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Sunday, January 31, 2021

Farmers Protest: हरियाणा अंबाला, कुरूक्षेत्र, करनाल, पानीपत आदि 14 जिलों में इंटरनेट पर बैन बढ़ा।

चंडीगढ़: हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने रविवार को 14 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद करने की अवधि बढ़ाकर एक फरवरी शाम पांच बजे तक कर दी ताकि तीनों कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में किसानों के प्रदर्शन (Farmers Protest) को देखते हुए ‘किसी भी तरह से शांति एवं कानून-व्यवस्था बाधित’ न हो सके।

सरकार ने यहां एक बयान जारी कर अंबाला, कुरूक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, सिरसा, फतेहाबाद, चरखी दादरी, सोनीपत और झज्जर जिलों में एक फरवरी शाम पांच बजे तक मोबाइल इंटरनेट बंद रखने के निर्देश दिए। गृह विभाग की तरफ से जारी नए आदेश में यमुनानगर, पलवल, रेवाड़ी जिलों में इंटरनेट बंद करने की अवधि नहीं बढ़ाई गई है। यहां पहले मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद थीं।

बयान में कहा गया है, ‘हरियाणा सरकार ने 14 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं (टूजी, थ्रीजी, 4जी, सीडीएमए, जीपीआरएस), एसएमएस सेवाएं (केवल काफी संख्या में भेजे जाने वाले एसएमएस) और सभी डोंगल सेवाएं आदि स्थगित कर दी हैं’।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में 26 जनवरी को हुई हिंसक घटनाओं के बाद यह निर्णय लिया गया है। अंबाला में संवाददाताओं से बात करते हुए खट्टर ने कहा कि ऐसी स्थिति में अस्थायी समयावधि के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद करना उपयुक्त हैं और चीजें सामान्य होते ही इन्हें बहाल कर दिया जाएगा।

T Natarajan ने किए नटराज मंदिर, चिदंबरम के दर्शन, अपने बालों का किया दान।

नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया टूर (Australia Tour) पर वनडे, टी-20 और टेस्ट में डेब्यू करने के बाद टीम इंडिया के तेज गेंदबाज टी नटराजन(T Natarajan) पूरे भारत में मशहूर हो चुके हैं। उन्हें खुद इतनी कामयाबी की उम्मीद नहीं थी। वो मानते हैं कि भगवान के आशीर्वाद से ही ये मुकाम हासिल हो पाया है।


ईश्वर का शुक्रिया
भारत लौटने पर टी नटराजन (T Natarajan) का जोरदार स्वागत किया गया। इस सम्मान को पाकर वो काफी खुश नजर आए। भगवान का शुक्रिया अदा करने के लिए वो मंदिर की चौखट पहुंचे। इसकी तस्वीर उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है।

नए लुक में नजर आए।
टी नटराजन (T Natarajan) अब नए लुक में नजर आ रहे है, क्योंकि मंदिर के दर्शन के दौरान उन्होंने अपना सिर मुंडवा लिया है। धार्मिक प्रकिया के तहत उन्होंने अपने बालों का दान किया है। 'यार्कर किंग' मानते हैं कि टीम इंडिया खेलना उनके लिए खुशकिस्मती है।

ऑस्ट्रेलिया में किया कमाल।
टी नटराजन (T Natarajan) भारत के पहले खिलाड़ी बने जिन्होंने एक ही टूर पर तीनों फॉर्मेट में डेब्यू किया। ब्रिसबेन (Brisbane) के गाबा मैदान (Gabba) में खेले गए टेस्ट में उन्होंने 3 विकेट लेकर हर हिंदुस्तानी का दिल जीत लिया।

काशी की धरती पर बना Smart Helmet, अब वंदे मातरम के साथ भारतीय सैनिक करेंगे दुश्मन का सफाया।

नई दुनिया. क्या आपके कभी सपने में भी सोचा है कि हेलमेट (Helmet) से गोलियां दागी जा सकेंगी? कभी सोचा है कि हेलमेट दुश्मनों की घुसपैठ के नापाक मंसूबों को मिट्टी में मिला देगा?  जी हां यह सब एक हेलमेट कर सकता है। अब भारतीय सैनिकों (Indian Soldiers) के हेलमेट से भी दुश्मन कांपते नजर आएंगे।


हेलमेट से दुश्मनों पर दागी जा सकेंगी गोलियां।
दरअसल, वाराणसी (Varanasi) के वैज्ञानिक श्याम चौरसिया (Shyam Chaurasia) ने एक बार फिर से अपने अविष्कार से सभी को हैरान कर दिया है। श्याम चौरसियां ने भारतीय जवानों की सुरक्षा के लिए एक खास तरह का हेलमेट तैयार किया है। इस हेलमेट की खासियत यह है कि घुसपैठिए के सीमा (Border) में दाखिल होते ही यह जवानों को अलर्ट कर देगा. इसके अलावा इस हेलमेट से दुश्मनों पर गोलियां भी दागी जा सकेंगी। इस हेलमेट को स्मार्ट डिफेंस हेलमेट (Smart Defence Helmet) नाम दिया गया है।

पीएम मोदी की तस्वीर देखते ही हेलमेट बोलेगा वंदे मातरम।
इस स्मार्ट हेलमेट (Smart Helmet) की एक और खासियत जानकर तो आप दंग ही रह जाएंगे. यह स्मार्ट हेलमेट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की तस्वीर देखते ही वंदे मातरम भी बोलने लगेगा। यह स्मार्ट हेलमेट बिजली के अलावा सोलर पावर (Solar Power) से भी चलता है।

फायरिंग के लिए हेलमेट में हैं रिमोट ट्रिगर- श्याम चौरसिया।
हेलमेट (Helmet) को बनाने वाले श्याम चौरसिया ने बताया कि उन्हें यह स्मार्ट हेलमेट (Smart Helmet) बनाने में दो महीने लगे। उन्होंने आगे कहा कि कई बार घुसपैठियों देश की सीमा में घुसने की कोशिश करते हैं। घुसपैठियों के बॉर्डर (Border) में घुसते ही यह हेलमेट सैनिकों को अलर्ट (Alert) कर देगा। साथ ही इस स्मार्ट हेलमेट में रिमोट ट्रिगर भी दिया गया है, जिससे जरूरत पड़ने पर फायरिंग की जा सकती है। श्याम चौरसिया ने बताया कि उनका ये स्मार्ट हेलमेट सीमाओं पर तैनात जवानों को दूसरी सीमाओं प्रवेश से पहले ही ऑडियो मैसेज के जरिए अलर्ट कर देगा। जिससे हमारे जवान गलती से दूसरे देश की सीमा में न जा सकें।

श्याम पहले बना चुके हैं स्मार्ट जूते।
बता दें कि इससे पहले श्याम चौरसिया ने स्मार्ट जूते (Smart Shoes) बनाए थे। जिनसे जरूरत पड़ने पर दुश्मनों पर गोलियां चलाई जा सकती हैं। साथ ही जूते में ऐसे सेंसर भी लगाए गए हैं, जिनसे दुश्मनों की आहट पहले ही मिल जाती है।

इंतजार खत्म! अब 100% कैपिसिटी के संग खुलेंगे सिनेमा हॉल।

नई दुनिया: बीते साल कोविड 19 (Covid 19)  महामारी के कारण सिनेमाघरों को बंद कर दिया गया था। जिसके बाद से अब तक सिनेमाघरों में 100 प्रतिशत की क्षमता के साथ दर्शकों को बैठाने की अनुमति नहीं थीं। लेकिन अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 1 फरवरी से सिनेमा हॉल को 100% बैठने की क्षमता से संचालित करने की अनुमति दी है। अपनी नई गाइडलाइन में सरकार ने सिनेमा हॉल को 100% कैपिसिटी के साथ संचालित करने की अनुमति दी थी। अब इस संबंध में सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने सिनेमा हॉल और सिनेमाघरों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी किया हैै।


नई गाइडलाइन में हैं ये बातें।
Zee News इंग्लिश की खबर के अनुसार चूंकि सिनेमाघरों में कोविड 19 (Covid 19) संक्रमण फैलने का खतरा होता है, इसलिए बीमारी को फैलने से रोकने के लिए सिनेमा हॉल ने कुछ अन्य उपाय भी किए हैं। मास्क पहनने और तापमान की जांच के अनिवार्य होने के अलावा, सिनेमाघरों में अलग सीट, कंपित शो टाइमिंग बुकिंग, अनिवार्य सामाजिक गड़बड़ी और डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित किया जाएगा।

1 फरवरी से सिनेमा हॉल में सामान्य दिशानिर्देश दिए गए हैं।
1. सभागार, आम क्षेत्रों और हर समय प्रतीक्षा क्षेत्रों के बाहर कम से कम 6 फीट की दूरी का पालन करना।
2. हर समय अनिवार्य किए जाने वाले फेस कवर / मास्क का उपयोग।
3. प्रवेश और निकास के पॉइंट्स के साथ-साथ परिसर के भीतर सामान्य क्षेत्रों में, हाथ साथ करने की उपलब्धता, अधिमानतः स्पर्श-मुक्त मोड मेंं।
4. कोविड को लेकर शिष्टाचार का सख्ती से पालन किया जाए। इसमें एक रूमाल / फ्लेक्स कोहनी के साथ खांसी / छींकने और उपयोग किए गए मास्क को ठीक से डिस्पोज और फिल्म के दौरान मुंह और नाक को ढंकने का सख्त अभ्यास शामिल है।
5. सभी द्वारा स्वास्थ्य की सेल्फ सेफ्टी करना और किसी भी बीमार व्यक्ति के मिलने पर जल्द से जल्द राज्य और जिला हेल्पलाइन पर रिपोर्ट करना।
6. थूकना सख्त मना हैै।
7. आरोग्य सेतु ऐप की स्थापना और उपयोग सभी को सलाह दी जाएगी।

अक्टूबर 2020 में खुले थे सिनेमाघर।
मार्च 2020 में सिनेमाघरों के बंद होने के बाद से संघर्ष कर रहे थिएटर मालिकों को इस खबर ने खुश कर दिया है। हालांकि अक्टूबर 2020 में, केंद्र ने सिनेमा हॉल को 50% बैठने की क्षमता में संचालित करने की अनुमति दी थी।

जब तक सीखते रहेंगे तब तक सफलता मिलती रहेगी।

एक समय की बात है दो दोस्तों ने गांव से बाहर जाकर व्यापार करने की योजना बनाई। दोस्तों ने तय किया कि दोनों अलग-अलग दिशाओं में जाएंगे तो व्यापार करेंगे। कुछ महीनों के बाद दोनों को वापस अपने गांव लौटेंगे और एक-दूसरे का अनुभव बताएंगे। योजना के अनुसार दोनों दोस्त अलग-अलग दिशाओं में निकल गए। शुरुआती दिनों से ही दोनों दोस्तों का व्यापार अच्छा चलने लगा। एक दोस्त अपनी सफलता की वजह अहंकारी हो गया। उसे लगने लगा कि अब वह जल्दी ही बहुत पैसा कमा लेगा। व्यापार बढ़ रहा था तो वह बेफिक्र हो गया, लापरवाही होने लगी। जब व्यापार में मंदी का दौर आया तो उसे बहुत नुकसान हो गया।

इतना नुकसान हुआ कि उसकी लगभग पूरी पूंजी ही खत्म हो गई। बर्बाद हुए व्यक्ति ने सोचा कि मुझे मेरे मित्र के पास जाना चाहिए, मंदी के दौर में वह क्या कर रहा है, ये जानने के लिए वह अपने दोस्त के पास पहुंच गया। उसने देखा कि मंदी के समय में भी उसका मित्र लाभ कमा रहा है। ये उसे समझ नहीं आया। उसने अपने दोस्त से इसकी वजह पूछी।

लाभ में चल रहे मित्र ने कहा कि मैं लगातार मेहनत कर रहा हूं। मैंने व्यापार में नई-नई चीजें सीखना जारी रखा। सोच-समझकर योजनाएं बना रहा हूं। मैंने इस दौरान छोटी सी लापरवाही नहीं की है। असफलता से सीख लेकर आगे बढ़ता हूं और दोबारा वैसी कोई गलती नहीं करता, जिससे हानि होने की संभावना बनती है। इसी वजह से मंदी के दौर में भी मैं अपना व्यापार अच्छी तरह चला पा रहा हूं।

पहले दोस्त को समझ आ गया कि उसने व्यापार में सीखना बंद कर दिया था। अहंकार की वजह से वह लापरवाह हो गया और गलतियों से सीख नहीं ली। इसी वजह से व्यापार में हानि हो गई। उसने मित्र से प्रेरणा लेकर दोबारा नए सिरे व्यापार शुरू किया और कड़ी मेहनत से उसका व्यापार फिर से चल पड़ा।

जानें कैसे डबल होता है आपका पैसा, कौन सा फार्मूला करता है काम।

Money Making Tips हर कोई धनवान बनना चाहता है। अपने पैसे को डबल करने की चाह किसे नहीं होती है। और बाजार में भी तमाम स्कीम्स हैं जो दावा करती है कि इतने दिनों में आपका पैसा डबल हो जाएगा। आखिर यह सवाल कभी ना कभी तो आता होगा कि आखिरकार पैसा डबल कैसे होता है। ऐसा कौन सा फार्मूला है जिसे अपना कर अपने फाइनेंशियल सपनों को पूरा किया जा सकता है। पैसा डबल करे के पीछे काम करता है चक्रवृद्धि ब्याज (Compound Interest)। अगर आप इस चक्रवृद्धि ब्याज के फार्मूले को समझ लेते हैं तो आप भी अपने पैसे को दोगुना कर सकते हैं।


कितने साल में दोगुना होता है पैसा (Double your investment)
वैसे तो बैंकों की ब्याज दर बहुत कम है, फिर भी अगर समझदारी से काम लिया जाए तो बैंक की स्पीड से पहले आप अपना पैसा दोगुना कर सकते हैं। आपको लगातार बचत करते रहना है. आपका पैसा 7 साल में दोगुना हो जाएगा और आपके निवेश को बढ़ाने के काम करेगा चक्रवृद्धि ब्याज। चक्रवृद्धि का फायदा लॉन्ग टर्म (Long term) निवेश में देखने को मिलता है।

कैसे काम करता है चक्रवृद्धि (How compound interest works)
मान लीजिए आप 1000 रुपये कहीं जमा करते हैं और उस पर सालाना 10 प्रतिशत का ब्याज मिलता है। एक साल बाद आपके पास 1100 रुपये होंगे। अगले वर्ष चक्रवृद्धि के कारण आपको 1100 रुपये पर 10 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा और आपके पैसे बढ़कर 1210 रुपये हो जाएंगे। फिर अगले वर्ष 1210 रुपए पर 10 प्रतिशत ब्याज प्राप्त होगा और यह सिलसिला साल दर साल चलता रहेगा। समय के साथ आपका पैसा आपको बढ़ता दिखाई देगा।

कब होगा आपका पैसा दोगुना (double money)
आपकी बचत के पैसे दोगुने कब होंगे इसकी गणना का एक आम नियम काफी प्रचलित है और ये है रूल 72। फाइनेंस के क्षेत्र में इसका खूब इस्तेमाल होता है। रूल 72 के जरिए आप यह जान सकते हैं कि आपके निवेश के पैसे कितने समय में दोगुने हो जाएंगे। आइए इसका फॉर्मूला जानते हैं।
उदाहरण से समझें
अगर आप 1000 रुपए का निवेश करते हैं जिस पर सालाना 10 प्रतिशत का चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है तो रूल 72 के अनुसार इस निवेश को दोगुना होने में 72/10=7.2 साल लगेंगे। अगर आप इससे बड़ी राशि का निवेश करते हैं तो वह राशि 7 साल बाद बढ़कर 2 गुनी हो जाएगी।

जल्द करें निवेश की शुरूआत (investment plans)
बड़ी बचत के लिए हमें जल्दी शुरुआत करनी होगी। अगर आप 25 साल की उम्र से 5,000 रुपये का निवेश शुरू करते हैं। और इस पर सालाना 10 प्रतिशत का रिटर्न मिलता है तो 60 साल की उम्र में आपके पास एक करोड़ रुपए से अधिक का फंड होगा।

एसआईपी के जरिए करें निवेश (systematic investment plan)
म्यूचुअल फंड में लंबी अवधि के निवेश पर 10 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न मिल जाता है। इसलिए समझदारी इसी में है कि हर महीने एक तय अमाउंट की एसआईपी शुरू कर लें। एसआईपी भले ही कम पैसे ही हो, लेकिन आने वाले समय में यह आपके लिए एक अच्छी रकम इकट्ठा कर देगी।

Saturday, January 30, 2021

सर्दियों की सुबह करें इन चीजों का सेवन, पूरी सर्दी रहेंगे स्वस्थ्य।

सर्दियों के मौसम में हमेशा खाने - पीने का माहौल बना होता है। लेकिन इसी सीजन बीमारियां भी शरीर पर हावी होती हैं, क्योंकि हमसब हैल्दी फूड के साथ- साथ तली भुनी चीजों का भी सेवन कर लेते हैं। जिस कारण कई परेशानियां शुरू हो जाती है। इसलिए अगर सुबह-सुबह खाली पेट कुछ चीजों का सेवन करें तो हम पूरी सर्दी स्वस्थ्य रहेंगे।

गुनगुना पानी और शहद:- ठंड के मौसम में अपने दिन की शुरुआत गुनगुने पानी और शहद से करें। शहद मिनरल्स, विटामिन, फ्लेवोनोइड्स और एंजाइम से भरपूर होता है। ये चीजें आंत को साफ रखती हैं। गुनगुने पानी में शहद मिलाकर पीने से सारे विषाक्त पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाते हैं। इसके अलावा ये वजन घटाने में भी बहुत कारगर माना जाता है।

भीगे हुए बादाम:- बादाम में मैंगनीज, विटामिन E, प्रोटीन, फाइबर, ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड पाया जाता है। बादाम को हमेशा रात में भिगोकर सुबह खाना चाहिए। बादाम के छिलके में टैनिन होता है जो शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण को रोकता है। बादाम भिगोने के बाद इनके छिलके आसानी से निकल जाते हैं. बादाम पोषण देने के साथ ही शरीर को गर्म भी रखता है।

मेवा:- नाश्ता करने से पहले एक मुट्ठी मेवा (Dried fruit) खाने से पेट सही रहता है। ये न केवल पाचन में सुधार करता है बल्कि पेट के पीएच स्तर को सामान्य करने में भी मदद करता है। आप अपनी डेली डाइट में किशमिश, बादाम और पिस्ता शामिल करें। ध्यान रखें कि इन्हें अधिक मात्रा में ना खाएं वरना बॉडी पर रैशेज हो सकते हैं।

पपीता:- आंत को स्वस्थ रखने के साथ ही पपीता पेट की कई दिक्कतों को दूर करता है। खाली पेट खाने के लिए पपीता को सुपरफूड माना जाता है। पपीता हर मौसम में और हर जगह पाया जाता है। इसे आप आसानी से अपने ब्रेकफास्ट में खा सकते हैं। ये कोलेस्ट्रॉल कम करता है, दिल की बीमारियों को दूर करता है और वजन भी घटाता है।

भीगे हुए अखरोट:- बादाम की तरह अखरोट भी भिगोकर खाना ज्यादा फायदेमंद होता है। अपने दिन की शुरूआत रात में भीगे अखरोट खाकर करेंं। सूखे की बजाय भीगे हुए अखरोट में पोषक तत्व ज्यादा होता हैै। 2-5 अखरोट रात में भिगोएं और सुबह उठकर खाली पेट इसे खाएं।

ICC ने जारी किया अपना Test Rankings. Virat Kohli चौथे नंबर पर बरकरार, Rishabh Pant की रैंकिग में कोई सुधार नहीं।

नई दुनिया: आईसीसी (ICC) ने अपनी रैंकिंग जारी कर दी है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक विराट कोहली (Virat Kohli) टेस्ट क्रिकेट में चौथे नंबर पर हैं। वहीं चेतेश्वर पुजारा को एक स्थान का फायदा मिला है और वो छठे नंबर पर पहुंच गए हैं। कोहली (862 प्वॉइंट) और पुजारा (760 प्वॉइंट) के अलावा टेस्ट उप कप्तान अजिंक्य रहाणे भी 8 वें नंबर के साथ टॉप 10 में जगह बनाने वाले भारतीय बल्लेबाजों में शामिल है।

टीम इंडिया के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) और स्टार ओपनर रोहित शर्मा (Rohit Sharma) क्रमश: 13 वें और 18 वें स्थान पर बरकरार हैं। न्यूजीलैंड के बल्लेबाज केन विलियमसन (919 प्वॉइंट) बल्लेबाजी रैंकिंग में टॉप पर कायम हैं जबकि उनके बाद स्टीव स्मिथ (891 प्वॉइंट) और मार्नस लाबुशेन (878 प्वॉइंट) की ऑस्ट्रेलिया की जोड़ी का नंबर आता है।

इंग्लैंड के कप्तान जो रूट (Joe Root) 823 अंक के साथ 5 वें स्थान पर बरकरार हैं। गेंदबाजों की बात करें तो सीनियर स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (760 प्वॉइंट) और स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (757 प्वॉइंट) क्रमश: 8 वें और 9 वें स्थान पर बरकरार हैं। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस 908 प्वॉइंट के साथ टॉप पर कायम हैं।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड (839 प्वॉइंट) और न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज नील वेगनर (835 प्वॉइंट) क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। रविंद्र जडेजा (419 प्वॉइंट) और आर अश्विन (281 प्वॉइंट) ऑलराउंडर्स की लिस्ट में क्रमश: तीसरे और छठे स्थान पर बरकरार हैं। इंग्लैंड के बेन स्टोक्स (427 अंक) आलराउंडर्स की लिस्ट में टॉप पर हैं।

उस मंदिर का नाम क्या है जो दिन में लगातार दो बार गायब हो जाता है। IAS Interview Questions.

नई दुनिया: सिविल सेवा में चयनित होने से पहले आईएएस इंटरव्यू ( IAS Interview ) पास करना जरूरी होता हैै। इसके सवाल हमेशा चर्चा में रहते हैंं। यूपीएससी (UPSC) प्री और मेन्स का पहाड़ पार करके इंटरव्यू की दहलीज तक पहुंचे अभ्यर्थियों से कुछ भी पूछा जा सकता है। इसे पास करने में अच्छे-अच्छों का हाल भी बेहाल हो जाता है। इसलिए भारतीय प्रशासनिक सेवा के इंटरव्यू की तैयारी भी काफी अच्छी तरह से करनी चाहिए।


IQ लेवल की गहन पड़ताल
सिविल सेवा के साक्षात्कार में पास होने का कोई शॉर्टकट नहीं हैं। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) इंटरव्यू की तैयारी भी काफी अच्छे तरीके से करनी चाहिए। UPSC की शुरूआती परीक्षा के बाद कैंडिडेट्स मेन्स की तैयारी में जुटते हैं। जिसमें कामयाबी के बाद ही इंटरव्यू का मौका मिलता है।

जानिए ट्रिकी सवालों के जवाब 
सिविल सर्विस एग्जाम (Civil Services Exam 2020) पर्सनैलिटी टेस्ट (Personality Test) में प्रतिभागी के सामान्य ज्ञान के अलावा दिमागी जांच ज्यादा की जाती है। ऐसे में सिविल की तैयारी करने वाले छात्रों को समझना चाहिए कि आखिर कैसे मामूली से दिखने वाले सवाल का जवाब इतना आसान नहीं होता। इसलिए हम आज कुछ ट्रिकी सवाल और उनके जवाब बता रहे हैं।

सवाल 1: वह क्या है जो आग में नही जलता और पानी में नहीं डूबता ?
जवाब:    बर्फ.
सवाल 2: कौन सा जानवर है जो एक बार सोने के बाद दोबारा नही जागता?
जवाब:    चींटी एक ऐसी जीव है जो एक बार सो जाए तो जगती ही नहींं।
सवाल 3:  उस जानवर का नाम बताइए जो 30 फीट तक छलांग मार सकता है?
जवाब:      कंगारू।
सवाल 4: टेलीफोन के डायलिंग पैड के सभी अंकों का गुणा करने पर क्या अंक प्राप्त होगा ?
जवाब:     शून्य।
सवाल 5: औरत का ऐसा कौन सा रूप है जिसे सभी देखते है लेकिन उसका पति कभी नहीं देख सकता ?
जवाब:      विधवा का रूप।
सवाल 6:   मान लीजिए z के आठ लड़के है और उनकी एक-एक बहन हैं, तो z के कुल कितने बच्चे हैं ?
जवाब:     Z के कुल 9 बच्‍चे हैं।
सवाल 7: उस मंदिर का नाम क्या है जो दिन में लागातार दो बार गायब हो जाता हैं ?
जवाब:    श्री स्तंभेश्वर महादेव मंदिर।
सवाल 8: अगर 1 रू.में 40 चिड़िया, 3 रू. का कबूतर, 5 रू. का 1 मुर्गा तो बताइए 100 रू. में 100 पक्षी कैसे आएंगे? समझाइए।
जवाब:     2 रु. में 80 चिड़िया, 3 रु. में 1 कबूतर और 95 रु. में 19 मुर्गे खरीदकर 2+3+95= 100 में सौ पक्षी आ जाएंगे.
सवाल 9: क्या सीलिंग फैन को 5 नंबर के बजाय 1 नंबर पर चलाया जाए तो बिजली का बिल कम आएगा? 
जवाब:    अगर पंखे का रेगुलेटर पुराना है तो 1 नंबर पर चलाने पर भी बिल पांच नंबर के बराबर ही आएगा। आप 1 पर चलाये या 5 पर बिजली खर्च में ज्यादा फर्क नहीं होने वाला हैै। पुराने रेगुलेटर एक तरह से प्रतिरोध ही है।
सवाल 10: कौन सा डर इंसान को सुंदर बना जाता हैं ?
जवाब:      पाउडर।

इन बातों पर भी विशेष ध्यान दें
जब भी आप इंटरव्यू देने जाएं तो बॉडी लैंग्वेज को सहज रखें। आई कॉन्टैक्ट ठीक से होना चाहिए। आपके कपड़े ऐसे हों जिससे अधिकारी जैसा लुक आए। इंटरव्यू रूम में दाखिल होने के बाद सभी मेंबर्स को अच्छे से ग्रीट करें। अपने आत्म विश्वास को कभी कम न होने दें। अगर आप इन बातों पर भी ध्यान देंगे तो आपके सेलेक्शन के चांस बढ़ जाएंगे।

सरस्वती पूजा की शुभ मुहूर्त, एवम् पूजा विधि।

पौराणिक महत्व हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल की पंचमी तिथि के दिन बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस साल यह त्योहार 16 फरवरी के दिन पड़ रहा है। इस दिन से ऋतुराज बसंत की शुरुआत हो जाती है। बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस ज्ञान की देवी मां सरस्वती का प्राकट्य हुआ था। बसंत पंचमी का पौराणिक महत्व ऐसी मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन, देवी सती और भगवान कामदेव की षोडशोपचार पूजा करने से हर व्यक्ति को शुभ समाचार एवं फल की प्राप्ति होती है। इसलिए बसंत पंचमी के दिन, षोडशोपचार पूजा करना विशेष रूप से वैवाहिक जीवन के लिए सुखदायक माना गया है।

शुभ मुहूर्त बसंत पंचमी:- तिथि प्रारंभ - 16 फरवरी को सुबह 03 बजकर 36 मिनट से बसंत पंचमी तिथि समाप्त - 17 फरवरी को सुबह 5 बजकर 46 मिनट तक है।


पूजा विधि- सरस्वती पूजा के दिन सुबह उठकर शरीर पर उबटन लगाकर स्नान करें और पीले वस्त्र पहनें। अग्र भाग में गणेश जी और पीछे वसंत स्थापित करें। नए धान्य से जौ, गेहूं आदि की बाली की पुंज को भरे कलश में डंठल सहित रखकर अबीर और पीले फूलों से वसंत बनाएं। तांबे के पात्र से दूर्वा से घर या मंदिर में चारों तरफ जल छिड़कें और मंत्र पढ़ेंंंं। 

प्रकर्तत्याः वसंतोज्ज्वलभूषणा नृत्यमाना शुभा देवी समस्ताभरणैर्युता, वीणा वादनशीला च यदकर्पूरचार्चिता। प्रणे देवीसरस्वती वाजोभिर्वजिनीवती श्रीनामणित्रयवतु। 
पूर्वा या उत्तर की ओर मुंह किए बैठकर मां को पीले पुष्पों की माला पहनाकर पूजन करें। गणेश, सूर्य, विष्णु, रति-कामदेव, शिव और सरस्वती की पूजा का विधान भी है। बसंत पंचमी पर सरस्वती पूजा का महत्वहिंदू परंपरा के अनुसार माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को, बसंत पंचमी पर्व मनाया जाता हैै। पौराणिक कथाओं के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन ब्रह्मा जी ने मां सरस्वती का सृजन किया था।

इसलिए यही वजह है कि इस दिन सभी सनातन अनुयायी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मां सरस्वती की पूजा करने से, शुभ फल तो मिलते ही हैं, साथ ही उस व्यक्ति को मां सरस्वती की असीम कृपा भी प्राप्त होती है। बसंत पंचमी को लेकर एक और भी पौराणिक महत्व सुनने को मिलता है जिसके अनुसार इस दिन यदि कोई भी व्यक्ति सच्चे दिल से धन और वैभव की देवी मां लक्ष्मी और भगवान श्री विष्णु की पूजा करता है तो, उसे हर प्रकार की आर्थिक तंगी से निजात मिल जाता है। हालांकि देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की ये पूजा भी मुख्य रूप से, पंचोपचार एवं षोडशोपचार विधि से ही होनी अनिवार्य होती है।

Friday, January 29, 2021

सर्दियों में जरूर खाएं छुहारे, होंगे बहुत फायदे।

सर्दियों में शरीर में गर्मी बने रहे इसके लिए हम सभी बहुत सी चीजे खाते हैं। उसमें से एक ड्राईफ्रूट्स हैं। लेकिन ड्राईफ्रूट्स में अगर आप सिर्फ छुहारा का ही सेवन करते हैं तो आप ठंड और ठंड में होने वाली बीमारियों से बच सकते हैं. छुहारा खजूर का सूखा रूप है। पौष्टिकता से भरपूर छुहारा गर्म तासीर का होता है इसलिए इसका उपयोगिता सर्दियों में ज्यादा होता है। छुहारे में काफी मात्रा में कैलिशियम, फाइबर, जिंक, मैग्नीशियम और आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा इसमें इसमें विटामिन A, C, E, K, B2, B6, नियासिन और थियामिन सहित कई विटामिन पाये जाते हैं। इसको दूध के साथ लेने से इसकी गुणवक्त्ता और बढ़ जाती है। 

1-छुहारा महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद हैं। सर्दी के दिनों में कई महिलाओं को मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं, इसके लिए छुहारे फायदेमंद है। छुहारे खाने से मासिक धर्म खुलकर आता है और कमर दर्द में भी लाभ होता है।

2-आज कल बालों की समस्या बहुत बढ़ गई है। अगर आप इसे रोकना चाहिते हैं तो छुहारे का सेवन शुरू कर दें। इसमें मौजूद पैंटोफेनीक एसिड बालों को स्वस्थ बनाए रखने में काफी मददगार साबित होता है। यह बालों के लिए एक सुपर फूड का काम करता है।

3-बहुत से लोग बड़ी उम्र तक बिस्तर पर पेशाब करते हैं। या फिर बुढ़ापे जिन्हें पेशाब बार-बार आता हो, तो उन्हें दिन में दो छुहारे खाने से लाभ होगा। छुहारे वाला दूध भी लाभकारी है। यदि बच्चा बिस्तर पर पेशाब करता हो तो उसे भी रात को छुहारे वाला दूध पिलाएं। यह शक्ति पहुंचाते हैं।

4-सुबह-शाम तीन छुहारे खाकर बाद में गर्म पानी पीने से कब्ज दूर होती है। खजूर का अचार भोजन के साथ खाया जाए तो अजीर्ण रोग नहीं होता तथा मुंह का स्वाद भी ठीक रहता है। खजूर का अचार बनाने की विधि थोड़ी कठिन है, इसलिए बना-बनाया अचार ही ले लेना चाहिए।

5-छुहारे का सेवन करने से मांसपेशियों की ताकत बढ़ जाती है। छुहारा दिल को भी मज़बूत करने में काफी अच्छा माना जाता है।

6-छुआरे के गुदे को दूध के साथ उबाल लें, ठंडा होने पर इसे मिक्सर में डालकर पीसें तो आपको भूख ना लगने की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।

कैसे हुआ राजा सुरथ एवं समाधि वैश्य को देवी-दर्शन।

प्राचीन समय की बात हैं। स्वारोचिष मन्वन्तर में सुरथ नामके एक परम धार्मिक राजा थे।वे परम उदार थे तथा प्रजा का पुत्रवत पालन करते थे। दुर्योगवश उनके मंत्री शत्रुओं से मिल गये और शत्रुओं ने उन्हें पराजित करके उनका राज्य छीन लिया। निराश होकर राजा सुरथ वन में चले गये। एक दिन भूख-प्यास से व्याकुल अवस्था में परम तपस्वी सुमेधा मुनि के आश्रम में पहुँचे। मुनि के पूछने पर उन्होंने अपनी सम्पूर्ण कथा बतायी। दयालु मुनि ने उनका यथोचित सत्कार किया और उन्हें आश्रम में आश्रय प्रदान किया।

एक दिन महाराज सुरथ एक वृक्ष के नीचे बैठकर अपने खोये हुए राज्य एवं परिवार के विषय में चिन्तन कर रहे थे। इतने में वहां एक वैश्य पहुंचा। उसका नाम समाधि था। उसके पुत्रो ने उसकी सम्पत्ति छीन ली थी और उसे घर से निकाल दिया था। परस्पर समान दुःख से दुःखी होने के कारण थोड़ी ही देर में राजा और वैश्य में प्रगाढ़ मैत्री हो गयी। फिर दोनों अपने शोक- निवारण का उपाय पूछने के लिये सुमेधा मुनि के पास गये और अपने कल्याण का उपाय पूछा।

सुमेधा मुनि ने कहा- वत्स! कल्याण चाहने वाले पुरुषों को चाहिये कि मन, वचन और कर्म से भगवती महामाया की आराधना करें। भगवती की कृपा से सुख, ज्ञान और मोक्ष सब कुछ सहज ही सुलभ हो जाता है। भगवती की प्रसन्नता के लिये व्रत, भगवती का पूजन, निवारण - मंत्र का जप तथा हवन करना चाहिये। नवरात्र-व्रत सम्पूर्ण व्रतों में श्रेष्ठ हैं। भगवती की कृपा से तुम्हारी विघ्न-बाधाएँ दूर हो जायेगी।

इस प्रकार सुमेधा मुनि से उपदेश प्राप्त करके राजा सुरथ और वैश्य एक श्रेष्ठ नदी के तट पर गये, वहां उन्होंने एक निर्जन स्थान पर बैठकर भगवती के मंत्र का जप और ध्यान करना प्रारम्भ कर दिया। तपस्या करते हुए एक वर्ष का समय पूरा हो गया। दूसरे वर्ष उन लोगों ने सूखे पत्ते खाकर तपस्या की। तीसरे वर्ष की तपस्या में उन्होने सूखे पत्तों का भी त्याग कर दिया। कठिन तप से प्रसन्न होकर महामाया भगवती ने उन्हें साक्षात दर्शन दिया और कहा- तुम दोनों की तपस्या से मैं संतुष्ट हो गयी हूँ हे भक्तो! वर माँगो।

देवी की बात सुनकर उन्होंने भगवती से अपने शत्रुओं के विनाश के साथ निष्कंलक राज्य की याचना की। भगवती ने कहा-राजन! अब तुम घर लौट जाओ। तुम्हारे शत्रु तुम्हारा राज्य छोड़कर लौट जायेगे। दस हजार वर्षो तक अखिल भूमण्डल का राज्य करने के बाद अगले जन्म में तुम सूर्य के यहाँ जन्म लेकर मनु के पद को प्राप्त करोगे।

भगवती ने तथास्तु कहकर वैश्य को भी तृप्त कर दिया। इस प्रकार सुरथ भगवती के कृपा प्रसाद से समुद्रपर्यन्त समस्त पृथ्वी का राज्य भोगने लगे और समाधि वैश्य ज्ञान प्राप्त करके मुक्ति पथ के पथिक बने। भगवती के पावन कृपा के इस प्रसंग को पढ़ने और मनन करने से ज्ञान, मोक्ष, यक्ष, सुख- सभी उपलब्ध हो जाते हैं इसमें कुछ भी संशय नही है।

Team India के अहम सदस्य Shardul Thakur: कभी Mumbai Local ट्रेन में करते थे सफर।

नई दुनिया : शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) अब भारतीय क्रिकेट टीम का जाना पहचाना चेहरा बन चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने जो ऑलराउंड प्रदर्शन किया है वो सदियों तक क्रिकेट फैंस के जेहन में ताजा रहेगा, लेकिन ये कामयाबी इतनी आसानी से नहीं मिली है। शार्दुल को इसके लिए काफी संघर्ष करना पड़ा है।

टी-20 इंटरनेशल डेब्यू।
शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने अपने टी-20 इंटरनेशनल करियर की शुरुआत 21 फरवरी 2018 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ की थी। सेंचुरियन (Centurion) के सुपरस्पोर्ट पार्क में खेले गए इस मैच में शार्दुल ने 4 ओवर में 31 रन देकर 1 विकेट लिए थे।भारत को इस मैच 6 विकेट से हार मिली थी।

भारत लौटने पर मुंबई लोकल का सफर।
दक्षिण अफ्रीका (South Africa) से भारत लौटने के बाद शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने अंधेरी स्टेशन से मुंबई लोकल (Mumbai Local) ट्रेन पकड़ी, क्योंकि वो अपने घर जल्दी पहुंचना चाहते थे। जो मुसाफिर उन्हें ट्रेन में देख रहे थे, वो पहचानने की कोशिश कर रहे थे कि ये शार्दुल हैं या नहीं।

युवाओं ने शार्दुल को पहचान लिया था।
लोकल ट्रेन में मौजूद कुछ कॉलेज स्टूडेंट्स ने शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) की फोटो गूगल पर सर्च की और कंफर्म करने के बाद उन्होंने सेल्फी की गुजारिश की। शार्दुल ने कहा कि पालघर (Palghar) स्टेशन पर पहुंचने के बाद वो सेल्फी खिंचाएंगे। हर कोई इस बात से हैरान था कि टीम इंडिया का क्रिकेटर लोकल ट्रेन में सफर कर रहा है।

किसानों के माशिहा Rakesh Tikait इतने करोड़ के हैं मालिक।

नई दुनिया: दिल्ली में किसानों का आंदोलन अब नाजुक मोड़ पर पहुंच गया है। कुछ किसान संगठनों ने अपने आपको इस आंदोलन से अलग भी कर लिया है। 26 जनवरी 2021 को दिल्ली में हुई हिंसा के बाद किसान नेताओं के सुर भी बदले गए हैं। लेकिन किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) आंदोलन खत्म करने के लिए तैयार नहीं हैंं। उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर आंदोलन खत्म हुआ तो मैं आत्महत्या कर लूंगा। लेकिन क्या आप किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के बारे में जानते हैै। वो कभी दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर थे और आज करोड़ों रुपये की संपत्ति के मालिक हैंं। राकेश टिकैत दो बार चुनाव भी लड़ चुके हैं। हालांकि उन्हें दोनों बार जीत नहीं मिली। किसानों की राजनीति तो राकेश टिकैत को विरासत में मिली है। उनके दिवंगत पिता महेंद्र सिंह टिकैत (Mahendra Singh Tikait) भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष थे।


राकेश टिकैत कौन हैं?
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) का जन्म 4 जून 1969 को उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर जिले के सिसौली गांव में हुआ था। राकेश टिकैत ने मेरठ यूनिवर्सिटी से एम. ए. की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने एलएलबी की और वकील बन गए। राकेश टिकैत 1992 में दिल्ली में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे, उस दौरान 1993-1994 में दिल्ली में महेंद्र सिंह टिकैत के नेतृत्व में किसान आंदोलन चल रहा था।

इस कारण से छोड़ी पुलिस की नौकरी।
चूंकि महेंद्र सिंह टिकैत राकेश टिकैत के पिता थे, इसलिए सरकार ने किसान आंदोलन (Farmers Protest) खत्म करवाने के लिए उन पर दबाव डाला कि वो अपने पिता को मनाएं। फिर राकेश टिकैत ने अपना पद छोड़ दिया और किसानों के साथ खड़े हो गए।

राकेश टिकैत की संपत्ति।
साल 2014 के लोक सभा चुनाव में राकेश टिकैत द्वारा दिए गए शपथपत्र के अनुसार, उनकी संपत्ति की कीमत 4,25,18,038 रुपये थी। इसके अलावा राकेश टिकैत के शपथपत्र के मुताबिक, उस समय उनके पास 10 लाख रुपये कैश था।

दो बार चुनाव लड़ चुके हैं राकेश टिकैत।
राकेश टिकैत ने पहली बार साल 2007 में मुजफ्फरनगर की खतौली विधान सभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था, जिसमें उनकी हार हो गई थी। इसके बाद राकेश टिकैत ने साल 2014 में अमरोहा जिले से राष्ट्रीय लोक दल के टिकट पर लोक सभा चुनाव लड़ा था। लेकिन वो चुनाव नहीं जीत पाए।

राकेश टिकैत का परिवार।
राकेश टिकैत के बड़े भाई नरेश टिकैत भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। राकेश टिकैत खुद भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता हैं। राकेश टिकैत के छोटे भाई सुरेंद्र टिकैत मेरठ की एक शुगर मिल में मैनेजर हैं। वहीं सबसे छोटे भाई नरेंद्र टिकैत खेती करते हैं।

Thursday, January 28, 2021

Katrina Kaif ने पोस्ट की Vicky Kaushal के साथ प्यार भरी Photo, फैन्स बोले कुछ तो बात है।

नई दुनिया: कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) और विक्की कौशल (Vicky Kaushal) के बीच कुछ तो हो रहा हैै। कैटरीना कैफ और विक्की कौशल बेहद करीब आ गए हैंं। कई बार दोनों को साथ में घूमते हुए स्पॉट भी किया जाता हैै। अब कटरीना की फोटो भी कुछ ऐसा ही कह रही है, लेकिन कैटरीना कैफ और विक्की कौशल ने अभी तक इस बाद को कबूल नहीं किया है।


कटरीना ने पोस्ट की फोटो।
सामने आई कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) और विक्की कौशल (Vicky Kaushal) की फोटो भी कुछ इशारे कर रही है। इस फोटो को देखकर यही लग रहा है कि दोनों काफी करीब आ गए हैं। सोशल मीडिया पर फैन्स अब इन दोनों की ही बातें कर रहे हैं। दरअसल, कटरीना कैफ ने एक इंस्टाग्राम स्टोरी डाली। उन्होंने अपनी फोटो पोस्ट की थी। वे किसी के गले लगी नजर आ रही हैं। फोटो में उनका चेहरा थोड़ा छुपा हुआ है। इस फोटो में उन्होंने बटरफ्लाई फिल्टर भी लगाया है।

एक जैसी टी-शर्ट!
अब कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) और विक्की कौशल (Vicky Kaushal) के फैन्स का कहना है कि उस फोटो में कोई और नहीं बल्कि विक्की कौशल हैं। लोगों का कहना है कि कैटरीना कैफ उन्हें हग कर रही हैं। इसके साथ ही लोगों ने विक्की कौशल की एक और फोटो खोज निकाली है, जिसमें वही टी-शर्ट पहने नजर आ रहे हैं, जो कटरीना की फोटो में नजर आ रहे शख्स ने पहनी है। विक्की कौशल (Vicky Kaushal) और कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) की फोटो वाले शख्स की टी-शर्ट का रंग मसटर्ड येलो है। साथ ही दोनों में एक और चीज कॉमन है। चेस्ट पर दोनों ही टी-शर्ट में पॉकेट है। अब फैन्स दोनों फोटो को साथ में पोस्ट कर रहे हैं और यही अंदाजा लगा रहे हैं कि कटरीना की फोटो में विक्की कौशल ही हैं।

इससे पहले भी एक फोटो हुए थी वायरल।
इससे पहले भी एक बार कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) की इंस्टा स्टोरी में लोगों ने विक्की कौशल (Vicky Kaushal) को देखा था। विक्की कौशल (Vicky Kaushal) और कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) दोनों ही अलीबाग में नया साल मनाने गए थे। दोनों एक ही जगह रुके थे। इसलिए तब भी फैन्स ने यही अंदाजा लगाया था कि कटरीना और विक्की साथ-साथ हैं। इस मामले पर न कटरीना और न ही विक्की ने अब तक कोई सफाई दी है। ये तो ये दोनों ही जानते होंगे कि आखिर ये एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं या नहीं।

Chinese Apps पर परमानेंट बैन से बौखलाया ड्रैगन, अपनी कंपनियों से कहा, ‘भारत सरकार से मुआवजे की मांग करें’।

बीजिंग: सीमा विवाद (Border Dispute) के बाद भारत (India) द्वारा चीनी कंपनियों के खिलाफ की गई कार्रवाई से ड्रैगन की आर्थिक कमर टूट गई है। सरकार ने शुरुआत में TikTok सहित 59 चीनी ऐप (Chinese Apps) को बैन किया था। चीन को उम्मीद थी कि कुछ समय बाद मोदी सरकार बैन हटा लेगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. अब सरकार ने इन सभी ऐप्स पर स्थायी प्रतिबंध लगा दिया है। यानी इन ऐप्स की अब भारत में वापसी नहीं होगी, जाहिर है यह चीन की कम्युनिस्ट सरकार के लिए बहुत बड़ा झटका है।


इसलिए लगाया Permanent Ban
भारत से मिले इस ‘झटके’ से चीन (China) बुरी तरह बौखला गया है और उसकी यह बौखलाहट ग्लोबल टाइम्स (Global Times) के संपादकीय में साफ तौर पर नजर आती है। अखबार ने चीनी कंपनियों को भड़काने की कोशिश करते हुए कहा है कि उन्हें भारत सरकार से मुआवजे की मांग करनी चाहिए। बता दें कि भारत ने चीनी कंपनियों से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के बाद उन पर परमानेंट बैन लगाया है। सरकार के इस कदम से बीजिंग को लाखों-करोड़ों रुपये के नुकसान हुआ है।
Border Tension का गुस्सा।
चीनी कंपनियों से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने को ग्लोबल टाइम्स ने भारत का बहाना बताया है। अखबार ने लिखा है कि भारत सरकार ने सीमा विवाद पर अपना गुस्सा उतारने और घरेलू कंपनियों एवं भारतीय उत्पादों को बाजार प्रदान करने के लिए यह कदम उठाया है। ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में यह आरोप भी लगाया है कि विदेशी कंपनियों के उत्पादों पर बैन लगाने की भारत की पुरानी आदत है। अमेरिकी, जापानी और साउथ कोरियन कंपनियां पूर्व में भारत की इस चाल का अनुभव कर चुकी हैं।
Indian कंपनियों को सच पता है।
अपने संपादकीय में ग्लोबल टाइम्स ने आगे कहा है, ‘जो भारतीय कंपनियां इस 'डकैती' से लाभान्वित हुई हैं, वह जानती हैं कि वे एक ऐसे कारोबारी माहौल में हैं, जहां किसी भी समय राजनीतिक लाभ के लिए इंट्रेस्ट बैलेंस को पलटा जा सकता है। भारत अभी भी बर्बर युग में है, वह पिछड़ा देश है’। अखबार ने कहा कि संरक्षणवाद एक दोधारी तलवार है, जिससे अन्य देशों की कंपनियों के साथ-साथ भारतीय कंपनियों के भी चोटिल होने की अधिक संभावना है। भारत चीन पर प्रतिबंध लगाना चाहता है। यह प्रतिबंधों के बारे में उसकी निरक्षरता को दर्शाता है।
ग्लोबल टाइम्स के अनुसार Chinese कंपनियों को लड़ना चाहिए।
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि हम चाहते हैं कि चीनी कंपनियों को कानून का सहारा लेकर अपने अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए और भारत सरकार से नुकसान की भरपाई की मांग करनी चाहिए। चीनी कंपनियों ने भारतीय समाज में अपना योगदान दिया है, लेकिन अब राजनीतिक कारणों से उन्हें देश से बाहर निकाल दिया गया है। यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार गतिविधियों में विशिष्ट समूहों के खिलाफ अभूतपूर्व कार्रवाई है। चीनी कंपनियों को इसे स्वीकार नहीं करना चाहिए, उन्हें वापस लड़ने की जरूरत है।

बुद्धि और प्रथम पूज्य देवता गणेशभगवान को सभी देवताओं में सर्वप्रथम पूजा किया जाता है।

बुद्धि के देवता गणेशभगवान गणेश को प्रथम पूज्य और बुद्धि का देवता माना जाता है और बुधवार को उनकी आराधना विशेष लाभकारी मानी जाती है। श्रीगणेश की पूजा सभी देवताओं से पहले होने के पीछे भी एक मान्यता यह है कि जब एक परेशानी को लेकर सभी देवता भगवान शिव के पास पहुंचे तो वहां उनके दोनों पुत्र गणेश और कार्तिकेय भी मौजूद थे। भगवान शिव ने उनसे पूछा कि इनकी समस्या का हल कौन करेगा? इस सवाल पर दोनों भाई तैयार हो गए। समस्या के समाधान के लिए भोलेनाथ ने गणेश और कार्तिकेय के सामने एक प्रतियोगिता रखी और कहा कि जो भी पृथ्वी की परिक्रमा कर पहले लौटेगा वही देवताओं की मदद करेगा और उसकी पूजा ही सबसे पहले होगी।

भोलेनाथ की आज्ञा मिलते ही कार्तिकेय अपनी सवारी मोर पर बैठकर धरती की परिक्रमा करने चले गए लेकिन गणेश वहीं खड़े सोच में डुब गए। अचानक ही उन्हें एक उपाय सूझा और उन्होंने अपने माता-पिता के सात चक्कर लगाकर अपनी जगह पर खड़े हो गए। पृथ्वी का चक्कर लगाने के बाद कार्तिकेय ने वापस आने के बाद देवताओं की मदद की बात कही। भोलेनाथ ने गणेश से पूछा कि तुम पृथ्वी का परिक्रमा करने क्यों नहीं गए? गणेशजी ने फौरन जवाब देते हुए कहा कि माता-पिता के चरणों में ही सारा संसार है इस वजह से मैंने उन्हीं की परिक्रमा कर ली। गणेश के इस जवाब से भगवान शिव काफी प्रसन्न हुए और उन्हें देवताओं में प्रथम पूज्य होने का आशीर्वाद दिया।

भगवान गणेश को बुद्धि का कारक भी माना जाता है और बुध को इसका स्वामी माना जाता है। इस वजह से बुधवार को गणेशजी की पूजा की परंपरा शुरू हुई है। भगवान गणेश को हाथी के सिर की वजह से गजानन भी कहा जाता है। दरअसल इसके पीछे ऐसी मान्यता है कि एक बार माता पार्वती स्नान करने गईं तो उन्होंने घर के दरवाजे पर गणेश को खड़ा कर दिया और कहा कि उनके नहाने तक किसी को अंदर न आने दें। भगवान शिव के वहां पहुंचने पर गणेश ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया।

इसपर क्रोधित होकर भगवान शिव ने नंदी को गणेश से युद्ध करने को कहा, गणेश द्वारा नंदी को युद्ध में परास्त करने के बाद शिव ने गुस्से में गणेश का सिर काट दिया। माता पार्वती के वापस आने पर जब उन्हें पता चला कि गणेश उनके ही पुत्र थे तो उन्होंने हाथी का सिर जोड़कर उन्हें नया जीवन प्रदान किया। इसके बाद से गणेश को गजानन के नाम से जाना जाने लगा।

Wednesday, January 27, 2021

लाल किले का शन तिरंगा झंडा को उतार कर अपना झंडा फहराने वाला बहुरूपिया कौन।

लाल किले पर निशान साहिब का झंडा आपने इतनी आसानी से लहरा दिया क्योंकि ये जो शासक है वह आपको अपना मानता है। नही तो अगर वो चाहता तो आपको चार कदम भी न हिलने देता। अगर आप समझते हो कि आप मोदी को एक्सपोज़ किये हो तो भूल है।


उसने आपको एक्सपोज़ कर दिया।
उसने उस साजिश की पोल खोल दी कि कैसे हर नेशनल डे तक किसी भी आंदोलन को खींचा जाता है और उसे शाहीन बाग जैसी घृणित आंदोलन की शक्ल दी जाती है। आप हार गए मोदी जीत गया। जिसे आप तानाशाह साबित करने पर तुले थे उसने आपकी अराजगता को पूरी दुनिया के सामने दिखा दिया, कि आप एक paid आंदोलन में शामिल थे जिसकी आयु 26 जनवरी तक थी और दुनिया के सामने यह संदेश देना चाहते थे कि मोदी तानाशाह है।

लेकिन मोदी ने आपके क्रियाकलाप का भीषण विरोध न करके आपको जल बिन मछली बना दिया। और यह संदेश दिया कि वह तानाशाह नही बल्कि आप अराजक हो। जिस तरह से तलवारें लहराई गयी, जिस तरह से ईंट पत्थर फेंके गए, ट्रैक्टर से पुलिस वालों को कुचलने की कोशिश की गई। इन सब चीजों को जनता देख रही है।
आप मोदी विरोधी मुठ्ठी भर हो लेकिन मोदी के समर्थको की मुठ्ठियां फिर किसी चुनाव में खुलेंगी और उसे ही अपना सिर मौर बनाएगी। जो कि आपके गाल पर एक गहरा तमाचा होगा। वैसे मैं हमेशा से कहते आया हूँ कि भारत को संजय गांधी जैसा नेता चाहिये।

जिसके अनुसार सीधा कुचल डालो। भाग्यशाली हो आप आंदोलनकारी लोग मोदी कार्यकाल में हो जो आपकी उदंडता को भी सर माथे लगाया करता है। खैर मुझे डर है कि कहीं जिहादी इस आंदोलन में घुसकर और ज्यादा उत्पात न मचा दें, क्योंकि विपक्ष को और पाकिस्तान को जो खून खराबा चाहिए था वह अभी तक नही मिला।
इनकी सोच थी कि सरकार इनका खूब विरोध करे और सैकड़ो लोगों की लाशें गिरें जिससे आज तक मोदी द्वारा किये गए सारे अच्छे कार्यों को भूला दिया जाय और वर्षो तक इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाया जाय।
लेकिन सरकार ने इनकी इस मंशा पर भी पानी फेर दिया।

मोदी जी हमे आप पर गर्व है.....
शास्त्र कहता है राजा समस्त प्रजा के लिए पिता समान होता है। और आपने इनकी उदंडता को माफ कर के अपने कर्तव्य का निर्वहन करके दिखा दिया। लेकिन अगर जिहादी इसमे घुसकर उत्पात मचाये तो उन्हें भीषणतम दंड देना भी राजा का कर्तव्य होता है। और इस देश की जनता आशा करती है कि मोदी जी आप अपने इस कर्तव्य का भी अच्छे से निवर्हन करेंगे। मोदी समर्थक जो नाराज़ है उन्हें बस यही कहूंगा की धैर्य पूर्वक एक बार विचार कीजिये कि आपके नेता के धैर्य ने कौन कौन सी अनहोनी को टाल दिया। कृपया लाल किले पर झंडा फहराए जाने को नाक का सवाल न बनाये। यह कृष्ण युग है इसमे शिशुपाल को 99 तक माफ किया जाता है, यहां कालयवन को स्वयं न मारकर राजा मुचुकुन्द की दृष्टि से मरवाया जाता है।
यहां कालयवन paid आंदोलन कारी है और राजा मुचुकुंद देश की जनता है। अब जनता अपनी आँख खोले और धराशायी कर दे कालयवन को..!

महंगी हुई माननीयों की थाली, पार्लियामेंट की कैंटीन के नए रेट जारी।

Parliament canteen food price: आप अबतक सुनते आए हैं कि संसद की कैन्टीन (Parliament Canteen) में माननीय बेहद सस्ती कीमत पर व्यंजनों का लुत्फ लेते हैं. लेकिन अब यह बदलने जा रहा है।संसद की कैन्टीन की रेट (Parliament canteen rate) अब तीन गुना महंगी हो गई है। 29 जनवरी से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है. इसके पहले संसद भवन स्थित कैन्टीन 27 जनवरी से शुरू हो जाएगी।

पहली बार ITDC संचालित करेगा कैन्टीन
लोकसभा सचिवालय ने कैन्टीन का मेन्यू जारी करते हुए बताया कि संसद कैन्टीन में मिलने वाली सब्सिडी पूरी तरह खत्म कर दी गई है। इसबार कैन्टीन में बहुत से बदलाव देखने को मिलेंगे। संसद की कैंटीन में सब्सिडी खत्म होने के बाद पहली बार ITDC इसे संचालित करेगा। इससे 8 करोड़ रुपये की बचत होगी।

ओम बिरला ने की थी अनाउंसमेंट (Om Birla did the announcement)
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Lok sabha speaker Om Birla) ने घोषणा की थी बजट सत्र से कैंटीन में सब्सिडी को खत्म किया जा रहा है। इससे संसद की कैंटीन में खाना महंगा हो जाएगा। कैंटीन में मिलने वाली सब्सिडी सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हुई थी। कैन्टीन में सब्सिडी खत्म करने के लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सुझाव दिया था। सभी पार्टियों ने इस मसले पर सहमति जताई थी।

पार्लियामेंट की कैंटीन के नए रेट
सब्सिडी पूरी तरह से खत्म (Subsidy completely over) संसद की कैंटीन में सब्सिडी को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है। लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने पिछले मंगलवार को ये जानकारी दी थी। अब कैन्टीन में खाना महंगा हो जाएगा। सब्सिडी के तहत देश के सांसदों के संसद की कैंटीन में खाना काफी कम दाम पर मिलता था। गौरतलब है कि सब्सिडी खत्म करने की मांग को काफी दिनों से उठाया जा रहा था। तर्क दिया जा रहा था कि टैक्सपेयर के पैसों पर सांसद सस्ता खाना खाते हैं।

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...