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Wednesday, January 27, 2021

किसान दं’गे पर देर रात बडे ऐ’क्शन की तैयारी? किसानों को छो’ड भागे किसान नेता।

कृषि का’नूनों के खि’लाफ गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड को लेकर मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। किसान प्रदर्शनकारियों के बैरिकेडिंग तोड़ने, पु’लिस से झ’ड़प और तय रूट से अलग रास्तों पर ट्रैक्टर ले जाने की खबरें दिन भर सुर्खि’यों में रहीं। अब खबर है कि किसान प्रदर्शन में उपद्र’व को केंद्रीय गृह मं’त्रालय ने न सिर्फ संज्ञान में लिया है बल्कि इसके खि’लाफ स’ख्त ए’क्शन लेने की भी तैयारी में है। ट्रैक्टर परेड में हंगामें की स्थिति बनने के बाद केंद्रीय गृह सचिव ने गृह मंत्री अमित शाह को दिल्ली की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि देर रात केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से मा’मले में बड़ा ऐक्शन लिया जा सकता है। कई किसान नेता रडार पर हैं। सिंघू बॉर्डर पर भी ट्रैक्टर परेड के बाद प्रमुख किसान नेता दिखाई नहीं दे रहे हैं। वहीं दिल्ली पु’लिस ने किसानों के प्रदर्शन को उग्र और हिं’सक बताया है। उन्होंने कहा कि प्रद’र्शनका’रियों से झड़प में पु’लिस के 83 जवान घा’यल हुए हैं।

राजधानी में अतिरिक्त बल तै’नात
मा’मले को गं’भीरता से लेते हुए केंद्र सर’कार ने एहतियातन राजधानी में अतिरिक्त पै’रामि’लिट्री फो’र्स तै’नात करने का फै’सला किया है। बताया गया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शांति कायम करने तथा लॉ ऐंड ऑर्डर को दु’रुस्त रखने के लिए अतिरिक्त केंद्रीय बलों की तैनाती की जाएगी। वहीं दिल्ली से सटे हरियाणा राज्य के कई जिलों में प्रदेश सरकार ने इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर रोक की मियाद बढ़ा दी है। सरकार ने निर्देश जारी किया है कि सोनीपत, पलवल और झज्जर जिलों में बुधवार शाम 5 बजे तक इंटरनेट और एस’एमएस सेवाओं पर रोक रहेगी, ताकि अ’फवाहों को फै’लने से रोका जा सके।
इंटरनेट सेवा बंद
खबर के मुताबिक, हरियाणा के तीन जिलों के अलावा उन सभी बॉर्डर एरियाज में जहां पर प्रदर्शन चल रहा है, रात 12 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक, सिंघु, गाजीपुर, टीकरी, मुकरबा चौक, नांगलोई और आसपास के इलाकों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। कोई URL खोलने पर यह मैसेज आ रहा है क‍ि ‘सरकार के निर्देशानुसार, आपके क्षेत्र में इंटरनेट सेवा अगली सूचना आने तक बंद कर दी गई हैं।’ मोबाइल इंटरनेट सेवा चल रही है।
ट्रैक्टर रैली में हंगामा
बता दें कि मंगलवार को किसानों ने ट्रै’क्टर प’रेड का आह्वान किया था। इसके लिए दिल्ली पु’लिस से मीटिंग के बाद रैली के लिए रूट भी तय किए गए थे लेकिन मंगलवार को किसानों की रैली शुरू होते ही हं’गामे जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। दोपहर में भारी संख्या में प्र’दर्शनका’री ट्रैक्टरों के साथ लाल किले पर पहुंच गए। इसके बाद वे लाल किले के भी’तर घुस गए और किले की प्राचीर से पीले रंग का झंडा लहरा दिया। वहीं राजधानी में आईटीओ में प्रदर्शनकारी किसानों ने ट्रैक्टरों से बैरिकेड तोड़ दिया। हं’गामा बढ़ने पर पु’लिस ने यहां किसानों पर ला’ठीचा’र्ज कर दिया।

Tuesday, January 26, 2021

आजादी के 72 साल बाद गणतंत्र दिवस पर पहली बार देखने को मिला भगवान श्रीराम मंदिर की भव्य झांकी।

उत्तर प्रदेश: आजादी के 72 साल बाद गणतंत्र दिवस पर पहली बार देखने को मिलेगा भगवान श्रीराम मंदिर की भव्य झांकी का प्रतिरूप हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता था। गणतंत्र दिवस के मौके पर दूसरे देशों के राष्ट्रप्रमुख, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना वायरस की वजह से गणतंत्र दिवस के अवसर पर कोई भी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष मुख्य अतिथि नहीं होंगे। ऐसा साल 1966 के बाद पहली बार होगा जब गणतंत्र दिवस समारोह में विदेशी अतिथि नहीं हुआ।

इस साल गणतंत्र दिवस परेड के रूट को भी छोटा कर दिया गया है। पहले परेड की लंबाई 8.2 किलोमीटर होती थी, लेकिन अब परेड की लंबाई सिर्फ 3.3 किलोमीटर थी। यह परेड विजय चौक से लाल किले तक जाती थी, लेकिन इस बार विजय चौक से नेशनल स्टेडियम तक ही गई।

छोटे बच्चे नहीं हुए शामिल।
इस साल कोरोना वायरस की वजह से 15 साल से कम उम्र के बच्चे परेड में हिस्सा नहीं लिए। साथ ही इस बार दिव्यांग बच्चों को भी शामिल नहीं किया गया। इस बार गणतंत्र दिवस परेड में सिर्फ 96 लोग शामिल होंगे। इससे पहले परेड में 144 लोग होते थे।

कोई विदेशी मुख्य अतिथि नहीं।
इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर कोई भी विदेशी गणमान्य व्यक्ति मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल नहीं होगा। ऐसा 55 साल बाद हो रहा है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर कोई मुख्य अतिथि नहीं हुआ। इस साल कोरोना वायरस की वजह से विदेशी मुख्य अतिथि को नहीं बुलाया जा रहा है।
पहली महिला फाइटर पायलट बनेगी परेड का हिस्सा।
इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर लेफ्टिनेंट भावना कांत भी शामिल होंगी, जो परेड में शामिल होने वालीं पहली महिला फायटर पाइलट होंगी। इसके अलावा इस बार राफेल लड़ाकू विमान भी परेड का हिस्सा होगा।

Surat Viral Case: पत्नी ने सेक्स से किया इनकार, 63 वर्षीय पति ने जरूरत बताकर की 7वीं शादी, FIR दर्ज

सूरत: दक्षिणी गुजरात के समृद्ध शहरों में शुमार सूरत (Surat) से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। हीरों के कारोबार के लिए मशहूर सूरत में 63 साल के बूढ़े शख्स पर कई शादियां करने का आरोप लगा है। 'आशिक मिजाज' शौहर के खिलाफ  कई धाराओं में केस दर्ज हुआ है। दरअसल जिले के रईस शख्स की जरूरत पूरी नहीं हुई तो वो 7वीं महिला के साथ रहने लगा था। आरोपी की छठी पत्नी ने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। महिला का आरोप है कि उसके पति ने उससे झूठ बोलकर शादी की। जबकि वह पहले से ही पांच शादियां कर चुका था।


कोरोना काल में सामने आई समस्या।
आरोपी की पत्नी के मुताबिक हाल ही में अयूब ने छठी बार शादी की थी। लेकिन नई नवेली दुल्हन ने जब उसके साथ संबंध बनाने से इनकार कर दिया तो हार्ट और शुगर की बीमारी से जूझ रहे अयूब के सामने नई समस्या खड़ी हो गई। इस हैरतअंगेज खुलासे के शुरुआत की कोरोना काल के बीच बीते साल सितंबर 2020 में हुई। यानी देश में जब अनलॉक का दौर चल रहा था तो अयूब के दिमाग में निकाह का फितूर पल रहा था। कपलेथा टाउन के अयूब ने दिसंबर आते-आते छठी शादी के नाकाम होने की स्थिति में 7वीं बीवी की तलाश शुरू की थी।
21 साल छोटी थी नई नवेली दुल्हन।
अयूब ने जिस महिला से उसने निकाह किया था, वो उससे 21 साल छोटी थी। उसने कहा कि वो बीमार पति के साथ शारीरिक संबंध नहीं बना सकती। TOI की खबर के मुताबिक उस स्थिति में अयूब ने कहा, 'उसने मुझे अपने साथ सोने ही नहीं दिया। वो इन्फेक्शन की बातें करती रहती थी। हार्ट की बीमारी है। डायबिटीज है और भी कई बीमारियों से जूझ रहा हूं इसलिए फौरन मुझे ऐसी बीवी की जरूरत है, जो सब कुछ जानने के बावजूद मेरा ख्याल रख सके'। इस बीच अयूब ने ये दावा भी किया कि पत्नी के उस इनकार के बाद उसे दिल में दर्द रहने लगा। मामला पुलिस तक पहुंचा क्योंकि अयूब की उस बीबी ने दबाव में आने के बजाए पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
7वीं शादी के बाद आई जेल जाने की नौबत।
अयूब ने छठी शादी 42 साल की महिला से की थी। अब जाकर आरोपी पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। शिकायतकर्ता पत्नी के मुताबिक, ' उसने 7वीं शादी कर ली है,  अयूब ने मुझे भी और भी कई चीजों को लेकर अंधेरे में रखा। मुझे छोड़ने के बाद अब 7वीं महिला के साथ रह रहा है'।

इंडियन एयरफोर्स ने बढ़ाई ताकत, Akash-NG का किया सफल परीक्षण।

नई दुनिया: लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर चीन से जारी तनाव के बीच सोमवार को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने न्यू जेनरेशन आकाश-एनजी मिसाइल (Akash-NG) का सफल परीक्षण कर लिया है। यह परीक्षण ओडिशा के तट पर इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से किया गया, जहां मिसाइल ने सफलतापूर्वक अपने टॉरगेट को ध्वस्त कर दिया।


नई पीढ़ी की सरफेस-टू-एयर मिसाइल।
बताते चलें कि आकाश-एनजी एक नई पीढ़ी की सरफेस-टू-एयर (surface-to-air) मिसाइल है, जिसका उपयोग इंडियन एयरफोर्स द्वारा उच्च पैंतरेबाजी वाले हवाई खतरों को रोकने के उद्देश्य से किया जाएगा। DRDO की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मिसाइल का परीक्षण सभी मानकों पर सफल रहा। इस मिसाइल का कमांड कंट्रोल सिस्टम, एवियोनिक्स, एरोडायनैमिक सिस्टम सभी ने ठीक ढंग से काम किया है।
4321 KM/h की रफ्तार से भरेगी उड़ान।
जानकारी के अनुसार, इस मिसाइल का वजन करीब 720 किलोग्राम है और इसकी लंबाई 19 फीट है। डीआरडीओ के अनुसार, यह 60 किलोग्राम तक के भार वाले हथियारों के साथ 4321 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकती है। यानी पलक झपने से भी कम समय में ये मिसाइल दुश्मन को मार कर नेस्तनाबूद कर देगी।

Monday, January 25, 2021

PM Narendra Modi की फोटो ने तोड़ा रिकॉर्ड, चंद घंटो में मिले लाखों लाइक्स।

नई दुनिया: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का अंदाज और रुतबा निराला हैै। सोशल मीडिया के जरिए भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे ताकतवर नेताओं में शुमार हैं जो अपने फैंस के दिलों में राज करते हैंं। वैश्विक महाशक्ति बन रहे देश के शक्तिशाली प्रधानमंत्री की क्षमता का लोहा पूरी दुनिया मानती है। कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी की शुरुआत से लेकर कोरोना का टीका (Corona Vaccine) आने तक भारत पूरी दुनिया का मददगार बना हुआ है। 

पीएम मोदी के नेतृत्व में कोरोना से जंग में देश ने दुनिया की अगुवाई की। भारत ने अपने पड़ोसी देशों से लेकर अमेरिका तक स्वदेशी दवाइयां और मेडिकल उपकरणों के जरिए मानवता को बचाने का काम किया। पीएम मोदी के समर्थक उनके विराट व्यक्तित्व और जीवन शैली के कायल हैं। वो जिसका जिक्र कर दें उसे नई पहचान मिल जाती है।

सोशल मीडिया पर सबसे कद्दावर नेता मोदी।
सोशल मीडिया साइट फेसबुक (Facebook) पर मोदी की एक तस्वीर ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। चंद घंटों में इस तस्वीर को 10 लाख से ज्यादा लाइक्स मिले। यानी पीएम के चाहने वालों ने इस बार लाइक का बटन इतनी जोर से दबाया कि उनके लिए एक नया रिकार्ड ही बना दिया। पीएम के कोलकाता (Kolkata) पहुंचने पर यह फोटो फेसबुक पर पोस्ट की गई थी।

नेता जी की जयंती पर था कई कार्यक्रमों का आयोजन।
वो शनिवार को आजाद हिंद फौज के संस्थापक और भारत मां के अमर सपूत नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) की 125वीं जन्म जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए पश्चिम बंगाल की धरती पर पहुंचे थे। इस दौरान पीएम ने कई अहम कार्यक्रमों में शिरकत की। कोलकाता पहुंचने पर पीएम मोदी के अकाउंट से यह तस्वीर साझा की गई थी। तस्वीर में वह विमान से बाहर निकलते दिख रहे हैं। पीएम सादा कुर्ता-पायजामा पहने हुए हैं और शॉल ओढ़े हुए नजर आ रहे हैं। पोस्ट में लिखा गया है, 'नेताजी बोस को श्रद्धांजलि देने कोलकाता पहुंच गया हूं'।

ट्रंप को छोड़ा था पीछे, ट्विटर पर भी कायम है जलवा।
गौरतलब है कि नए साल 2021 की शुरुआत में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donal Trump) का ट्विटर अकाउंट सस्पेंशन भी भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाने अनजाने में एक नया रिकॉर्ड दे गया था। उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया में ट्विटर पर सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले राजनेता बन गए थे। यानी जनवरी के पहले हफ्ते तक ये रिकॉर्ड एक अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के नाम था। अमेरिकी संसद में अपने समर्थकों के जरिए हिंसा फैलाने के इस आरोप में माइक्रो ब्लॉगिंग कंपनी ट्विटर (Twitter) ने दुनिया के सबसे ताकतवर राष्ट्रपति का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड कर दिया था।

नेताजी के कार्यक्रम में एक ही मंच पर उपस्थित हुई मोदी ओर ममता बनर्जी लगे ‘जय श्री राम’ के नारे तो मंच पर नाराज हुईं ममता बनर्जी।

पश्चिम बंगाल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर कोलकाता के विक्टोरिया हॉल में आयोजित हुए कार्यक्रम में भाजपा और TMC के बीच गहमागहमी देखने को मिली। यह कड़वाहट उस समय और बढ़ गई, जब पराक्रम दिवस समारोह के बीच बीजेपी समर्थकोंं ने ममता बनर्जी पर जोर-शोर से हूटिंग कर दी।


दरअसल, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जब मंच पर भाषण देने पहुंचीं तब कुछ ऐसा हुआ जो बीजेपी और टीएमसी की कड़वी खटास का गवाह बन गया। और ममता बनर्जी को यह बात बिल्कुल भी पसंद नहीं आई। उन्होंने बड़े तीखे तेवर में कहा कि किसी का अपमान करना ठीक नहीं है। बता दें पीएम मोदी के साथ कार्यक्रम में मौजूद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को स्टेज पर बुलाए जाने के दौरान भाजपा समर्थकों नें ममता को नाराज कर दिया।

आपको बता दें कि जैसे ही ममता बनर्जी भाषण देने के लिए मंच पर पहुंचीं, तो जोर-शोर से जय श्री राम के नारे लगने लगे। तो वहीं इस बात से नाराज ममता बनर्जी ने मंच पर बोलने से ही मना कर दिया। जहां एक तरफ जय श्री राम तो दूसरी तरफ भारत माता की जय के नारे लग रहे थे। इन नारों से ममता बनर्जी की नाराजगी उनके चेहरे पर साफ जाहिर हो रही थी। उन्होंने गुस्से में कहा कि अगर आपने किसी को बुलाया है, इन्वाइट किया है तो इस तरीके से किसी का अपमान नहीं किया जा सकता है।

ममता यहीं नहीं रुकी उन्होंने आगे कहा ,’मुझे लगता है कि ये सरकार का प्रोग्राम है। ऐसे समारोह की अपनी मान मर्यादा और प्रतिष्ठा होती है। इसे किसी पार्टी या व्यक्तिगत का प्रोग्राम नहीं बनना चाहिए। अब गौर करने वाली बात यह है कि इन हूटिंग मेें ऐसा क्या गलत हो गया जो ममता बनर्जी इतनी नाराज हो गई, लेकिन एक बात तो तय है आने वाले समय में म चुनावी मैदान में सियासी हलचल पहले से भी ज्यादा बढ़ने वाली है।

Bombay High Court का सर्मिंदा कर देने वाला फैसला बिना कपड़े उतारे Minor के ऊपरी हिस्सों को छूना Sexual Assault नहीं।

नई दुनिया: बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) ने नाबालिग (Minor) के यौन शोषण (Sexual Assault) मामले में विचित्र फैसला दिया है। कोर्ट ने अपने एक फैसले में कहा है कि किसी नाबालिग को निर्वस्त्र किए बिना उसके वक्षस्थल को छूना यौन हमला नहीं कहा जा सकता। कोर्ट ने कहा कि इस तरह का कृत्य पोक्सो अधिनियम के तहत यौन हमले के रूप में परिभाषित नहीं किया जा सकता।

नागपुर पीठ की जस्टिस पुष्पा गनेडीवाला ने दिया फैसला
बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) में नागपुर पीठ की जस्टिस पुष्पा गनेडीवाला (Justice Pushpa Ganediwala) ने 19 जनवरी को यह आदेश पारित किया। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि यौन हमले (Sexual Assault) का कृत्य माने जाने के लिए ‘यौन मंशा से त्वचा से त्वचा का संपर्क होना’ जरूरी है। उन्होंने अपने फैसले में कहा कि महज छूना भर यौन हमले की परिभाषा में नहीं आता है।

सेशन कोर्ट ने आरोपी को 3 साल कैद की सजा सुनाई थी
जस्टिस गनेडीवाला (Justice Pushpa Ganediwala) ने फैसला देते हुए एक सत्र अदालत के फैसले में संशोधन किया। उस फैसले में सत्र अदालत ने 12 वर्षीय लड़की का यौन उत्पीड़न (Sexual Assault) करने के लिए 39 वर्षीय व्यक्ति को तीन वर्ष कारावास की सजा सुनाई थी। अभियोजन पक्ष और नाबालिग पीड़िता की अदालत में गवाही के मुताबिक, दिसंबर 2016 में आरोपी सतीश नागपुर में लड़की को खाने का कोई सामान देने के बहाने अपने घर ले गया।
आरोपी ने लड़की को घर ले जाकर की थी छेड़खानी।

जस्टिस गनेडीवाला (Justice Pushpa Ganediwala) ने अपने फैसले में यह दर्ज किया कि अपने घर ले जाने पर सतीश ने उसके वक्ष को पकड़ा और उसे निर्वस्त्र करने की कोशिश की। हाई कोर्ट ने कहा कि चूंकि आरोपी ने लड़की को निर्वस्त्र किए बिना उसके सीने को छूने की कोशिश की, इसलिए इस अपराध को यौन हमला (Sexual Assault)नहीं कहा जा सकता है। कोर्ट ने यह IPC की धारा 354 के तहत महिला के शील को भंग करने का अपराध है। धारा 354 के तहत जहां न्यूनतम सजा एक वर्ष की कैद है, वहीं पॉक्सो कानून के तहत यौन हमले की न्यूनतम सजा तीन वर्ष कारावास है।

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...