Popular Posts

Saturday, February 27, 2021

एक्शन में अमेरिका के राष्ट्रपति Joe Biden, Syria Air Strike के बाद ईरान को दी सख्त चेतावनी।

वाशिंगटन: राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने सत्ता संभालने के कुछ ही दिनों में तेवर दिखा दिए हैंं। उन्होंने सीरिया में एयर स्ट्राइक (Syria Air Strike) के बाद ईरान (Iran) को सख्त चेतावनी दी है। बाइडेन ने कहा है, अमेरिका को नुकसान पहुंचाने या अमेरिकी कर्मियों को धमकी देने वाले मिलिशिया ( Militia) समूहों का ईरान समर्थन करता है तो उसे भी परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए। बाइडेन प्रशासन ने हवाई हमले को पूरी तरह कानूनी और उचित बताया है।

अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हुए हमलों का जवाब।
बता दें, अमेरिकी सेना ने पूर्वी सीरिया में ईरान के समर्थन वाले सशस्त्र समूह मिलिशिया (Militia) पर हवाई हमले किए हैं। अमेरिका ने ईराक (Iraq) में अपने सैनिकों के ठिकानों पर हुए रॉकेट हमलों के जवाब में यह कार्रवाई की। कहा जा रहा है कि इस कार्रवाई में सशस्त्र समूहों के करीब 17 लड़ाके मारे गए हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने साफ तौर पर कहा है कि यह कार्रवाई इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हुए रॉकेट हमलों के जवाब में की गई है। पेंटागन के मुताबिक अमेरिकी फाइटर जेट्स ने 7 ठिकानों को निशाना बनाते हुए 7 500-lb बम गिराए हैं। इनमें से एक ठिकाना ईरान और सीरिया के बॉर्डर पर स्थित क्रॉसिंग भी है। अमेरिका का कहना है कि इस क्रॉसिंग का इस्तेमाल ईरान समर्थित उग्रवादी समूह हथियारों के मूवमेंट के लिए करते थे।

राजनीतिक संकट?
दूसरी तरफ इस कार्रवाई के बाद नए डेमोक्रेटिक प्रशासन (Democratic) के लिए एक राजनीतिक संकट भी खड़ा हो गया है। जो बाइडेन (Joe Biden) की अपनी पार्टी के कई प्रमुख कांग्रेस सदस्यों ने इन हमलों की निंदा की है। डेमोक्रेट ने कहा है, कानूनविदों से इजाजत के बिना हवाई हमले किए गए लेकिन सीनेट के सशस्त्र सेवा समिति के रैंकिंग रिपब्लिकन जिम ओक्लाहोमा ने अमेरिकी कार्रवाई को सही ठहराया है। व्हाइट हाउस (White House) के प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा है, बाइडेन ने अमेरिकी संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए अपने संवैधानिक अधिकार का इस्तेमाल किया है।

कार्रवाई जारी रहेगी।
पेंटागन ने स्पष्ट किया है कि हवाई हमला बॉर्डर कंट्रोल पॉइंट पर ईरान समर्थित समर्थित कातब हिजबुल्लाह और काताब सैय्यद अल-शुहादा (Kataeb Hezbollah and Kataeb Sayyid al-Shuhada) को ध्यान में रखकर किया गया था। हमला इराक में अमेरिका और गठबंधन सेनाओं पर किए गए हमले का करारा जवाब है। यह भी कहा गया है कि यदि जरूरत पड़ी तो अमेरिका आगे भी इस तरह की कार्रवाई को अंजाम देता रहेगा।

Friday, February 26, 2021

Rajasthan Budget 2021: Congress में 'गांधी परिवार' से बढ़कर कुछ नहीं, उठे सवाल

Jaipur: राजस्थान (Rajasthan) में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने बजट के जरिए एक तीर से कई निशाने लगाने की कवायद की है। सीएम ने न केवल राजस्थान के प्रत्येक वर्ग के लिए घोषणाओं का अंबार लगा दिया है बल्कि कांग्रेस के भीतर गांधी परिवार के खिलाफ चल रही सियासत को भी आईना दिखाया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट में आधा दर्जन घोषणाओं को गांधी परिवार के नाम पर शुरू करने का ऐलान कर बता दिया है कि आज भी कांग्रेस (Congress) की सियासत में गांधी परिवार (Gandhi Family) से बड़ा कुछ भी नहीं है।

विधानसभा में कल बजट पेश करने के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घोषणाओं की झड़ी लगा दी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से पेश किए गए बजट को उपचुनावों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। बजट की खास बात ये भी रही कि बजट पेश करने के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गांधी परिवार पर भी फोकस रहा। बजट में मुख्यमंत्री ने गांधी परिवार के नाम पर भी आधा दर्जन घोषणाएं की। इसके अलावा जिन चार सीटों पर उपचुनाव होने हैं, वहां के दिवंगत विधायकों के नामों से कॉलेज खोलने की घोषणा की। दरअसल, विधानसभा में कल मुख्यमंत्री ने गांधी परिवार के नाम से जिन आधा दर्जन घोषणाएं की हैं, उनमें इंदिरा गांधी क्रेडिट कार्ड योजना, महात्मा गांधी संस्थान और गांधी दर्शन म्यूजियम बनाए जाने की घोषणा, आयुष्मान भारत- महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना, महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेज स्थापित करने की घोषणा और जयपुर (Jaipur) में 200 करोड़ की लागत से राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी स्थापित करने की घोषणा की है। इसके साथ ही प्रदेश में राजीव गांधी युवा कोर का गठन भी होगा, जिनमें 500 राजीव गांधी युवा मित्रों का चयन किया जाएगा। बच्चों में नशे की प्रवृत्ति रोकने के लिए नेहरू बाल संरक्षण कोष की स्थापना और महिलाओं की समस्याओं के समाधान के लिए जिला मुख्यालयों पर इंदिरा महिला शक्ति केंद्रों की स्थापना भी की जाएगी। वहीं सत्ता में आते ही कांग्रेस ने अटल सेवा केंद्रों का नाम बदलकर राजीव गांधी सेवा केंद्र कर दिया था। साथ ही अन्नपूर्णा रसोई के स्थान पर इंदिरा रसोई योजना और मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना का नाम भी अब बदलकर राजीव गांधी जल स्वावलंबन योजना कर दिया गया।

सीएम अशोक गहलोत ने कई अफवाहों पर लगा दी रोक।
सीएम की गांधी परिवार के नाम पर यह घोषणा ऐसे समय में हुई है, जब कांग्रेस के भीतर ही गांधी परिवार के खिलाफ आवाजें उठने लगी हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी इन घोषणाओं के जरिए यह बता दिया है कि आज भी दिल्ली से लेकर राज्यों तक कांग्रेस के भीतर गांधी परिवार ही सर्वे सर्वा है। निश्चित तौर पर सीएम की इन बजट घोषणाओं का संदेश कांग्रेस के भीतर वरिष्ठ नेताओं तक पहुंचाने की भी कवायद है।

Assembly Election 2021: West Bengal में चुनाव की तारीखों पर भड़कीं मुख्यमंत्री Mamata Banerjee, चुनाव आयोग पर बोला हमला।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में चुनावी तारीखों के ऐलान के बाद मुख्य मंत्री ममता बनर्जी भड़क गई हैंं। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग पर निशाना साधा और कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी के इशारे पर काम कर रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री पर भी निशाना साधा और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी अपने पैसों की ताकत का इस्तेमाल न करे।


एक चरण में कराना चाहिए था चुनाव।
ममता बनर्जी ने विवेक दुबे को चुनाव पर्यवेक्षक बनाए जाने पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेल रही है। उन्होंने कहा कि बंगाल में एक ही चरण में चुनाव होना चाहिए था। उन्होंने 23 दिनों के चुनावी कार्यक्रम पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या ये 23 दिन बीजेपी को खेल खेलने के लिए दिए गए हैं?

चुनाव आयोग के अनुसार पश्चिम बंगाल में 8 चरण में विधानसभा चुनाव होंगे।
पहला चरण - 27 मार्च
दूसरा चरण - 1 अप्रैल
तीसरा चरण - 6 अप्रैल
चौथा चरण - 10 अप्रैल
पाँचवाँ चरण - 17 अप्रैल 
छठा चरण - 22 अप्रैल 
सातवाँ चरण - 26 अप्रैल 
आठवाँ चरण - 29 अप्रैल 
वोटों की गिनती 2 मई को होगी।
जिस पर विपक्षी पार्टियों के प्रतिक्रिया आने सुरु हो गए है।

कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसन ने कहा कि इस चुनाव के लिए हम तैयार हैं और बीजेपी कहीं नहीं आएगी। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस पश्चिम बंगाल चुनाव में डट कर मुकाबला करेगी। हम चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। वहीं, बीजेपी नेता कैलास विजयवर्गीय ने कहा कि चुनाव आयोग शांति के साथ मतदान प्रक्रिया को पूरा कराए। ताकि लोग निर्भीक होकर अपने मत का इस्तेमाल कर सकें।

पश्चिम बंगाल में 294 सीटें।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में विधान सभा (West Bengal Assembly Election) की कुल 294 सीटें हैं और ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार का कार्यकाल 30 मई को खत्म हो रहा है। पश्चिम बंगाल के अलावा असम, केरल, तमिलनाडु और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में इस साल चुनाव होने वाले हैं।

शबनम, अपने प्यार को पाने के लिए अपने प्रेमी के साथ मिल कर 7 लोगो को काट डाले थे।

उत्तर प्रदेश के अमरोहा ज़िले (Amroha) का बावनखेड़ी गांव हज़ारों-लाखों गांवों जैसी पहचान वाला था, लेकिन आज से करीब 12 साल पहले सन 2008 में अप्रैल की 15 तारीख ने इस गांव की पहचान हमेशा के लिए बदल दी। गांव के भरे-पूरे परिवार के साथ रहने वाली शबनम (Shabnam) नाम की लड़की रात में अचानक दहाड़ मारकर रोने लगती है। चीखें सुन जब गांव के लोग शबनम के घर पहुंचते हैं तो नजारा देख होश उड़ जाते हैं। घर खून से लथपथ होता है और एक नहीं बल्कि सात लाशें फर्श पर बिखरी होती हैं। 25 साल की शबनम चीख-चीख कर बताती है कि लुटेरों ने लूट के लिए उसके परिवार को मार डाला और फरार हो गए। पुलिस पहुंचती है, तफ्तीश होती है और पता चलता है कि मां, बाप, दो भाईयों, एक भाभी, मौसी की बेटी और एक भतीजे को किसी लुटेरे या डकैतों ने नहीं बल्कि उनकी अपनी 25 साल की शबनम ने ही मौत की नींद सुला दिया। उन दिनों स्कूल में पढ़ाने वाली शबनम पोस्टग्रेजुएट है, जबकि जिसके प्यार में उसने ये किया, वो सिर्फ पांचवीं पास।

आखिर क्यों की थी इतनी बड़ी वारदात।
शबनम इस कहानी की अकेली किरदार नहीं है। एक और शख्स था जिसने पूरी साजिश रची थी और वह था शबनम का प्रेमी सलीम। दरअसल, शबनम सलीम से प्यार करती थी, लेकिन प्यार की शुरुआत में शायद ही उसने सोचा होगा कि वह इसकी खातिर इतने रिश्तों का एक साथ क़त्ल कर देगी। शबनम के परिवार को सलीम के साथ उसका रिश्ता मंजूर नहीं था, इस कारण अक्सर तनाव रहता था। सलीम के साथ परिवार के सफाए की योजना शबनम ने जिस वक़्त बनाई तब वह गर्भवती थी। शबनम के परिवार को बिना शादी के इस तरह से प्रेग्नेंट होना शायद ही बर्दाश्त होता, ऐसे में उसने सबको मारने का फैसला कर लिया। 15 अप्रैल, 2008 की रात शबनम ने खाने में कुछ मिलाया और जब सब बेहोशी की नींद सो गए तो उसने एक-एक कर कुल्हाड़ी से सबको मौत के घाट उतार दिया।

पुलिस इस मामले में तफ्तीश में जुटी। घटना के एक हफ्ते भर में ही पता चला कि शबनम प्रेग्नेंट है। इसके बाद पुलिस ने जब कॉल डिटेल निकाली तो पता चला कि शबनम की एक शख्स से लगातार बात हुई, जिसका नाम सलीम था। शबनम से कड़ाई से पूछताछ हुई तो उसने सब उगल दिया। इसके बाद अरेस्ट हुए सलीम की निशानदेही पर वो कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली गई, जिससे क़त्ल किया गया था। शबनम के साथ सलीम को भी सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी। इन दोनों की दया याचिका तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा ही ख़ारिज की जा चुकी है। शबनम पोस्टग्रेजुएट है और जिन दिनों उसने इस वारदात को अंजाम दिया, तब वह एक स्कूल में पढ़ाती थी। जबकि सलीम सिर्फ पांचवीं पास था।

अपने पत्रकार दोस्त को सौंपा बच्चा।
जेल जाने के करीब सात माह बाद शबनम के एक बेटे को जन्म दिया। कई साल तक ये बच्चा शबनम के साथ रहा। 2015 में फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद शबनम ने इस बच्चे को अपने दोस्त और उसकी पत्नी को सौंप दिया था। शबनम ने जिसे बच्चा सौंपा था वह पेशे से पत्रकार भी है। शबनम ने बच्चे को सौंपते समय शर्त रखी कि बच्चे का नाम बदल दिया जाए और कभी उस गांव में नहीं ले जाया जाए जहां उसने इस वारदात को अंजाम दिया था। शबनम का बेटा ताज मोहम्मद करीब 11 साल का है।

शबनम के खिलाफ नहीं जारी हो सका डेथ वॉरंट, कोर्ट ने जताई असमर्थता।

शबनम के खिलाफ नहीं जारी हो सका डेथ वॉरंट, यानी सजा ए मौत की तामील से पहले शबनम को कुछ और वक्त मिल गया है, रामपुर जेल में कैद शबनम को फांसी कब होगी अभी इसपर फैसला नहीं हो सका है।

रामपुर की जेल में फांसी के फंदे का इंतेजार कर रही शबनम को बड़ी राहत मिली है। मंगलवार को शबनम को फांसी देने की तारीख तय होनी थी, शबनम को फांसी दिए जाने के लिए मथुरा की जेल में सारी तैयारी कर ली गई थी, लेकिन कोर्ट ने डेथ वॉरंट जारी करने से इनकार कर दिया।

यानी सजा ए मौत की तामील से पहले शबनम को कुछ और वक्त मिल गया है, रामपुर जेल में कैद शबनम को फांसी कब होगी अभी इसपर फैसला नहीं हो सका है। शबनम को फांसी देने के लिए सरकारी वकील की ओर से मथुरा के जिला जज के पास डेथ वॉरंट जारी करने की मांग रखी गई थी, हालांकि राजभवन में शबनम की दया याचिका लंबित होने के कारण जज ने वॉरंट जारी करने से मना कर दिया। 

लेकिन अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है, जेल से शबनम ने अब सीबीआई जांच की मांग कर दी है। दया याचिका पर फैसला आने के बाद अब शबनम की जिंदगी और मौत पर आखिरी मुहर लगेगी। शबनम को अगर फांसी होती है तो भारत की पहली महिला होगी जिसे फांसी दी जाएगी।

Bathing Tips: बाथरूम में न‌िर्वस्‍त्र होकर नहाते हैं तो अभी छोड़ दें ये आदत, हो सकता है बड़ा नुकसान!

नई दिल्ली: सर्दी हो या गर्मी नहाने का अपना ही मजा है। कुछ लोग बाथरूम में नहाते समय यह सोच कर पूरे कपड़े उतार (Side Effects Of Naked Bathing) देते हैं कि वो एक बंद कमरे में हैं और उन्हें कोई नहीं देख रहा है। ज्यादातर हाई प्रोफाइ घरों में चाहे महिला हो या पुरुष, बाथ टब में नहाने का आनंद लेने के लिए पूरे कपड़े हटाकर निर्वस्त्र होकर नहाते हैं। लेकिन अगर आप भी ऐसा करते हैं तो आप अपना बहुत बड़ा नुकसान कर सकते हैं। विज्ञान और आध्यात्म दोनों ही आपको ऐसा करने की इजाजत नहीं देता है।

न‌िर्वस्‍त्र होकर बिल्कुल न नहाएं 
आपको सबसे पहले ये जान लेना चाहिए कि पूरे कपड़े उतार (Don't Take Naked Bath) कर नहाने वाले के चेहरे की चमक खत्म हो जाती है। शास्त्र में भी निर्वस्त्र हो कर स्नान करना गलत माना गया है। इसके अलावा विज्ञान भी नग्न होकर नहाने के लिए माना करता है। और अगर आप कहीं बाहर हैं फिर तो आपको नहाने के समय विशेष ध्यान देना चाहिए। अगर आप अपने बाथरूम में हो या फिर कहीं और आपके शरीर पर एक वस्त्र होना ही चाहिए। जानिए क्या है इसके पीछे वजह।

क्या कहता है विज्ञान 
जब आप नहाने के लिए बाथ टब में जाते हैं तब मौसम और आपके शरीर का तापमान के हिसाब से पानी का तापमान अलग रहता है। शरीर पर पानी पड़ने से हमारे शरीर में अनुकूलन होता है। और कई बार हमारी बॉडी इसे अचानक एक्सेपट नहीं करती है। ऐसे में यदि आपके तन पर कपड़ा है तो वो पानी और शरीर के तापमान में समन्वय बनाता है। ऐसे में किसी अनहोनी की आशंका नहीं होती है। इसलिए जब भी नहाने जाएं तन पर एक पतला कपड़ा जरूर रखें।
तकनीक की दृष्टि से 
इसके अलावा अगर आप अपने घर के बाहर किसी दूसरी जगह पर हैं तो बेहद समझदारी से नहाएं। तमाम बार (Bar) होटलों (Hotels) और दूसरों का बाथरूम यूज करने में सबसे बड़ा डर यह रहता है कि कहीं बाथरूम में खूफिया कैमरा न हो। कई बड़े- बड़े बार लोगों के बाथरूम में खूफिया कैमरे से उनकी गंदी वीडियों बनाए जाने के गंभीर मामले में प्रकाश में आ चुकें हैं। इसलिए अगर आप घर से बाहर हैं तो नहाने के का विशेष ध्यान रखें।
अध्यात्म की दृष्टि से 
पद्मपुराण और श्रीमद्भाग्वत में इसका उल्लेख है जब गोपियां निर्वस्त्र हो कर नदी में स्नान करने गईं तो श्रीकृष्ण (Shri Krishn) उनके कपड़े चुरा कर पेड़ पर टांग देते हैं और जब वो बिना कपड़े के बाहर नहीं आ पाती हैं। श्री कृष्‍ण कन्याओं से पूछते हैं जब न‌िर्वस्‍त्र होकर जल में गई थी तब शर्म नहीं आयी थी? गोपियों ने कहा, तब यहां कोई नहीं था। तब श्री कृष्‍ण ने कहा था कि यहां आसमान में उड़ते पक्ष‌ियों और जमीन पर चलने वाले जीवों ने तुम्हें न‌िर्वस्‍त्र देखा। जल में मौजूद जीवों ने तुम्हें न‌िर्वस्‍त्र देखा और तो और जल में नग्न होकर प्रवेश करने से जल रूप में मौजूद वरुण देव ने तुम्हें नग्न देखा और यह उनका अपमान है और तुम इसके ल‌िए पाप के भागी हो। इसलिए शास्त्रों में भी निर्वस्त्र होकर नहाने के लिए मनाही है।

Monday, February 22, 2021

IT कि रेड में कांग्रेस विधायक के ठिकाने से इतना कैश मिला कि Sunday को खुलवाने पड़ गए बैंक।

सोलपुर: बैतूल के कांग्रेस विधायक निलय डागा के मध्य प्रदेश और दूसरे राज्यों में स्थित अलग-अलग ठिकानों पर बीते तीन दिनों से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीमें रेड डाले हुई हैं। इस बीच महाराष्ट्र के सोलापुर स्थित कांग्रेस विधायक के ठिकाने से आयकर विभाग के अफसरों ने 7.5 करोड़ रुपए कैश बरामद किए हैं। निलय डागा और उनके भाइयों के यहां बीते शनिवार रात करीब 1 बजे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीमें पहुंची थीं और तबसे ही छोप की कार्रवाई जारी थी।

सोलापुर ठिकाने से 7.5 करोड़ कैश मिला
रविवार को सोलापुर स्थित कांग्रेस विधायक के ठिकाने से उनका एक कर्मचारी बैग लेकर भागने की कोशिश करते पकड़ा गया। यह बैग नोटों से भरा था। इसके बाद इसी ठिकाने से नोटों से भरे दूसरे भी बैग मिले। विधायक के यहां भारी मात्रा में करेंसी मिलने से आयकर अधिकारियों को नोट काउंटिंग मशीनें लगानी पड़ीं. करीब 7.5 करोड़ रुपए कैश सोलापुर ठिकाने से बरामद किए गए। डागा बंधु इस धन का कोई स्रोत आयकर अधिकारियों को नहीं बता सके। इसलिए विभाग ने इसे जब्त कर लिया।

डागा के ठिकानों से 8 करोड़ कैश बरामद
पहले दो दिन में भी बैतूल समेत डागा के दूसरे ठिकानों से 60 लाख रुपए की राशि मिल चुकी थी। सोलापुर वाले पैसे को मिलाकर आयकर द्वारा जब्त राशि 8.10 करोड़ रुपए हो गई। रविवार होने के बावजूद सोलापुर में दो बैंकों की शाखाएं इस पैसे को जमा कराने के लिए विशेष तौर पर खुलवाई गईं। आयकर विभाग की भोपाल विंग ने अब तक जितने भी रेड डाले हैं, इससे पहले किसी में भी एक साथ इतना बड़ा कैश बरामद नहीं हुआ।

हवाला के जरिए पैसे विदेश भेजने के प्रमाण
साल 2019 में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अश्विन शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सहयोगियों के यहां पड़ी रेड में करीब 12 करोड़ रुपए कैश की बरामदगी हुई थी। लेकिन यह छापा दिल्ली आयकर विभाग की टीम ने डाला था। आयकर विभाग को यह भी प्रमाण मिले हैं कि निलय डागा की कंपनियों ने हवाला के जरिए विदेशों में पैसा भेजा और मंगाया. इसके साथ ही कई बड़े भुगतान नकद में किए गए।

कोलकाता की 24 कंपनियों से फर्जी लेनदेन
आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक बैतूल विधायक निलय डागा और उनके भाई कोलकाता की 24 कंपनियों से फर्जी लेनदेन कर रहे थे। इसका मुख्य उद्देश्य टैक्स चाेरी बताया गया है। सैकड़ों ऐसे दस्तावेज आयकर टीम को मिले हैं, जिनसे साबित होता है कि डागा बंधुओं ने इन कंपनियों से करीब 100 करोड़ रुपए तक के ट्रांजेक्शन किए। आपको बता दें कि बैतूल से कांग्रेस विधायक निलय डागा का तेल का बड़ा कारोबार है।

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...