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Saturday, January 16, 2021

Bird Flu: 13000 किमी उड़कर आए कबूतर को आस्ट्रेलिया देगा मौत, बीमारी फैलाने की आशंका के चलते जारी किया फरमान।

नई दुनिया: ऑस्ट्रेलिया (Australia) में एक कबूतर (Pigeon) चर्चा का विषय बना हुआ है और प्रशासन उसे हर हाल में मारना चाहता है. दरअसल, यह कबूतर अमेरिका (America) से 13000 किलोमीटर का सफर तय करके ऑस्ट्रेलिया पहुंचा। इसे रेसिंग कबूतर बताया जा रहा है, जो गलती से भटककर 26 दिसंबर को मेलबर्न पहुंच गया। ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों को डर है कि इस कबूतर के आने से उनके देश में बीमारी (Bird Flu) फैल सकती है। इसी के चलते प्रशांत महासागर (Pacific Ocean) पार कर आए कबूतर को अब मारने की योजना बनाई जा रही है।


Joe Biden पर रखा नाम
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ‘जो’ नाम का यह कबूतर (Pigeon) 29 अक्टूबर को अमेरिका (America) के ओरेगन से एक रेस के दौरान गायब हुआ था और 26 दिसंबर को मेलबर्न पहुंच गया। मेलबर्न निवासी केविन सेली-बर्ड (Kevin Celli-Bird) को अपने घर के पीछे कबूतर हांफता हुआ मिला था। संभवत इतना लंबा सफर तय करने की वजह से वो थक गया था। केविन ने ही कबूतर का नाम अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के नाम पर ‘जो’ रख दिया। कबूतर को लेकर मीडिया में खबरें आने के बाद ऑस्ट्रेलिया की क्वारंटीन एंड इंस्पक्शन सर्विस हरकत में आई और उसे देश के लिए खतरा करार दे दिया। केविन सेली-बर्ड ने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों ने उन्हें फोन करके कबूतर पकड़ने को कहा है, ताकि उसे मौत के घाट उतारा जा सके।
'Pigeon को यहां रहने की अनुमति नहीं'
विशेषज्ञों को लगता है कि यह कबूतर किसी मालवाहक जहाज के सहारे प्रशांत महासागर पार कर ऑस्ट्रेलिया (Australia) पहुंचा है। ऑस्ट्रेलिया के कृषि विभाग ने एक बयान जारी कर कहा है कि इस कबूतर को हमारे देश में रहने की अनुमति नहीं है। क्योंकि इसके कारण ऑस्ट्रेलिया की खाद्य सुरक्षा और पोल्ट्री उद्योगों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। विभाग का यहां तक कहना है कि कबूतर से देश की जैव सुरक्षा को भी खतरा हो सकता है। ऑस्ट्रेलियाई सरकार दूसरे देशों से आने वाले पशु-पक्षियों को लेकर ज्यादा ही चौकन्नी रहती है। 2015 में हॉलीवुड स्टार जॉनी डेप और उनकी पूर्व पत्नी एम्बर हर्ड तस्करी करके यॉर्कशायर टेरियर्स ब्रीड के दो डॉग्स लेकर आए थे। इसकी जानकारी लगते ही प्रशासन ने चेतावनी जारी करते हुए कुत्तों को 50 घंटे के भीतर ऑस्ट्रेलिया से बाहर भेजने को कहा था। साथ ही यह भी कहा गया था कि अगर ऐसा नहीं किया जाता तो पिस्टल और बू नामक दोनों कुत्तों को मार दिया जाएगा।
मौत के फरमान से नाराज हैं लोग
केविन सेली-बर्ड का कहना है कि उन्होंने कबूतर के मालिक का पता लगा लिया है, लेकिन उससे संपर्क नहीं हो पाया है। केविन के मुताबिक, जब उन्होंने कबूतर को देखा तो वो काफी कमजोर नजर आ रहा था। मैंने उसके लिए पानी और कुछ खाना रखा, जिसके बाद से उसने वहीं बैठने शुरू कर दिया। हालांकि, वो मेरे इतने पास भी नहीं आता कि मैं उसे पकड़ सकूं। मैंने अधिकारियों को बता दिया है कि मेरे लिए उसे पकड़ना संभव नहीं होगा। वहीं, प्रशासन के फरमान को लेकर लोगों में नाराजगी भी है। उनका कहना है कि इतने साहसिक कबूतर को बिना यह जाने कि उसे कोई बीमारी है या नहीं मारना पूरी तरह गलत है।
दुनिया की सबसे लंबी उड़ान।
मेलबर्न प्रशासन ने कबूतर को खतरा बताते हुए उसे पकड़ने के लिए प्रोफेशनल बर्ड कैचर की मदद लेने का फैसला लिया है। ऑस्ट्रलियन नेशनल पिजन एसोसिएशन के सचिव ब्रैड टर्नर ने कहा कि कबूतर अमेरिका से कई तरह की विदेशी बीमारियां ला सकता है, इसलिए उसे मारना बेहद जरूरी है। कहा जा रहा है कि यह आज तक किसी कबूतर के द्वारा तय की गई सबसे अधिक दूरी है। इससे पहले किसी भी कबूतर ने 13000 किलोमीटर की दूरी तय नहीं की। कबूतरपीडिया डॉट कॉम के अनुसार, 1931 में एक कबूतर फ्रांस के अर्रास से उड़कर वियतनाम के सॉइगान पहुंचा था। उसने कुल 11,600 किलोमीटर का सफर तय करके 24 दिन में अपनी यात्रा पूरी की थी। ‘जो’ ने 13000 किलोमीटर तक उड़ान भरकर उसका यह रिकॉर्ड तोड़ दिया है।

WhatsApp की नई Privacy Policy, हुई फेल Chat, Personal Data को नहीं लगेगी कोई आंच।

नई दुनिया: WhatsApp आपके गुस्से को झेल नहीं पाया। दुनियाभर में हो रहे विरोध के बाद WhatsApp ने अब अपने कदम पीछे खींचने का फैसला कर लिया है। कंपनी ने अपने नए प्राइवेसी पॉलिसी को वापस लेने का फैसला कर लिया है।


ANI की रिपोर्ट के मुताबिक WhatsApp ने नए प्राइवेसी पॉलिसी को फिलहाल स्थगित (Privacy Policy Postpone) करने का फैसला कर लिया है। कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि नए पॉलिसी को स्थगित करने के पीछे अफवाहों का फैलना है। बयान में आगे कहा गया है कि किसी भी WhatsApp यूजर का अकांउट बंद नहीं होगा। पॉलिसी नहीं मानने वालों का 8 फरवरी के बाद भी अकाउंट चलता रहेगा।
WhatsApp चलाएगा अभियान
प्राप्त जानकारी के मुताबिक WhatsApp पूरी दुनिया में चल रहे अफवाहों के खिलाफ अभियान चलाएगा। यूजर्स को नए प्राइवेसी पॉलिसी को रिव्यू करने के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा। WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी (Privacy Policy) का विरोध जारी है। लोगों की निजी जानकारी जबर्दस्ती लेने का नया फैसला WhatsApp को भारी पड़ा है। सिर्फ आम यूजर्स ही नहीं बल्कि कई बड़ी कंपनियों के CEO और Business Tycoons भी इस मैसेजिंग प्लेटफॉर्म (Messaging Platform) को छोड़कर दूसरी ऐप चुनने लगे हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पेमेंट गेटवे ऐप PhonePe के सीईओ समेत कंपनी के 1000 से ज्यादा कर्मचारियों ने अपने मोबाइल से WhatsApp हटा दिया है। अब ये कर्मचारी अपने सभी कार्यों के लिए Signal यूज करने लगे हैं। कंपनी के सीईओ समीर निगम (PhonePe CEO Sameer Nigam) ने ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी है।

Friday, January 15, 2021

Corona Caller Tune: Amitabh Bachchan नहीं, अब सुनाई देगी Jasleen Bhalla की आवाज।

कोरोना काल में काफी कुछ बदला, लेकिन लोगों की कॉलर ट्यून एक जैसी हो गई. किसी को भी फोन करने पर भारत सरकार का मैसेज ही सुनाई देता हैं। अब तक आप अमिताभ बच्चन की आवाज सुनते आ रहे थे, लेकिन अब एक नया संदेश आप जसलीन भल्ला (Jasleen Bhalla) की आवाज में सुनेंगे।


वॉयस ओवर आर्टिस्ट जसलीन भल्ला (Jasleen Bhalla) कोरोना वैक्सीन से जुड़ा मैसेज देंगी। वे लोगों को सतर्क करेंगी की अफवाहों पर ध्यान न दें और वैक्सीनेशन करांए, जो कि कोरोना से बचने के लिए जरूरी है। इसके साथ ही वे इस मैसेज में कई और सावधानियों के बारे में भी सूचित करेंगी।

जसलीन भल्ला (Jasleen Bhalla) ने कोरोना काल के शुरुआती दिनों में भी इसी तरह की एक कॉलर ट्यून को अपनी आवाज दी थी, जिसे बाद में बदला गया और नई आवाज अमिताभ बच्चन की रही। वे पुराने वाले मैसेज में कोरोना वायरस (Coronavirus) से बचाव, मरीज से भेदभाव और अन्य सावधानियों के बारे में सचेत कर रही थीं। यह मैसेज था, 'कोरोना वायरस या कोविड-19 (Covid 19) से आज पूरा देश लड़ रहा है। मगर, याद रहे हमें बीमारी से लड़ना है, बीमार से नहीं। उनसे भेदभाव न करें'।

इस मैसेज की रिकॉर्डिंग के पीछे एक मजेदार किस्सा था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जसलीन (Jasleen Bhalla) कहती हैं कि इस बात की जानकारी उन्हें भी नहीं थी, कि उनकी आवाज को एक दिन पूरा देश सुनेगा। जसलीन भल्ला ने कहा, 'एक दिन अचानक मुझे इस मैसेज को रिकॉर्ड करने को बोला गया। मैंने रिकॉर्ड कर दिया लेकिन मुझे इसके इस्तेमाल के बारे में कुछ पता नहीं था। फिर आचानक एक दिन मेरे दोस्त, रिश्तेदारों के फोन आने लगे, उन्होंने इस बारे में मुझे बताया'।

वॉयस ओवर आर्टिस्ट बनने से पहले जसलीन भल्ला (Jasleen Bhalla) एक चैनल में स्पोर्ट्स जनर्लिस्ट थीं, लेकिन पिछले 10 साल से वह पूरी तरह से वॉयस ओवर आर्टिस्ट हैं। उन्होंने कई विज्ञापनों में अपनी आवाज दी है। इससे पहले दिल्ली मैट्रो, डोकोमो, हॉर्लिक्स और स्लाइस मैंगो ड्रिंक के विज्ञापन में भी वे अपनी आवाज दे चुकी हैं. जसलीन कहती हैं, 'कई बार तो अपनी ही आवाज को सुनना थोड़ा अजीब लगता है'।

6 महीने में ही छिन गई अंबानी की बादशाहत! Tata Group फिर बना देश का नंबर-1 कारोबारी घराना। Tata Vs Ambani

नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक बनाने वाला Tata Group अपनी फ्लैगशिप कंपनी TCS के शानदार प्रदर्शन के दम पर मार्केट कैप के लिहाज से एक बार फिर देश का सबसे बड़ा समूह बन गया है। जबकि मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाला रिलायंस ग्रुप बाजार मार्केट वैल्यू के मामले में अब तीसरे नंबर पर है। दूसरे नंबर पर HDFC ग्रुप है। टाटा ग्रुप की कंपनियों का कुल मार्केट कैप आज 17 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया है। जो कि HDFC Group तकरीबन 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है, अभी HDFC Group का मार्केट कैप 15.25 लाख करोड़ रुपये है।


Tata Group की कंपनियों का प्रदर्शन बीते एक साल के दौरान शानदार रहा है, एक साल में टाटा ग्रुप का मार्केट कैप 42 परसेंट से ज्यादा बढ़ा है। कमाल की बात ये है कि टाटा ग्रुप का मार्केट कैप बीते एक महीने में 13 परसेंट बढ़ा है, यानी एक महीने में ग्रुप ने अपने मार्केट कैप में 1.9 लाख करोड़ रुपये जोड़े हैं। जबकि Tata Group के 42 पररेंट के मुकाबले मुकेश अंबानी की रिलायंस ग्रुप का मार्केट कैप 27 परसेंट बढ़ा है, HDFC Group सिर्फ 11 परसेंट बढ़ा है। टाटा ग्रुप के मार्केट कैप में आई इस तेजी की सबसे बड़ी वजह ये है कि उसकी 28 लिस्टेड कंपनियों में से 18 कंपनियों ने बीते महीने आउटपरफॉर्म किया।

आपको बता दें कि जुलाई 2020 में Tata Group की 17 सूचीबद्ध कंपनियों (listed companies) का कुल मार्केट कैप (M-Cap) 11.32 लाख करोड़ रुपये था, जबकि रिलायंस (Reliance Industries) का मार्केट कैप 13 लाख करोड़ रुपये के पार चला गया था, तब रिलांयस ग्रुप ने मार्केट कैप के लिहाज से टाटा ग्रुप को पछाड़ दिया था और देश का नंबर एक ग्रुप बन गया था। इसके बाद 16 सितंबर को रिलायंस का मार्केट कैप 16 लाख करोड़ के रिकॉर्ड स्तर को पार कर गया, तब रिलायंस देश की पहली कंपनी थी जिसने 16 लाख करोड़ रुपये का मार्केट कैप पार किया था। RIL के शेयर ने भी उस वक्त 2,368 का रिकॉर्ड हाई बनाया था। 
लेकिन, इसके बाद रिलायंस के शेयरों में लगातार गिरावट आने लगी, जिससे मार्केट कैप 12.22 लाख करोड़ रुपये ही रह गया।

दूसरी ओर, TCS समेत टाटा ग्रुप की कंपनियों टाटा मोटर्स और टाटा स्टील में जबरदस्त तेजी देखने को मिली, जिससे टाटा ग्रुप का कुल मार्केट कैप 16.69 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया। जो रिलायंस ग्रुप से करीब 36% ज्यादा है। TCS के शेयरों में जारी इस तेजी की वजह है कि कोरोना महासंकट के दौरान भी कंपनी ने कई बड़े सौदे किए। स्टील की कीमतें बढ़ने से टाटा स्टील को भी जबरदस्त फायदा हुआ है।

टाटा मोटर्स के शेयर भी जुलाई के बाद 100% से ज्यादा बढ़ चुके हैं। दरअसल रिलायंस के लिए Jio बड़ा गेमचेंजर साबित हुआ। फेसबुक, गूगल जैसी दिग्गज कंपनियों ने इसमें निवेश किया। जिसका फायदा रिलायंस को हुआ। मगर Aramco डील के विवादों में पड़ने से निवेशकों का मूड खराब हो गया। रिलायंस ग्रुप के शेयर सितंबर के बाद 22% तक टूट चुके हैं।

Wednesday, January 13, 2021

महज 251 रुपये में स्मार्टफोन (Smartphones) देने वाले मोहित गोयल आखिरकार पहुंचे सलाखों के पीछे।

Mohit Goel Freedom 251: महज 251 रुपये में स्मार्टफोन (Smartphones) देने वाले नोएडा के मोहित गोयल आखिरकार सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं। मोहित गोयल को पुलिस ने 200 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी में मामले में अंदर किया है. पुलिस का कहना है कि पहले मोबाइल फोन के नाम पर आम आदमी को चूना लगाने वाले मोहित ने इस बार सूखे मेवा यानी ड्राई फ्रूट के बिजनेस के नाम पर हजारों कारोबारियों को ही चूना लगाया है। बताते चलें कि साल 2016 में नोएडा एक स्टार्टअप 'रिंगिंग बेल' (Ringing Bell) ने महज 251 रुपये में स्मार्ट फोन देने का ऐलान किया था। इस 'रिंगिंग बेल' की घंटी बजाने वाले मोहित गोयल ही थे। किसी भी टेलीकॉम कंपनी के प्लान से भी कम में मोबाइल फोन मिलता देख लोग लाइन में लग गए और लाखों की तादाद में ऑनलाइन फोन बुक किए गए। आखिरकार वही हुआ जो होना था, किसी को भी फोन नहीं मिला और 'रिंगिंग बेल' की कहीं गुमनामी में जाकर खामोश हो गई। इस मामले में खूब हाय-हल्ला हुआ, और मोहित गोयल को धोखाधड़ी के मामले में जेल की सजा हुई। लेकिन कुछ दिनों बाद वह जेल से बाहर आ गया।

लेकिन मोहित गोयल को लोगों को ठगी का चस्का लग चुका था। मोटी कमाई के साथ उसे इस काम में मजा भी आने लगा। अब मोहित गोयल एक नए अवतार में सामने आए, एक कारोबारी, ड्राई फ्रूट के कारोबारी के रूप में।

ड्राई फ्रूट के धंधे के नाम पर लूट (Mohit Goel Scam)
मोहित ने दुबई ड्राई फ्रूट्स नाम से एक कंपनी बनाई और लोगों को जमकर लूटा। नोएडा पुलिस ने इस फर्जी कंपनी का भंडाफोड़ करते हुए 2 लोगों, मोहित गोयल और ओमप्रकाश जांगिड़ को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से 2 लक्जरी कार, 3 मोबाइल, 60 किलोग्राम ड्राई फ्रूट के सैंपल और तमाम सामान बरामद किया है। मोहित गोयल (Mohit Goel) को पुलिस ने सेक्टर 51 से गिरफ्तार किया है। इसके साथ 4 अन्य लोग भी गिरफ्तार किए गए हैं। ये लोग मोहित गोयल की कंपनी दुबई ड्राई फ्रूट्स एंड स्पाइसेस हब में काम करते थे। इनमें से तीन लोग विदेशी हैं, जो ग्राहकों पर रौब झाड़ने के काम के लिए रखे गए थे।

मोहित गोयल ने नोएडा के सेक्टर 62 में दफ्तर खोला हुआ था और ड्राई फ्रूट्स एक्सपोर्ट (Dry Fruits Export) करने के नाम पर व्यापारियों को ठगा करता था. उसके खिलाफ पंजाब, हरियाणा, यूपी, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, दिल्ली, कर्णाटक, आंध्र प्रदेश और अन्य राज्यों से 40 से ज्यादा शिकायतें मिल चुकी हैं
पुलिस ने खोला काला चिटठा। नोएडा पुलिस (Noida Police) ने अपनी रिपोर्ट में मोहित गोयल का पूरा काला चिट्ठा खोला है। पुलिस के मुताबिक, मोहित और उसके गैंग ने पूरे भारत में 1,000 से ज्यादा लोगों को ठगा है और अरबों रुपये का गबन किया है। मोहित गोयल ने एक लीगल टीम भी बनाई हुई थी। ठगी के शिकार लोग अगर इसके खिलाफ आवाज उठाते थे तो यह गैंग उसे हनीट्रेप में फंसा कर जेल भिजवा देता था।मोहित गोयल एंड कंपनी राजस्थान के 5 कारोबारियों को झूठे मामलों में जेल भिजवा चुका है। कई बार हो चुका है गिरफ्तार फ्रीडम 251 मामले में बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने मोहित गोयल के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इसके बाद मोहित गोयल जमीन के मामले को लेकर भी जेल गया था। राजस्थान में गैंगरेप के मामले में रंगदारी मांगने के लिए भी वह जेल की हवा खा चुका है। फ्रीडम 251 के अलावा 2999 में 4जी स्मार्टफोन के नाम पर भी ठगी करने की वजह से मोहित जेल जा चुका है।

Tuesday, January 12, 2021

दुनिया की सबसे घातक राइफल AK-521, एक मिनट में एक हजार गोलियां कर सकेगी फायर Russia ने बनाई।

नई दुनिया: दुनिया की सबसे घातक राइफल मानी जाने वाली AK-47 राइफल अब और खतरनाक बन गई है। रूस ने अब इस राइफल का अडवांस वर्जन AK-521 को विकसित कर लिया है। कहा जा रहा है कि यह अब तक बनी AK सीरीज की राइफलों में सबसे घातक होगी।

रसियन बियॉन्ड में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार AK-521 राइफल का मेंटिनेंस भी बेहद कम होगा। इसमें 7,62х39 और 5,56х45 की गोलियों का इस्तेमाल होगा। दुर्गम इलाकों में तैनात सैनिक भी इसका आसानी से इस्तेमाल कर पाएंगे। माना जा रहा है कि कलाशनिकोव कंसर्न (Kalashnikov Concern) कंपनी जल्द ही इस रायफल का एक्सपोर्ट वर्जन तैयार कर लेगी, जिसे बिक्री के लिए मित्र देशों के सामने पेश किया जाएगा।

रिपोर्ट के मुताबिक AK-500 सीरीज की सभी अन्य रायफलों की तरह इसमें भी अपर और लोवर रिसीवर लगा होगा। इस रायफल में ज्यादा भार सहन करने के लिए अधिकतर पार्ट्स को धातु का बनाया गया है। वहीं राइफल के हत्थे और मैगजीन के आगे होल्डिंग पॉइंट्स पर पॉलिमर का प्रयोग किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि AK-521 राइफल की रेंज 800 मीटर तक होगी। इसका मतलब ये होगा कि करीब 800 मीटर दूरी तक मौजूद दुश्मनों को यह राइफल ढे़र कर सकेगी।

हालांकि कंपनी ने अभी तक आधिकारिक रूप से राइफल की रेंज का खुलासा नहीं किया है। इस AK-521 राइफल में ऑप्टिक्स बाइंडिंग और बैरल के बीच में एक मजबूत धातु का इस्तेमाल किया गया है। जिससे ऑपरेशन या मेंटीनेंस के दौरान इसमें दरार आने की आशंका खत्म हो जाएगी। कलाशनिकोव कंसर्न (Kalashnikov Concern) की AK-47 राइफलों को दुनिया के दो दर्जन से ज्यादा देश अपनी सेना में इस्तेमाल करते हैं।

इसके अलावा आसान मेनटिनेंस की वजह से दुनिया भर के तमाम आतंकी संगठनों की भी ये राइफलें पहली पसंद है।

Monday, January 11, 2021

जटोली मंदिर के पत्थरों को थपथपाने पर आती है डमरू की आवाज, सोलन हिमाचल प्रदेश।

नई दुनिया: भारत में रहस्यमय मंदिरों (Mysterious Temples) की कोई कमी नहीं है। देश के हर कोने में किसी न किसी देवी-देवता का मंदिर आपको देखने को मिल जाएंगे। इनमें से कई मंदिर चमत्कारी और रहस्यमय भी हैंं। कई मंदिरों के पीछे का रहस्य आज भी उलझा हुआ है। आज हम आपको ऐसे ही एक मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जो एक रहस्यमय मंदिर है। ऐसी मान्यता है कि यहां पत्थरों को थपथपाने पर डमरू की तरह आवाज (Hear Damru Sound From Temple Rocks) आती है। ये भगवान शंकर का मंदिर है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यह एशिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर है। जो जटोली मंदिर के नाम से सोलन हिमाचल प्रदेश में प्रसिद्ध हैं।  

11 फुट ऊंचा एक विशाल सोने का कलश।
इस विशालकाय मंदिर में चारो तरफ देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं। मंदिर के अंदर एक स्फटिक मणि शिवलिंग विराजमान है। इसके अलावा यहां माता पार्वती की मूर्ति भी स्थापित की गई हैं। यहां  बड़ी विशेषता है कि इस मंदिर के ऊपरी छोर पर 11 फुट ऊंचा एक विशाल सोने का कलश भी स्थापित है।

स्वामी कृष्णानंद परमहंस ने रखी नींव।
इस मंदिर के पीछे की मान्यता है कि पौराणिक काल में भगवान शिव यहां आए थे और कुछ समय रहे थे।  इसके बाद 1950 के दशक में स्वामी कृष्णानंद परमहंस (Swami Krishna Nand Paramhans) नाम के एक बाबा यहां आए। इन्होंने अपने मार्गदर्शन में जटोली शिव मंदिर (Jatoli Shiv Mandir) का निर्माण कार्य शुरू करवाया। साल 1974 में उन्होंने इस मंदिर की नींव रखी थी। साल 1983 में परमहंस ने समाधि ले ली, लेकिन मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हुआ।

विदेशी श्रद्धालुओं ने दिया है दान।
इस विशाल जटोली शिव मंदिर को पूरी तरह से तैयार होने में करीब 39 साल का समय लगा। करोड़ों रुपये की लागत से बने इस मंदिर के निर्माण में देश-विदेश के श्रद्धालुओं ने दान दिया है। इस वजह से इसे बनने में तीन दशक से भी ज्यादा का समय लग गया।

Jatoli Temple, solan,Himanchal pradesh.
जटोली मंदिर सोलन हिमाचल प्रदेश

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...