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Sunday, June 21, 2020

देश की सबसे पुरानी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और प्रधानमंत्री के दावेदार के कुछ नासमझ बाते

हम बात कर रहे हैं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और प्रधानमंत्री के दावेदार राहुल गांधी की! राहुल गांधी आए दिन सुर्खियों में बने रहते हैं। ट्विटर और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से गलत बयान देने के लिए जाने जाते हैं। आए दिन ये सेना के सोर्य पे सवाल उठाते हैं, और सबूत मांगते हैं। एयर स्ट्राइक हो या उरी का बदला हो ये अक्सर जवाब मांगते सबूत मांगते हुए नजर आ जाते हैं अभी-अभी इन्होंने प्रधानमंत्री पे निशाना साधा और दिखाना चाहते थे कि हमारी सेना चीन को सबक सिखाने में पीछे हट गई।
आज हम उनके कुछ ज्ञान की पोल खोलेंगे!
अभी-अभी उनका ट्वीट आया है कि "नरेंद्र मोदी
 वास्तव में चिन के आगे आत्मसमर्पण किया"
लेकिन उनकी इंग्लिश स्पेलिंग पे ध्यान दे तो पता चलेगा कि बहुत बड़ी गलती कर दी जो आप उनके ट्विट में देख सकते है
उनकी इंग्लिश पे ध्यान दे तो पता चलेेगा की 
Surenderकी स्पेलिंग लिखना नहीं आता 
Surrender की सही स्पेलिंग आपके सामने हैं राहुल गांधी के द्वारा सरेंडर की जो ए स्पेलिंग लिखी गई है उस पर ज़ी न्यूज़ उनकी चिड़िया उड़ा रहा है जो कि आप देख सकते हैं


ऐसे तो राहुल गांधी को विवादों से काफी पुराना रिश्ता है ।वह आए दिन ऐसे उल्टे सीधे बयान देने के लिए जाने जाते हैं। जैसा कि आप ऊपर देख सकते हैं। हम राहुल गांधी से कहना चाहेंगे कि सेना के शौर्य पर सवाल ना उठाएं उनको पॉलिटिक्स करनी है खूब करें और आगे बढ़े और अपनी हंसी उड़वाते रहे। आप भी देख सकते हैं और थोड़ा हंस सकते हैं।

https://twitter.com/RahulGandhi/status/1274573608933748736?s=19


सुर्य ग्रहण से इन रसियो पे पड़ेगा बुरा प्रभाव

आज 21 जून सुर्य ग्रहण लगा है। यह ग्रहण भारत में दृश्य रहेगा। कंकणाकृति सूर्य ग्रहण के प्रारम्भ में सूर्य-चन्द्र मृगशिरा नक्षत्र में रहेंगे और ग्रहण मोक्ष के समय चन्द्रमा आर्द्रा नक्षत्र में रहेगा। बता दूं कि यह ग्रहण महत्वपूर्ण हो रहा है  आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार ग्रहण स्पर्श काल सुबह 9 बजकर 16 मिनट पर होगा, कंकणाकृति ग्रहण 10 बजकर 19 मिनट पर शुरू होगा। इस ग्रहण का मध्य काल दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर होगा। कंकणाकृति ग्रहण दोपहर 2 बजकर 2 मिनट पर समाप्त हो जायेगा और इस ग्रहण का मोक्ष काल दोपहर 3 बजकर 4 मिनट पर होगा।

 सूर्य ग्रहण का हर राशि के जातकों के जीवन पर असर पड़ेगा। अशुभ स्थिति से बचने के लिए क्या-क्या उपाय करना चाहिए ।

मेष राशि
यह सूर्यग्रहण आपके तीसरे स्थान पर लगेगा| जन्मपत्रिका में तीसरा स्थान भाई-बहनों से संबंध रखता है। लिहाजा भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते पर यह ग्रहण लगेगा। भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते में थोड़ी खटास आ सकती है। लिहाजा इस ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये आज के दिन आपको धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग देना चाहिए।

वृष राशि
यह सूर्यग्रहण आपके दूसरे स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में दूसरा स्थान धन से संबंध रखता है। यानि आपकी आर्थिक स्थिति पर यह ग्रहण लगेगा। आपको आर्थिक रूप से कुछ परेशानी फेस करनी पड़ सकती है। लिहाजा इस ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिये आज के दिन आपको नारियल या बादाम किसी धर्मस्थल पर दान करना चाहिए। 

मिथुन राशि

यह सूर्यग्रहण आपके पहले स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में पहला स्थान स्वयं का स्थान होता है, शरीर का स्थान होता है। अतः यह ग्रहण स्वयं आप पर और आपके शरीर पर लगेगा। आज के दिन आपके अन्दर ऊर्जा की कमी रहेगी। लिहाजा इस ग्रहण की अशुभ स्थिति से बचने के लिये आज के दिन आपको सूर्यदेव को जल चढ़ाना चाहिए।

कर्क राशि
यह सूर्यग्रहण आपके बारहवें स्स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में बारहवें स्थान का संबंध शैय्या सुख से है, आपके खर्चों से है। लिहाजा आपके शैय्या सुख और आपके खर्चों पर यह ग्रहण लगेगा। आपको शैय्या सुख पाने में मुश्किलें होंगी और आपके खर्चों में बढ़त होगी।इस ग्रहण की अशुभता से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये आज के दिन आपको अपने घर की खिड़की, दरवाज़े खुले रखने चाहिए और घर में उचित मात्रा में रोशनी रखनी चाहिए।

सिंह राशि
यह सूर्यग्रहण आपके ग्यारहवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में ग्यारहवें स्थान का संबंध आपकी आमदनी और कामना पूर्ति से है। यानि इस ग्रहण का असर आपकी आमदनी और आपकी इच्छाओं पर होगा। आपको अपनी किसी इच्छा की पूर्ति करने में परेशानी आ सकती है। लिहाजा सूर्यग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये आज के दिन आप रात को सोते समय अपने सिरहाने पर 5 मूली या 5 बादाम रखकर सोएं और अगले दिन उन्हें किसी मन्दिर या धर्मस्थल पर दान कर दें। 

कन्या राशि
यह सूर्यग्रहण आपके दसवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में दसवें स्थान का संबंध आपके करियर और आपके पिता के करियर की सफलता से संबंध रखता है। लिहाजा इस ग्रहण का प्रभाव आपके खुद के और आपके पिता के करियर के ऊपर रहेगा। आपको अपने करियर के डिसीजन लेने में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं। ग्रहण के प्रभाव से बचने के लिये आज के दिन आप सफेद या शरबती रंग की टोपी या पगड़ी सिर पर पहनें।


तुला राशि
यह सूर्यग्रहण आपके नवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में नवां स्थान भाग्य से संबंध रखता है। लिहाजा आपके भाग्य पर, आपकी किस्मत पर यह ग्रहण लगेगा। इस दौरान आपकी किस्मत आपका पूरी तरह से साथ नहीं दे पायेगी। तो अपने भाग्य को ग्रहण के प्रभाव से बचाने के लिये आज के दिन आपको मन्दिर में गुड़ का दान करना चाहिए। 

वृश्चिक राशि
यह सूर्यग्रहण आपके आठवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में आठवें स्थान का संबंध आपकी आयु से है। लिहाजा सूर्य का यह ग्रहण आपकी आयु पर लगेगा। आपके स्वास्थ्य में कुछ उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। तो सूर्य के इस ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये आज के दिन आपको काली गाय या बड़े भाई की सेवा करनी चाहिए।

धनु राशि
यह सूर्यग्रहण आपके सातवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में सातवें स्थान का संबंध जीवनसाथी से होता है। अतः जीवनसाथी से आपके संबंधों पर सूर्य का यह ग्रहण लगेगा। आज के दिन जीवनसाथी के साथ कुछ अनबन हो सकती है। लिहाजा ग्रहण के अशुभ फलों से बचने के लिये आज के दिन आपको भोजन करने से पहले एक रोटी के टुकड़े की अग्नि में आहुति देनी चाहिए। 

मकर राशि
यह सूर्यग्रहण आपके छठे स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में छठे स्थान का संबंध रोग, शत्रु और मित्र से होता है। लिहाजा आपके रोग, शत्रु और मित्रों पर सूर्य का यह ग्रहण लगेगा। इस दौरान शत्रु आप पर हावी होने की कोशिश कर सकते हैं, संभलकर रहें और दोस्तों का साथ बनाये रखें। साथ ही इस ग्रहण के प्रभावों से बचने के लिये आज के दिन आपको कुत्ते को रोटी खिलानी चाहिए। 

कुंभ राशि

यह सूर्यग्रहण आपके पांचवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में पांचवे स्थान का संबंध विद्या से है, गुरु से है, संतान से है, विवेक से है और साथ ही रोमांस आदि विषयों से है। लिहाजा आपकी इन सब स्थितियों पर सूर्य का यह ग्रहण लगेगा। ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये आज के दिन आपको पक्षियों को दाना डालना चाहिए।

मीन राशि
सूर्यग्रहण आपके चौथे स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में चौथे स्थान का संबंध माता, भूमि-भवन और वाहन से है। अतः सूर्य का यह ग्रहण माता के साथ आपके संबंधों पर और भूमि-भवन और वाहन पर लगेगा। इस दौरान किसी काम में आपको माता से सहयोग पाने के लिये थोड़ी अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। लिहाजा इस ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिये आज के दिन आपको किसी जरूरतमंद को भोजन दान करना चाहिए। 



योग दिवस पर उप राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री ने आम जनता को स्वास्थ्य रहने के संदेश दिए

क्या है योग ...!
योग संस्कृत के धातु ‘युज’ से निकला है, जिसका मतलब है व्यक्तिगत चेतना या फिर आत्मा का सार्वभौमिक चेतना या रूह से मिलन. योग, भारतीय ज्ञान की पांच हजार वर्ष पुरानी शैली है. ऐसे में कई लोग योग को केवल शारीरिक व्यायाम ही मानते हैं, जहाँ लोग शरीर को मोडते, मरोड़ते, खींचते हैं और श्वास लेने के कठिन तरीके अपनाते हैं. ये असल में केवल इंसान के मन और आत्मा की अनंत क्षमता का खुलासा करने वाले इस गहन विज्ञान के सबसे सतही पहलू हैं, योग का अर्थ इन सब से कहीं बड़ा है. जीवन शैली का पूर्ण सारयोग विज्ञान में आत्मसात किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पे उपराष्ट्रपति का संदेश
                                                   इस कोरोना महामारी के बीच अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियां पूरी हो चुकी है भारत के उपराष्ट्रपति का कहना हैै कि कोरोना सेेेे लड़ना है तो है हमें योग का महत्व देना होगा योग ऐसा साधन है जो मनुष्य के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाताा है। और मनुष्य को स्वस्थ रहनेे में मदद करता है आइए इस योग दिवस पर एकजुट होकर संकल्प्प करें की हम अपने को स्वस्थ रखने के लिए 1 दिन के कुछ समय योग के लिए निकालें।

प्रधानमंत्री का संदेश
                             ऐसे तो प्रधानमंत्री जी को योग करते हुए अक्सर देखा जा चुका है,  इस अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री ने एकजुटता का संदेश दिया।
 अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है। यह दिन वर्ष का सबसे लम्बा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घ जीवन प्रदान करता है। पहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसकी पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी।
"योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है; मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है; विचार, संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है। यह व्यायाम के बारे में नहीं है, लेकिन अपने भीतर एकता की भावना, दुनिया और प्रकृति की खोज के विषय में है। हमारी बदलती जीवन- शैली में यह चेतना बनकर, हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है। तो आयें एक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को गोद लेने की दिशा में काम करते हैं।"
पूरी दुनिया में कोरोना के चलते हाहाकार मचा हुआ है. भारत में भी कोरोना के चलते दिन प्रतिदिन हालत खराब होते जा रहे हैं। ऐसे समय में प्रधानमंत्री मोदी आकाशवाणी रेडियो के ज़रिये देशवासियों को याद दिलातें हैं कि देश कोरोना को हल पल पटखनी दे रहा है, इसलिए योग इस जग में खास एहमियत रखता है।

Saturday, June 20, 2020

सुर्य ग्रहण के प्रभाव के कारण बंद हो गए चारो धाम का कपाट

सुर्य ग्रहण  जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के मध्य से होकर गुजरता है तथा पृथ्वी से देखने पर सूर्य पुण्य अथवा आंशिक रूप से चंद्रमा द्वारा आच्छादित होताा है।
चंद्रमा जब सूर्य को पूरे रूप से आच्छादित कर लेता है तो उसे पुण सूर्य ग्रहण कहते हैं जैसे कि 1990 के सूर्य ग्रहण मैं देखा गया था। इसके अंतिम छोर लाल रंग में पर सारे ज्वाला अथवा विस्तृत कारोना तंतु देखे जा सकते हैं।
गोलेकर सूर्य ग्रहण तब दिखाई देता है जब चंद्रमा सूर्य को पुरी तरह एक साथ नहीं अच्छादित कर पाता। यह 20 मई 2012 के सूर्य ग्रहण में देखा गया था। आंशिक सूर्य ग्रहण की स्थिति में चंद्रमा द्वारा सूर्य का कोई एक हिस्सा ढक लिया जाता है यह 23 अक्टूबर 2014 को देखा गया था।
पुण्य सूर्य ग्रहण
अक्सर चांद सूरज के सिर्फ कुछ हिस्से को ही डरता है या स्थिति खंड ग्रहण काल आती है कभी-कभी ही ऐसा होता है चांद सूरज को पूरी तरह ढक लेता है इसे पूरे ग्रहण कहते हैं पूरे ग्रहण धरती के बहुत कम क्षेत्र में ही देखे जा सकते हैं ज्यादा से ज्यादा 250 किलोमीटर के संपर्क में क्षेत्र के बाहर केवल खंड ग्रहण दिखाई देता है पूरे ग्रहण के समय चांद को सूरज के सामने से गुजरने में 2 घंटे लगते हैं चांद सूरज को पूरी तरह से ज्यादा से ज्यादा 7 मिनट तक धडकता है इस कुछ क्षणों के लिए आसमान में अंधेरा हो जाता है या यूं कहे कि दिन में रात हो जाती है।
1 वर्ष में पांच सूर्य ग्रहण और दो चंद्रग्रहण हो सकते हैं किंतु 1 वर्ष में दो सूर्य ग्रहण तो होने ही चाहिए हां यदि किसी वर्ष दो ही ग्रहण हुए तो वह दोनों ही सूर्यग्रहण होंगे यद्यपि वर्ष भर में सात ग्रहण तक संभव है तथापि 4 से अधिक ग्रहण बहुत कमी देखने को मिलते हैं प्रत्येक ग्रहण 18 वर्ष में एक 11 दिन बीत जाने पर पुनः होता है।
सूर्य्य्य ग्रहण का प्रभाव
ज्योतिष विज्ञान की दृष्टि से सूर्य ग्रहण का प्रभाव हमारे धार्मिक स्थलों पर ना पड़े इसलिए धार्मिक स्थलों को ढक दिया गया है इनमें से मुख्य हिंदू धर्म के चारों धाम
बद्रीनाथ
 द्वारका
जगन्नाथ पुरी
रामेश्वरम
हिंदू धर्म के सबसे पवित्र धाम चार धाम है जो सूर्य ग्रहण के कारण आज शाम से ही ढक दिया गया है जिससे इसका कुप्रभाव हमारे धार्मिक स्थलों और उसमें मौजूद श्रद्धालु और पुजारियों पर ना पड़े

Thursday, June 18, 2020

अगर भारत को आगे बढ़ाना है तो चीनी उत्पादों को पूर्णतया बहिष्कार करना होगा।

अगर भारत को आगे बढ़ाना है तो चीनी उत्पादों को पूर्णतया बहिष्कार करना होगा।

माना तुम चीनी फोन नहीं फेंक सकते माना तुम Laptop Computer नहीं फेंक सकते। माना तुम कोई Electronic चीन की बनी चीज नहीं फेंक सकते।
लेकिन अगर इन 20 जवानों की शहादत का थोड़ा भी दुःख है तुम्हे, तो अपने फोन से टुच्ची सी Tiktok app को अभी uninstall कर दो !

आप पूछ सकते है इससे क्या होगा ?

 खाली एक App Uninstall करने से क्या होगा ?
तो जानिए एक बात गौर से !!
3 दिन के भीतर यदि सारे भारतीय इस चीनी Tiktok App को Uninstall कर दें | तो चीन पर एक तरह का मानिसक दबाव आ जायेगा !


किस बात का दबाव ??

चीनी सरकार विचार करेगी यदि 3 दिन में सभी भारतीय एकजुट होकर एक चीनी Application Uninstall कर सकते हैं , तो आगे मिलकर क्या कर सकते हैं !

ये सोचकर ही चीन आर्थिक स्थिति खतरे में आ जाएगी और दोस्तों एक बात हमेशा याद रखना कि मानिसक दबाव बहुत बड़ी चीज होती है !! बड़े से बड़ा पहलवान यदि मन से हार जाए तो वो कुश्ती नहीं जीत सकता।

दोस्तो अब समय आ गया है हम सीमा पर जाकर लड़ नहीं सकते है, आज हम इतने ज्यादा चीनी सामानों से घिरें है सब सामान फेंक नहीं सकते हैं !! लेकिन आगे से बहिस्सकर जरूर कर सकते है।

दोस्तो आप अपने आप से पूछिए क्या हम सब मिल कर चीनी सामानों का बहिष्कार नहीं कर सकते क्या ये सब काम सरकार और जवान कि है नहीं हम जरूर कर सकते है अपने देश के लिए बस कोसिस करिए अब से कोई समान made in China नहीं लेना है।
लेकिन क्या हम सब मिलकर अभी का अभी मात्र एक चीनी Application Tik to Tok  को आपने फोन से नहीं हटा सकते है।
हम भारत सरकार से आग्रह करता हूं कि की चीनी सामानों को भारत में व्यापार करने का समझौता रद्द करे, क्या आप सब लोग हमारे साथ हैं आवाज उठाए सरकार जरूर कारवाई करेगी।
क्या हम ये छोटा सा काम करके हम चीन की सरकार पर मानसिक दबाव नहीं बना सकते ?? 

क्या हम सीमा पर लड़ रहे अपने जवानों के इतना सहयोग नहीं दे सकते ??
हम बिलकुल कर सकतें दोस्तों !!
तो आओ इस मुहीम को शुरू करे , अपने Phone से इस Tiktot App को अभी Uninstall करिए ! उसका Screenshot लेकर सोशल मीडिया पर share करें !!

आगे इस मुहिम का हिस्सा बने दोस्तो जिस चीनी वस्तुओ का इस्तेमाल हमलोग अपनी निजी जिंदगी में करते है उस पैसे से चीनी आतंकवाद को बढ़ावा देता है।
वह घुसपैठियों की मदद करता है। और हिन्दुस्तानी सैनिकों पे हमला करता है।

अपने दोस्तों, रिश्तेदारों सबको प्रेरित करें चीनी वस्तुओ का इस्तेमाल ना करे! इस मैसेज आग की तरह सब ओर share करें comment करे।

भारत चीन सीमा पर हो रहे युध्ध मे गलवान घाटी मे शहीद हुए जवानों का भारतीय कर्नल और जवान। 🙏🙏

भारत चीन सीमा पर हो रहे युध्ध मे गलवान घाटी मे शहीद हुए जवानों का  भारतीय कर्नल और जवान। 🙏🙏

कर्नल संतोष बाबू
भारत और चीनी सेनाओं के बीच झड़प में जिन भारतीय सैनिकों की मौत हुई है, उनमें से एक कर्नल थे. वे तेलंगाना के सूर्यापेट ज़िले के रहने वाले थे.
कर्नल संतोष बाबू चीनी सीमा पर पिछले डेढ़ साल से तैनात थे.कर्नल संतोष बाबू 16-बिहार रेजिमेंट में थे. उनकी पत्नी और दो बेटे हैं। कर्नल संतोष की मां मंजुला ने बताया कि उन्हें भारतीय सेना ने सोमवार दोपहर को यह सूचना दी थी जबकि कर्नल की पत्नी दिल्ली में रहती हैं.।
गणेश हांसदा
 पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में (15/16 जून की रात) चीन और भारत की सेना के आमने-सामने के संघर्ष में भारतीय सेना के एक अधिकारी समेत 20 सैनिकों दुश्मन से लोहा लेते लेते सहीद हो गये। भारत और चीन की विवादित सीमा पर 45 साल बाद पहली बार किसी जवान की जान गई है। संघर्ष में मारे गए जवानों में से एक झारखंड पूर्वी सिंहभूम ज़िले के बहरागोड़ा प्रखंड के बांसदा निवासी गणेश हांसदा भी थे। मंगलवार देर रात सेना के अधिकारियों ने उनके परिवार को फ़ोन कर यह दुखद ख़बर दी। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी ने उनकी मौत पर दुख ज़ाहिर किया।
कुंदन कुमार
सहिद हुए जवानों में बिहार के सहरसा ज़िले के सत्तरकतैया ब्लॉक के आरण गांव के एक गरीब किसान परिवार के बेटा जब कुंदन कुमार आर्मी में भर्ती हुए तो लगा परिवार की गरीबी कुछ सुधरेगी लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। उनके पिता किसानी कर परिवार चलते थे। कुंदन कुमार की पत्नी बेबी देवी को सेना की तरफ से फ़ोन पर इस घटना की सूचना मिली।
कुंदन कुमार के दो बेटे हैं । बड़ा बेटा रोशन छह साल का है और छोटा बेटा राणा चार साल का है।

गणेश राम कुंजाम
सेना संघर्ष में शहीद हुए जवानों में छत्तीसगढ़ के कांकेर के आदिवासी समुदाय से आने वाले गणेश राम कुंजाम भी समिल थे। वे साल 2011 में सेना में भर्ती हुए थे।क़रीब एक महीने पहले ही उनकी नियुक्ति भारत-चीन सीमा पर हुई थी।  कई परिवारों की तरह कुंजाम के परिवार को भी फ़ोन पर यह दुखद ख़बर मिली।



कुंदन कांत ओझा
सहीद हुए जवानों में से एक जवान झारखंड के साहिबगंज ज़िले के डिहारी गांव के रहने वाले कुंदन ओझा हैं। वो बिहार रेजिमेंट में थे। उनके मारे जाने की ख़बर सेना ने उनके परिजनों को फ़ोन कॉल करके दी। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने जवान कुंदन ओझा की मौत पर दुख जताते हुए ट्वीट किया है।

जवान पलनी
तमिलनाडु के जवान पलनी (40 वर्षीय) भी इस संघर्ष में मारे गए हैं। उनके भाई ने बीबीसी तमिल को इसकी पुष्टि की। पलनी बीते 22 सालों से भारतीय सेना में कार्यरत थे। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई.के. पलनीसामी ने ट्वीट करके राज्य के जवान की मौत पर दुख जताया है और उनके गांव की जानकारी दी है।

राजेश ओरंग
वहीं, पश्चिम बंगाल के बीरभूम ज़िले के सिपाही राजेश ओरांग इस झड़प में मारे गए हैं। कोलकाता से स्थानीय पत्रकार प्रभाकर मणि तिवारी बताते हैं कि मंगलवार को राजेश ओरांग के परिवार को फ़ोन आया कि उनका बेटा देश के लिए 'शहीद' हो गया है।यह सुनते ही पश्चिम बंगाल के बीरभूम ज़िले के मोहम्मदबाज़ार बेलगड़िया गांव के सुभाष ओरांग के घर पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। राजेश ओरांग के पिता सुभाष कहते हैं। "जवानों की शहादत का बदला लेने के बाद मैं पुत्रशोक से कुछ हद तक उबर सकूंगा."।। गांव के बाक़ी लोगों की तरह सुभाष की आजीविका भी खेती से ही चलती है. लेकिन उनके पुत्र राजेश का सपना कुछ और ही था।वो नहीं चाहते थे कि पिता की तरह खेती से ही जीवन-यापन करें।राजेश साल 2015 में सेना में शामिल हुए थे और तब से ही वो लगातार जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में तैनात थे।
मै इन सभी भारत मां के वीर सपूतों को नमन करते है।। 
💐🙏🙏💐

#Jay-India 

Tuesday, June 16, 2020

सुशांत सिंह राजपूत की मौत की खबर सबके लिए बहुत दुखद

सुशांत सिंह राजपूत की मौत की खबर बहुत ही दुखद
सुशांत सिंह राजपूत (21 जनवरी 1986-14 जून 2020) भारतीय टीवी और फ़िल्म अभिनेता थे। उनका जन्म बिहार के पटना में हुआ था । सर्वप्रथम उन्होनें किस देश में है मेरा दिल नामक धारावाहिक में काम किया पर उनको पहचान एकता कपूर के धारावाहिक पवित्र रिश्ता से मिली। इसके बाद उन्हें फ़िल्मो के प्रस्ताव मिलना शुरु हुए। फ़िल्म काय पो छे! में वो मुख्य अभिनेता थे और उनके अभिनय की तारीफ़ भी हुई। काय पो छे के बाद वे शुद्ध देसी रोमांस में वाणी कपूर और परिणीति चोपड़ा के साथ दिखे। फ़िल्म सफल रही और सुशांत का फ़िल्मी करियर परवान चढ़ गया।उन्हें 2016 में आई महेंद्र सिंह धोनी की आत्मकथा एम एस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी उनकी सबसे चर्चित फिल्मों में से एक थी, जिसमें अपने अभिनय हेतु काफी सराहना मिली थी। अपने जीवनकाल में उन्होंने कुल 12 प्रसिद्ध फिल्मों और 2 प्रसिद्ध टीवी धारावाहिकों में अभिनय किया था, उनकी अन्य चर्चित फलों में, डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शीपीकेकेदारनाथ और छिछोरे शामिल हैं।
वह बहुत धनी प्रतिभा के व्यक्ति थे उनकी आत्महत्या कि खबर हम सबके लिए बहुत दुखद है ! उनकी मौत के खबर के बाद तामाम राजनेता, अभिनेता और खेल जगत से प्रतिक्रिया आनी सुरु हो गई। सबसे पहले हम बात करते है देश के प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी की
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की ट्वीट
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ की ट्वीट
बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार की ट्वीट
बॉलीवुड अभिनेता ऋतिक रोशन की ट्वीट
बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन की ट्वीट
बॉलीवुड अभिनेता वरुण धवन की ट्वीट
क्रिकेट केेे भगवान सचिन तेंदुलकर की ट्वीट
रेसलर बबीता फोगाट का ट्वीट
रेसलर बबीता फोगाट ने Bollywood film industry पर निशाना साधते हुए अपनी भड़ास निकाली है जो वास्तव में फिल्म इंडस्ट्री में चल रहा है 

मैं तो इंसानियत से मजबूर था तुम्हे बीच मे नही डुबोया" मगर तुमने मुझे क्यों काट लिया!

नदी में बाढ़ आती है छोटे से टापू में पानी भर जाता है वहां रहने वाला सीधा साधा1चूहा कछुवे  से कहता है मित्र  "क्या तुम मुझे नदी पार करा ...