा देता है।

1978 की हकीकत
एक बार जे आर डी टाटा फ्लाइट में बैठे थे उसके बगल में दिलीप कुमार बैठे थे। दिलीप कुमार से रहा नहीं गया उन्होंने अपना परिचय दिया मैं नामी फिल्मस्टार हूं आप मेरी फिल्म देखी होगी। जे आर डी टाटा ने जवाब दिया नहीं, कौन दिलीप कुमार? उस वक़्त दिलीप कुमार की बेजती हो गई। सभी अखबार में खबर आई।

एक बार अमिताभ के बगल की सीट पर फ्लाइट में सफर कर रहे थे अमिताभ ने पूछा, आप फिल्म देखते हैं, इन्होंने कहा समय नहीं मिलता, अमिताभ ने बताया कि वह फिल्म स्टार है। इन्होंने कहा बहुत खुशी हुई आपसे मिलकर। अमिताभ बहुत प्रसन्न थे। अपना फिल्मस्टार वाला एटिट्यूड दिखा रहे थे। जब एयरपोर्ट पर उतरे तो अमिताभ ने पूछा कि आपने परिचय नहीं दिया तो इन्होंने कहा टाटा ग्रुप ऑफ इंडस्ट्री के चेयरमैन हूं  रतन टाटा नाम है। अमिताभ को काटो तो खून नही।

दूसरी घटना मुंबई हमले की बाद की है। पाकिस्तान ने टाटा सूमो की हजारों गाड़ियों का आर्डर दिए था। जो मुंबई हमले के बाद टाटा ने डिलीवरी को कैंसिल कर दी व ये कहकर गाड़ियां देने से मना कर दिया की मैं उस देश को गाड़ी नहीं दे सकता जो गाड़ी मेरे देश के खिलाफ इस्तेमाल करे।

तीसरी घटना मुंबई हमले के बाद की है मुंबई ताज होटल की मॉडिफिकेशन का था पाकिस्तान के एक पार्टी इस काम के लिए इनसे मिलने आई। इन्होंने मिलने से मना कर दिया। पार्टी ने दिल्ली जाकर आनन्द शर्मा से सिफारिश करवाई। शर्मा ने पार्टी की तारीफ करते हुए कहा इन्हें काम दीजिए ये अच्छा काम करेंगे। रतन टाटा का जवाब था- You may be shameless,I am not (आप बेशर्म हो सकते हैं, मैं नहीं!)

प्रधानमंत्री के आग्रह पर वो व्यक्ति दीया लिये खड़ा है
यही वो व्यक्ति है जिन्होंने कोरोना फंड में 1500 करोड़ दान किए हैं और कहा है जरूरत पड़ने पर अपनी पूरी संपत्ति देश के लिए दे सकता है। ऐसा देश भक्त महान पुरुष, कर्मयोद्धा को करबद्ध नमन है। ये है हमारे देश के असली हीरो। आज के युवा को इन्हें अपना आदर्श मानना चाहिए और इन पर गौरव करना चाहिए , न कि टुच्चे नेताओं को हीरो मानकर उनके पीछे चक्कर लगाना चाहिए।

मेरे नजर में भारत रत्न का हकदार ये असली रत्न, ये कर्मयोद्धा है जिसने भारत की औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व किया और उत्पादों की गुणवत्ता के सदैव मानक स्थापित किए।

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...